नोएडा: जहां एक ओर किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने की योजना बना रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान ढूंढने में जुटी है। कल मोदी कैबिनेट ने गन्ना किसानों के लिए एक राहत की खबर दी तो आज सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने जनपद के करीब 150 गांव के किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए उत्तर प्रदेश के राजस्व परिषद के अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक 3 सदस्य उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई है। यह उच्च स्तरीय कमेटी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में किसानों की लंबित मांगों के समाधान का तरीका सुझाएगी। समिति एक महीने के अंदर उत्तर प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
किसानों की समस्याओं को लेकर समिति का गठन
दरअसल उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में किसान अपनी समस्याओं को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश सरकार की ओर से समिति गठित की गई है। समिति में राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष, मंडलायुक्त मेरठ और जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर शामिल होंगे। समिति के सदस्यों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की ओर से सहयोग प्रदान किया जाएगा।
समिति में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी सदस्य होंगे
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि जनपद गौतमबुद्ध नगर में नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण एवं ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के किसानों की समस्याओं पर विचार विमर्श करने और उन पर विचार कर समाधान के लिए अपनी सुविचारित आख्या उपलब्ध कराने के लिए अध्यक्ष, राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में समिति का गठन मुख्यमंत्री के निर्देश पर किया गया है। समिति में मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी सदस्य होंगे।
योजना प्रभावित किसानों की मांगों का निस्तारण
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी समिति को आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। समिति की ओर से निर्धारित समय सीमा में प्रदेश सरकार के समक्ष आख्या प्रस्तुत करनी होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि एनटीपीसी दादरी परियोजना से प्रभावित किसानों की मांगों के निस्तारण के लिए एनटीपीसी की उच्च स्तरीय समिति प्रभावित किसान व हितबद्ध व्यक्तियों से वार्ता कर समाधान सुनिश्चित कराएगी, जिसकी अध्यक्षता निदेशक एचआर एनटीपीसी नई दिल्ली डीके पटेल करेंगे।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को फर्रुखाबाद सीट पर भी वोटिंग होनी है। जिसके लिए सभी दलों के नेताओं ने जोर-शोर से प्रचार शुरु कर दिया है। यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी एटा की अलीगढ़ विधानसभा क्षेत्र के डीएवी मैदान में रैली करने पहुंचे थे। एटा का अलीगढ़ विधानसभा क्षेत्र फर्रुखाबाद लोकसभा सीट के तहत आता है। यहां पर जनसभा शुरु होने से पहले मैदान पर कई बुलडोजर ऑपरेटर अपनी मशीन लेकर पहुंच गए। उन्होंने बुलडोजरों का 'ब्रेक डांस' कराया। इस दौरान जय श्रीराम के नारे भी लगे।
सीएम योगी की सभा में रिस्क लेकर दिखाए खतरनाक करतब
सीएम योगी की जनसभा के लिए बुलडोजर चालक काफी उत्साहित दिखाई दिए। जनसभा शुरु होने से पहले बुलडोजर चालकों ने बुलडोजरों को ब्रेक डांस कराया। जनसभा के दौरान मैदान में बुलडोजर चर्चा का विषय बने रहे। इस दौरान दर्जनों की संख्या में जनसभा में पहुंचे बुलडोजरों चालकों ने रिस्क लेकर खतरनाक करतब दिखाए।
भारी भीड़ के बीच रोका गया उत्साहित बुलडोजर चालकों को
सीएम योगी की जनसभा के लिए काफी भीड़ उमड़ी थी। हजारों की संख्या में लोग उमड़े थे। इस दौरान रिपोर्ट के मुताबिक, बड़ा हादसा होने से बचा थी। जिसके बाद विधायक अलीगंज सत्यपाल सिंह ने उत्साहित बुलडोजर के चालकों को रोका।
फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र के जनपद एटा के अलीगंज विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशाल जनसभा को देखते हुए एटा जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए थे। मैदान के आसपास चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए थे, पर इन चालकों को किसी ने नहीं रोका था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फर्रुखाबाद लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत के पक्ष में, दोपहर दो बजे जनसभा को संबोधित करने अलीगंज पहुंचें थे।
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ प्रदेश में भी गर्मी और लू ने लोगों की जिंदगी को बेहाल कर रखा है। रोज लू की वजह से लोगों के मरने की खबर आती है। लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार ने लू से जान गवाने वाले लोगों के परिवार को आपदा मोचक निधि से चार लाख की आर्थिक सहायता देने की बात कही है।
4 लाख की मिलेगी आपदा मोचक निधि
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी व लू की वजह से अगर किसी की मृत्यु होती है तो ऐसे लोगों के परिजनों को राज्य आपदा मोचक निधि से चार लाख की आर्थिक सहायता दी जा सकती है।
पोस्टमार्टम कराना है जरुरी
हालांकि मृत व्यक्ति का पोस्टमार्टम कराना जरूरी है। लू से अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो संबंधित व्यक्ति के परिवार को यह मामला लेखपाल, तहसीलदार, एसडीएम आदि आला अधिकारी के संज्ञान में लाना और उनका पोस्टमार्टम कराना होगा। राजस्व विभाग ऐसे मामले में पोस्टमार्टम कराएगा और इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजेगा। डीएम रिपोर्ट के आधार पर इससे संबंधित राहत राशि जारी करेगा।
चुनाव ड्यूटी में मौत पर 15 लाख का मुआवजा
इसी के साथ ही अगर चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों की लू से मौत होती है तो उन्हें भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत 15 लाख का मुआवजा दिए जाने की व्यवस्था है। वहीं राहत आयुक्त कार्यालय की परियोजना निदेशक अदिति उमराव ने बताया है कि समाचार पत्रों में शुक्रवार को लू से मृत्यु को लेकर प्रकाशित घटनाओं में से महोबा जिला प्रशासन ने दो और चित्रकूट ने एक जनहानि लू से होने की पुष्टि की है। इसके अतिरिक्त किसी जिले में हीटवेव से कोई भी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।
लू से बचाव का हर स्तर पर हो पुख्ता इंतजाम : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भीषण गर्मी-लू का प्रकोप बढ़ने की वजह से आमजन, पशुधन और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जाएं। राहत आयुक्त कार्यालय मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी करे। गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं हो। अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने, तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण हो। अधिकारी फोन उठाएं, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए। वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचें।
साथ ही सीएम योगी ने कहा कि अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में लू से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए। शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए। हैंडपंप क्रियाशील रखें, ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए। गोवंश, श्वान आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी एवं दाना रखने के लिए आमजन को जागरूक करें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने गुरुवार को रामभूमि अयोध्या से एक बार फिर से समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। बीते दिन गाजियाबाद में सीएम योगी ने अखिलेश यादव को ‘मठाधीश माफिया’ वाले बयान पर घेरा था, तो अब गुरुवार को सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी के लोगों को दंरिदा बता दिया है।
‘कुत्ते की पूंछ…समाजवादी पार्टी के दरिंदे’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार अयोध्या का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बेटियों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो इनके सरगना को तकलीफ हो रही है। 'जैसे कुत्ते की पूंछ सीधी नहीं हो सकती, वैसे ही समाजवादी पार्टी के दरिंदे, जो बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, वे भी कभी ठीक नहीं हो सकते। इनको कानून के दायरे में लाकर हमारी सरकार वही कार्य कर रही है, जिसके ये पात्र हैं।'
अखिलेश यादव पर कह दी बड़ी बात
इसी के साथ ही उन्होंन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लेकर भी बड़ी बात कह दी है। सीएम योगी ने कहा कि ‘सपा और कांग्रेस को दंगा फैलाने का अवसर मत दो। अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए सीएम योगी बोले पहले बबुआ बारह बजे तक सोता था। उसके गुर्गे प्रदेश लूटते थे। गरीब का राशन समाजवादी पार्टी के गुंडे हजम कर जाते थे। किसी गरीब को राशन नहीं मिलता था। जो जितना बड़ा गुंडा था, समाजवादी पार्टी में उसका स्वागत था’।
अयोध्या को मिली 1004 करोड़ की सौगात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या को 1004 करोड़ की सौगात दी। सीएम योगी ने मिल्कीपुर के विद्या मंदिर इंटर कालेज में 83 करोड़ की 37 योजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम ने सपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने अयोध्या को राम भक्तों के लहू से सींचने का काम किया है, वो आज अयोध्या में जमीन घोटाले का आरोप लगा रहे हैं।
‘डबल इंजन की सरकार से सुरक्षा और विकास’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी के साथ ही केंद्र और देश में बीजेपी सरकार के कामों पर भी बात की। सीएम योगी ने कहा कि ‘अयोध्या में कोई जमीन घोटाला नहीं हुआ है, बल्कि विकास परियोजनाओं के लिए ली गई जमीन के बदले 1,700 करोड़ रुपये का मुआवजा लोगों को दिया गया है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होने से करोड़ों राम भक्त प्रभु श्रीराम के दर्शन कर रहे हैं। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनने से सुरक्षा और विकास का वातावरण बना है।’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में एक लाख नौकरियां देने का ऐलान किया है। सीएम योगी ने कानपुर के एक कार्यक्रम में कहा कि दो सालों के अंदर 1 लाख सरकारी नौकरी नौजवानों को दी जाएंगी। जिनमें 20 फीसदी महिलाओं को भर्ती किया जाएगा।
सीएम योगी ने की 1 लाख नौकरियों की घोषणा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते गुरुवार को 1,000 से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति-पत्र, स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए उद्यमियों को ऋण एवं लगभग 8,000 युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंच थे। इस मौके पर उन्होंने विकास के लिए 745 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासपरक परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया था। इसी मौके पर सीएम योगी ने दो साल में 1 लाख सरकारी भर्तियों की घोषणा की।
'किसी को भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे '
बीते 17 अगस्त को अंबेडकर नगर में एक जनसभा में सीएम योगी ने कहा था कि रक्षाबंधन पर्व के बाद यूपी पुलिस में 60 हजार से अधिक नौजवानों की भर्ती एक साथ होगी। सीएम योगी ने कहा था कि
"7 साल पहले उत्तर प्रदेश को भारत का 'डार्क स्पॉट' माना जाता था। ऐसा कहा जाता था कि यूपी भारत के विकास में बाधक है और आज यूपी एक ब्राइट स्पॉट बन गया है और सबसे आगे है। भारत के विकास में योगदान देने में यहां दंगे और अराजकता थी, माफिया हावी थे, बेटियां और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे, आज यूपी निवेश के लिए एक ड्रीम डेस्टिनेशन है। हम किसी को भी भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे।"
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पर है पैनी नजर!
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त की तारीखें तय हुई हैं। जिसमें टोटल 60,244 खाली पदों के लिए परीक्षा हो रही है। इसके लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। आपको बता दें, पिछले तीन दिन (23, 24 और 25 अगस्त) की भर्ती परीक्षा में 29 FIR दर्ज की गई हैं और 3 सिपाही समेत 40 अभ्यर्थी व सॉल्वर गिरफ्तार हुए हैं।
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