Noida: नोएडा में एक कर्मचारी ने पुलिस से पास रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसे एक अर्टिगा कार में बैठाकर कुछ लोगों ने लूट को अंजाम दिया है। उन्होंने 65 हजार रुपए एटीएम से निकलवाए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जिसमें एक अलग खुलासा हुआ, पुलिस के मुताबिक, पीड़ित किसी गाड़ी में बैठता हुआ नहीं दिखा है, बल्कि मैट्रो स्टेशन से दो लोगों के साथ बाहर आ रहा है। क्या है पूरा मामला चलिए जानते हैं....

लिफ्ट देकर दिया लूट को अंजाम!

नोएडा में एक कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि उसके हाथ 65 हजार की लूट हुई है। पीड़ित के मुताबिक, सेक्टर-52 के मैट्रो स्टेशन पर बदमाशों ने कर्मचारी को लिफ्ट के बहाने कार में बैठाया। इसके बाद उसे कार में बंधक बना लिया और एटीएम से पैसे निकलवाए। सिर्फ इतना ही नहीं, अपराधी पीड़ित को लेकर घंटों तक इधर-उधर घूमते रहे। पीड़ित ने ये भी बताया कि पीड़ित कर्मचारी गुरुग्राम जाने के लिए कार में बैठा था। लेकिन इसके बाद उन लोगों ने उस व्यक्ति को बंधक बना लिया।

ATM से निकलवाए 65 हजार रुपए

पीड़ित के मुताबिक, अपराधियों ने घंटों तक पीड़ित को कार में बंधक बनाकर रखा, इस दौरान वो कार कई जगहों पर लेकर गए। सेक्टर-52 के पास लिफ्ट के बहाने कार में बैठाने के बाद अपराधी पीड़ित को गोल्फ कोर्स के पास के एटीएम में ले गए। जहां से उन्होंने पीड़ित से 65 हजार रुपए मंगवाए। पीड़ित ने बताया कि उसके पास पैसे न होने पर उसने रिश्तेदारों से पैसे मगवाएं। बदमाश घंटों तक पीड़ित को इसी तरह एक जगह से दूसरी जगह घूमाते रहे। इसके बाद उन्होंने उसे एक सूनसान सड़क पर उतार दिया। साथ ही उसका फोन भी छीन लिया। जिसके बाद पीड़ित सीधे सेक्टर 49 में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचा। जहां पीड़ित ने पूरे विस्तार के साथ पूरी घटना बताई।

पुलिस ने खंगाले CCTV, तो रह गए हैरान

पीड़ित के द्वारा पूरा मामला सुनने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने बताई गई जगहों के सीसीटीवी फुटेज खंगाली। पीड़ित ने ये भी बताया था कि उन्होंने रास्ते में पीड़ित को कोल्ड ड्रिंक भी पिलाई। लेकिन अब पुलिस द्वारा बताया गया है कि मामले की पड़ताल के लिए पुलिस ने तीन टीमों के गठन किया गया, जिन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण, आस पास लोगों के बयान, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से मामले की जांच की। जहां पर पीड़ित को किसी कार में बैठता हुआ नहीं पाया गया है, बल्कि दो लोगों के साथ मैट्रो स्टेशन से बैग लेकर निकलता हुआ पाया गया है। मोबाइल फोन की सीडीआर से भी घटनाक्रम की पुष्टि नहीं हुई है। अबतक जांच में वादी की तहरीर के आरोप प्रूफ नहीं हुए हैं, पुलिस मामले की जांच कर रही है।