Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर के लोगों के लिए अच्छी खबर आई है। यह खुशखबर उन लोगों को लिए है, जिनके वाहनों का चालान कट गया था। जिले में 3 साल के अंदर काटे गए चालान को ट्रैफिक पुलिस की ओर से माफ किया जाएगा। यह आदेश सरकार की तरफ से रिपोर्ट आने के बाद लिया गया है।
सीएम योगी ने कुछ दिन पहले किया था ऐलान
गौरतलब है कि योगी सरकार ने चालान माफ करने का ऐलान कुछ दिनों पहले किया गया था। जिसके मुताबिक सहायक संभागीय परिवहन विभाग की तरफ से किए गए चालान पर लागू हो रहा था, लेकिन अब ट्रैफिक पुलिस पर भी होगा। नोएडा ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के मुताबिक चालान का पूरा रिकॉर्ड एनआईसी की तरफ से तैयार वेबसाइट पर अपडेट हो जाता है। वह चाहे तो संबंधित अवधि का एक साथ चालान का रिकॉर्ड माफ कर सकती है, लेकिन उसने प्रदेश सरकार और जिलों के ऊपर छोड़ दिया है।
1 अप्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2021 तक के चालान हुए माफ
गौतमबुद्ध नगर के डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव ने बताया कि कि 1 अप्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2021 तक हुए कुल चालान में से 17 लाख 89 हजार 463 वाहनों के चालान माफ करते चालान राशि जीरो कर दी जाएगी। इस अवधि के दौरान जिन वाहनों के चालान लंबित पड़े हैं, उनके मालिक चालान राशि जमा न करें।
Lucknow: यूपी में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाला पर सख्ती बरती जाएगी। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने निर्देश दिए हैं कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 15 से 31 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किया जाए। इस दौरान दुर्घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। लगातार तीन बार चालान होने पर लाइसेंस निरस्त किया जाए और फिर भी न मानने वालों के वाहन का पंजीकरण निरस्त कराया जाए।
मुख्य सचिव ने मंडलायुक्तों और डीएम को दिए निर्देश
मुख्य सचिव ने बुधवार को मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कहा कि ओवरस्पीडिंग, रांग साइड ड्राइविंग, मोबाइल फोन का प्रयोग और ड्रंकन ड्राइविंग सड़क दुघर्टनाओं के प्रमुख कारण होते हैं। इसमें कमी लाने के लिए जागरूता की जरूरत है। यह एक संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस पर सभी मंडलायुक्त व डीएम गंभीरता से काम करें। जिलों में उपलब्ध क्रिटिकल केयर फैसिलिटी का भी निरीक्षण किया जाए। ताकि सड़क दुर्घटना से प्रभावित व्यक्तियों को समय से उपचार मिल सके। आपदा मित्रों को सड़क दुर्घटनाओं मे घायल व्यक्ति को बचाने की भी ट्रेनिंग दी गई है। सड़क दुर्घटना होने पर उन्हें भी सूचित करने की व्यवस्था की जाए।
नोएडा: सड़क सुरक्षा अभियान के तहत ट्रैफिक पुलिस और नागरिक पुलिस ने गौतमबुद्धनगर में 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक संयुक्त अभियान चलाया। नए साल की पूर्व संध्या पर गौतमबुद्धनगर के 40 स्थानों पर संघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान कुल 6826 ई-चालान काटे गए।
शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर की गई कार्रवाई:
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस और नागरिक पुलिस ने नए साल की पूर्व संध्या पर 40 स्थानों पर संघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। अभियान के दौरान 2485 वाहन चालकों को चेक किया गया। इसमें 138 वाहन चालक नशे की हालत में पाए गए और 15 वाहनों को सीज और 123 वाहनों का ई-चालान काट गया।
16 से 31 दिसंबर तक प्रवर्तन की कार्रवाई का विवरणः
1.बिना हेलमेट-3360
2.बिना सीट बेल्ट-107
3.विपरीत दिशा-309
4.नो पार्किग-503
5.ओवर स्पीड-644
6.अन्य-1903
कुल ई-चालान-6826
वहीं, 1 जनवरी को सड़क सुरक्षा अभियान के तहत रोड सेफ्टी सेल ने सहायक पुलिस आयुक्त यातायात द्वितीय के पर्यवेक्षण में कस्बा जेवर में लोगों को जागरूक किया गया। जागरूकता अभियान के दौरान लोगों से अपील की गई कि सभी लोग यातायात नियमों का पालन करें। लोगों को कोहरे में सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाने की सलाह दी गई।
वाहन चालकों को किया गया जागरूक:
इस अवसर पर नगर पालिका अभियन्ता कस्बा जेवर, परिवहन अधिकारी, किसान यूनियन के पदाधिकारी और ट्रांसपोर्ट यूनियन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त डीएनडी टोल, महामाया फ्लाईओवर और जेवर टोल प्लाजा पर कोहरे के कारण सड़क दुर्घटना से बचाव हेतु अनाउसमेन्ट के माध्यम से वाहन चालको को जागरूक किया गया।
Noida: गौतमबुद्धनगर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर सहायक पुलिस आयुक्त नोएडा प्रथम रजनीश वर्मा और एसीपी यातायात राजीव कुमार गुप्ता के नेतृत्व में थाना सेक्टर-126 पुलिस व यातायात पुलिस द्वारा अमेटी यूनिवर्सिटी के आस-पास चेकिंग अभियान चलाया गया।
30 गाड़ियों की ब्लैक फिल्म उतरवाया
अभियान के दौरान वाहनों पर ब्लैक फिल्म, रॉन्ग साइड आने वाले व सड़क पर अवैध रूप से खड़े वाहनों के विरूद्ध पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए 15 गाड़ियों को सीज किया गया। इसके अलावा 20 गाड़ियों को टो करते हुए उन्हे गंतव्य को ले जाया गया। वहीं, 30 गाड़ियों की ब्लैक फिल्म उतारते हुए उनका चालान किया गया। अभियान के दौरान यातायात नियमों का पालन न करने वाले लगभग 250 वाहनों के विरूद्ध चालान की कार्रवाई की गयी।
कहते हैं खेल सिर्फ खेल के लिए खेला जाता है। जिसमें किसी भी तरह का दुर्भाव नहीं होना चाहिए लेकिन जब खेल को पर्सनल ईगो बना लिया जाता है तो कॉन्फिलिक्ट तय है। कई बार तो खेल ही खेल में आपसी रंजिश इतनी तक बढ़ जाती है कि लोग खून के भी प्यासे हो जाते हैं। ऐसा ही मामला ग्रेटर नोएडा से सामने आया है।
GREATER NOIADA: मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट का है, दरअसल क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद में कैब चालक
सुमित की ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी है. कैब चालक सुमित की आयु मात्र 24 वर्ष है. मैच में विवाद के दौरान
सुमित आरोपियों से जान बचाकर भाग रहा था तभी वह 15 मीटर चौड़े नाले में गिर पड़ा और हमलावरों ने उसकी जान ले ली.
पुलिस ने मामले में हिमांशु, रिंकू, आशु समेत अन्य पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मामले में
कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
मृतक के बारे में
एडीसीपी ह्दयेश कठेरिया ने बताया कि कैब चालक सुमित मेरठ का रहने वाला था. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चिपियाना
स्थित साईं उपवन में अपने पूरे परिवार के साथ रहता था। रविवार दोपहर ग्रेनो वेस्ट स्थित मैदान में सुमित अन्य लड़कों
के साथ क्रिकेट मैच खेलने गया था। मैच के दौरान सुमित का दूसरे पक्ष के युवक से विवाद हो गया। देखते ही देखते
दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई. बिसरख कोतवाली प्रभारी ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोग अधिक संख्या में थे. दूसरे पक्ष के
लोग जब सुमित पर पूरी तरह से हावी हो गए तो सुमित अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग निकला और भागते हुए उसे
रास्ते में 15 फीट चौड़ा एक नाला आया और वह छलांग लगाने की कोशिश की और वह नाले में गिर गया। आरोपियों ने सुमित की जान बचाने की बजाए ईंट से हमलाकर उसकी जान ले ली।
ये बनी हत्या की वजह
हत्या की वजह जो सामने आ रही है वो वाकई में चौका देने वाली है। बताया जा रहा है बाउंसर बॉल को नो बॉल अंपायर द्वारा करार दिया गया था। इसे ही लेकर दोनों तरफ से बवाल हुआ। इस विवाद की जानकारी हत्या के बाद सोशल मीडिया से सामने आ रही है। अगर ये हत्या की वजह है तो वाकई में सोचने वाली बात है। फिलहाल पुलिस ने इस बात की पुष्टी नहीं की है। हत्या की पूरी वजह जांच के बाद सामने आएगी.
ग्रेटर नोएडा में आवंटित संपत्ति के एवज में किए गए भुगतान का चालान सही है या फिर कोई गड़बड़ी है, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अब इसका पता आसानी से चल जाएगा। प्राधिकरण ने एचडीएफसी बैंक के सहयोग से हाई सिक्योरिटी क्यूआर कोड तैयार कराया है। जिसे बुधवार को लांच कर दिया गया। अब हर चालान पर दो क्यूआर कोड बने होंगे, जिसे स्कैन करते ही चालान का वेरीफिकेशन हो जाएगा। वित्तीय लेनदेन को और सुरक्षित बनाने और चालान में गड़बड़ी को रोकने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार की पहल पर एचडीएफसी बैंक के सहयोग से हाई सिक्योरिटी क्यूआर कोड तैयार किया गया है।
हाई सिक्योरिटी फीचर्स से लैस क्यूआर कोड तैयार किया गया
एचडीएफसी बैंक के सर्कल प्रमुख तापस दास और क्लस्टर प्रमुख हेमंत नंदा ने बताया कि प्राधिकरण के पेमेंट गेटवे के माध्यम से लेन-देन की सभी रसीदों और चालान पर हाई सिक्योरिटी फीचर्स से लैस क्यूआर कोड तैयार किया गया है। आवंटी भुगतान के लिए जब भी चालान जनरेट करेगा, उस पर क्यूआर कोड अंकित रहेगा। चालान की एक कॉपी प्राधिकरण के रिकॉर्ड में भी लगा दी जाएगी। इसी क्यूआर कोड से जब चाहें, वेरीफिकेशन हो जाएगा। चालान पर दो क्यूआर कोड होगा। एक क्यू आर कोड से भुगतान की सामान्य डिटेल आ जाएगी और दूसरे क्यूआर से रीयल टाइम पेमेंट। इसमें भुगतान का मोड सहित अन्य जरूरी जानकारी अंकित रहेगी। इससे चालान में कोई गड़बड़ी नहीं हो सकेगी।
प्रदेश का पहला सरकारी विभाग जहां क्यूआर कोड से होगा चालान
बैंक का दावा है कि हाई सिक्योरिटी फीचर्स से लैस क्यूआर कोड के जरिए वित्तीय चालान का वेरीफिकेशन करने वाला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्रदेश में पहला सरकारी विभाग बन गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा कि वित्तीय लेनदेन का वेरीफिकेशन करने के लिए यह सबसे कारगर तरीका साबित होगा। इसका फायदा सभी को मिलेगा। अगर किसी ने गलत चालान लगाया तो क्यूआर कोड से तत्काल पकड़ में आ जाएगा। साथ ही वेरीफिकेशन में लगने वाला समय भी बचेगा।
कार्यक्रम में मौजूद रहे अधिकारी
इस दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जीएम वित्त विनोद कुमार, डीजीएम अभिषेक जैन, जीएम प्लानिंग लीनू सहगल, ओएसडी हिमांशु वर्मा, ओएसडी नवीन कुमार सिंह, सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग, एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. , एसीईओ सुनील कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारीगण और एचडीएफसी बैंक से गौरव सिंह व एसपी सिंह भी मौजूद रहे।
रील्स का भूत आज कल के युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है। युवा रील्स के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं कभी अपनी जान को जोखिम में डाल देते हैं तो कभी कुछ ऐसा कर देते हैं जिसको लेकर उन्हें बाद में शर्मिंदा होना पड़ता था। ऐसा ही कुछ होली के पावन पर्व पर दो लड़कियों ने कर डाला है। दरअसल होली पर दो लड़कियों का स्कूटी और सडक़ पर अश्लील हरकतों वाला वीडियो खूब वायरल हुआ था। वीडियो में अश्लीलता करने वाली लड़कियों की पहचान अब सार्वजनिक हो चुकी है और नोएडा ट्रैफिक पुलिस उनकी स्कूटी का 33 हजार रूपए का चालान काट चुकी है। दोनों लड़कियों ने अपने नाम प्रीति और विनीता बताए हैं। स्कूटी चलाने वाले लडक़े का नाम पीयूष है। वायरल वीडियो में जो लडक़ी स्कूटी से गिरती हुई नजर आ रही है वह लडक़ी प्रीति है। दिल्ली मेट्रो का जो वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है उस वीडियो में भी यह दोनों लड़कियां प्रीति और विनीता ही थीं।
दिल्ली मेट्रो वाली वीडियो खुद किया शूट
प्रीति और विनीता ने बताया कि जिस दिल्ली मेट्रो वाली वीडियो को AI का कमाल बताया जा रहा था वह वीडियो उन्होंने बाकायदा दिल्ली मेट्रो की रेडलाइन मेट्रो में शूट किया था। प्रीति ने बताया कि मेट्रों में बनाया गया वीडियो जब पब्लिक को बुरा लगा तो हमें भी लगा है कि वो नहीं करना चाहिए था। मेरे पास इतना दिमाग नहीं है। मैंने पहले कभी ऐसा वीडियो नहीं बनाया है। हम केवल सीढिय़ों से गिरने वाला वीडियो बनाते हैं। मैं उत्तराखंड की रहने वाली हूं।
दो साल से दोनों लड़कियां बना रहीं रील्स
प्रीति के बताया 'कि केवल रील्स बनाने के लिए नोएडा में रहती हैं। उनके पिता गरीब हैं, इसलिए वो पढ़ाई-लिखाई नहीं कर रही हैं। मेरे छोटे-छोटे भाई हैं। वो पढ़ाई करते हैं। हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं। करीब दो साल से रील्स बनाना शुरू किया। पहले मैं हरियाणा में रहती थी, वहां से वीडियो बनाती थी। डेढ़ साल पहले मैं नोएडा में शिफ्ट हुई और आठ महीने पहले ही पीयूष से जुड़ी हूं। उसके बाद उसके साथ रील और वीडियो बना रही हूं। उससे पहले मैं अकेले ही वीडियो बनाती थी। प्रीति ने बताया कि इंस्टाग्राम पर उनके दो अकाउंट हैं। पहले में 40 हजार और दूसरे में 3 लाख फॉलोअर्स हैं। वहीं, यूट्यूब पर भी दो चैनल हैं। जिनमें पहले में एक लाख और दूसरे में साढ़े आठ लाख फॉलोअर्स हैं।' प्रीति ने कहा 'कि वो पीयूष से आठ महीने पहले जबकि विनीता से 15 दिन पहले ही मिली थी और उसके बाद साथ में वीडियो बनाना शुरू किया।' विनीता ने बताया 'कि वो भी दो साल से वीडियो बना रही हैं। पहले वो भी अकेले ही वीडियो बनाती थीं। जब से एक वीडियो दो लाख चल गया तो मुझे लालच आ गया। फिर लगा कि कोई पार्टनर मिल जाए, जिसके साथ वीडियो बना लें। तब मुझसे इंस्टाग्राम पर प्रीति जुड़ीं। उसके बाद हम दोनों की दोस्ती इतनी अच्छी हो गई है कि हम रोमांस वाले वीडियो भी बना लेते हैं।'
स्कूटी का चालान भरने के भी नहीं है रुपये
दोनों लड़कियों के अनुसार उन्होंने अब तक इतना पैसा तो कमाया भी नहीं है कि स्कूटी का चालान भर पाएं। हमने स्कूटी का पहला वीडियो ही बनाया और स्कूटी को धीरे-धीरे पैरों-पैरों चलाया है। वहीं स्कूटी चला रहे पीयूष ने बताया 'कि वो 12वीं क्लास पास है और अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहता है। वो छोटी-मोटी नौकरी भी करता है, जिसमें उनका गुजारा होता है।' अब नोएडा पुलिस को इस मामले में आगे की कार्यवाही करनी है। नोएडा पुलिस का कहना है 'कि नोएडा में जो FIR लिखी गई है उसके आधार पर अश्लीलता फैलाने वाली लड़कियों को जेल भेजा जाएगा।'
नोएडा में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों को पुलिस ने तगड़ा झटका दिया है। पुलिस ने एमिटी यूनिवर्सिटी के आस पास यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई को अंजाम दिया है। इसके तहत यातायात पुलिस और स्थानीय पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। अभियान के दौरान करीब 100 वाहनों का चालान काटा गया जबकि करीब 15 वाहनों को सीज कर दिया गया है। आपको बता दें कि यातायात नियम उल्लंघन के मामले पहले भी प्रकाश में आ चुके हैं।
PG संचालकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये
इसके अलावा पुलिस ने रायपुर क्षेत्र में चलने वाले पीजी की सघन तलाशी का भी अभियान चलाया। इस दौरान PG संचालकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। साथ ही अवैध रूप से स्नोकर चलाने वालों के विरूद्ध भी स्थानीय पुलिस द्वारा कार्यवाही की गयी है।
आजकल वीडियो और रील बनाने का नशा युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है. इसके लिए युवा अपनी जान के साथ ही दूसरों की जान भी दांव पर लगाने से नहीं चूक रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो ग्रेटर नोएडा से सामने आया है. जिसे देखकर साफ पता चलता है कि इन युवाओं को ना तो अपनी जान की फिक्र है औऱ ना ही दूसरों की जान की.
कार की डिक्की से लटककर बनाया दोस्त का वीडियो
दरअसल वायरल वीडियो में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि एक बाइक सवार का वीडियो एक दूसरा व्यक्ति कार की डिक्की से लटककर बना रहा है. वीडियो में आप देख सकते है कि बाइक सवार कुछ अजीब कपड़े पहने हुए है. ये वीडियो सेशन एक हाईवे पर चल रहा था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद ग्रेटर नोएडा पुलिस तुरंत हरकत में आई और गाड़ी का 27 हजार 500 रुपये का चालान काट दिया. बताया जा रहा है की पुलिस अब गाड़ी चालक और बाइक सवार की तलाश कर रही है.
स्टंट करने वाले लोगों के हजारों रुपये के चालान कट चुके
इस वीडियो में आप ये भी देख सकते है कि कार की डिक्की से शूट करने वाला शख्स अपनी जान को किस तरह से खतरे में डाल रहा है. बता दें कि इससे पहले भी इस तरह के स्टंट करनेवाले लोगों के हजारों रुपये के चालान कट चुके हैं. बावजूद इसके रील और स्टंट करने वाले बाज नहीं आ रहे है. इस वीडियो को ट्विटर एक्स पर नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.
ट्रैफिक नियम काफी सख्त हो गए हैं. साथ ही सड़क पर चलने वाले वाहनों पर आधुनिक तरीकों से नजर भी रखी जाती है. किसी से जरा भी गलती हुई तो चालान ट्रैफिक पुलिस आपको आपके घर पर ही मुहैया करा देती है. मगर यदि बिना किसी गलती आपका चालान हो जाए तो जाहिर सी बात है आप परेशान तो हो ही जाएंगे. ऐसा ही एक अजब गजब मामला सामने आया है. दरअसल ट्रैफिक पुलिस ने रामपुर के आदमी का नोएडा में चालान काट दिया है. जिस पर शख्स का दावा है कि वह कभी नोएडा आया ही नहीं, फिर भी उसकी कार का चालान काट दिया गया, वो भी बिना हेलमेट कार चलाने के मामले में चालान काटा गया है.
बिना हेलमेट के वाहन चलाने का मिला चालान
दरअसल पीड़ित शख्स का नाम तुषार सक्सेना है. उसे हाल ही में एक चालान का मैसेज आया, जिसे उसने गलती समझ लिया. चीज़ें गंभीर तब हो गईं, जब उसे ईमेल के ज़रिये नोटिस आया कि उसे चालान भरना होगा. अगर उसने ऐसा नहीं किया तो कोर्ट में पेश होना पड़ेगा. तुषार नोएडा से 200 किलोमीटर दूर रामपुर में रहता है. उसको मिला चालान बिना हेलमेट पहने वाहन चलाने का था. जबकि तुषार का कहना है कि उसके पास कार है और वो कभी गौतमबुद्ध नगर यानि नोएडा गया ही नहीं.
कार में हेलमेट पहनने का नियम लिखित में दें अधिकारी- पीड़ित
चालान को 9 नवंबर, 2023 को इश्यू किया गया था. तुषार का कहना है कि उसने एनसीआर इलाके में कभी गाड़ी नहीं चलाई. अगर कोई नियम कार में भी हेलमेट पहनकर चलाने का है. तो इसे अधिकारियों को लिखित में देना चाहिए. उन्होंने बताया कि पिछले साल उन्होंने अपनी कार खरीदी थी और इसका रजिस्ट्रेशन गाज़ियाबाद से रामपुर ट्रांसफर कराया था. अब उन्होंने नोएडा पुलिस से अपील की है कि वो इस केस की जांच करें और उसका 1000 रुपये का जुर्माना वापस लें.
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022