उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय उथल पुथल मची हुई है। यह उथल-पुथल अभी से नहीं बल्कि, लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम न मिलने के बाद से है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बार-बार सीएम योगी की बैठकों को बॉयकाट कर रहे हैं। इसके साथ ही अक्सर दिल्ली में डेरा डाले रहते हैं और शीर्ष नेताओं से मुलाकात करते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है।


केशव ने संगठन को बताया सरकार से बड़ा
हालही में यूपी की भाजपा कार्यसमिति की बैठक में भाजपाइयों का गुस्सा फूट पड़ा था। यह बैठक खत्म होते ही केशव मौर्य फिर दिल्ली पहुंच गए और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। वहीं, केशव मौर्य अब खुलकर कह रहे हैं कि सरकार से बड़ा संगठन है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही केशव मौर्य डिप्टी सीएम पद छोड़कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले हैं। केशव मौर्य पहले भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। इसलिए लगातार योगी सरकार से नाराज चल रहे हैं।

केशव के पीछे ही दिल्ली पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
पिछले चुनाव की तुलना में इस बार हुए 29 सीटों के नुकसान से भाजपा न सिर्फ अचंभित है, बल्कि चिंतित भी है। प्रदेश सरकार और संगठन के बीच खींचतान की खबरों के बीच बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिले। ताजा घटनाक्रम को देखते हुए इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। बहुत जल्द सरकार और संगठन में कुछ बदलाव हो सकते हैं। हालांकि, यह बहुत बड़े स्तर पर नहीं होगा। हाल ही में उत्तर प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति की बैठक हुई और उसके तुरंत बाद मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य नई दिल्ली पहुंचे। दोनों वरिष्ठ नेताओं ने यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।