क्या है मामला?
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर इलाके में कलेक्शन एजेंट अमन ने अपने दोस्त के साथ ही एक साजिश रच डाली. दरअसल मामला यह है कि एजेंट अमन काफी भारी कर्ज में कई सालों से डुबा हुआ था और कर्ज का बोझ इतना भारी हो गया था कि अमन उस बोझ को सहन करने में पूरी तरह असमर्थ था. अमन अपने कर्ज के बोझ को हल्का करने के अपने दोस्तों को हीं गुमराह करने की साजिश रच डाली. पुलिस जब इसकी भनक मिली तो पुलिस ने पुरी गहराई से इसकी जांच की तो कहानी में एक अलग हीं मोड़ आया.
पुलिस ने जांच के बाद क्या कहा?
अमन एजेंट जो लूट की साजिश रच रहा था वो बांगर सीमेंट की एजेंसी के लिए काम करता था. बांगर सीमेंट के एजेंसी के मालिक का नाम सुमित है. जब अमन फर्जी लूट की कहानी गढ़ रहा था तब उसने अपने मालिक सुमित को बताया की मेरे साथ कुछ लोग लूट पाट करने की कोशिश कर रहे हैं. सुमित ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस ने इसकी पूरी तरह से तहकीकात की और परिणाम
सामने ये आया कि अमन गलत संगतों में पड़ जाने के कारण लगभग दो लाख रूपये के कर्ज में डूब गया था. अमन अपने कर्ज को उतारने के लिए अपने गांव के तीन साथियों के साथ सौरव उर्फ कालीचरण, अनुज और दिपक के साथ मिलकर रूपयों का गबन करने की नियत से एक षड्यंत्र पारित किया. जिसके तहत इन्होंने एक फर्जी झूठी कहानी बनाई और अजात बदमाशों के लूट पाट की घटना पारित हुई. फिर ये ज्ञात हुआ कि तीन जगह से रुपयों का कलेक्शन हुआ था जिसमें एक जगह से एक लाख छियानवें हजार और एक जगह से एक लाख नब्बे हजार छह सौ रूपये थे जिसमें एक लाख नब्बे हजार पांच सौ रूपये इनके पास से बरामद हुए है जिसमें से मात्र एक सौ रुपये खर्च हुए हैं जो कि मोटरसाइकिल में पेट्रोल डलाने के लिए खर्च किए थे. इनलोगों के पास एक मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. साथ हीं चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश किया जा रहा है. दरअसल अमन अपने दोस्तों के साथ अपने मालिक को हीं लूटने के फिराक में था.
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