NOIDA: सैन समाज नोएडा से ग्रेटर नोएडा तक तिरंगा यात्रा निकालने जा रहा है। मंगलवार यानि 15 अगस्त को 131 मीटर की तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने का अनुमान है।
कलेक्ट्रेट तक निकाली जाएगी यात्रा
इस तिरंगा यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे। तिरंगा यात्रा नोएडा फेस टू फूल मंडी से ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट तक निकाली जाएगी। 131 मीटर की तिरंगा यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। जिसे देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती रहेगी।
तिरंगा यात्रा में शामिल होने की अपील
सैन समाज के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ये यात्रा साल 2022 से निकाली जा रही है। इस बार यात्रा में 7 से 8 हजार लोगों के शामिल होने का अनुमान है। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस से इस यात्रा की अनुमति ली गई है।
GREATER NOIDA: पाकिस्तान से भारत आई अब तिरंगे के रंग में रंग चुकी हैं। ये हम नहीं बल्कि सीमा खुद इसे कह रही हैं। पाकिस्तानी महिला सीमा ने स्वतंत्रता दिवस से पहले ना सिर्फ झंडा फहराया, बल्कि भारत माता की जय के नारे भी लगाए।
pakistan से आईं सीमा ने फहाराया तिरंगा, भारत माता की जय के लगाए नारे pic.twitter.com/k6l72R1OLo
— Now Noida (@NowNoida) August 14, 2023
Noida: नोएडा में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान करने का मामला सामने आया है। एक बिल्डिंग पर लगा गलत तरीके से तिरंगा झंडा लगाया गया है, जिसका वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं, लोगों में इसको लेकर आक्रोश है।
फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग
जानकारी के मुताबिक सेक्टर 6 स्थित E 9 की एक फैक्ट्री की बिल्डिंग पर कंपनी मालिक ने स्वतंत्रता दिवस पर झंडा लगाया था। लेकिन इसके बाद तिरंगे झंडे की सुधि नहीं ली। जिसकी वजह से झंडा पूरी तरह फट चुका है। इस फटे हुए झंडे का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वहीं, इसकी जानकारी लगते ही स्थानीय लोगों में रोष है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग है। लोगों का कहना है कि इस तरह से हमारे देश की राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया जा रहा है। कंपनी मालिक को पता नहीं है कि झंडा पूरी तरह से फट चुका है। झंडे को उतारा नहीं गया और न ही नया झंडा नहीं लगाया गया।
Greater Noida: सयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर ग्रेटर नोएडा में किसानों ने 9 अगस्त यानी शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर टैक्टर मार्च निकाला। किसान जीरो प्वाइंट से सूरजपुर तक टैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। टैक्टर मार्च को देखते हुए सुरक्षा में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। किसानों ने एमएसपी गारंटी और भूमि अधिग्रहण कानून व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग की। इसके साथ ही किसानों ने गन्ने के 400 रुपए प्रति क्विंटल और बकाया भुगतान की मांग उठाई।
किसान नेता राकेश टिकैत ने किया था ऐलान
गौरतलब है कि किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने 9 अगस्त 2024 को ट्रैक्टर तिरंगा मार्च का ऐलान किया था। राकेश टिकैत और अन्य किसान नेताओं के नेतृत्व में किसान उत्तर प्रदेश के हर जिले में ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषण की थी। इसके साथ राकेश टिकैत ने 9 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग की थी। राकेश टिकैत ने कहा था कि 1942 में 9 अगस्त को महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो के आह्वान पर करो या मरो के संकल्प के साथ स्वतंत्रता हासिल करने के लिए पूरा देश सड़क पर उतर पड़ा था। इसलिए इस दिन हम अपनी मांगों के लेकर सड़कों पर उतरेंगे। इसी कड़ी में ग्रेटर नोएडा में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर मांगें पूरी करने की मांग की।
चार दिन पहले भी किसानों ने निकाला था ट्रैक्टर मार्च
गौरलब है कि इसके पहले सोमवार को भी भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के नेतृत्व में ट्रैक्टर मार्च निकालकर हल्ला बोला था। प्राधिकरण कार्यालय के गेट के सामने ट्रैक्टर को खड़ा कर आवाजाही अवरुद्ध कर दी थी। करीब तीन घंटे तक चले हंगामे के बाद किसान प्राधिकरण कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए थे। वार्ता करने आए अधिकारियों को चेतावनी दी कि मांग पूरी होने तक वह धरना समाप्त नहीं करेंगे। किसानों के प्रदर्शन के कारण प्राधिकरण कार्यालय आने वाले आवंटियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार लाल किले पर ध्वजारोहण किया। इसके बाद लालकिले की प्राचीर से 2047 में विकसित भारत के सपने का खाका पेश किया। प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक दशक में कई ऐसे सुधार किए गए हैं, जिनका असर अब दिखने लगा है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग देश को निराशा के गर्त में डुबोना चाहते हैं, लेकिन हमें उनसे सावधान रहना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्रचार से बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है। एक पड़ोसी देश को लेकर चिंता होना स्वभाविक है। वहां हालात जल्दी ठीक होंगे। वहां हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार गिरने के बाद वहां अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं।
सांप्रदायिक सिविल कोड में 75 साल बिताए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से कहा कि 'हमारे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा चल रही है। देश की सुप्रीम कोर्ट भी हमें यूनिफॉर्म सिविल कोड के लिए कह रही है और देश के संविधान निर्माताओं का भी ये सपना था। जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं, जो ऊंच नीच का कारण बनते हैं। वैसे कानूनों के लिए देश में कोई जगह नहीं हो सकती। हमने सांप्रदायिक सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सेक्यूलर सिविल कोड की तरफ जाना होगा।'
सभी को बराबरी में लाने का प्रयास करना है
पीएम मोदी ने कहा कि 'हमारा सामाजिक दायित्व है जो लोग पीछे रह जाते हैं उन्हें भी साथ लेकर आगे बढ़ें। हम किसानों, आदिवासी भाई बहन, माता-बहनें, मजदूर, श्रमिक साथियों, सभी को हमारी बराबरी में लाने का प्रय़ास करना है। हमें पता है कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के पहले भी हमारा एक आदिवासी ने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया था। जिन्हें हम भगवान बिरसा मुंडा के रूप में पूजते हैं। 'हम संकल्प के साथ आगे बढ़ तो रहे हैं लेकिन कुछ लोग होते हैं जो प्रगति देख नहीं सकते।
कुछ लोग भारत का भला नहीं देख सकते
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग हैं जो भारत का भला देख नहीं देख सकते, जब तक उनका भला न हो तब तक वे किसी का भला नहीं देख सकते। ये निराशा की गर्त में डूबे लोग हैं। जब उन लोगों की गोद में विकृति पलती है तो वह विनाश का कारण बन जाती है। अराजकता का मार्ग ले लती है। इससे बहुत बड़ी हानि हो जाती है। इसलिए ऐसे छिटपुट तो तत्व हैं। उनकी गोद में विकृति पल रही है। मैं विश्व समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि आप भारत के संस्कारों को समझिए, भारत के हजारों साल के इतिहास को समझिए। हमें संकट मत मानिए। हम संकल्पों की पूर्ति के लिए, देशवासियों का भाग्य बदलने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हम नेक नीयत से जीतेंगे।'
25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला
पीएम ने कहाकि मैं जब कोरोना को याद करता हूं तो कोरोना महामारी के बीच सबसे तेजी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने वाला देश है तो वो भारत है। आज पूरा देश तिरंगा है, हर घर तिरंगा है। न कोई जात है न कोई ऊंच है न कोई नीच है। जब हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालते हैं। हमने गति को बनाए रखा है। '
पीएम मोदी ने पहना विशेष साफा, जानें क्या है उनकी पगड़ी की विशेषता
स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी हर साल अपने परिधान और पगड़ी को लेकर चर्चा में रहते हैं। उनके साफा बांधने का अंदाज भी सबसे ज्यादा आकर्षक होता है। वह अपने पहले कार्यकाल (2014) से लेकर तीसरे कार्यकाल (2024) तक हर साल अलग पगड़ी में नजर आए हैं। इस साल भी उनके साफा का अंदाज अलग ही है। इस स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने केसरी, हरे और पीले रंग की राजस्थानी पगड़ी में नजर आए। इस पगड़ी के साथ उन्होंने सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा और नीले रंग की सदरी पहनी हैं। स्वतंत्रता दिवस पर उनकी पगड़ी की क्या विशेषता है, इसके बारे में यहां जानेंगे।
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