उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को प्रयागराज पहुंचे। जहां उन्होंने महाकुंभ मेला 2025 के लोगो का अनावरण किया। इस दौरान सीएम योगी ने तमाम साधु-संतों से मुलाकात की और कहा कि 2019 से बेहतर व्यवस्था महाकुंभ 2025 में रहेगी। इसके साथ ही पेशवाई और शाही स्नान को लेकर सीएम योगी ने कहा गुलामी के प्रतीक नाम हमारी परंपरा के खिलाफ है।

सीएम योगी ने किया महाकुंभ मेला 2025 के लोगो का अनावरण

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मुख्यमंत्री योगी आदित्नयाथ ने रविवार को महाकुंभ मेला 2025 के लोगो का अनावरण किया। इस खास मौके पर उन्होंने कहा कि आज लोगो जारी हो गया है। हर प्राईम लोकेशन पर मेला का लोगो डिस्प्ले करना है, हमारे पास तैयारी है। सीसीटीवी क्रियाशील दिखना चाहिए, हमारे पास समय है, कार्य व्यवस्थित तौर पर आगे जा रहा है। आपस में बेहतर समन्वय बना कर काम करना है।

सीएम योगी ने की साधु-संतों से मुलाकात

महाकुंभ 2025 के लिए सीएम योगी काफी उत्साहित हैं। लोगो अनावरण के दौरान वो अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साधु-संतों से मिले और बैठक की। इस बैठक में सीएम योगी ने कहा 'सनातनियों का ये सबसे बड़ा मेला है, 2025 का महाकुंभ दिव्य और भव्य हो, इसके लिए सरकार ने अपनी कार्य योजना प्रारंभ कर दी है। आप अगर अयोध्या और काशी जाते हैं तो वहां नई अयोध्या और नई काशी देखने को मिलती है। सीएम योगी ने कहा कि 14 लाख गायों की हम लोग सेवा कर रहे हैं, सभी संतो से आग्रह है कि एक गौशाला जरूर बनाएं'।

2019 के कुंभ से बेहतर होगी 2025 की व्यवस्था: CM Yogi

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वहीं, लोगो अनावरण के समय सीएम योगी ने साल 2019 के कुंभ से बेहतर व्यवस्था 2025 कुंभ में होने का दावा किया। साथ ही पेशवाई और शाही स्नान को लेकर कहा कि गुलामी के प्रतीक नाम हमारी परंपरा के खिलाफ है। ऐसे नाम को बदला जाना चाहिए, उन्होंने कहा यूपी के 700 से ज्यादा मंदिरों का सरकार पुर्नोद्धार कर रही है। साथ ही सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर साधु संतों से अपील की है कि नेगेटिव बातों से बचें सकारात्मक सोच से आगे बढ़ाने की साधु संतों से अपील की।

भव्य और दिव्य होगा महाकुंभ 2025

यूपी सीएम लगातार महाकुंभ को लेकर जोश प्रकट कर रहे हैं। लोगो अनावरण के समय भी उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 भव्य और दिव्य होगा। लेकिन इसकी जिम्मेदारी आप सबकी है, अखाड़ों और साधु संतों को यह मानना होगा महाकुंभ का आयोजन हमारा है। महाकुंभ में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं का भी सम्मान हो, महाकुंभ के आयोजन में सरकार की ओर से कोई कमी नहीं रहेगी।