नोएडा में फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही दो मोबाइल फोन, दो लैपटॉप के साथ ही 130 पुलिस वेरिफिशेन फर्जी सत्यप्रति भी बरामद की हैं।

फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन करने वालों का पुलिस ने किया खुलासा

नोएडा के एक्सप्रेसवे थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन करने वाले गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये 50 रुपए की रसीद काटकर पुलिस वेरिफिकेशन करते थे, जिसकी 400 रुपए फीस लेते थे। जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए आरोपी छपरौली गांव में जन सेवा केंद्र चलाते थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

कब्जे से पुलिस अधीक्षक की फर्जी मोहर बरामद

पकड़े गए तीनों आरोपियों के घर की पुलिस ने तलाश ली है। जहां पुलिस को दो लैपटॉप, दो मोबाइल और 130 पुलिस वेरिफिकेशन फर्जी सत्यप्रति मिले हैं। ये किसी के किराएदार या नौकर के लिए वेरिफिकेशन करते थे। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ये लोग एक दिन में करीब दो से तीन वेरिफिकेशन कर लेते थे और करीब डेढ़ साल से इसी तरह का फर्जी काम कर रहे हैं। इनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। पुलिस वेरिफिकेशन के लिए ये लोग पुलिस अधीक्षक की मुहर का इस्तेमाल कर रहे थे।

पुलिस कर रही आगे की कार्यवाही

नोएडा डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि पुलिस को इस फर्जीवाड़े की जब जानकारी मिली, तो उन्होंने पहले एक आरोपी की गिरफ्त में लिया। उससे पूछताछ करने के बाद अब पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को पकड़ा है। पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है। मोहर कहां से बनी है और कौन-कौन इस मामले में शामिल था? इस सब को लेकर पुलिस जानकारी जुटा रही है।