भारतीय हॉकी टीम की ओर से पेरिस ओलंपिक से देशवासियों के लिए खुशखबरी सामने आई है। भारतीय हॉकी टीम ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह बना ली है। ये कारनामा भारतीय टीम ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में हराकर किया है। आपको बता दें, चार क्वार्टर की समाप्ति के बाद दोनों टीमों का स्कोर 1-1 से बराबर था। जिसके बाद दोनों टीमों ने निर्धारित एक्स्ट्रा टाइम लेने की पूरी कोशिश की, लेकिन उन्हें वो समय नहीं मिला और पेनल्टी शूटआउट से इसका फैसला किया गया। जिसमें भारतीय हॉकी टीम ने 4-2 से ब्रिटेन को मात देकर सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है।
6 अगस्त को होगा सिल्वर पक्का?
वैसे आपको जानकर हैरानी होगी कि ये मैच इंडियन हॉकी टीम ने 11 नहीं बल्कि 10 खिलाड़ियों की मौजूदगी में जीता है। दरअसल, खेल के दूसरे ही क्वार्टर में अमित रोहिदास को रेड कार्ड मिला था। रेड कार्ड की वजह से वो पूरे मैच से बाहर हो गए थे। फिर भी टीम के जोश में कोई कमीं नहीं आई और टीम ने आखिर तक ब्रिटेन को कड़ी टक्कर दी और जीत हासिल की। अब सेमी-फाइनल मैच 6 अगस्त यानी मंगलवार को खेला जाएगा, जिसमें अगर भारतीय टीम ने जीत हासिल कर ली, तो भारत के नाम सिल्वर मेडल पक्का हो जाएगा।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत का जलवा है जारी
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत अब पेरिस ओलंपिक 2024 में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने इस ओलंपिक में 7 गोल दागे हैं। ऑस्ट्रेलिया हॉकी टीम के ब्लेक गोवर्स ने भी इस ओलंपिक में 7 गोल अपने नाम किए हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कांस्य पदक जीतकर हॉकी में 41 साल का ओलंपिक पदक का सूखा खत्म किया था।
भारत को पेरिस ओलंपिक में बड़ा झटका लगा है। मंगलवार रात को लगातार दो मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंची कुश्ती पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। जिसकी वजह से अब विनेश कुश्ती का फाइनल मुकाबला नहीं खेल पाएंगी। पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन कर रही भारतीय पहलवान विनेश फोगट का 50 किलो से अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बताया कि विनेश फोगाट को वजन ज्यादा होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। संघ ने कहा, "भारतीय दल को इस बात का दुख है कि महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग से विनेश फोगट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। रात भर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उनका वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक था।
बता दें कि मंगलवार को खेले गए मुकाबले में विनेश पहले राउंड तक 1-0 से आगे थीं। आखिरी तीन मिनट में उन्होंने क्यूबा की पहलवान पर डबल लेग अटैक किया और चार पॉइंट अर्जित किए। इस बढ़त को उन्होंने अंत तक बनाए रखा और फाइनल में जगह बनाई। विनेश का इस ओलंपिक में सफर शानदार रहा है।
सेमीफाइनल से पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की लिवाच उकसाना को 7-5 से हराया था। गौरतलब है कि फाइनल में विनेश का अमेरिका की सारा एन हिल्डब्रांड से मुकाबला होना था। अमेरिका की इस पहलवान ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। विश्व चैंपियनशिप में दो रजत और दो कांस्य मेडल भी जीत चुकी हैं।
पेरिस ओलंपिक में जब विनेश फोगाट फाइनल में पहुंची, तो देश में मानों जश्न का माहौल देखने को मिला। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने दिल्ली में पहलवानों के प्रदर्शन को याद करते हुए विनेश की खूब तारीफें की। लेकिन फाइनल मुकाबले से पहले ही विनेश फोगाट महज 50 या 100 ग्राम वजन की वजह से डिसक्वालिफाई हो गईं। जिससे करोड़ों भारतवासियों की गोल्ड की उम्मीद टूट गई। लेकिन इस मामले में एक्स पर कई लोगों ने ओलंपिक संघ पर नाराजगी जाहिर की, तो कई लोगों ने असली वजह की पड़ताल की मांग की। जिसमें विपक्ष के नेता भी शामिल हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर भारतीय संघ से की सच्चाई की मांग
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर विनेश फोगाट के डिसक्वालिफाई होने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ से सच्चाई की मांग की। उन्होंने एक्स पर लिखा- ‘विश्वविजेता पहलवानों को हरा कर फाइनल में पहुंची भारत की शान विनेश फोगाट का तकनीकी आधार पर अयोग्य घोषित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें पूरी उम्मीद है कि भारतीय ओलंपिक संघ इस निर्णय को मजबूती से चैलेंज कर देश की बेटी को न्याय दिलाएगा। विनेश हिम्मत हारने वालों में से नहीं हैं, हमें पूरा भरोसा है कि वह अखाड़े में और अधिक मजबूती से वापसी करेंगी। आपने हमेशा देश को गौरवान्वित किया है विनेश। आज भी पूरा देश आपकी ताक़त बनकर आपके साथ खड़ा है’।
अखिलेश यादव ने जांच की मांग की
अखिलेश यादव ने भी एक्स पर लिखा कि ‘विनेश फोगाट के फ़ाइनल में न खेल पाने की चर्चा के तकनीकी कारणों की गहरी जांच-पड़ताल हो और सुनिश्चित किया जाए कि सच्चाई क्या है और इसके पीछे की असली वजह क्या है’।
पीएम मोदी ने भी किया ट्वीट
वहीं, विनेश फोगाट मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- ‘आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज का झटका दुख देता है। काश शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन का प्रतीक हैं। चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके पक्ष में हैं’।
वैसे आपको बता दें कि सिर्फ ये नेताओं के रिएक्शन नहीं है। बल्कि सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिकेशन को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
Indian Express के @MihirVasavda की रिपोर्ट के मुताबिक, विनेश फोगाट का वजन बीते मंगलवार को हुए मुकाबलों के लिए सही था। लेकिन फिर मंगलवार रात को उसका वजन करीब 2 किलो ज्यादा था। जिसके लिए विनेश पूरी रात नहीं सोई नहीं, बल्कि वजन घटाने के लिए उसने Jogging, skipping, cycling करती रहीं। लेकिन फाइनल मुकाबले से पहले विनेश का वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला, जिससे उन्हें डिसक्वॉलिफाई कर दिया गया।
साल 2024 में पेरिस 33वें ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने जा रहा है। जिसमें दुनियाभर के 10 हजार से भी ज्यादा एथलीट्स पार्टिसेपिट करेंगे। पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेंगे। भारत की तरफ से 16 खेलों में कुल 113 एथलीट पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगे। पिछली बार भारत ने एक स्वर्ण, 2 रजत और 4 कांस्य पदक जीते थे। तो चलिए जानते हैं कि इस बार किन खेलों में कौन से एथलीट पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगे।
तीरंदाजी - दीपिका कुमारी, धीरज बोम्मदेवरा, प्रवीण जाधव, तरुणदीप राय, भजन कौर, अंकिता भगत
एथलेटिक्स - नीरज चोपड़ा, किशोर जेना, अब्दुल्ला अबुबकर, मोहम्मद अनस, मुहम्मद अजमल, अक्शदीप सिंह, विकास सिंह, परमजीत सिंह बिष्ट, प्रियंका गोस्वामी, अविनाश साबले, पारुल चौधरी, ज्योति याराजी, किरण पहल, तेजिंदरपाल सिंह तूर, आभा खटुआ, अनु रानी, सर्वेश कुशारे, प्रवीण चित्रावेल, अमोज जेकब, संतोष तमिलरासन, राजेश रमेश, मिजो चाको कुरियन, विद्या रामराज, ज्योतिका श्री दांडी, एमआर पूर्वम्मा, सुभा वेंकटेशन, प्राची, सूरज पवार, जेसविन एल्ड्रिन, किरण पाल
बैडमिंटन - पीवी सिंधु, चिराग शेट्टी, सात्विक साईराज रेड्डी, एचएस प्रणय, लक्ष्य सेन, अश्विनी पोनप्पा, तनिशा क्रास्तो
बॉक्सिंग - अमित पंगल, निखत जरीन, लवलीना बोरगोहेन, जैसमीन लंबोडिया, प्रीति पवार, निशांत देव
इक्वेस्ट्रियन - अनुष अगरवाल
गोल्फ - शुभांकर शर्मा, गगनजीत भुल्लर, अदिति अशोक, दीक्षा डागर
हॉकी - पीआर श्रीजेश, जरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), सुमित, संजय, राजकुमार पाल, शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, अभिषेक, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मनदीप सिंह, गुजरंत सिंह
शूटिंग - मनु भाकर, ईशा सिंह, अंजुम मौदगिल, ऐश्वर्या प्रताप तोमर, राजेश्वरी कुमारी, श्रेयसी सिंह, अनंतजीत सिंह, रायजा ढिलोन, माहेश्वरी चौहान, संदीप सिंह, अर्जुन बाबुता, एलानेविल वालारिवन, रमिता जिंदल, स्वप्निल कुसाले, सिफ्ट कौर सामरा, रिदम सांगवान, सरबजोत सिंह, अर्जुन सिंह चीमा
सेलिंग - विष्णु सरवनन, नेत्रा कुमानन
टेबल टेनिस - शरत कमल, मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला, हरमीत देसाई, मानव ठक्कर, अर्चना कामत
टेनिस - सुमित नागल, रोहन बोपन्ना, श्रीराम बालाजी
कुश्ती - विनेश फोगाट, अंशु मलिक, अमन सहरावत, निशा दहिया, रीतिका हूडा, अंतिम पंगल
भारोत्तोलन - मीराबाई चानू
तैराकी - धिनिधि देसिंगू, श्रीहरि नटराज
रोविंग - बलराज पोविंग
जूडो - तुलिका मान
Neeraj Chopra Silver Medal in Olympics 2024: ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा से मेडल की उम्मीद की गई थी, जिसे उन्होंने पूरा किया है। ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीता है। जिसके बाद वो लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए। हालांकि, नीरज से देशवासी गोल्ड की उम्मीद लगा रहे थे। लेकिन गोल्ड मेडल पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जीता है।
नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी ने बेटे की जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि
‘हम बहुत खुश हैं, हमारे लिए सिल्वर भी सोने के बराबर है। जो गोल्ड ले गया है वो भी हमारा लड़का है। मेहनत करके लेकर गया है। हर खिलाड़ी का दिन होता है। वह चोटिल हो गया था, इसलिए हम उसके प्रदर्शन से खुश हैं। जब वो (नीरज चोपड़ा) आएगा, तो उसका फेवरेट खाना बनाऊंगी’
पिता ने बेटे की जीत पर क्या कहा?
नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार ने बेटे के सिल्वर मेडल जीतने पर कहा कि हम प्रेशर नहीं डाल सकते हैं। हर किसी खिलाड़ी का दिन होता है। आज पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम का दिन था। अरशद गोल्ड जीत पाए। हम दूसरे ओलंपिक में जैवलिन में मेडल जीत पाए। ये बहुत खुशी की बात है। हम दूसरे देशों को फाइट दे रहे हैं।
नीरज चोपड़ा महज 26 साल के हैं। ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा का दूसरा थ्रो उनका एकमात्र वैध थ्रो बताया जा रहा है। जिसमें नीरज ने 89.45 मीटर कवर किया। इसके अलावा नीरज के शेष पांचों प्रयास असफल रहे थे। आपको बता दें, इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
अरशद नदीम को 10 बार हरा चुके हैं नीरज चोपड़ा
गोल्ड की रेस में शामिल पाकिस्तान एथलीट अरशद नदीम ने भी नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने अपना दूसरा थ्रो 92.97 मीटर का लगाया। वहीं, आखिरी यानी कि छठा थ्रो 91.79 मीटर का लगाया। वैसे, पाकिस्तान के लिए ये कई मायनों में अच्छी खबर है, क्योंकि साल 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद ये पाकिस्तान का पहला ओलंपिक मेडल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये फैक्ट ये भी है कि पहले के दस मुकाबलों में नीरज चोपड़ा ने हमेशा अरशद नदीम को हराया था।
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओंलपिक में मेडल हासिल करके रिकॉर्ड कायम किया, तो सोशल मीडिया पर सिर्फ 26 साल के एथलीट पर बायोपिक बनने की बातें होने लगीं। लेकिन क्या आप ओलंपिक में पहले गोल्ड जीतने से लेकर सुनहरी यादों पर बनी फिल्मों के बारे में जानते हैं...
गोल्ड ( 2018)
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म गोल्ड भारतीय हॉकी प्लेयर किशन लाल की बायोपिक थी। मौजूदा समय में हॉकी टीम की प्रतिभा देश में हॉकी के स्वर्णिम युग की वापसी की आहट दे रही है। साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म गोल्ड में अक्षय कुमार ने भारतीय हॉकी प्लेयर किशन लाल की भूमिका अदा की थी। फिल्म में राष्ट्रगान से शुरु होने वाला सवाल राष्ट्रगान के जवाब पर जाकर खत्म होता दिखाया गया है। गोल्ड एक बेहेतरीन बायोपिक का उदाहरण है।
भाग मिल्खा भाग ( 2013)
फरहान अख्तर स्टारर फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' ओलंपिक इवेंट्स (1956, 1960 और 1964) में भारत को रिप्रेजेंट करने वाले लेजेंड एथलीट मिल्खा सिंह पर फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' एक बेहेतरीन बायोपिक फिल्म है। जिससे युवा प्रेरणा लेते हैं। फिल्म में मिल्खा सिंह का रोल फरहान अख्तर ने बखूबी निभाया है।
साइना ( 2021)
साल 2021 में ओलंपिक गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल की जिंदगी पर फिल्म बनाई गई थी। साइना साल 2012 में रिलीज हुई थी। परिणीति चोपड़ा स्टारर 'साइना' में हैदराबाद से निकलीं लड़की कैसे वर्ल्ड चैंपियन बनने तक का सफर तय करती है, ये दिखाया गया है।
सूरमा ( 2018)
फिल्म 'सूरमा' संदीप सिंह की बायोपिक है। इस फिल्म में उनका किरदार दिलजीत दोसांझ ने निभाया है। साल 2012 के लंदन ओलंपिक में जब भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 8 साल बाद क्वालिफाई किया था, तब क्वालिफायर में सबसे ज्यादा 16 गोल संदीप सिंह ने ही किए थे। फिर साल 2006 में उनकी कमर में गोली लगने के बाद उनकी लोअर बॉडी पैरालाईज हो गई थी और डॉक्टर्स ने बताया कि वो अपने पैरों पर खड़े न हो पाएंगे। लेकिन संदीप सिंह ने कमबैक करके दिखाया।
मैरी कॉम ( 2014)
मैरी कॉम महिलाओं को इंस्पायर करने वाली सबसे बेहेतरीन फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा ने मैरी कॉम का रोल प्ले किया था। पहली बार ओलंपिक में क्वालीफाई (2012, लंदन) करने वाली और ब्रॉन्ज मैडल जीतने वालीं भारतीय महिला बॉक्सर मैरी कॉम की कहानी एक महिला की जिंदगी के उतार-चढावों को भी दिखाती है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में पहलवान अमन सहरावत ने वो कर दिखाया जो आज तक ओलंपिक इतिहास में नहीं हुआ था। 21 वर्षीय अमन 57 किग्रा फ्री-स्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारत के सबसे कम उम्र के ओलंपियन बन गए हैं। अमन ने 9 अगस्त को खेले गए प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराकर ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सातवें भारतीय रेसलर बन गए हैं। ब्रॉन्ज मेडल मैच के दौरान अमन की नाक में चोट लग गई थी, इसके बावजूद पीछे नहीं हटे।
सेमिफाइनल के बाद बढ़ गया 4.5 किलो वजन
खास बात है कि विनेश फोगाट की तरह अमन का भी सेमिफाइनल में हारने के बाद वजन बढ़कर 61.5 हो गया था। लेकिन अमन रात में जिम में जॉगिंग और बाहर जाकर विंडचीटर जैकेट पहनी और यह सब 2-3 घंटे तक किया था. तब जाकर 4.6 किलो वजन घटा।
11 साल की उम्र में ही माता-पिता का उठ गया था साया
बता दें कि अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर के रहने वाले हैं। 2012 ओलंपिक में सुशील कुमार ने जब सिल्वर मेडल जीता तो उनसे ही प्रेरित होकर 10 साल की उम्र में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती के दांव पेच सीखने पहुंच गए थे। इसके एक साल बाद माता-पिता दोनों की अलग-अलग बीमारी की वजह से मौत हो गई थी.
कुश्ती में भारत के अब तक इन्होंने मेडल जीता
केडी जाधव कांस्य पदक, हेलसिंकी ओलंपिक (1952), सुशील कुमार- कांस्य पदक, बीजिंग ओलंपिक (2008), रजत पदक- लंदन ओलंपिक (2012), योगेश्वर दत्त कांस्य पदक, लंदन ओलंपिक (2012), साक्षी मलिक-कांस्य पदक, रियो ओलंपिक (2016), रवि कुमार दहिया-रजत पदक, टोक्यो ओलंपिक (2020), बजरंग पूनिया-कांस्य पदक, टोक्यो ओलंपिक (2020), अमन सहरावत- कांस्य पदक, पेरिस ओलंपिक (2024).
पेरिस ओलंपिक 2024 भारत की तरफ से टोटल 117 एथलीट्स पार्टिसिपेट करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन भारत का पेरिस ओलंपिक में सफर 6 मेडल के साथ खत्म हो गया है। भारत के खाते में अब-तक कुल 6 मेडल आए, जबकि 7वें पदक का फैसला आना अभी बाकी है। दरअसल, विनेश फोगाट के डिस्क्वालीफाई हो जाने के बाद सिल्वर मेडल के लिए अलीप दर्ज की थी, जिसका अभी फैसला आना बाकी है।
भारत के खाते में एक भी गोल्ड नहीं
भारतीय ओलंपिक एथलीट्स के खाते में एक भी गोल्ड मेडल नहीं आया है। टोटल 6 में से 5 ब्रॉन्ज और 1 सिल्वर मेडल जीता। सिल्वर मेडल नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में हासिल किया है। वहीं, पेरिस ओलंपिक से पहले टोक्यो ओलंपिक में भारत के खाते में 1 गोल्ड मेडल भी आया था। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में कुल 7 मेडल हासिल किए थे।
पेरिस में इन खेलों में मिला मेडल
स्वप्निल कुसाले ने ओलंपिक 2024 में भारत को तीसरा मेडल जीताया है। जिसके बाद भारतीय दल के खाते में कुल 3 मेडल हो गए हैं। ये तीनों ही मेडल निशानेबाजी से भारत के हाथ लगे हैं। ये पहली है जब निशानेबाजी में किसी ओलंपिक में तीन मेडल भारत ने जीते हैं। आपको याद दिला दें, मनु भाकर ने ओलंपिक 2024 में देश को पहला मेडल जीताया था। इसके बाद मनु भाकर ने सरबजोत सिंह के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। तीसरा मेडल जितने वाले स्वप्निल कुसाले पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अपने आदर्श के रुप में देखते हैं।
कौन हैं स्वप्निल कुसाले?
निशानेबाज स्वप्निल कुसाले का जन्म 6 अगस्त 1995 में एक किसान परिवार में हुआ था। उनकी शूटिंग के उपलब्धियों को क्रेडिट उनके पिता को जाता है, क्योंकि स्वप्निल के शूटिंग करियर की शुरुआत तब हुई, जब साल 2009 में उनके पिता ने उन्हें महाराष्ट्र के प्राइमरी खेल प्रोग्राम क्रीड़ा प्रबोधिनी में एडमिशन दिलाया था। अब पेरिस ओलिंपिक 2024 में स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा है। वो 50 मीटर राइफल के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय निशानेबाज हैं।
जीत के बाद बोले ‘धड़कने तेज हो गई थीं’
स्वप्निल कुसाले साल 2015 में कुवैत में आयोजित हुई एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल प्रोन 3 इवेंट में गोल्ड मेडल जीत कर अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। आपको बता दें, शूटर ने 59वें नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में स्वप्निल गगन नारंग और चेन सिंह जैसे उम्दा शूटर्स को हार का स्वाद चखा चुके हैं। जीत के बाद स्वप्निल ने कहा,
'मुझे काफी खुशी हो रही है कि मैं देश के लिए मेडल जीता। फाइनल के दौरान काफी नर्वस था, धड़कने तेज हो गई थीं।'
धोनी को मानते हैं अपना आदर्श
निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने बताया कि उन्होंने महेद्र सिंह धोनी पर बनी फिल्म को कई बार देखा है। जिसे देख वो उम्मीद करते हैं कि वो भी कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करें। निशानेबाज स्वप्निल कुसाले बोले-
मैं निशानेबाजी की दुनिया में किसी खास व्यक्ति को फॉलो नहीं करता। लेकिन एमएस धोनी एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी मैं बहुत इज्जत करता हूं। मेरे खेल में भी उतना ही शांत और धैर्यवान रहना होता है, जितना वो मैदान पर रहते हैं। मैं उनकी कहानी से भी जुड़ाव महसूस करता हूं क्योंकि मैं भी उन्हीं की तरह टिकट कलेक्टर था।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022