आज कल के बिजी शेड्यूल के बीच लोगों को देर रात तक जागने की आदत पड़ जाती है. ये आदत हमारी सेहत के लिए काफी बड़ी समस्या का कारण बन सकती है. एक अच्छी और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए समय पर सोने और समय पर उठने की नसीहत तो एक्सपर्ट्स भी देते हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आप रात में 9 बजे से 11 बजे तक सो जाते हैं और सुबह 6 से 7 बजे के बीच उठ जाते हैं, तो यकीन मानिये ये आप एक अच्छी लाइफस्टाइल को फॉलो कर रहे हैं.
किसे है कितने घंटे की नींद की जरूरत
उम्र के लिहाज से देखा जाए तो किसे कितने घंटे की नींद लेनी जरूरी है, इस बात पर भी खास ध्यान देना चाहिए. अगर आप भी इस बात को लेकर कन्फ्यूज हैं कि, किस उम्र में किसे कितने घंटे की नींद लेनी चाहिए, तो यहाँ हमारे पास उसका भी जवाब है.
छोटे बच्चे को हर रोज करीब 11 से 16 घंटे की नींद लेनी जरूरी है.
स्कूली बच्चों को 9 से 14 घंटे की नींद लेनी जरूरी है.
किसी भी व्यस्क को हर रोज 8 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
किशोर को लगभग 10 घंटे की नींद लेनी जरूरी है.
नींद पूरी होने से रहता है मूड फ्रेश
हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि, अच्छी नींद से ना सिर्फ पूरा दिन अच्छा रहता है, बल्कि मूड भी फ्रेश रहता है. आपने ये तो जान लिया कि, किसके लिए कितनी देर की नींद जरूरी है.लेकिन ये भी जान ली जरूरी है कि, आखिर अच्छी नींद के लिए क्या किया जाए. चलिए जानते हैं.
अच्छी नींद के लिए शराब और सिगरेट का सेवन करने से बचें.
कैफीन और निकोटिन से भी दूरी बनाकर रखें.
सोने से पहले एल्कोहल का सेवन बिलकुल ना करें.
रात में सोने से पहले इलेक्ट्रोनिक उपकरणों का इस्तेमाल ना करें.
सोने से कम से कम 1 घंटे पहले किसी भी तरह के स्क्रीन का इस्तेमाल ना करें.
इस तरह आएगी अच्छी नींद
अच्छी नींद के लिए बादाम का सेवन करें.
सोने से पहले गर्म दूध पीकर सोएं.
नींद से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए किवी का सेवन करें.
अच्छी नींद के लिए कैमोमाइल टी का भी सेवन करना फायदेमंद हो सकता है.
नींद की क्वालिटी अच्छी करने में अखरोट अच्छा मददगार हो सकता है.
काफी लोगों को नींद से जुडी समस्या होती है जो कि मेडिकल से जुड़ी होती है. अगर आप भी मेडिकली पीड़ित हैं, तो बिना किसी भी एक्सपर्ट की सलाह के कुछ भी ना लें.
भारत जैसे- जैसे अपने दुश्मनों को धूल चटा रहा है। वैसे ही दुश्मन भी हर समय भारत की ओर नजरें गड़ाए बैठे हैं और अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देने का मौका ढूंढ रहे हैं वहीं दूसरे ओर भारत ने रक्षा के क्षेत्र में एक और कीर्तिमान खड़ा कर दिया है। जी हां भारत ने अग्नि 5 मिसाइल का अब से कुछ देर पहले परीक्षण मिशन दिव्यास्त्र के तहत मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक से किया जा चुका है। इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए दी है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन दिव्यास्त्र के लिए DRDO को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है। 2022 में भी भारत की सबसे ताकतवर मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। तब इसने टारगेट को 5500 किलोमीटर दूर जाकर ध्वस्त कर दिया था। आपको बता दें कि इसका परीक्षण भारत के ओडिशा में एपीजे अब्दुल कमाल द्वीप पर किया गया और इसीलिए इस द्वीप के करीब 3500 किलोमीटर एरिया को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है। साथ ही भारत 11 मार्च से लेकर 16 मार्च तक कभी भी अग्नि सीरीज की लंबी दूरी की मिसाइल और के 4 मिसाइलों का परीक्षण कर सकता है। उन्हीं में से एक है अग्नि 5 मिसाइल ।
कई विशेषताओं से लैस है अग्नि 5 मिसाइल
आपको बता दें कि एमआईआरवी टेक्नोलॉजी के तहत किसी मिसाइल में एक ही बार में कई परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता होती है और इन हथियारों से अलग-अलग लक्ष्यों को भेदा जा सकता है। इसकी एक अन्य विशेषता यह है कि इसे सड़क के रास्ते कहीं भी ले जाया जा सकता है। इससे पहले की अग्नि मिसाइलों में यह सुविधा नहीं थी। मिशन दिव्यास्त्र के परीक्षण के साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है,जिनके पास एमआईआरवी क्षमता है। जो कि यह तय करता है कि एक ही मिसाइल विभिन्न जगहों पर कई आयुध तैनात कर सके। यह हथियार प्रणाली स्वदेशी एवियोनिक्स सिस्टम और सटीकता वाले सेंसर पैकेज से लैस है। अग्नि 5 मिसाइल पलक झपकते ही दुश्मन के लिए काल बन सकती हैं। सूत्रों की मानें तो इस प्रोजेक्ट की डायरेक्टर एक महिला हैं।
चीन बंगाल की खाड़ी से कर रहा जासूसी
चीन ने इन मिसाइलों की जासूसी के लिए बंगाल की खाड़ी में अपना जासूसी जहाज शियांग यांग होंग 01 को भेज दिया है, जो बंगाल की खाड़ी और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के बीच में खड़ा है तो उसका दूसरा जासूसी जहाज शियांग यांग होंग 03 पहले से ही हिंद महासागर में मालदीव्स के माले के पास खड़ा है। ये दोनों ही जासूसी जहाज अपनी जगह से कम से कम 750 किलोमीटर दूर तक की हरकतों पर नजर रखने में सक्षम हैं। चीन इन जासूसी जहाजों की मदद से हमारी ताकतवर मिसाइलों की जानकारी हासिल करने की साजिश रच रहा है। इन जासूसी जहाजों को चीन ने साल 2008 में लॉन्च किया था, जिन्हें वो अपना रिसर्च शिप कहता है। इनमें करीब 400 क्रू मेंबर्स हैं। इन जहाजों में ऐसे शक्तिशाली रडार और एंटीना लगे होते हैं, जिनसे वो किसी भी रॉकेट और मिसाइल को ट्रैक कर सकता है।
काजल, जो आंखों में लगाते ही खूबसूरती में चार चांद लगा देता है, लेकिन एक काजल नाम की लड़की ऐसी भी है जिसे अगर एक टक घूर कर देख भी लिया तो वो आंखें निकाल देती है, जी हां, जिस काजल की हम बात कर रहे हैं वो एक लेडी डॉन है, जो फिर से इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है, दरअसल काजल खत्री दिल्ली के मंडोली जेल में बंद गैंगस्टर कपिल मान की गर्लफ्रेंड है। काजल खत्री का नाम पुलिस की फाइलों में उस वक्त दर्ज हुआ, जब नोएडा में सेक्टर-104 की मार्केट में 19 जनवरी को दिनदहाड़े गोलियां बरसाकर हुई एयर इंडिया क्रू मेंबर हुए सूरजमान हत्याकांड में उसकी भूमिका सामने आई। सूरजमान पर गोली चलाने वाले शूटरों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि काजल खत्री जेल में बंद गैंगस्टर कपिल मान उर्फ कल्लू की प्रेमिका है। इस हत्याकांड में अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। गोली मारने वाले दो शूटर एनकाउंटर के बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े थे। इसमें एक नाम दिल्ली की लेडी डॉन बताई जा रही काजल खत्री का भी शामिल है। फिलहाल पुलिस ने अब इन 5 आरोपियों की आरोपियों की प्रॉपर्टी कुर्क कराने की प्रक्रिया शुरू करवाई है।
कैसे जुड़ा सूरजमान हत्याकांड से काजल का कनेक्शन
पुलिस ने इस हत्याकांड में दो शूटरों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ हुई तो एक महिला का नाम सामने आया। ये नाम था काजल खत्री का। इसके बाद पुलिस ने काजल का नाम आरोपियों के तौर पर शामिल कर लिया। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई जगह छापे मारे, लेकिन काजल नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने उसकी संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी। सूत्रों की मानें तो जल्द ही पुलिस काजल खत्री के ऊपर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर सकती है। इस बीच काजल खत्री की तस्वीर भी सामने आई है।
कपिल के बाद काजल ने संभाली गैंग की कमान
सूत्रों की मानें तो दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में करीब चार साल पहले एक कार्यक्रम के दौरान कपिल मान और काजल की मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत बढ़ने लगी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि मकोका के तहत कपिल मान के जेल जाने के बाद उसकी गैरमौजूदगी में काजल ने ही गैंग की कमान संभाल रखी है। काजल ऑनलाइन तरीके से गैंग को ऑपरेट करती है। वो शूटरों को निर्देश भी इंस्टाग्राम चैट के जरिए ही देती है। इसके अलावा काजल जेल में बंद गैंग के गुर्गों की पर्दे के पीछे रहकर कानूनी तौर पर मदद करती है। फिलहाल काजल खत्री का नाम पुलिस की वांटेड लिस्ट में है।
फिट रहने के लिए रोजाना कितने घंटे की नींद जरूरी है। अगर आपसे यह पूछा जाए तो आपका जवाब हो सकता है 8, 7 या फिर 5 से 6 घंटे। लेकिन जापान के एक बिजनेसमैन का दावा है कि वह पिछले 12 सालों से हर दिन सिर्फ 30 मिनट ही सोता है। अब सवाल ये है कि इतनी कम नींद लेने पर क्या यह शख्स फिट है और पूरे दिन एक्टिव भी रहता है? 12 सालों से हर दिन सिर्फ 30 मिनट की नींद लेने का दावा करने वाले बिजनेसमैन का नाम डायसूके होरी है।
40 साल के डायसूके होरी पूरी तरह फिट
बॉडी बिल्डर 40 साल के डायसूके होरी पूरी तरह फिट हैं और पूरे दिन सुपर एक्टिव भी रहते हैं।बिजनेसमैन का कहना है कि इतनी कम नींद के बावजूद फिट रहने के लिए उन्होंने अपने शरीर और दिमाग को इस तरह ट्रेन किया है, जिससे उन्हें हर दिन 30 मिनट से ज्यादा नींद की जरूरत नहीं पड़ती। डायसूके होरी बताते हैं कि उन्होंने 24 घंटे में सिर्फ 30 मिनट सोने का फैसला काम करने में अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए किया है। कम सोने से उनको 23 घंटे 30 मिनट का समय मिलता है। जिसमें वह हर दिन दो घंटे से ज्यादा समय जिम में बिताते हैं।
क्या इतन कम सोना संभव है?
वहीं, चिकित्सकों का कहना है कि ये मामला प्रैक्टिकल नहीं है। एक इंसान के लिए 6 से 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है। नींद लेने से शरीर और दिमाग की थकान मिटती है और बॉडी अगले दिन एक्टिव रहने के लिए तैयार होती है। बेहद कम नींद किसी एक की बॉडी अलाउ कर सकती है। कम नींद लेने के कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के थाना बिसरख क्षेत्र में बीती बुधवार रात करीब 11 बजे एक तेज रफ्तार कैंटर ने सड़क के किनारे चारपाई पर सो रहे तीन लोगों को कुचल दिया। जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, इस दर्दनाक हादसे में घायल एक युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
सड़क किनारे चारपाई पर सो रहे लोगों को कैंटर ने कुचला
बीती बुधवार रात को थाना बिसरख क्षेत्र के गौर माल के सामने चौकी चार मूर्ति की ओर सर्विस रोड पर हाइड्रा और रिकवरी वैन के चालक सड़क के किनारे चारपाई पर सो रहे थे। तभी ईटेड़ा गोल चक्कर की तरफ से सर्विस रोड पर आने वाले एक अज्ञात कैंटर ने चारपाई पर टक्कर मार दी। चारपाई पर पूरन सिंह ( 30) पुत्र बलराम सिंह, विनोद ( 22) पुत्र रामावतार और श्याम सिंह पुत्र लटूरी सिंह वहां सो रहे थे। इस टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि श्याम सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सीसीटीवी की मदद से हो रही चालक की खोज
इस मामले में पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि वो जल्द ही आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लेगी। दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कपिल मान गैंग की लेडी डॉन काजल खत्री को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल जनवरी में सूरज मान की नोएडा में दिनदिहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसकी साजिश काजल खत्री ने रची थी और इस मर्डर के मामले में वांटेड थी. इसके साथ ही काजल पर 25 हजार का इनाम भी जारी किया गया था. क्राइम ब्रांच ने मिले इनपुट के आधार पर रोहिणी जिला से ट्रैप लगाकर काजल को दबोच लिया है. बता दें कि गैंगस्टर कपिल मान मंडोली जेल में बंद है. कपिल मान गैंग को जेल के बाहर से लेडी डॉन काजल ऑपरेट कर रही थी. काजल खत्री अपने आप को कपिल मान की पत्नी भी बताती है. कपिल मान गैंग और परवेश मान गैंग के बीच लंबे समय से गैंगवार चल रहा है. इस गैंगवार में अबतक कई लोगों का मर्डर हो चुका है.
सूरजमान की हत्या की साजिश काजल ने ही रची
19 जनवरी 2024 को एयर इंडिया में क्रू मेंबर के रूप में कार्यरत सूरज मान सेक्टर-104 की एक जिम से लौट रहे थे. जैसे ही सूरजमान अपनी कार में बैठे तभी कुछ बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया. इसके बाद ताबड़तोड़ फायर कर आरोपियों ने सूरज को मौत के घाट उतार दिया. इस वारदात में कपिल मान उर्फ कल्लू गैंग का हाथ होने की बात पुलिस ने कही थी. सूरज प्रवेश मान का भाई था. इस समय प्रवेश मान दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है. पुलिस ने इस मामले में दो शूटर दबोचे थे. जिसके बाद पता लगा कि हत्या की साजिश काजल ने रची है. पुलिस ने कई जगह छापे मारे लेकिन काजल का सुराग नहीं लगा. बताया जाता है कि 4 साल पहले काजल और कपिल मान की मुलाकात दिल्ली के फाइव स्टार होटल में हुई थी. जिसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आ गई है. पिछली बार अडानी ग्रुप पर हमला बोलने वाली इस रिपोर्ट ने इस बार मार्केट रेगुलेटर सेबी पर निशाना साध दिया है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच भी अडानी ग्रुप के साथ मिली हुई हैं. यही वजह है कि अडानी ग्रुप के खिलाफ उन्होंने 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है. गुप्त दस्तावेजों के हवाले से हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा है कि कथित अडानी घोटाले में इस्तेमाल की गई ऑफशोर संस्थाओं में सेबी चेयरपर्सन की हिस्सेदारी थी.बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस खुलासे के बारे में सुबह सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान कर दिया था. जिसके बाद एक बार फिर से हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर ही हमला बोला है.
सेबी चेयरपर्सन बनने से पहले पति को ट्रांसफर किए शेयर
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने आरोपों में कहा है कि अप्रैल, 2017 से लेकर मार्च, 2022 के दौरान माधबी पुरी बुच सेबी की होलटाइम मेंबर होने के साथ चेयरपर्सन थीं. उनका सिंगापुर में अगोरा पार्टनर्स नाम से कंसलटिंग फर्म में 100 फीसदी स्टेक था. 16 मार्च, 2022 को सेबी के चेयरपर्सन पर नियुक्ति किए जाने से दो हफ्ते पहले उन्होंने कंपनी में अपने शेयर्स अपने पति धवल बुच के नाम ट्रांसफर कर दिए थे. हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने आरोपों में कहा कि व्हीसलब्लोअर डॉक्यूमेंट के मुताबिक सेबी की मौजूदा चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के पति की ऑबसक्योर ऑफशोर फंड्स में हिस्सेदारी है. इसका इस्तेमाल अडानी के पैसे के हेरफेर करने में इस्तेमाल किया गया है.
सेबी चेयरपर्सन के पति धवल बुच हिंडनबर्ग के निशाने पर
हिंडनबर्ग रिसर्च के मुताबिक माधबी पुरी बुच के सेबी में होलटाइम डायरेक्टर पद पर नियुक्ति किए जाने के दौरान उनके पति धवल बुच को 2019 में ब्लैकस्टोन में सीनियर एडवाइजर बनाया गया था. अपने आरोपों में शार्ट सेलर ने कहा कि उनके पति के Linkedln प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने इससे पहले रियल एस्टेट से जुड़े किसी फंड या कैपिटल मार्केट में काम नहीं किया था. उनके प्रोफाइल के मुताबिक उन्हें प्रोक्योरमेंट और सप्लाई चेन में बड़ा अनुभव है. उन्होंने अपना लंबा समय यूनिलीवर में चीफ प्रोक्योरमेंट ऑफिसर के तौर बिताया है.
18 महीने बाद भी सेबी ने अडानी पर नहीं की कार्रवाई
हिंडनबर्ग ने अपने कथित खुलासे में कहा कि अडानी ग्रुप के खिलाफ पिछले साल आई रिपोर्ट को 18 महीने गुजर जाने के बाद भी सेबी ने कार्रवाई में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है. मॉरीशस में अडानी ग्रुप के काले धन नेटवर्क की पूरी जानकारी देने के बाद भी एक्शन नहीं लिया जा रहा है. जून 2024 में सेबी ने उल्टा हमें ही कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया.
योगी सरकार के दावे एक बार फिर फेल होते नजर आ रहे हैं। सरकार के महिलाओं की सुरक्षा के दावों को शोहदे बड़े आराम से धता बता रहे हैं। वहीं इन सबमें अगर हम ये कहें कि पुलिस प्रशासन इन शोहदों का पूर्ण सहयोग कर रहा है तो ये गलत नहीं होगा। दरअसल ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमें एक युवती के साथ बाइक सवार दो बदमाश छेड़छाड़ की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। वहीं पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि दोनों युवक आए दिन युवती को परेशान करते रहते हैं। वहीं छेड़छाड़ का वीडियो वायरल होने पर दनकौर पुलिस की नींद टूटी और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया है।
छेड़छाड़ का वीडियो वायरल होने पर जागी पुलिस
दनकौर कस्बे की रहने वाली 21 वर्षीय युवती कई सालों से दिल्ली मेट्रो में काम करती है। आरोप है कि कस्बे के ही दो युवक पिछले कई दिनों से उसका पीछा कर रहे हैं। 11 जून को भी आरोपियों ने रात करीब 9 बजे ड्यूटी से घर लौटते समय फब्तियां कसीं। जब वह अनदेखा कर जाने लगी तो उन्होंने बाइक मोड़ ली और छेड़छाड़ कर फरार हो गए। पीड़िता ने घर पहुंचकर पूरी बात बताई। इसके बाद पीड़िता के परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की। आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं शुक्रवार को सोशल मीडिया पर आरोपियों द्वारा छेड़छाड़ का 19 सेकंड का वीडियो वायरल हुआ। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने तुरंत पीड़िता से लिखित में शिकायत में लेकर आरोपियों को हिरासत में ले लिया। वहीं इस पूरे मामले में थाना दनकौर प्रभारी का कहना है कि पीड़िता की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। मयंक समेत 2 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्यों नहीं की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई?
इस घटना के बाद एक सवाल उठता है कि क्या पुलिस वीडियो वायरल होने का इंतजार कर रही थी या फिर बदमाशों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने का। क्या ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए जिन्होंने 11 जून को शिकायत मिलने के बाद भी कुछ नहीं किया। क्या इन पुलिस वालों को सरकार केवल बैठने की तनख्वाह देती है। क्या अगर त्वरित कार्रवाई की जाती तो युवती रोज-रोज की प्रताड़ना से ना बच जाती। क्या योगी सरकार के तमाम दावे और वादे केवल मुंहजुबानी ही है।
साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। देखा जाए तो लोगों की मेहनत की कमाई का फायदा ठग उठा रहे हैं। कुछ लोग ऐसी ठगी का शिकार होने पर सतर्क हो जाते हैं और पुलिस को घटना की सूचना देते हैं। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इसकी शिकायत करने से कतराते हैं। लोगों का यही डर ठगों की राह आसान बना देता है। कुछ साइबर ठग लोगों को ब्लैकमेल करके भी अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं। आमतौर पर माना जाता है कि ग्रामीण इलाकों में और कम पढ़े-लिखे लोग साइबर ठगी का शिकार ज्यादा होते हैं। लेकिन रिपोर्ट इस मान्यता को सिरे से खारिज कर रही है। क्योंकि जो आंकड़े हैं, उनके अनुसार यूपी में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोग ही साइबर ठगी के ज्यादा शिकार हो रहे हैं।
ठगी के सबसे ज्यादा मामले गौतमबुद्ध नगर में
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच सालों में क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए यूपी में सबसे ज्यादा ठगी के मामले गौतमबुद्ध नगर जिले यानी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हुए हैं। आंकड़े बताते हैं कि गौतमबुद्ध नगर में 12 हजार, 548 लोगों के साथ साइबर ठगी हुई, जबकि दूसरे नंबर पर मौजूद लखनऊ में 3446 लोग साइबर ठगी का शिकार बने। तीसरे नंबर पर एनसीआर में मौजूद गाजियाबाद रहा , जहां पर पिछले पांच वर्षों में 2409 लोगों के साथ साइबर ठगी हुई। नोएडा-ग्रेटर नोएडा यानी गौतमबुद्ध नगर जिले में साल 2018-19 में 4323 लोगों के साथ साइबर ठगी के मामले सामने आए। जबकि साल 2019-20 में 1661 लोग साइबर ठगों के शिकार बने। 2020-21 के कोरोना काल में भी साइबर ठगों ने 1857 लोगों को चूना लगाया । फिर 2021-22 में साइबर ठगों ने 1688 लोगों के सा थ जालसाजी की। 2022-23 में 1200 लोगों से किसी तरह उनके क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की जानकारी लेकर ठगी की। साल 2023 में भी 31 दिसंबर तक 1819 लोगों को साइबर ठगों ने लूटा । इस दौरान गौतमबुद्ध नगर पुलिस सिर्फ दो फीसद मामलों में ही ठगों को गिरफ्तार कर पाई।
RTI से हुआ यूपी में हुई साइबर ठगी का खुलासा
RTI के अनुसार उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में पिछले पांच सालों में क्रेडिट और डेबिट कार्ड से ठगी यानी साइबर ठगी की कुल 28 हजार, 816 शिकायतें मिली हैं। ठगी के इन मामलों की जानकारी राज्य के अलग-अलग बैंकों की ब्रांचों से रिजर्व बैंक को दी गई हैं।
साइबर ठगों के चंगुल में UP भी
अगर पूरे उत्तर प्रदेश की बात करें तो साल 2019 में 5109 लोगों के साथ साइबर ठगी हुई। 2020 में 3197, साल 2021 में 4130, साल 2022 में 4223 और साल 2023 में 12157 लोगों को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। पिछले पांच सालों में साइबर ठगों ने नोएडा में 12548, लखनऊ में 3446, गाजियाबाद में 2409, कानपुर देहात में 1248, आगरा में 803, बरेली में 791, वाराणसी में 722, मेरठ में 646, प्रयागराज में 572, मथुरा में 413 लोगों को अपना शिकार बनाया है।
आपके साथ हो साइबर ठगी, तो क्या करें
साइबर ठगों के निशाने पर कभी भी कोई भी आ सकता है। अगर आप भी उनके निशाने पर आ गए हैं और आपके साथ साइबर ठगी होती है तो आपको तुरंत इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने और साइबर सेल में करनी चाहिए। साइबर सेल का टोल फ्री नंबर 1930 और 155260 हैं। यहां कॉल करके आप शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा cybercrime. gov.in पर ई-मेल के जरिये भी आप अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। अगर आपके साथ ठगी होती है तो जल्द से जल्द अपने उस बैंक से संपर्क करके पूरी घटना के बारे में जानकारी दें। इससे आपकी रकम वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
गौतमबुद्ध नगर के हर थाने में साइबर एक्सपर्ट
गौतमबुद्ध नगर जिले में Cyber ठगी के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सभी थानों में एक इंस्पेक्टर को तैनात किया है। यह इंस्पेक्टर साइबर ठगी से जुड़े मामलों के एक्सपर्ट होते हैं और ऐसी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हैं। इसके अलावा हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क भी बनाई गई है। गौतमबुद्ध नगर जिले में साइबर क्राइम थाना भी है, इस थाने में 5 लाख या इससे अधिक की ठगी के मामले दर्ज किए जाते हैं।
ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आ गई है। बुधवार को झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन से हुई एक युवक की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूट गई। जिसके बाद गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग टीम ने कस्बा में छापेमारी की। जिससे डॉक्टर व मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया और वह अपने प्रतिष्ठान बंद कर फरार हो गए। हालांकि विभागीय टीम द्वारा आरोपी डॉक्टर के क्लीनिक को सील कर दिया गया है और मामले की जांच कर विभागीय करवाई का दावा किया जा रहा है।
आरोपी डॉक्टर का क्लीनिक हुआ सील
क्लीनिक में हुई संदिग्ध मौत के मामले में आरोपित रबूपुरा के डॉ. अतीक के क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। जहां विभाग की टीम को क्लीनिक पर बाहर से ताला बंद मिला। जिसके बाद टीम ने क्लीनिक को अग्रिम कारवाई तक सील कर दिया गया है और आस पास के समस्त क्लीनिक को नोटिस देकर पंजीकरण कराने हेतु आदेशित किया गया है। पंजीकरण न होने की दशा में तत्काल प्रभाव से क्लीनिक बंद करने हेतु आदेशित किया गया है। क्लीनिक मालिक को भी अपंजीकृत क्लीनिक खाली कराने हेतु आदेश दिया गया है। साथ ही भविष्य में पुनः संचालित की सूचना मिलने पर विधिक कारवाई की जाएगी।
क्या था पूरा मामला
दरअसल बुधवार को कस्बा के मोहल्ला आजाद नगर निवासी युवक रिजवान पुत्र रफीक की शादी होने वाली थी जिसकी बारात बुलन्दशहर जा रही थी। चेहरे पर एक फुंसी होने के कारण रिजवान कस्बा में क्लीनिक चला रहे एक झोलाछाप डॉक्टर से दवा लेने चला गया। बताया जाता है कि डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगा दिया। जिसके बाद रिजवान की हालत बिगड़ गई। आनन फानन में उसे बुलंदशहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे नोएडा रेफर कर दिया गया और रास्ते मे रिजवान (24) की मौत हो गई थी।
पहले भी हो चुकी हैं मौत की घटनाएं
झोलाछाप की दवा से युवक की मौत होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। कस्बा में निजी चिकित्सकों की लापरवाही के कारण पहले भी कई लोगों की जान जा चुकी है और जमकर हंगामा हुआ है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कारवाई सिर्फ कागजों में सिमट कर रह जाती है। सूत्रों की मानें तो कस्बा में कई झोलाछाप डॉक्टर तो ऐसे हैं कि जिनके पास डिग्री तो क्या पर्याप्त शिक्षा भी नहीं है और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते ये खुलेआम लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024