वाइजैग में टेस्ट डेब्यू करने वाले रजत पाटीदार का दिन ठीक नहीं चल रहे या यूं कहें कि किस्मत उनका साथ नहीं दे रही है। इंग्लैंड के खिलफा जारी टेस्ट मैचों की सीरीज में अब तक रजत पाटीदार कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। हर बार रजत को निराशा ही हाथ लगी है। ऐसे में माना जा रहा है कि रजत का पत्ता जल्द ही साफ होने वाला है। सीरीज के तीन मैचों की 6 पारियों में फेल रहे और अब उनका टीम से और प्लेइंग इलेवन से पत्ता कटना तय हो गया है। आपको बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों के लिए विराट कोहली उपलब्ध नहीं थे। ऐसे में उनकी जगह रजत पाटीदार को मौका मिला था। रजत पाटीदार ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ और कुछ घरेलू मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था। यही वजह थी कि उनको इस सीरीज के दूसरे ही टेस्ट मैच में डेब्यू करने का मौका मिल गया और अगले तीन मैचों के लिए वे टेस्ट टीम में भी चुन लिए गए।

किसी मैच में नहीं दिखा सके बल्ले का जलवा


दरअसल वाइजैग में टेस्ट डेब्यू करने वाले रजत पाटीदार जहां अपनी पहली पारी में 32 रन बनाने में सफल रहे थे, वहीं दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 9 रन बनाए थे। इसके बाद सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में भी उनको खुद को साबित करने का मौका मिला, क्योंकि विराट कोहली आखिरी तीन मैचों के लिए भी टीम का हिस्सा नहीं थे और केएल राहुल भी चोटिल थे। जिसके बाद रजत पाटीदार राजकोट में खेले, लेकिन इस बार भी रजत सफल नहीं हुए और पहली पारी में 5 रन और दूसरी पारी में बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। राजकोट मैच में सरफराज खान ने डेब्यू किया और दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ने में सफल हुए और अपनी जगह पक्की कर ली।

टीम में वापसी करना रजत के लिए होगा मुश्किल


तीन टेस्ट मौचों में कुछ खास प्रदर्शन न कर पाने के बाद भी केएल राहुल की चोट के कारण चौथे टेस्ट मैच में एक बार फिर से रजत पाटीदार को मौका मिला, लेकिन रांची में भी उनके बल्ले ने कुछ खास कमाल करके नहीं दिखाया। रांची टेस्ट की पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में बिना खाता खोले ही रजत पवेलियन लौट गए। ऐसे में अब उनका टीम से पत्ता कटना तय है, क्योंकि बेंच पर फिट होने के बाद केएल राहुल तो बैठने से रहे और अगर वे फिट नहीं होते हैं तो देवदत्त पडिक्कल को मौका मिल सकता है। हालांकि अभी आखिरी टेस्ट मैच में समय है तो केएल राहुल के पास वापसी का मौका होगा और रजत पाटीदार के लिए टेस्ट टीम में वापसी करना मश्किल हो जाएगा।