ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के एमबीए छात्र आयुष बंसल को अभूतपूर्व स्टार्टअप आइडिया ‘सोलर-पावर्ड वायरलेस कीचेन पावर बैंक सिस्टम’ के लिए दिल्ली में आयोजित डॉo अब्दुल कलाम स्टार्टअप यूथ सेरेमनी में सम्मानित किया गया। इस इनोवेटिव प्रोजेक्ट के लिए आयुष और उनके मेंटोर डॉo पूर्णेंदु शेखर और  सुरभि अग्रवाल को इंडियन पेटेंट एडवांसड सर्च सिस्टम के द्वारा पेटेंट दिया गया है। जो उनकी उद्यमशीलता की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।

पेन-ड्राइव की तरह सीधे कर सकेंगे इस्तेमाल

आयुष बंसल ने बताया कि ये सोलर-पावर्ड वायरलेस कीचेन पावर बैंक मार्किट में मिलने वाले पावर बैंक से बहुत छोटा लगभग 12 एमएम का और वायरलेस होगा। इसको सीधे मोबाइल और लैपटॉप में पेन-ड्राइव की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। साथ ही सौर ऊर्जा के साथ साथ विद्युत ऊर्जा से भी चार्ज किया जा सकेगा। अच्छी बात ये है कि इसकी कीमत काफी कम होगी।

सोलर पावर से चलेगा वायरलेस कीचेन पावर बैंक सिस्टम

जीएलबीसीआरआई के जनरल मैनेजर डॉo पूर्णेंदु शेखर पांडेय ने बताया कि ये उत्पाद सौर ऊर्जा से चलने वाला वायरलेस कीचेन पावर बैंक सिस्टम है, जिसमें सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए आकार दिया गया है। ये एक उच्च दक्षता वाला सौर पैनल है, जो उत्पन्न विद्युत शक्ति को संग्रहीत करता है और लिथियम-आयन बैटरी, वायरलेस चार्जिंग के तरीके से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को विद्युत शक्ति संचारित करती है। साथ ही क्यूई वायरलेस चार्जिंग मानकों के साथ उक्त लिथियम-आयन बैटरी की चार्जिंग और डिस्चार्जिंग की निगरानी और विनियमन करता है।

इनोवेशन के लिए मिली संस्थान को बधाई

जीएल बजाज संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि ये उपलब्धि उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण और सकारात्मक प्रभाव डालने के प्रति समर्पण को दर्शाती है। कॉलेज के निदेशक डॉo मानष कुमार मिश्रा ने कहा कि जीएलबीसीआरआई नवीन खोज करने और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि छात्रों के बहुमुखी विकास के साथ-साथ उद्यमशीलता को भी बढ़ावा दें सकें।