यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट:
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट से यूपी सरकार को 32 लाख 92 हजार करोड़ रुपए का निवेश का प्रपोजल मिला है। इससे 92 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस बार भी इन्वेस्टमेंट के मामले में यूपी में पहले स्थान पर नोएडा रहा है। यूपी में होने वाले कुल निवेश का करीब 27 फीसदी निवेश अकेले नोएडा में आया है। उसके बाद आगरा और लखनऊ का नंबर है। वहीं सबसे कम निवेश के मामले में सिद्धार्थनगर रहा। यहां कुल 128 कंपनियों से महज 650 करोड़ रुपए का निवेश आया है। पूरे इन्वेस्टमेंट का ये सिर्फ 0.2 फीसदी है।
कहां पर होगा कितना इनवेस्टमेंट?
समिट के दौरान 18,645 एमओयू साइन हुए हैं। अगर बात करें नोएडा और आगरा की यहां पर 45 फीसदी निवेश आया है। इसके बाद पूर्वांचल का नंबर है। यहां पर 29 फीसदी निवेश मिला। पश्चिमांचल और पूर्वांचल मिलाकर 75 फीसदी निवेश आया। जबकि मध्यांचल और बुंदेलखंड में 13-13 फीसदी निवेश का प्रस्ताव है।
किन किन सेक्टर में आए इनवेस्टमेंट
प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के गैंग को लेकर बेहद तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि मुख्तार अंसारी गिरोह देश का सबसे खूंखार अपराधी गिरोह है। हाईकोर्ट ने इस टिप्पणी के साथ ही मुख्तार के गुर्गे रामू मल्लाह की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। आपको बता दें रामू मल्लाह ने हत्या के एक मुकदमे में जमानत अर्जी दाखिल की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये बात कही है।
कौन है रामू मल्लाह?
रामू मल्लाह मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य है। उसके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट सहित गंभीर धाराओं में गाजीपुर कोतवाली में छह और मऊ के दक्षिण टोला थाने में एफ आई आर दर्ज है। रामू मल्लाह ने मऊ के दक्षिण टोला थाने में दर्ज हत्या के मुकदमे में ही जमानत अर्जी दाखिल की थी। कोर्ट ने मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य होने और क्रिमिनल हिस्ट्री के आधार पर रामू मल्लाह की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है।
ग्रेटर नोएडा: एक तरफ जहां सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त है, वहीं शासन के नाक के नीचे ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। प्राधिकरण में तैनात एक नवनियुक्त ओएसडी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि इस नवनियुक्त ओएसडी को प्राधिकरण में मलाईदार विभाग क्या मिले, साहब ने भ्रष्टाचार के नए आयाम ही तय कर दिए। ओएसडी पर आरोप है कि उन्होंने हर काम के लिए रिश्वत के नए दाम ही तय कर दिए हैं। यानि जब तक आवंटी या ठेकेदार सेट परसेंटेज नहीं देगा तब तक उसकी फाइल क्लियर नहीं होगी। भ्रष्टाचार में ओएसडी को प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों और बाबुओं का भी पूरा साथ मिल रहा है। आलम ये है कि प्राधिकरण में तैनात दूसरे ओएसडी को एक तरह से कार्य मुक्त कर दिया गया है, यानि सारे विभाग जिनका सरोकार सीधे जनता से है, ऐसे अहम कार्यों की जिम्मेदारी सिर्फ इसी भ्रष्ट ओएसडी को दी गई है। जिससे प्राधिकरण के जुड़े ठेकेदारों और आवंटियों में रोष भी देखने को मिल रहा है। ओएसडी के भ्रष्ट तंत्र से पीड़ित ठेकेदार और आवंटियों ने इसकी शिकायत सीधे शासन को भेजने तक का मन बना लिया है।
भ्रष्ट OSD पर कार्रवाई कब?
अब सवाल ये उठता है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात इस भ्रष्ट अधिकारी पर सरकार कब शिकंजा कसती है। जिससे जनता और विकास कार्यों से जुटे ठेकेदारों को राहत मिल सके।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार माफियाओं और गैंगस्टर के खिलाफ अभियान चला रही है। बुलडोजर और एनकाउंटर से आपराधिक रिकॉर्ड वाले तत्वों का सफाया जा रहा है। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार उत्तर प्रदेश पर लगे दंगे वाले राज्य का कलंक मिटा चुकी है। जो लोग प्रदेश की पहचान के लिए संकट हुआ करते थे, वो आज खुद संकट में है।
'दंगों के लिए जाना जाता था राज्य'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश को सिर्फ दंगों के लिए जाना जाता था। यहां पर हर दूसरे दिन दंगा होता था। एक रिकॉर्ड बताते हुए सीएम ने कहा कि 2012 से 2017 के बीच छोटे बड़े 700 से अधिक दंगे हुए थे। लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद दंगे की नौबत नहीं आई।
'जनपद के नाम पर डरने की जरुरत नहीं'
सीएम योगी ने कहा कि एक समय प्रदेश में जिलों के नाम पर भी लोगों ने खौफ़ बना दिया था. लेकिन आज किसी जनपद के नाम पर डरने की जरुरत नहीं है। आज कोई भी अपराधी किसी भी व्यापारी को नहीं धमका सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार निवेशकों की पूंजी को सुरक्षित रखने में सक्षम है।
ग्रेटर नोएडा: UPSC की परीक्षा मेंं दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा रहीं इशिता किशोर ने टॉप किया है। डीयू से बीए ऑनर्स की पढ़ाई कर चुकीं इशिता ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में देश भर में पहली रैंक हासिल की है। इशिता ने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना है। इशिता ने सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत को दिया है। उन्होंने कहा कि तैयारी के वक्त पूरी ईमानदारी से मेहनत करना चाहिए, क्योंकि प्री, मेन्स और इंटरव्यू के लिए परीक्षार्थी को अलग अलग तरीके से तैयार होना पड़ता है।
ईमानदारी दिलवाती है सफलता
इशिता ने कहा 'तैयारी करते वक्त हमें बहुत ईमानदार रहना चाहिए और बताना चाहिए कि कितनी तैयारी की है और किस स्टेज पर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शैक्षिक योग्यताओं के अलावा आपको भावनात्मक रूप से बहुत मजबूत होना चाहिए। साथ ही हमें सब्र भी रखना चाहिए।'
एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पाई शिक्षा
ज्योति किशोर ने आगे बताया, इसने एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पूरी स्कूली शिक्षा हासिल की है। इसके पिता विंग कमांडर थे जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। इशिता बहुत छोटी थी जब उसके सिर से पिता का साया उठ गया।' अंत में उन्होंने कहा, 'पूरा परिवार हमेशा इशिता के लिए सपोर्टिव रहा है। सारे लोग बहुत सपोर्ट करते हैं। एक मां के रूप में जो करना चाहिए वो मैंने भी किया।'
मूलरूप से बिहार के रहने वाली हैं इशिता
इशिता बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली हैं। इशिता के परिवार में माता पिता के अलावा उनका एक भाई है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट: हाईराइज सोसायटी में एक युवक की दबंगई देखने को मिली। जहां युवक ने मुक्का मारकर लिफ्ट का पैनल तोड़ता नजर आया। युवक की ये करतूत लिफ्ट में लगे CCTV में कैद हो गई।
क्या है पूरा मामला?
घटना विसरख थाना क्षेत्र के सुपरटेक इकोविलेज वन सोसायटी का है। जहां टावर बी-17 में लिफ्ट में घुसे एक युवक ने पैनल पर मुक्का मारना शुरू कर दिया। जिससे लिफ्ट का बटन टूट गया। इसका वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। CCTV में साफ देखा जा सकता है। एक युवक लिफ्ट में घुसता है और लिफ्ट से उतरते वक्त लिफ्ट में लगे पैनल पर मुक्का बरसाना शुरू कर देता है। जिससे लिफ्ट में लगी बटन टूट जाती है। इस घटना से आक्रोशित सोसायटी के लोगों ने युवक पर कार्रवाई की मांग की है।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1988 बैच के IPS अधिकारी विजय कुमार को यूपी का कार्यवाहक DGP की जिम्मेदारी दी है। उन्हें DG CBCID के साथ कार्यवाहक DGP का अतिरिक्त कार्यभार सौंपे जाने के आदेश दिए हैं। विजय कुमार जनवरी 2024 में रिटायर होंगे। वहीं कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो गया। इसके पहले मई 2022 में DGP मुकुल गोयल को हटाया गया था, जिसके बाद अभी तक यूपी को स्थायी DGP नहीं मिल पाया है।
ग्रेटर नोएडा: इस साल शहर को 5 नए बिजली घर मिल जाएंगे। बिजली घरों का काम दिसंबर महीने तक पूरा हो जाएगा। इन बिजली घरों से शहर की जरुरतें पूरी हो जाएंगी। दरअसल, ग्रेटर नोएडा शहर में तेजी से इंडस्ट्री का विस्तार हो रहा है। यहां नई औद्योगिक ईकाइयां लगातार लग रही हैं। ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर हब के रूप में भी विकसित हो रहा है। इसके अलावा यहां पर हज़ारों नए अपार्टमेंट्स बन रहे हैं। जहां अब तक लाखों की संख्या में शिफ्ट हो चुके हैं।
तेजी से बढ़ रही बिजली की ख़पत
ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगातार लोगों की संख्या बढ़ रही है। यहां बन रहे बहुमंजिला इमारतों में लोगों बड़ी संख्या में शिफ्ट हो रहे हैं। इसके अलावा यहां पर संस्थागत सेक्टर भी बढ़ रहे हैं। जिसके चलते ग्रेटर नोएडा में बिजली की खपत भी तेजी से बढ़ रही है। बिजली की खपत को ध्यान में रखते हुए यहां पर नए बिजली घर बनाए जा रहे हैं।
UPPCL बिजली घरों का कर रहा है निर्माण
UPPCL इन बिजली घरों का निर्माण कर रहा है। 220 केवी के तीन बिजलीघर जलपुरा, डिपो स्टेशन और नॉलेज पार्क-5 में बन रहे हैं। जबकि 132 केवी के दो बिजलीघर सेक्टर-इकोटेक 8 और 10 में बन रहे हैं। इन सभी बिजलीघरों का निर्माण तेजी से चल रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने एसीईओ आनंद वर्धन के साथ गुरुवार को इन बिजलीघरों के निर्माण की समीक्षा की। जिसमें यूपीपीसीएल और प्राधिकरण के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के इंजीनियर मौजूद रहे। यूपीपीसीएल की टीम ने प्रत्येक बिजलीघरों के निर्माण की ताजा स्थिति से अवगत कराया। सीईओ ने अगस्त से लेकर दिसंबर तक इन बिजलीघरों का कार्य पूरा करने का लक्ष्य दिया।
नोएडा: टैक्स चोरी की सूचना के बाद इनकम टैक्स विभाग एक्शन में है। देश भर में कई जगहों पर आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई जारी है। नोएडा के सेक्टर-93 और 128 में भी आईटी की टीम ने छापा मारा। यहां पर अमरावती ग्रुप, पिटेल बिल्डर और चतुर्वेदी ग्रुप के ठिकानों पर छापा मारा जा रहा है। जहां से करोड़ों रुपये बरामद होने की सूचना है।
इन ठिकानों पर मारे जा रहे छापे
जांच के केंद्र में अमरावती ग्रुप, पिनटेल बिल्डर और चतुर्वेदी ग्रुप हैं। इसके अलावा एक्सेला ग्रुप के ठिकाने भी इनमें शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली, गुरुग्राम के अलावा नोएडा के तीन लोकेशन पर जांच की कार्रवाई जारी है। ये कार्रवाई आयकर विभाग के लखनऊ इन्वेटिगेशन यूनिट की अगुवाई में की जा रही है।
ग्रेटर नोएडा: यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने के बाद योगी सरकार एक और बड़े आयोजन की तैयारी में जुट गई है। सितंबर महीने में आयोजित होने जा रहे इंटरनेशनल ट्रेड शो में दुनिया भर से इन्वेस्टर्स ग्रेटर नोएडा पहुंचने वाले हैं।
ट्रेड शो में 40 सेक्टर पर होगा फोकस
इनमें क्रेडिट गारंटी स्कीम फॉर माइक्रो एंड स्माल इंटरप्राइजेज, डिजिटल इंडिया मिशन, नमामी गंगे जलशक्ति, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, यूपी पॉवर कॉर्पोरेशन, आईटी एवं स्मार्ट सिटी मिशन, नेशनल एससी एसटी हब स्कीम, खादी ग्रामोद्योग विकास योजना, इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन स्कीम, एजुकेशन सेक्टर, डिफेंस कॉरीडोर, रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट स्कीम, यूपी पुलिस एसोसिएशन, स्पोर्ट्स सेक्टर, फिशरी एंड एनिमल हस्बैंड्री, हाईवे एंड इंडस्ट्रियल पार्क डेवलपमेंट अथॉरिटी, ई कॉमर्स एंड बैंकिंग, यूपीएसआईडीसी, एग्रीकल्चर एंड हॉर्टीकल्चर, जीआई टैग, आंत्रप्रेन्योरशिप एंड स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, नेशनल मैन्यूफैक्चरिंग कंपटीटिवनेस प्रोग्राम, प्रोक्यूरमेंट एंड मार्केटिंग सपोर्ट स्कीम, हैंडलूम एंड टेक्स्टाइल, पीएम इम्प्लॉइमेंट जेनरेशन प्रोग्राम, ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया, खिलौना उद्योग, ओडीओपी, एमएसएमई क्लस्टर डेवलपमेंट, ग्लास एंड मार्बल इंडस्ट्री, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री, रिटेल इंजीनियरिंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग, वेयर हाउस एंड लॉजिस्टिक्स, लेदर इंडस्ट्री, टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर, फूड प्रोसेसिंग एंड डेयरी प्रोडक्ट, रिन्यूवेबल एनर्जी एंड इलेक्टिक व्हीकल, हेल्थ एंड वेलनेस और फिल्म सेक्टर शामिल है।
ODOP आइटम्स के लिए अलग स्टाल
प्रदेश के सभी 75 जिलों के ओडीओपी आइटम्स के लिए अलग-अलग स्टाल के जरिए उनका प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें मुरादाबाद के पीतल के बर्तन, आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी, कन्नौज का इत्त, बांदा और बाराणसी के सिल्क आइटम्स, लखनऊ के चिकनकारी को भी खासी अहमियत दी जाएगी।
इंडिया एक्सपो सेंटर में होगा ट्रेड शो का आयोजन
ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में 21 से 25 सितंबर तक यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन होगा।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024