Greater Noida West: गौतमबुद्ध नगर में हनीट्रैप का ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक गैंग लोगों से लाखों रूपये ब्लैकमेल कर कैश या फिर अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा चुका है। ये गैंग पूरे प्लानिंग से अधेड़ वर्ग के लोगों को अपना टारगेट बनाता था। फिर उससे ब्लैकमेल कर लाखों रुपये वसूल लेता था। सूरजपुर थाना पुलिस ने हनीट्रैप में फंसाकर झूठे मुकदमे लिखवाने के नाम पर पैसे ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।

ये था ब्लैकमेल करने का तरीका

इस गैंग की मुखिया कविता नाम की महिला है। जो अपनी बेटी और अन्य महिलाओं की मदद से अधेड़ वर्ग के लोगों को अपने निशाने पर लेते थे। उन्हें मिस कॉल या फिर मैसेज के माध्यम से पहले अपने जाल में फंसाते थे। जब सामने वाले व्यक्ति को इन पर भरोसा हो जाता था, तो उसे इस गैंग की लड़की मिलने के लिए बुलाती थी। फिर उसके कार में बैठकर होटल या फिर किसी रूम में जाने की डिमांड करती थी। जैसे ही जाल में फंसा व्यक्ति उसकी बातों में आ जाता तो गैंग के दूसरे सदस्यों का रोल यहां से शुरू हो जाता था। कार में बैठी लड़की उसी रास्ते से इन्हें अपने साथ ले जाती, जहां पहले से गैंग के लोग रास्ते में खड़े होते थे। या फिर कार में बैठी लड़की लोकेशन भेजकर गैंग के दूसरे सदस्यों को वहां बुला लेती। जिसके बाद कार को रोककर जाल में फंसे व्यक्ति के साथ बदतमीजी शुरू होती थी। गैंग के दूसरे सदस्य अपनी कार से जबरन उस व्यक्ति की कार को रोक लेते और उनके साथ मारपीट के बाद पास में जितने भी पैसे होते थे, चाहे वो कैश हो या फिर एकाउंट में उसे ले लेते थे।

ऐसे हुआ खुलासा

विक्रम सिंह नेगी नाम के व्यक्ति जो क्रिस्टल अपार्टमेंट ग्रेटर नोएडा में रहता है, उसने सूरजपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पीड़ित का आरोप था कि कविता नाम की महिला और उसका एक साथी फारुख उनसे ब्लैकमेल कर लाखों की डिमांड कर रहा है। यही नहीं आरोपी महिला अपने साथी फारुख के साथ मिलकर विक्रम सिंह से एक लाख 63 हजार रुपये भी ले लिये थे। इसके बावजूद पीड़ित से और पैसे की मांग की जा रही थी। पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी के अलावा फर्जी केस में फसाने की भी धमकी दी जा रही थी। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो शुरुआती जांच में आरोप सही निकले। इसके आधार पर पुलिस ने कविता और उसके साथी फारुख समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से करीब 40 हजार रुपये के मोबाइल और 82 हजार रुपये की नगदी भी जब्त की गई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फारूख, कविता, डमरू, और पूजा के रूप में हुई है।