Gaziabad/New Delhi: भारत की पहले रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच चलाने की लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। दिल्ली से मेरठ के बीच पड़ने वाले रैपिड रेल के स्टेशनों पर यात्रियों को फ्री व्हीकल पार्किंग सुविधा मिलेगी। सभी स्टेशनों पर यात्रियों को 10 मिनट की फ्री पार्किंग सुविधा मिलेगी. इससे अधिक समय के लिए यात्रियों को वाहनों का पार्किंग शुल्क का देना होगा।
17 किमी में 5 स्टेशन, सभी पर पार्किंग की सुविधा
बता दें कि दिल्ली से मरेठ के बीच 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिक खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन हैं। रैपिड रेल शुरू होने के साथ ही वाहनों की पार्किंग भी सुविधा शुरू हो जाएगी। इन पार्किंग स्थलों में साइकिल, मोटर साइकिल-स्कूटर और कार को खड़ा किया जा सकेगा। पार्किंग शुल्क भी अलग-अलग श्रेणी में निर्धारित किया गया है।एनसीआरटीसी के मुताबिक इन स्टेशनों पर पिक एंड ड्रॉप के लिए आने वाले वाहनों के लिए शुरुआती 10 मिनट तक की पार्किंग नि:शुल्क रहेगी। इससे ज्यादा देर तक वाहन खड़ा करने पर शुल्क देना होगा।
साहिबाबाद स्टेशन तीन प्रवेश द्वार बनाए गए
उल्लेखनीय है कि साहिबाबाद स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए तीन प्रवेश-निकास द्वार बनाए हैं. एक प्रवेश द्वार को यूपीएसआरटीसी के साहिबाबाद बस अड्डे से जोड़ा गया है। दूसरा सड़क के दूसरी ओर बनाया गया है और तीसरा प्रवेश-साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 की ओर बनाया गया है। इस स्टेशन के तीनों प्रवेश निकास-द्वारों पर पार्किंग बनाई गई है।
गाजियाबाद स्टेशन बड़ा पार्किंग बनाया गया
इसी तरह गाजियाबाद स्टेशन पर सामने ही एक बड़ी पार्किंग बनाई गई है. गुलधर स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए दो प्रवेश निकास द्वार बनाए गए हैं और इन दोनों गेटों के बाहर वाहन पार्किंग बनाई हैं। वहीं, दूसरे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए चार प्रवेश-निकास द्वार बनाए गए हैं और चारों प्रवेश द्वार पर एक-एक पार्किंग बनाई गई है.
Ghaziabad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर को देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का उद्घाटन करने वाले हैं। कुछ ही देर बाद पीएम नरेंद्र मोदी गाज़ियाबाद पहुंच गये हैं। जिसके बाद रैपिड रेल का उद्घाटन पीएम करेंगे। अभी इस ट्रेन के प्राथमिकता खंड की लंबाई 17 किलोमीटर है।
Ghaziabad: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन कर दिया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की पहली रैपिड रेल नमो भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने स्टेशन का निरीक्षण भी किया। नमो भारत रेल के स्टैंडर्ड कोच में कुल 72 सीटें हैं। हर कोच में महिलाओं के लिए सीट रिजर्व रखी गई है।
सुरक्षा तकनीक से है लैस
राष्ट्रीय राजधान क्षेत्र परिवहन निगम (NRCTC) के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीसी कॉरिडोर के प्राथमिकता वाले खंड के स्टेशनों पर सामान स्कैनिंग प्रणाली AI से संचालित तकनीक से लैस है। जो सुरक्षा कर्मचारियों को प्रतिबंधित वस्तुओं की पहचान करने में सतर्क और मदद करेगी।
रैपिड रेल में और कौन सी हैं सुविधाएं
रैपिड रेल के दरवाजे को पीएसडी के साथ जोड़ा जाएगा। जो यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए ट्रेन अटेंडेंट की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा अंतिम कोच में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए जगह मुहैया कराया जाएगा। प्रत्येक स्टेशन पर बनाए महिला शौचालयो में बच्चों के लिए डायपर बदलने की भी जगह बनाई गई है।
Gaziabad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश की पहली रैपिड रेल नमो भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। पहले फेज में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ 82 किलोमीटर दूरी पर रैपिड रेल चलेगी। आइए जानते हैं कि भारत की पहली रैपिड रेल में क्या सुविधाएं और कितना किराया है।
कम पैसे में मिलेगा प्रीमियम कोच में कार जैसा माहौल
बता दें कि रैपिडएक्स ट्रेन में स्टैंडर्ड और प्रीमियम दो श्रेणी के कोच लगाए गए हैं। छह कोच की ट्रेन में एक कोच प्रीमियम होगा। जिसका किराया स्टैंडर्ड कोच से दोगुना निर्धारित किया गया है। एनसीआरटीसी के मुताबिक प्रीमियम कोच उन यात्रियों को रैपिड ट्रेन का सफर करने के लिए आकर्षित करना है, जो अपनी निजी गाड़ी से चलना पसंद करते हैं। इस प्रीमियम कोच में सामान रखने की जगह, आरामदायक रिक्रलाइनर सीटें मिलेंगी। इसके अलावा कोच की खिड़की से आने वाली धूप और रोशनी को रोकने के लिए ब्लैक स्क्रीन लगाने का विकल्प है। इस तरह कार जैसी यात्रा कम खर्च पर कर किया जा सकेगा।
स्टेशनों पर मिलेगा फ्री मिलेगा आरओ का पानी
एनसीआरटीसी के अधिकारियों के मुताबिक ने बताया कि रैपिडएक्स ट्रेन में महिलाओं के लिए अलग कोच के साथ-साथ मुख्य स्टेशनों पर बेबी फीडिंग रूम बनाया गया है। इसके साथ सभी स्टेशनों पर टॉयलेटस भी बनाए गए हैं, जो इनका उपयोग निशुल्क किया जा सकेगा। रैपिडएक्स स्टेशनों पर लगी आरओ मशीन से पानी निशुल्क मिलेगा।
न्यूनतम किराया 50 रुपये होगा
इस ट्रेन से आम लोग शनिवार से सफर कर सकेंगे। साहिबाबाद से दुहाई तक का किराया स्टैंडर्ड क्लास में 50 और प्रीमियम में 100 रुपये रखा है। जून, 2025 तक पूरे कॉरिडोर पर सफर शुरू होगा। प्राथमिकता खंड पर ट्रेन की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा होगी। बाद में, 160 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन में मरीजों को लाने-ले जाने के लिए स्ट्रेचर भी होगी। इस व्यवस्था से मेरठ या गाजियाबाद से रेफर किए गए मरीजों को दिल्ली ले जाना और लाना आसान होगा।
Greater Noida: जेवर में बन रहे सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी रैपिड रेल से जुड़ेगा, जिसके लिए तेजी से काम हो रहा है। एनसीआरटीसी ने एयरपोर्ट को गाजियाबाद के बाद अब दिल्ली से जोड़ने के विकल्प पर सुझाव दिया है। इससे संबंधित फिजिबिलिटी रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के समक्ष किया गया। प्राधिकरण की प्राथमिकता नई दिल्ली से जोड़ने की है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट दिवाली बाद शासन स्तर पर होने वाली बैठक में रखी जाएगी।
एनसीआरटीसी ने दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट के लिए दो रूट सुझाए
बता दें कि एनसीआरटीसी ने दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल के दो रूट सुझाए हैं। पहला रूट न्यू अशोकनगर एलडीएलएस व सराय काले खां से नोएडा एयरपोर्ट और दूसरा रूट गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट। न्यू अशोक नगर वाले रूट में दूरी और स्टेशन कम हैं। जबकि दूसरा रूट की लंबाई और इस पर स्टेशनों की संख्या भी अधिक है। हालांकि एनसीआरटीसी ने सवारी के हिसाब से गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट वाले रूट को ही बेहतर बताया है।
एनसीआरटीसी ने सौंपी फिजबिलिटी रिपोर्ट
शासन के निर्देश पर यमुना प्राधिकरण ने नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन से रैपिड रेल की फिजबिलिटी रिपोर्ट बनवाई है। इससे पहले गाजियाबाद और नोएडा एयरपोर्ट के बीच रैपिड रेल चलाने के लिए एनसीआरटीसी ने तीन विकल्प दिए थे। प्राधिकरण ने इन रूटों पर असहमति जताते हुए दिल्ली से नोएडा-ग्रेटर नोएडा होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक रूट की रिपोर्ट मांगी थी। अब एनसीआरटीसी ने अपनी फिजबिलिटी रिपोर्ट सौंप दी है।
यहां पर स्टेशन बनाने का प्रस्ताव
सूत्रों के मुताबिक पहले रूट की लंबाई 62 किमी होगी। इसमें 10 स्टेशन प्रस्तावित किए गए। इसमें न्यू अशोक नगर, ओखला बर्ड सेंचुरी, नोएडा सेक्टर-142, नॉलेज पार्क-2, टेकजोन, यीडा सेक्टर-18, सेक्टर-20, सेक्टर-21, सेक्टर-29 और नोएडा एयरपोर्ट शामिल हैं। वहीं गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 72.2 किमी होगी। इसमें सिद्धार्थ विहार, गाजियाबाद साउथ, ग्रेनो वेस्ट सेक्टर-16 सी, ग्रेनो वेस्ट सेक्टर-4, इकोटेक-12, सेक्टर-2, सेक्टर-3, सेक्टर-10, सेक्टर-12, नॉलेज पार्क-5, पुलिस लाइन सूरजपुर, सूरजपुर, मलकपुर, इकोटेक-2, नॉलेज पार्क-3, गामा-1, परी चौक, ओमेगा-2, फाई-3, इकोटेक-1 ई, इकोटेक-5, दनकौर, यीडा सेक्टर-18, यीडा सेक्टर-20, यीडा सेंट्रल (सेक्टर-21, 35), यीडा सेक्टर-28, 33, दयानतपुर और एनआईए स्टेशन होंगे।
Greater Noida: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक दिल्ली-एनसीआर के शहरों से लोगों को आसानी से पहुंचाने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। सड़क के अलावा अन्य विकल्प भी तलाशें जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब जेवर एयरपोर्ट को रैपिड रेल से जोड़ने का रूट फाइनल हो गया है।
फिजिबिलटी रिपोर्ट को मिली मंजूरी
बता दें कि एनसीआरटीसी ने गाजियाबाद के दुहाई से नोएडा एयरपोर्ट तक की रिपोर्ट तैयार की थी। इस पर असहमति जताते हुए प्राधिकरण ने दिल्ली से नोएडा-ग्रेनो होते हए एयरपोर्ट तक रूट की रिपोर्ट मांगी गई थी। अब गाजियाबाद से एयरपोर्ट तक बनाई गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट शासन से मंजूर हो गई। एनसीआरटीसी ने सवारी के हिसाब से गाजियाबाद वाया ग्रेटर नोएडा से एयरपोर्ट वाले रूट को बेहतर बताया है।
72 किमी में होंगे 72 स्टेशन
गाजियाबाद आरआरटीसी से ग्रेनो वेस्ट, सूरजपुर, कासना, दनकौर और यीडा के सेक्टरों से होते हुए एयरपोर्ट तक रैपिड रेल पहुंचेगी। अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होगी। इसके तहत 72 किमी लंबे इस रूट पर कुल 11 स्टेशन होंगे। परियोजना के पूरा होने का लक्ष्य 2031 रखा गया है, जिसे दो चरणों में पूरा किया जाना है। प्रदेश के मुख्य सचिव डीएस मिश्र ने एनसीआरटीसी, रेलवे, नागरिक उड्डयन व प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की थी। इस दौरान फिजिबिलिटी रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण किया गया था। जिसमें मंजूरी दे दी गई है।
Greater Noida: जेवर में बन रहे भारत के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट तक बेहतर कनेक्टविटी को लेकर योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को आईजीआई एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए रैपेडि रेल चल सकती है। बीते सप्ताह ग्रेटर नोएडा दौरे पर आए सीएम योगी आदित्यनाथ के समक्ष यह प्रस्ताव रखा गया था। अब 14 दिसंबर को लखनऊ में होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में इस रूट को शासन से अनुमति मिलने की उम्मीद है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर एलिवेटेड रूट बनेगा
रैपिड रेलके लिए सराय काले खां के पास से परी चौक तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर एलिवेटेड रूट बनाया जाएगा। इससे पहले ही रैपिड रेल के गाजियाबाद वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए नोएडा एयरपोर्ट रूट पहले ही मुहर लग चुकी है। शासन के दिशानिर्देश पर यमुना प्राधिकरण ने नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के साथ मिलकर गाजियाबाद के दुहाई से नोएडा एयरपोर्ट वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली के सराय काले खां वाया नोएडा होते हुए एयरपोर्ट तक की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की थी। इसमें से गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट और परी चौक होते हुए एयरपोर्ट तक का रूट फाइनल हो गया है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने सीएम के समक्ष रखा था प्रस्ताव
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों की सुविधा के लिहाज से यह रूट बेहतर माना गया है। लेकिन दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। इसको देखते हुए प्राधिकरण आईजीआई और नोएडा एयरपोर्ट को भी रैपिड रेल से जोड़ना चाह रहा है। शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में यीडा के सीईओ डॉ़ अरुणवीर सिंह ने दिल्ली से नोएडा, परी चौक होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल चलाने का प्रस्ताव रखा था।
एलिवेटेड रूट का खर्च यमुना प्राधिकरण उठाएगा
सीएम को बताया था कि दिल्ली और नोएडा एयरपोर्ट के बीच रैपिड रेल का संचालन होने से नोएडा और दिल्ली के यात्रियों को सहूलियत होगी। यमुना प्राधिकरण पूरा खर्च उठाने को तैयार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईजीआई और नोएडा एयरपोर्ट को रैपिड रेल से जोड़ने के लिए बनाए जाने वाले एलिवेटेड रूट का खर्च यमुना प्राधिकरण अकेले उठाने को तैयार है। गाजियाबाद से जेवर का रूट फाइनल हो जाने के बाद अब परी चौक तक ही ट्रैक का निर्माण करना होगा।
यहां बनेंगे स्टेशन
सराय काले खां, बॉटेनिकल गार्डन, नोएडा सेक्टर-142, नॉलेज पार्क- 2, परी चौक, इकोटेक-6, दनकौर, यीडा नॉर्थ सेक्टर-18, यीडा सेंट्रल सेक्टर- (21 व 35), नोएडा एयरपोर्ट स्टेशन प्रस्तावित है। यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा एयरपोर्ट को रैपिड रेल के माध्यम से आईजीआई से जोड़ने प्रयास है। इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया है। उम्मीद है कि इस रूट पर भी शासन से अनुमति मिल जाएगी।
Greater noida: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट की नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रैपिड रेल कनेक्टिविटी होगी यह कनेक्टिविटी वाया गाजियाबाद होकर होगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को 3 माह में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह है परियोजना:
आपको बता दे की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस रूट को स्वीकृति देते हुए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस रूट को खारिज कर दिया गया।दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट की नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रैपिड रेल कनेक्टिविटी होगी यह कनेक्टिविटी वाया गाजियाबाद होकर होगी. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एनसीआरटीसी) को तीन माह में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस परियोजना से इस रूट पर सफर करने वाले यात्रियों को होगा फायदा दोनों एयरपोर्ट की रैपिड रेल से कनेक्टिविटी के बाद नोएडा एयरपोर्ट बहुत जल्दी पहुंच जाया जा सकेगा। सराय काले खान रेलवे स्टेशन से 70 मिनट में और मेरठ से 85 मिनट में यात्री नोएडा एयरपोर्ट पहुंच जाया करेंगे। आपको बता दें कि इस परियोजना पर लगभग 12000 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान बताए जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में हुई बैठक में एनसीआरटीसी को परियोजना की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए हैं वहीं आपको बता दें कि कॉरिडोर की लंबाई 72.2 कमी होगी, जिसमें 25 स्टेशन होंगे, एक्वा लाइन व ब्लू लाइन को भी इससे जोड़ा जाएगा।
गाजियाबाद से जेवर तक बनने जा रहा रैपिड रेल अपने आप में देश का पहला प्रोजेक्ट होगा, जहां एक ही रूट पर मेट्रो और रेल को दौड़ाया जाएगा।
Greater Noida: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक रैपिड रेल बनने जा रही है। इसके लिए रूट का निर्धारण हो चुका है। 72 किलोमीटर के रूट पर 25 स्टेशन बनाए जाने हैं। जिसे बाद 38 स्टेशन तक बनाने की भी तैयारी है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों ने इसका प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें तीन विकल्पों पर विस्तृत चर्चा विमर्श के बाद सहमति बनी है।
एयरपोर्ट टू एयरपोर्ट कनेक्टिविटी
गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से जेवर एयरपोर्ट तक 25 स्टेशन बनाए जाने हैं। इसकी जिम्मेदारी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) को दी गई है। रैपिड रेल के तैयार होने के बाद एयरपोर्ट टू एयरपोर्ट सीधे कनेक्टिविटी मिलेगी, यानि जेवर एयरपोर्ट से इंदिरागांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक यात्री सीधे रैपिड रेल से यात्रा कर सकते हैं। दावा किया जा रहा है एयरपोर्ट टू एयरपोर्ट महज 40 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।
ग्रेनो वेस्ट को मिलेगा रैपिड रेल का तोहफा
गाजियाबाद से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक रैपिड रेल के रूट में ग्रेटर नोएडा वेस्ट भी आ रहा है। लंबे समय से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कुल मिलाकर रैपिड रेल के 8 स्टेशन बनेंगे। जिसमें पहला स्टॉपेज सेक्टर-16 सी में बनेगा। इसके अलावा चार मूर्ति, ईकोटेक-12, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-3, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-10, सेक्टर-12, नॉलेज पार्क- पांच में बनकर तैयार होगा।
ग्रेटर नोएडा में बनेंगे ये स्टेशन
ग्रेटर नोएडा में कुल 12 स्टेशन बनेंगे। पुलिस लाइन सूरजपुर, मलकपुर, ईकोटेक-दो, नॉलेज पार्क-तीन, गामा-वन, परी चौक, ओमेगा-दो, ईकोटेक-आईई, ईकोटेक-6, दनकौर में स्टेशन बनेंगे। इसके अलावा यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अभी तीन स्टेशन प्रस्तावित हैं। जिसमें यीडा नॉर्थ सेक्टर-18, यीडा सेंट्रल में सेक्टर-21, सेक्टर-35 और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जीटीसी) पर रैपिड रेल के स्टेशन बनेंगे।
तीन साल में तैयार होगा प्रोजेक्ट
गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक बनने जा रहे आरआरटीएस/ एमआरटीएस यानि रैपिड रेल और मेट्रो के स्टेशन बनाए जाने हैं। जिसमें 11 स्टेशन रैपिड रेल के बनाए जाने हैं, जबकि 14 स्टेशन मेट्रो के बनेंगे। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से जेवर एयरपोर्ट तक नॉन स्टॉप नमो भारत का संचालन किया जाएगा। ये ट्रेन महज 40 मिनट में एयरपोर्ट से एयरपोर्ट की दूरी तय करेगी। बताया जा रहा नमो भारत 140 की रफ्तार में चलेगी।
Ghaziabad: रक्षा बंधन से पहले दिल्ली एनसीआर के लिए खुशखबरी सामने आई है। भारत की पहली रीजनल रेल नमो भारत रैपिड ट्रेन से अब दिल्ली एनसीआर से मेरठ दक्षिण तक यात्रा की जा सकेगी। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने बताया कि मेरठ दक्षिण आरआरटीएस स्टेशन रविवार को 2 बजे से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। रविवार को 82 किलोमीटर लंबे रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) में से 42 किलोमीटर का हिस्सा चालू हो जाएगा। जिससे अब बाद मेरठ से दिल्ली का सफर सिर्फ 25 मिनट में तय होगा।
पहले 34 किमी ट्रैक पर चल रही थी रैपिड ट्रेन
मोदीनगर के बाद अब इस 8 किलोमीटर सेक्शन के और जुड़ने से दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर का कुल 42 किलोमीटर हिस्सा अब चालू हो गया है। जिसमें गाजियाबाद के साहिबाबाद से लेकर मेरठ के मेरठ साउथ तक 9 स्टेशन शामिल हैं। अभी तक देश की पहली नमो भारत रीजनल ट्रेन साहिबाबाद से मोदीनगर तक कुल 34 किलोमीटर के ट्रैक पर दौड़ रही है. अब इसमें 8 किमी और बढ़ गया है।
82 किमी सफर सिर्फ 25 मिनट में
बता दें कि मेरठ से दिल्ली तक की दूरी 82 किमी है। अभी तक दिल्ली जाने के लिए लोगों को घंटों जाम में जूझकर जाना पड़ता था। लेकिन अब मेरठ से दिल्ली का सफर तय करने में समय भी बचेगा। मात्र 25 मिनट में गाजियाबाद तक की दूरी तय हो जाएगी। बता दें कि नमो भारत साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ के बीच 34 किमी. के खंड में संचालित है। इस सेक्शन में कुल आठ स्टेशन हैं, जिनमें साहिबाबाद समेत गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ और मोदीनगर नॉर्थ हैं।
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