सनातन धर्म में सावन महीने की विशेष मान्यता है। पूरे महीने भक्त भगवान शिव की कृपा के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। लेकिन कई बार पूजा के दौरान हम वो गलती कर बैठते हैं, जो हमें बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। ज्योतिषाचार्य से बातचीत के बाद कुछ ऐसी बातें जानने को मिली हैं, जो हमें पूजा के दौरान ध्यान रखनी चाहिए।

  • सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा के दौरान हमें बेलपत्र जरूर अर्पित करना चाहिए। ये भी ध्यान रखना चाहिए कि बेलपत्र तीन पत्ती वाला हो और वो पूरी तरह शुद्ध होना चाहिए। बेलपत्र का पत्ता किसी भी प्रकार से टूटा,फटा या खंडित नहीं होना चाहिए।
  • सावन के महीने में सोमवार, महाशिवरात्रि, प्रदोष, एकादशी के व्रत का अपना एक विशेष महत्व बताया जाता है। लेकिन जो भक्तगण ये व्रत नहीं रख पाते, उन्हें पूरे सावन महीने एक समय भोजन करना चाहिए। इससे उन्हें इन सभी व्रतों का लाभ मिलता है और महादेव को कृपा भी उन पर बरसती है।
  • सावन महीने में अगर आप भगवान शिव की पूजा कर रहे हैं, तो आपको पूरे महीने सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। लहसुन प्याज का त्याग करना चाहिए और मांस मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  • खान-पान और पूजा की विधियों के साथ ही झूठ बोलने से भी बचना चाहिए। ना ही किसी का दिल दुखाना चाहिए। सोमवार के दिन भगवान शिव की आरती जरूर करनी चाहिए। सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव का ध्यान भी जरूर करना चाहिए। इससे भी भोले नाथ की कृपा बरसती है।
  • इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त 2024 तक रहने वाला है। इस दौरान इस सावन में 5 सोमवार होंगे। मान्यता है कि जो भी इस महीने में सच्चे दिल से पूजा करता है, उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है।