Noida: गंगनहर के माध्यम से नोएडा और गाज़ियाबाद में हरिद्वार का गंगा का पानी सप्लाई किया जाता है। गंगाजल को प्लांट में साफकर इसकी सप्लाई की जाती है। लेकिन अब अगले 20 दिनों तक गंगाजल नोएडा और गाज़ियाबाद के निवासियों को नहीं मिल पायेगा। दरअसल, हर साल की तरह इस साल भी प्लांट की साफ-सफाई का कार्य चल रहा है। प्लांट की सफाई के चलते नोएडा और गाज़ियाबाद में पानी की दिक्कत का सामना यहां के लोगों को करना पड़ेगा। हालांकि ट्यूबवेल के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी। जिसके लिए करीब 300 ट्यूबवेल की मदद से पानी की आपूर्ति की जानी है।
जल आपूर्ति संकट से निपटने की तैयारी
प्लांट की सफाई होनी है तो ऐसे में पानी की समस्या हो सकती है। जिसे देखते हुए प्राधिकरण भी लोगों से पानी की बर्बादी ना करने की अपील कर रहा है। वैसे किसी भी समस्या के चलते अगर गंगनहर के जल की आपूर्ति नहीं हो पाती तो प्राधिकरण के पास तीन से चार दिन के पानी का स्टॉक होता है। ऐसे में अब प्लांट की सफाई का काम होने जा रहा है, तो लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ सकता है। गंगनहर के माध्यम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एनसीआर रीजन में गंगाजल लाया जाता है। इसके बाद पाइपलाइन के माध्यम से गंगाजल गाजियाबाद के प्रतापविहार प्लांट तक पहुंचता है। जहां वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी की सफाई होती है और उसके बाद उसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद सहित अन्य स्थानों पर उपलब्ध करवाया जाता है।
गंगनहर की सप्लाई के बाद मिलेगा गंगाजल
गंगनहर में 24 अक्टूबर से लेकर 14 नवंबर तक साफ-सफाई का कार्य चलेगा। जिसके कारण 20 दिनों तक नोएडा और गाजियाबाद के लोगों को गंगाजल नहीं मिल पाएगा। गंगनहर की सफाई होने के बाद हरिद्वार से गंगनहर में गंगाजल छोड़ा जाएगा। जिसे प्लांट तक पहुंचने में तीन दिन तक का समय लगेगा।
प्राधिकरण की अपील- जल की ना करें बर्बादी
इस मामले को लेकर आरडब्ल्यूए और फोनरवा के पदाधिकारियों ने प्राधिकरण के डीजीएम आरपी सिंह से मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने प्राधिकरण से आग्रह किया कि आने वाले दिनों त्योहार के चलते लोगों को पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े। इस दौरान प्राधिकरण के अधिकारी ने कहा कि ट्यूबवेल और टैंकर की माध्यम से भी पानी की सप्लाई की जाएगी। प्राधिकरण ने इस मौके पर लोगों से भी अपील की कि लोग पानी की बर्बादी ना करें।
पूरा मामला
नोएडा थाना सेक्टर 49 के पुलिस को 5 फरवरी को बड़ी सफलता हाथ लगी है. नोएडा पुलिस ने आरोपी गणेश को सेक्टर स्पेक्ट्रम माल के सामने बिजली घर के पीछे सेक्टर 50 से घटना के प्रयुक्त चाकू सहित आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी गणेश के पिता का नाम हरेन्द्र है.जब नोएडा पुलिस ने आरोपी गणेश को अपनी गाड़ी में बैठाने की कोशिश की तो आरोपी गणेश अपनी शातिराना अंदाज दिखाने लगा. आरोपी गाड़ी में बैठते समय भागने की कोशिश करने लगा और पुलिस पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की. जब पुलिस और आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई तो पुलिस को अपनी आत्मरक्षा के लिए गोलियां चलानी पड़ी और आरोपी गोली लगने से घायल हो गया. घायल आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ हीं साथ पुलिस प्रसाशन की शेष कार्रवाई की जा रही है. अभियुक्त गणेश का ये जुर्म है कि एक लड़के को पैसे के लेन-देन में चाकू मारकर घायल कर दिया था
आरोपी के बारे में
आरोपी गणेश के पिता का नाम हरेन्द्र है गणेश नाईपुरा अमन विहार का निवासी है थाना लोनी जनपद गाजियाबाद पड़ता है. घटना में पुलिस आरोपी गणेश के पास से एक चाकू बरामद किया है.
आपराधिक इतिहास का विवरणः
आरोपी के उपर कुछ अपराधिक धाराएं लगायी गईं हैं और कुछ धाराएं पहले से ही उस आरोपी पर लगी हुई हैं.
नोएडा के ग्राम मोरना सेक्टर 35 के प्राईमरी स्कूल में एक मुफ्त मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया। हेल्पिंग हैण्डस समाजसेवी संस्था मुफ्त मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में सबसे अधिक मरीज हाईपरटेंशन और शुगर जैसी बीमारियों के देखने को मिले। कैंप में आए सभी मरीजों की जांच संजीवनी अस्पताल जसोला के डाक्टरों द्वारा की गई। इस मौके पर हेल्पिंग हैण्डस समाजसेवी संस्था की ओर से मौजूद लोगों ने मरीजों को मुफ्त दवाई वितरित कीं। इस दौरान संस्था के लोगों ने वहां आए मरीजों की सुविधा का बेहद खास ख्याल रखा।
कैंप में करीब दो हजार लोग आए
मेडिकल कैंप में पहुंची हेल्पिंग हैण्डस समाजसेवी संस्था की अध्यक्ष रजनी कटारिया ने बताया ’कि संस्था की ओर से प्राईमरी स्कूल में आयोजित किए गए कैंप में लगभग दो हजार लोगों का चैकअप किया गया और सभी मरीजों को मुफ्त दवाइयों का वितरण किया गया।
कैंप में कौन-कौन रहा उपस्थित
हेल्पिंग हैण्डस समाजसेवी संस्था के मेडिकल कैंप में मुख्य रूप से हेल्पिंग हैण्डस समाजसेवी संस्था की अध्यक्ष रजनी कटारिया, रेणू आनंद, अजब सिंह, पवन कटारिया और संजीवनी अस्पताल की पूरी टीम उपस्थित रही।
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी चोटिल हो गई हैं. जिसकी जानकारी टीएमसी ने अपने X हैंडल पर दी है. टीएमसी ने लिखा कि हमारी चेयरपर्सन को गंभीर चोट आई है. उनके लिए दुआ कीजिए. इसके साथ ही सीएम ममता की एक तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें उनके माथे से खून निकलता दिख रहा है. उन्हें कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. इसके पहले सामने आया था कि सीएम ममता अपने घर पर ट्रेड मिल पर वॉक करते समय गिर गईं थीं. हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है. इसके बाद अभिषेक बनर्जी उन्हें अस्पताल ले गए. बता दें कि सीएम ममता बनर्जी इसके पहले भी हादसे का शिकार हो चुकी हैं
जनवरी 2024 में हुईं थी सड़क हादसे का शिकार
आपको बता दें कि इसी साल जनवरी में ममता बनर्जी सड़क हादसे का शिकार हो गई थीं. उस दौरान वह बर्धमान से कोलकाता वापस लौट रही थीं. सूत्रों के मुताबिक बारिश की वजह से ममता बनर्जी कार से वापस लौट रही थीं. इसी दौरान धुंध की वजह से कार के ब्रेक लगाने के दौरान ममता बनर्जी के सिर में हल्की चोट लगी. जानकारी के अनुसार ममता बनर्जी के काफिले में एक अन्य कार के आने से.ड्राइवर को अचानक ब्रेक लगानी पड़ी. जिसकी वजह से उनके सिर में चोट लगी थी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बर्धमान जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गईं थीं. पहले उन्हे हेलीकॉप्टर से वापस आना था, लेकिन मौसम खराब होने के चलते उन्हें सड़क मार्ग चुनना पड़ा था.
27 जून 2023 को भी हुईं थीं हादसे का शिकार
साल 2023 जून में भी वह एक हादसे का शिकार हो गई थीं. यह दुर्घटना 27 जून को खराब मौसम के बाद सिलीगुड़ी के पास सेवोके एयरबेस पर उनके हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान हुई थी. इससे पश्चिम बंगाल की सीएम और TMC प्रमुख ममता बनर्जी के बाएं पैर में चोट लग गई थी. तब उनके बाएं घुटने और पीठ में चोट लगी थी.
हाइटेक सिटी नोएडा के सेक्टर 39 जिला हॉस्पिटल में स्वास्थ्य सेवाओं का बेहद बुरा हाल है, इलाज के लिए यहां लंबी लाइने लगी हैं। करोड़ों रुपए की लागत से बने जिला अस्पाताल में स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने से शहरवासी परेशान हो गए हैं। यहां लोग दूर-दराज से इलाज कराने लोगों आते हैं, लेकिन उनको उचित ईलाज नहीं मिल पाता है।
लगानी पड़ रही लंबी कतारें
जिला अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे मरीजों को इस भीषण गर्मी में लंबी लाइने लगानी पड़ रहीं हैं। इलाज के लिए आए मरीजों ने बताया कि सुबह से लाइन में लगे हैं, लेकिन फिर भी समय पर इलाज नहीं हो मिल रहा है। करोड़ों रुपए की इमारत और मशीने लगाने के बाद भी लोगों को उचित इलाज नहीं मिल रहा है।
सुबह से एक्सरे का इंतजार, नहीं हो रहे अल्ट्रासाउंड
जो मरीज जिला अस्पताल में एक्सरे के लिए पहुंचे हैं, वो इस भीषण गर्मी में सुबह से एक्सरे होने के इंतजार में हैं। इंतजार के बाद भी एक्सरे नहीं हो रहे हैं। वहीं, मरीजों ने बताया कि वो यहां अल्ट्रासाउंड के लिए आए थे, लेकिन अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा है। सुबह से ही अल्ट्रासाउंड के लिए लाइनें लगा रखी हैं। लेकिन रिपोर्ट लिखने तक अल्ट्रासाउंड नहीं किया जा गया है। मरीजों ने इसको लेकर नाराजगी जताई है। कुछ मरीजों ने बताया कि सुबह से लाइन में लगने के बाद भी अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल रही है।
जिला हॉस्पिटल में परेशान मरीजों का कौन है जिम्मेदार?
नोएडा के जिला अस्पताल में मरीजों को घंटो अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। कुछ मरीजों ने बताया कि वो डॉक्टर से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे सवाल उठता है कि इस भीषण गर्मी में ईलाज के लिए आए इन मरीजों की परेशानी का जिम्मेदार कौन है?
मुरादाबाद में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। दरअसल यहां एक महिला अपने पति के साथ मिलकर ब्यूटी एकेडमी की आड़ में धर्मांतरण की मुहिम चला रही थी। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुरादाबाद पुलिस ने आरोपी सपना सिंह उर्फ रक्षंदा खान और उसके पति शाहनवाज खान को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
3 स्टूडेंट्स की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
रक्षंदा खान पिछले एक साल से विवादों में थीं। कानपुर के मुस्लिम युवक से शादी करके खुद हिंदू से मुस्लिम बनी सपना सिंह उर्फ रक्षंदा खान हिंदू लड़कियों को मुस्लिम लड़कों से दोस्ती और शादी के लिए उकसा रही थी। ब्यूटी एकेडमी में मेकअप के टिप्स देने के बजाए उस पर इस्लामिक जिहाद का पाठ पढ़ाने के आरोप हैं। पुलिस ने बीते दिन रक्षंदा और उसके पति शाहनवाज खान के खिलाफ 3 स्टूडेंट्स की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। SSP सतपाल अंतिल ने इस मामले की त्वरित जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश अधीनस्थों को दिए थे। जिसके बाद सिविल लाइंस पुलिस ने शुक्रवार को रक्षंदा और उसके पति शाहनवाज खान को गिरफ्तार कर लिया। जेल भेजने से पहले पुलिस ने दोनों ने सिविल लाइंस थाने में पूछताछ भी की। वहीं पुलिस कस्टडी में रक्षंदा खान चेहरा छुपाने की कोशिश करती रही। पुलिस जीप में बैठते हुए उसने कहा कि मैंने कुछ नहीं किया है। वो दोनों हाथों से तो कभी अपने बैग से चेहरे को ढकने की कोशिश करते नजर आए। मीडिया कर्मियों ने जब रक्षंदा से सवाल किए तो उसके पति शाहनवाज खान ने उसे हाथ पकड़कर ऊपर पुलिस जीप में खींच लिया।
बात नहीं मानने पर हिंदू लड़कियों को करती है परेशान
छात्राओं का आरोप है कि रक्षंदा खान उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करती है। कहती हैं कि मैं भी पहले हिंदू थी लेकिन अब मुस्लिम हूं। मुस्लिम लड़कों से शादी करने में कोई दिक्कत नहीं होती। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि रक्षंदा असली प्रोडक्ट के पैकिंग में नकली प्रोडक्ट भरकर बेचती है। एकेडमी में एक्सपायर प्रोडक्ट का भी यूज किया जाता है। छात्राओं का आरोप है कि रक्षंदा खान उनकी बात नहीं मानने वाली हिंदू लड़कियों को परेशान करती है। भविष्य खराब करने की कोशिश करती है। फोन छीनकर रिव्यू डलवाती है। फीस लेने के बाद भी प्रैक्टिकल नहीं कराया जाता।
इस्लाम कबूल करने के लिए बना रही थी प्रेशर
दरअसल 5 दिन पहले कांठ रोड स्थित लैक्मे एकेडमी की छात्राएं तान्या चौधरी, स्वाति पाल और एक छात्र जतिन सैनी डीएम अनुज सिंह के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे। इन तीनों ने डीएम से कहा था कि एकेडमी की डायरेक्टर रक्षंदा खान ब्यूटी एकेडमी की आड़ में धर्मांतरण की मुहिम चला रही है। वो हिंदू लड़कियों पर मुस्लिम लड़कों से दोस्ती और शादी करने व इस्लाम कबूल करने के लिए प्रेशर बना रही है। छात्राओं का आरोप था कि रक्षंदा की ब्यूटी अकादमी में मुस्लिम छात्रों को नमाज पढ़ने की छूट है लेकिन हिंदू छात्र-छात्राओं को टीका, सिंदूर और मंगलसूत्र पहनकर आने पर पाबंदी लगाई गई है। बता दें कि रक्षंदा खान मूल रूप से कानपुर की रहने वाली है और मुरादाबाद में कांठ रोड पर हरथला पुलिस चौकी के पास लैक्मे के नाम से एक ब्यूटी एकेडमी चलाती है। इसमें छात्र-छात्राओं को हेयर कटिंग से लेकर मेकअप के 2 महीने से 1 साल तक के कोर्स कराए जाते हैं।
नोएडा के जेपी अस्पताल में गार्ड और महिला से मारपीट करने वाले दबंगों पर पुलिस का डंडा चल गया है. पुलिस ने मामले में आरोपी दोनों दबंगों को गिरफ्तार कर लिया है. सेक्टर 126 थाना पुलिस ने अक्षय और वैभव को गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार पक़ड़े गए दोनों आरोपी मरीज से मिलने जेपी हॉपिटल गए थे. जहां पर गार्ड द्वारा लिफ्ट में जाने से रोके जाने पर दोनों ने मारपीट की थी.
क्या है पूरा मामला
दरअसल जेपी अस्पताल में भर्ती एक मरीज के कुछ रिश्तेदार लिफ्ट से ऊपर के फ्लोर पर जा रहे थे. अटेंडेंट उस लिफ्ट से ऊपर के फ्लोर पर जा रहे थे जो कि अस्पताल स्टाफ के लिए ही इस्तेमाल की जाती है. वहां तैनात सुरक्षा गार्ड ने लिफ्ट में जा रहे युवकों को दूसरी लिफ्ट से जाने का अनुरोध किया. इस पर दबंगों ने सुरक्षा गार्ड को लिफ्ट से धक्का दे दिया. इसके बाद दोनों युवकों ने गार्ड के साथ मारपीट शुरू कर दी. गार्ड को बचाने के लिए जब एक महिला सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंची और बीचबचाव करने लगी. मगर हमलावर युवकों ने महिला गार्ड को भी जोर से धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया. हैरानी की बात है कि दोनों दबंग युवक गार्ड से मारपीट करते रहे लेकिन उसके बचाव में कोई नहीं आया. महिला सुरक्षा गार्ड के साथ भी दोनों युवकों ने काफी बुरा बर्ताव किया.
यूपी के हापुड़ टोल प्लाजा पर उत्पात मचाने वाले बुलडोजर चालक की अब खैर नहीं। जी हां गढ़मुक्तेश्वर थाना पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ एक्शन ले लिया है। पुलिस ने आरोपी चालक को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि टोल पर तोड़फोड़ करने वाले आरोपी चालक धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया है। जेसीबी मालिक की तहरीर पर आरोपी धीरज के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही जेसीबी को भी सीज कर दिया गया है। पुलिस की मानें तो आरोपी नशे की हालत में है।
क्या था पूरा मामला
हापुड़ के छिजारसी टोल प्लाजा पर मंगलवार सुबह एक बुलडोजर पहुंचा, तो टोल कर्मी ने चालक से टोल मांगा। इस पर उसने अभद्रता शुरू कर दी। इसके बाद चालक ने गुस्से में टोल प्लाजा पर बुलडोजर से तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे वहां मौजूद टोलकर्मियों में अफरा-तफरी मच गई और वह बुलडोजर से दूर हो गए। आरोपी चालक ने केबिन नंबर 15-16 में बुलडोजर से बार बार कई प्रहार कर क्षतिग्रस्त कर दिया और फरार हो गया। फरार होते समय रास्ते में आरोपी ने एक कार और दो बाइकों में भी टक्कर मारी थी। इस हादसे में तीन लोग घायल बताए जा रहे हैं। बुलडोजर की तोड़फोड़ के कारण वहां पर करीब आधे घंटे तक गाड़ियों का लंबा जाम लगा रहा। बुलडोजर के डर से काफी देर तक कर्मचारी भी टोल बूथ पर नहीं आए, जिससे लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। जिसके बाद टोल मैनेजर ने मामले को लेकर मुकदमा दर्ज करवाया था।
हापुड़ के टोल प्लाजा पर आए दिन हो रहे विवाद
बता दें कि छिजारसी टोल प्लाजा पर लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। इससे कुछ दिन पहले ही एक कार सवार ने टोल कर्मियों को कार से टक्कर मार कर घायल कर दिया था। इस मामले में भी टोलकर्मी ने कार चलाक से टोल टैक्स ही मांगा था। इसके बाद टोल कर्मी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हापुड़ जिले में तीन टोल प्लाजा है और तीनों पर आए दिन विवाद सामने आ रहे हैं।
राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक विदेशी महिला का शव मिला है। साहिबाबाद के कौशांबी थाना इलाके के वैशाली सेक्टर में मौजूद मैक्स अस्पताल में महिला का शव मिला है। जानकारी के अनुसार मैक्स अस्पताल में इलाज कराने आई उज्बेकिस्तान की 45 साल की महिला ने आत्महत्या कर ली। फिलहाल घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आगे की जांच-पड़ताल में जुट गई है।
25 मई को हुआ था महिला का लिवर ट्रांसप्लांट
जानकारी के मुताबिक उज्बेगिस्तान की 45 वर्षीय जुल्फिया लिवर ट्रांसप्लांट कराने के लिए भारत आई थीं। 25 मई को जुल्फिया का लिवर ट्रांसप्लांट हो गया। वह पति खैरुला के साथ यहीं अस्पताल में थीं। मंगलवार दोपहर को जुल्फिया बाथरूम गईं। काफी देर होने के बाद भी जब वह बाहर नहीं आईं तो खैरुला ने सुरक्षा गार्ड और हाउस कीपिंग स्टाफ को इसकी जानकारी दी। अस्पताल के स्टाफ ने बाथरूम के अंदर महिला को आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने बाथरूम खोलकर देखा तो महिला अंदर लटकी हुई थी। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का है। हालांकि, मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। महिला के पति से भी आगे की जानकारी जुटाई गई है। ऐसा लग रहा है कि महिला किसी डिप्रेशन में थी। शायद वह अपने लिवर ट्रांसप्लांट को लेकर परेशान थी।
पुलिस को नहीं मिला सुसाइड नोट
सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। फॉरेंसिक टीम को साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं और आत्महत्या के कारण की जांच की जा रही है। पुलिस के उच्चाधिकारियों को घटना की सूचना दे दी गई है।
नोएडा के थाना साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपयों की ठगी करने वाले गैंग के एक ठग को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में साइबर क्राइम पुलिस ने मनोज पुत्र जगदीश नि0 ग्राम इसमाईलपुर थाना सुबेहा जनपद बाराबंकी वर्तमान पता आरजेड आर-94 निहाल विहार थाना निहाल विहार बाहरी दिल्ली को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अभियुक्त की उम्र 39 साल बताई जा रही है। अभियुक्त को पुलिस ने मैट्रो स्टेशन सेक्टर 16 नोएडा से गिरफ्तार किया है।
पीड़ित से 43 लाख की हुई थी ठगी
पीड़ित से अभियुक्तों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 43 लाख 50 हजार रुपयों की ठगी की घटना को अंजाम दिया था। जिसको लेकर पीड़ित ने 16 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया था। इसी के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक और अभियुक्त मनोज को गिरफ्तार किया है।
फर्जी फर्म बनाकर दिया घटना को अंजाम
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त मनोज कुमार ने अपने सहयोगी रिषभ मिश्र और कपिल के साथ मिलकर फर्जी पते पर एक फर्म बनावाई। आरके इन्टरप्राइजेज के नाम से फर्जी फर्म मनोज के आधार कार्ड द्वारा बनाई गई थी। इस फर्जी पते पर बनवाई गई फर्म के बैंक खाते में पीड़ित के 10 लाख रुपयों की ठगी की गई। जिसके बाद पुलिस ने जांच के बाद 2 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। बता दें कि मनोज का सहयोगी रिषभ मिश्र एक्सिस बैंक कर्मचारी है। जिसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं अभियुक्त कपिल कुमार की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।
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October 05, 2024