आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जहां सियासी माहौल गरमाया हुआ है तो वहीं एक और खबर से इस माहौल में हलचल मच गई है। जी हां लोकसभा चुनावों से पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं अरुण गोयल के इस्तीफे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंजूर कर लिया है। अरुण गोयल के इस्तीफे को कानून और न्याय मंत्रालय ने नोटिस जारी किया है। आपको बता दें कि आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
2022 में गोयल की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर मचा था बवाल
1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी रहे अरुण गोयल ने 18 नवंबर, 2022 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और इसके अगले ही दिन उनको चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया गया था। इस नियुक्ति को लेकर विवाद हुआ और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि आखिरकार इस बात की इतनी जल्दी क्यों थी कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के अगले ही दिन उनको चुनाव आयुक्त बना दिया गया? मामले में फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तय करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने गोयल की नियुक्ति को रद्द तो नहीं किया, लेकिन कहा था कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति एक पैनल करेगा, जिसमें प्रधानमंत्री, नेता विपक्ष और सीजेआई होंगे। आपको बता दें कि अरुण गोयल चुनाव आयोग में दूसरे शीर्ष अधिकारी थे और उनका कार्यकाल 2027 तक था। तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में एक पद पहले से रिक्त है। गोयल के इस्तीफे के बाद आयोग में अब सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बचे हैं।
कोर्ट के आदेश पर बना था नया कानून
इस आदेश के बाद सरकार एक कानून लेकर आई। इस कानून के तहत नियुक्ति पैनल से सीजेआई को बाहर कर दिया गया। नए कानून के मुताबिक, पैनल में प्रधानमंत्री और नेता विपक्ष के अलावा प्रधानमंत्री द्वारा नामित एक मंत्री को शामिल किया गया है।
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