आज देश कारगिल दिवस की 25वीं जयंती मना रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने लद्दाख के द्रास में 'कारगिल वॉर मेमोरियल' में बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही देश के नाम संबोधन भी किया। पीएम मोदी ने संबोधन में पाकिस्तान के खिलाफ जमकर निशाना साधा, तो विपक्ष पर भी भ्रम फैलाने की बात की। साथ ही अग्निपथ को लेकर जो कहा, उससे सियासत में एक बार फिर से गर्मा-गर्मी हो गई है।

साल 1999 में कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की न्यौछावर करने वाले वीरों को पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। कारगिल वॉर मेमोरियल में पीएम मोदी ने बलिदानियों को सिर झुकाकर नमन किया। इस दौरान उनके साथ सेना के जवान भी मौजूद रहे। इस दौरान वो काले रंग के कपड़ों में नजर आएं। उन्होंने जूते भी काले रंग के पहने हुए हैं। वहीं, सिर पर उन्होंने सेना की कैप लगाई हुई है।

पीएम मोदी ने आतंकवाद का समर्थन करने वाले पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे हमेशा मुंह की खानी पड़ी है। लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा। वह आतंकवाद और प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है। लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं, जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है। मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश को गुमराह करने वाले लोग वही हैं, जिन्होंने आजादी के 7 दशक बाद भी शहीदों के लिए वॉर मेमोरियल नहीं बनाया और यहां तक कि सीमा पर तैनात हमारे जवानों को पर्याप्त बुलेटप्रूफ जैकेट्स तक नहीं दिए थे। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ये भ्रम फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई है। ऐसे लोगों से मैं पूछना चाहता हूं, आज की भर्तियों के लिए पेंशन का प्रश्न तो 30 साल बाद उठेगा, तो फिर सरकार उसके लिए आज क्यों फैसला लेती। उसे क्या तब की सरकारों के लिए नहीं छोड़ देती। लेकिन, हमने सेनाओं द्वारा लिए गए इस फैसले का सम्मान किया है, क्योंकि हमारे लिए राजनीति नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।

अग्निपथ योजना पर क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी ने कहा कि अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना और युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाकर रखना है। दुर्भाग्य से, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया। ये लोग सेना के इस रिफॉर्म पर भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में झूठ की राजनीति कर रहे हैं। इन लोगों ने सेनाओं में हजारों करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया। ये चाहते थे कि एयरफोर्स को कभी आधुनिक फाइटर जेट न मिल पाएं। इन लोगों ने तो तेजस फाइटर प्लेन को भी डिब्बे में बंद करने की तैयारी कर ली थी।

इसके बाद पीएम मोदी ने लद्दाख के द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल का भी दौरा किया। बता दें, द्रास केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल जिले में बसा कस्बा है। इसे लद्दाख का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।