Greater Noida: थाना दनकौर क्षेत्र में युवक की हत्या का मामला सामने आया है। मौके पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
सिर में पंच लगने से हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, रविवार को रात्रि में यूट्यूबर मनीष ने अपने घर पर पार्टी का आयोजन किया था। जिसमें मौहम्मदपुर गुर्जर के रहने वाले दीपक सिंह को भी बुलाया था। पार्टी में दीपक, मनीष के अलावा अन्य दोस्तों ने जमकर शरा पी। इसके बाद किसी बात को लेकर आपस में कहासुनी के के बाद मारपीट हुई। जिसमें दीपक के सिर में पंच लग गया। पार्टी में बीच बचाओ करके लड़ाई रोक दी गयी।
अस्पताल में हुई मौत
इसके बाद दीपक यहां से अपने घर चला गया। घर आने के 1-2 घंटे बाद दीपक की तबीयत खराब हो गयी। जिसको उपचार के लिए यथार्थ अस्पताल में लेकर गये, जहां पर चेक अप में पता चला कि दीपक के सर में ब्लड क्लोटिंग है। उपचार के दौरान दीपक की मृत्यु हो गयी। नोएडा एडीसीपी ग्रेटर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने यूट्यबर मनीष समेत 6 दोस्तों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सूचना पर थाना दनकौर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अन्य वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। जल्द ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जायेगी।
Noida: यूट्यूबर मनीष के घर पार्टी में हुई युवक की हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। थाना दनकौर पुलिस शराब पार्टी के दौरान दीपक के साथ मारपीट करने वाले योगेन्द्र और विजय को कनारसी पुलिया के पास से गिरफ्तार किया है।
कई आरोपी अभी भी फरार
बता दें कि 29 जनवरी को दीपक के पिता ने थाना दनकौर पुलिस को तहरीर दी थी कि, 28 जनवरी को करीब 11.00 बजे मेरे लडके को गांव के मनीष, प्रिंस, विक्की, योगेन्द्र, विजय, कपिल, मिंकू घर से बुलाकर अपने साथ ले गये थे। इन लोगों ने दीपक को शराब पिलाई। इसी दौरान इन लोगों में आपस में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद सभी लोगों ने दीपक के साथ मारपीट की। जिससे दीपक के सिर में गम्भीर चोट लग गयी, जिसे उपचार के लिए यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर ईलाज के दौरान दीपक की मृत्यु हो गयी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इसी कड़ी में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
बिग बॉस OTT 2' के विनर रहे एल्विश यादव के साथ ऐसा लगता है कि विवाद पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। कभी किसी शख्स को रेस्टोरेंट में पीटने का वीडियो वायरल हो जाता है तो कभी कोई और नया बखेड़ा खड़ा हो जाता है। एक बार फिर एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है, जी हां गुरुग्राम के रहने वाले यूट्यूबर सागर ठाकुर उर्फ मैक्सटर्न ने एल्विश यादव पर उन्हें बुरी तरह पीटने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। वहीं अब मैक्सटर्न ने सबूत के तौर पर एल्विश यादव से लड़ाई का एक सीसीटीवी फुटेज शेयर किया है।
वीडियो में मारपीट करते दिख रहे एल्विश
वहीं सीसीटीवी फुटेज की वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि एल्विश यादव अपने साथ 8-10 लोगों को लेकर मैक्सटर्न के पास पहुंचते हैं और उन्हें बुरी तरह पीटते हैं। मैक्सटर्न को चोटें भी आईं,जो उन्होंने वीडियो में दिखाई। वीडियो देखने के बाद से यूजर्स एल्विश यादव को सोशल मीडिया X बुरी तरह ट्रोल कर रहे हैं, और उनके खिलाफ सख्त एक्शन की मांग कर रहे हैं।
एल्विश और मैक्सटर्न के बीच विवाद का कारण
दरअसल एल्विश और मैक्सटर्न के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब एल्विश यादव और मुनव्वर फारुकी एक साथ क्रिकेट के मैदान पर नजर आए। दोनों को साथ देख सागर ठाकुर उर्फ मैक्सटर्न ने एल्विश यादव की खिंचाई शुरू कर दी। कथित तौर पर मैक्सटर्न ने एल्विश यादव का मजाक उड़ाया, जिससे वह भड़क गए। यही नहीं कुछ यूजर्स ने भी एल्विश की आलोचना करते हुए लिखा 'कि वह खुद को 'राम भक्त' और सनातनी बताते हैं, और मुनव्वर फारूकी के साथ घूम रहे हैं, जिन्होंने हिंदू धर्म का कई बार अपमान किया है।'
Noida: रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में यूट्यूबर और बिग बॉस फेम एल्विश यादव की गिरफ्तारी के बाद 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नोएडा पुलिस ने ईश्वर और विनय नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, कई और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। मामले में अभी तक 7 लोगों कीगिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, यूट्यूबर एल्विश यादव को मंगलवार को लुक्सर जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर एल्विश यादव को लेकर चला अभियान
रविवार को एल्विश को लुक्सर जेल के क्वारंटीन बैरक में रखा गया था। एल्विश को नोएडा पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लुक्सर जेल भेज दिया गया था। पहले दिन क्वारंटीन बैरक में रखा गया था। इसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को जेल में बनी हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। इस बैरक में पहले से तीन अन्य लोग बंद है। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर उसके विरोधी और समर्थक आमने-सामने आ गए हैं। जहां, एक तरफ विरोधी नोएडा पुलिस की गिरफ्तारी की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं समर्थक सुनियोजित साजिश करार दे रहे हैं।
ये है पूरा मामला
बता दें कि एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ तीन नवंबर 2023 को कोतवाली सेक्टर-49 में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था ने सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में चार सपेरों समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने चार नवंबर को गिरफ्तार कर लिया था। सपेरों के पास से बरामद 20 एमएम विष की प्रयोगशाला में जांच की गई। तब इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अब इस मामले में एल्विश यादव गिरफ्तार कर लिया गया है। एल्विश के यूट्यूबर पर 14.2 मिलियन के करीब सब्सक्राइबर हैं।
Noida: रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में जेल में बंद यू-ट्यूबर एल्विश यादव के दो साथियों से पुलिस की पूछताछ में नया खुलासा हुआ है। एल्विश का करीबी दोस्त विनय यादव और ईश्वर बैंक्वेट हाल और टेंट हाउस चलाते हैं। इन दोनों को भी कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
विनय और ईश्वर हैं अच्छे दोस्त
पुलिस के मुताबिक विनय यादव एल्विश के साथ रहता था। जबकि ईश्वर संपेरे राहुल के संपर्क में रहता था। राहुल ही बुकिंग पर सांप और जहर के साथ संपेरों की टोली लेकर पहुंचता था। विनय और ईश्वर की आपस में दोस्ती थी। डीसीपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि विनय ईश्वर की मदद से पार्टी का आयोजित करता था। इन्ही पार्टियों में सांपों के जहर के इस्तेमाल होता था। टेंट हाउस का काम करने वाले ईश्वर को कई ठिकानों की जानकारी थी।
पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को किया था गिरफ्तार
बता दें कि सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में एल्विश की गिरफ्तारी के बाद ऑडियो, वीडियो, सीडीआर की जांच में ईश्वर और विनय यादव का नाम सामने आया था। इस पर पुलिस ने मंगलवार को दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया। रात को हुई लंबी पूछताछ के बाद तथ्यों के आधार पर दोनों की गिरफ्तार कर लिया गया था।
रील्स का भूत आज कल के युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है। युवा रील्स के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं कभी अपनी जान को जोखिम में डाल देते हैं तो कभी कुछ ऐसा कर देते हैं जिसको लेकर उन्हें बाद में शर्मिंदा होना पड़ता था। ऐसा ही कुछ होली के पावन पर्व पर दो लड़कियों ने कर डाला है। दरअसल होली पर दो लड़कियों का स्कूटी और सडक़ पर अश्लील हरकतों वाला वीडियो खूब वायरल हुआ था। वीडियो में अश्लीलता करने वाली लड़कियों की पहचान अब सार्वजनिक हो चुकी है और नोएडा ट्रैफिक पुलिस उनकी स्कूटी का 33 हजार रूपए का चालान काट चुकी है। दोनों लड़कियों ने अपने नाम प्रीति और विनीता बताए हैं। स्कूटी चलाने वाले लडक़े का नाम पीयूष है। वायरल वीडियो में जो लडक़ी स्कूटी से गिरती हुई नजर आ रही है वह लडक़ी प्रीति है। दिल्ली मेट्रो का जो वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है उस वीडियो में भी यह दोनों लड़कियां प्रीति और विनीता ही थीं।
दिल्ली मेट्रो वाली वीडियो खुद किया शूट
प्रीति और विनीता ने बताया कि जिस दिल्ली मेट्रो वाली वीडियो को AI का कमाल बताया जा रहा था वह वीडियो उन्होंने बाकायदा दिल्ली मेट्रो की रेडलाइन मेट्रो में शूट किया था। प्रीति ने बताया कि मेट्रों में बनाया गया वीडियो जब पब्लिक को बुरा लगा तो हमें भी लगा है कि वो नहीं करना चाहिए था। मेरे पास इतना दिमाग नहीं है। मैंने पहले कभी ऐसा वीडियो नहीं बनाया है। हम केवल सीढिय़ों से गिरने वाला वीडियो बनाते हैं। मैं उत्तराखंड की रहने वाली हूं।
दो साल से दोनों लड़कियां बना रहीं रील्स
प्रीति के बताया 'कि केवल रील्स बनाने के लिए नोएडा में रहती हैं। उनके पिता गरीब हैं, इसलिए वो पढ़ाई-लिखाई नहीं कर रही हैं। मेरे छोटे-छोटे भाई हैं। वो पढ़ाई करते हैं। हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं। करीब दो साल से रील्स बनाना शुरू किया। पहले मैं हरियाणा में रहती थी, वहां से वीडियो बनाती थी। डेढ़ साल पहले मैं नोएडा में शिफ्ट हुई और आठ महीने पहले ही पीयूष से जुड़ी हूं। उसके बाद उसके साथ रील और वीडियो बना रही हूं। उससे पहले मैं अकेले ही वीडियो बनाती थी। प्रीति ने बताया कि इंस्टाग्राम पर उनके दो अकाउंट हैं। पहले में 40 हजार और दूसरे में 3 लाख फॉलोअर्स हैं। वहीं, यूट्यूब पर भी दो चैनल हैं। जिनमें पहले में एक लाख और दूसरे में साढ़े आठ लाख फॉलोअर्स हैं।' प्रीति ने कहा 'कि वो पीयूष से आठ महीने पहले जबकि विनीता से 15 दिन पहले ही मिली थी और उसके बाद साथ में वीडियो बनाना शुरू किया।' विनीता ने बताया 'कि वो भी दो साल से वीडियो बना रही हैं। पहले वो भी अकेले ही वीडियो बनाती थीं। जब से एक वीडियो दो लाख चल गया तो मुझे लालच आ गया। फिर लगा कि कोई पार्टनर मिल जाए, जिसके साथ वीडियो बना लें। तब मुझसे इंस्टाग्राम पर प्रीति जुड़ीं। उसके बाद हम दोनों की दोस्ती इतनी अच्छी हो गई है कि हम रोमांस वाले वीडियो भी बना लेते हैं।'
स्कूटी का चालान भरने के भी नहीं है रुपये
दोनों लड़कियों के अनुसार उन्होंने अब तक इतना पैसा तो कमाया भी नहीं है कि स्कूटी का चालान भर पाएं। हमने स्कूटी का पहला वीडियो ही बनाया और स्कूटी को धीरे-धीरे पैरों-पैरों चलाया है। वहीं स्कूटी चला रहे पीयूष ने बताया 'कि वो 12वीं क्लास पास है और अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहता है। वो छोटी-मोटी नौकरी भी करता है, जिसमें उनका गुजारा होता है।' अब नोएडा पुलिस को इस मामले में आगे की कार्यवाही करनी है। नोएडा पुलिस का कहना है 'कि नोएडा में जो FIR लिखी गई है उसके आधार पर अश्लीलता फैलाने वाली लड़कियों को जेल भेजा जाएगा।'
यूट्यूब आज के दौर का एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां लाखों लोग अपने वीडियो बनाते हैं और चाहते हैं कि जो भी उनका वीडियो देखे वो उनके चैनल को शेयर और सब्सक्राइब जरूर करे। आप सोच रहे होंगे कि हम आपको ये सब क्यूं बता रहे हैं। दरअसल कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक यूट्यूबर को ऐसा करना महंगा पड़ गया। यूट्यूबर ने दावा किया है कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक गाना बनाया है. जिसे सुनने के बाद कुछ युवकों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी है।
यूट्यूबर की पिटाई का पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला बेंगलुरु के एक सरकारी गेस्ट हाऊस के पास का है. रोहित नाम का यूट्यूबर शख्स मेल्लाहल्ली गांव का रहने वाला है और वह पेशे से एक यूट्यूबर है. रोहित ने बताया कि उसने करीब एक हफ्ते पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी पर एक गाना बनाया है. वह रास्ते पर लोगों से इस गाने को देखने और उसके चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए कह रहा था. रोहित ने पुलिस को बताया कि इसी बीच एक शख्स निकला रोहित ने उसे भी गाना बताया. रोहित को अंदाजा भी नहीं था कि वह कितनी बड़ी मुसीबत मोल ले रहा है. वह शख्स रोहित को अपने साथ एक दूसरी जगह पर ले गया. शख्स ने कहा कि उसके और भी ऐसे दोस्त हैं जो इस गाने को सुनना चाहते हैं. यूट्यूबर आराम से उसके पीछे गया. वहां पहुंचने के वाद रोहित ने वह गाना दूसरे लोगों को भी सुनाया. इसी दौरान रोहित पर वहां मौजूद लोगों ने हमला कर दिया और उसके साथ मारपीट कर दी. युवक का आरोप है कि वहां मौजूद सभी लोग दूसरे धर्म से संबंधित थे.
जानकारी देने पर पीड़ित को ही पकड़ ले गई पुलिस
रोहित का आरोप है कि आरोपियों ने उससे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगवाए. इसके बाद आरोपियों ने रोहित को पीएम मोदी पर गाना बनाने के लिए गालियां दीं. रोहित ने बताया है कि उसके ऊपर आरोपियों ने बीयर डाल दी और उसके हाथ सिगरेट से जला दिए. इस पूरे मामले में जब रोहित ने पुलिस को जानकारी दी तो पुलिस उसे पकड़कर ले गई. फिलहाल जांच की जा रही है कि रोहित के दावे कितने सही हैं इसके बाद केस दर्ज किया जाएगा.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल यानी कल किया जाएगा, जिसे लेकर सभी तैयारी हो चुकी है, लेकिन अब भी लगातार दल बदल का खेल जारी है। इसी कड़ी में मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल हो गए हैं। मनोज तिवारी ने उन्हें भाजपा ज्वाइन कराते हुए कहा कि मनीष कश्यप मोदी जी के कार्य, विकास से प्रभावित होकर बीजेपी में आए हैं। बता दें, मनीष कश्यप ने बिहार के चंपारण से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
'मनीष के बुरे वक्त में मैं उनके साथ था'
इस दौरान सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी सरकार पूरे देश में विकास का कार्य कर रही है। इसी के चलते एक के बाद एक नेता भाजपा की सदस्यता ग्रहण कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो बुरे वक्त में भी मनीष और उनके परिवार के साथ था। मनीष कश्यप 9 महीने जेल में रहे, मैं उनके घर गया। मनीष ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय ले लिया था, लेकिन अब वो हमारे साथ आ गए हैं।
कौन हैं मनीष कश्यप
मनीष कश्यप, बिहार के फेमस यूट्यूबर हैं, जोकि बेतिया जिले के रहने वाले है। मनीष कश्यप उस वक्त चर्चा में आए थे, जब फर्जी वायरल वीडियो मामले में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके चलते उन्हें करीब 9 महीने जेल में बिताने पड़े थे। इसके अलावा उनकी पहचान एक सक्सेसफुल यूट्यूबर की भी है। मनीष के यूट्यूब पर करीब 8.75 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं। वो बिहार से जुड़े कई सामाजिक मुद्दों पर सालों से वीडियो बना रहे हैं।
गाजियाबाद की रहने वाली यूट्यूबर शिखा मैत्रेय उर्फ कुंवारी बेगम के वीडियो को लेकर बवाल मच गया है। दरअसल, शिखा मैत्रेय ( कुंवारी बेगम) ने अपने वीडियो में बच्चों के बारे में बेहद आपत्तिजनक बातें की थीं, जिसके बाद मामला कौशांबी पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी लड़की की तलाश शुरू कर दी थी, जिसे आज यानी 13 जून को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार हुई ‘कुवारी बेगम’
बच्चों को अश्लील बातें सीखाने वाली कुवारी बेगम ने से अकाउंट चलाने वाली शिखा मैत्रेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर चाइल्ड अब्यूज की बाते फैलाने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उसके पास से लैपटॉप और फोन भी बरामद किए गए हैं। पुलिस इस मामले में आगे की कार्यवाही कर रही है।
बच्चों को सीखा रही यौन शोषण करना
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बेहद शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, यहां नवजात बच्चों के बारे में एक महिला यूट्यूबर ने बेहद आपत्तिजनक वीडियो बनाए, जिसके बाद बवाल मच गया। लोगों ने देखा तो कंटेंट को लेकर आपत्ति जताई। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने शिकायत दर्ज कर एक्शन लिया। इस महिला के चैनल पर आपत्तिजनक कंटेंट के वीडियोज की भरमार है।
कौन है कुंवारी बेगम?
मालूम हो कि सोशल मीडिया पर तेजी से कुंवारी बेगम को लेकर चर्चा चल रही है। इस यूट्यूबर के कई वीडियो विवादों में आ गए हैं। एक वीडियो में कुंवारी बेगम फॉलोअर्स को मास्टरबेट के लिए इसमें बच्चों का इस्तेमाल करने का गंदा तरीका बता रही है। बता दें कि 'एकम न्याय फाऊंडेशन' की संस्थापक दीपिका नारायण भारद्वाज ने कुंवारी बेगम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। दीपिका के अनुसार, कुंवारी बेगम का असली नाम शिखा मैत्रेय है।
दीपिका ने X पर सबसे पहले उठाया था मुद्दा
जानकारी के अनुसार, एक्स (पूर्व में ट्विटर) दीपिका भारद्वाज ने सबसे गाजियाबाद पुलिस को टैग करते हुए कुंवारी बेगम के वीडियो पर सवाल उठाए थे। दीपिका ने लिखा था कि वीडियो में कुंवारी बेगम युवा लड़कों को बता रही है कि शिशुओं का यौन शोषण कैसे किया जाए। दीपिका ने पुलिस ने अपील करते हुए कहा था कि इससे पहले वह किसी बच्चे को नुकसान पहुंचाए, उस पर कार्रवाई की जाए। बता दें कि यूट्यूब ने पोस्ट का जवाब देते हुए कहा था कि 'इस अकाउंट से पोस्ट की गई आपत्तिजनक सामग्री की रिपोर्ट पर गौर किया जा रहा है।'
Greater Noida: सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए आज कल के युवक अपनी जिंदगी को भी खतरे में डालने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसा ही कुछ एक यूट्यूबर ने बिसरख कोतवाली क्षेत्र में किया, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। यूट्यूब नीलेश्वर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तिगड़ी गांव में लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गया। जबकि उसका साथी नीचे ही खड़ा लाइव वीडियो शूट कर रहा था। इसी दौरान लोग पहुंच गए, जिन्हें देख यूट्यूबर पर का साथी तो भाग गया। जबकि यूट्यूबर पर ऊपर टावर में ही फंस गया। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी मौके पहुंची। पुलिस ने टावर पर चढ़े युवक को 5 घंटे के मशक्कत बाद नीचे उतरा।
5 घंंटे की मशक्कत के बाद उतारा गयाा
बता दें कि मोबाइल टावर पर चढ़ने वाला नीलेश्वर यूट्यूबर है। नीलेश्वर 22 के यूट्यूब चैनल पर 8.87 हजार सब्सक्राइबर हैं। नीलेश्वर अपने मोबाइल का व्यूज बढ़ाने के लिए अपने एक साथी के साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तिगड़ी गांव पहुंचा और मोबाइल टावर पर चढ़ गया। नीचे उसका दोस्त सारी घटना का वीडियो बनाकर लाइव स्ट्रीमिंग कर रहा था। किसी भी कुछ लोग वहां पर पहुंच गए और पूछताछ शुरू कर दी। इससे घबराकर उसका साथी भाग गया और नीलेश्वर टावर पर ही फंस गया। नीलेश्वर को टावर में फंसा देख लोगों की भीड़ वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और कोतवाली बिसरख पुलिस को भी सूचना दे दे दी गई। 5 घंटे तक चले इस हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद काफी मशक्कत के बाद नीलेश्वर को पुलिस नीचे उतरने में सफल रही।
डिप्रेशन में आकर टावर पर चढ़ा
वहीं, टावर पर चढ़े युवक नीलेश्वर का कहना है कि वह बेरोजगार था। जिसके चलते डिप्रेशन में आकर उसको यह लगने लगा कि वह जिंदगी में कुछ नहीं कर पाएगा। इससे परेशान होकर एयरटेल के टावर पर चढ़ गया। बिसरखा थाना प्रभारी ने बताया कि डिप्रेशन के चलते युवक टावर पर चढ़ गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर टावर से उतार लिया गया है। युवक ने भी अपनी गलती मानी है। युवक को घर भेज दिया गया है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022