सोशल मीडिया पर रील बनाने का शौक दो युवकों को भारी पड़ा है। वायरल होने की चाहत में जिस थाने के बाहर युवकों ने रील बनाई, पुलिस ने उन्हें उसी थाने का अंदर से दीदार करा दिया है। थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने युवकों को वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार किया है।
पुलिस थाने में काम से आया था युवक
जानकारी के मुताबिक, इटहेडा का रहने वाला अमन शर्मा पुत्र महेश शर्मा काम के सिलसिले में अपनी कार (UP32JQ0214) से थाना नॉलेज पार्क आया था। लेकिन अमन ने वापसी के दौरान नॉलेज पार्क के मेन गेट पर रील बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर शेयर की। जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना नॉलेज पुलिस ने अमन शर्मा और रील बनाने में उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ ही गाड़ी को सीज कर लिया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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बैकग्राउंड में लगाया था ‘स्वैग वाला’ गाना
अमन शर्मा ने वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर कर उसमें जो गाना लगाया था, उसके बोल हैं "शेर अगर जितना भी शांत हो जंगल का राजा वही होता ह, कुत्ता कितना ही वफादार हो अगर वो खूंखार हो जाए उसको सुला दिया जाता है।" सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही थी। अब पुलिस ने रीलबाज को गिरफ्त में ले लिया है।
नोएडा में चेन स्नैचर्स लोगों को अपना निशाना बनाते हैं। लेकिन बीते बुधवार को थाना ईकोटेक-1 पुलिस ने इंटेलिजेंस और सूत्रों की मदद से दो चेन स्नैचर्स को पकड़ लिया है। दोनों अभियुक्तों के पास छीने हुए मोबाइल, तमंचा और भी सामान बरामद हुआ है।
इंटेलिंजेंस की मदद से पकड़े गए दोनों अभियुक्त
बीते दिन नोएडा ईकोटेक पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुये मोबाइल और चैन स्नैचर को पकड़ा लिया। इनकी पहचान राहुल शर्मा ( 20) और सचिन ( 22) के तौर पर हुई है। दोनों अभियुक्तों को पुलिस ने औद्योगिक क्षेत्र शमशान घाट रोड तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है।
सोने की चेन, मोबाइल और तमंचा हुआ बरामद
पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास छीने गये मोबाइल, दो चैन के टुकडे (पीली धातु), अवैध तमंचा, कारतूस और घटना में इस्तेमाल की गई मोटर साइकिल (UP 38K 1772) भी जब्त की गई है।
नोएडा। अकराबाद थाना फेस-2 पुलिस टीम ने सैमसंग मोबाइल फोन के पार्ट्स को षडयन्त्र रचकर तथा माल बेचकर पैसे कमाने के सामान्य आशय से विश्ववासघात करने वाला अभियुक्त अतुल कुमार पुत्र राजकुमार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व लोकल इंन्टेलिजेन्स की सहायता से अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
करीब 60 हजार की कीमत का सामान बरामद
थाना फेस-2 पुलिस टीम ने एक अभियुक्त अतुल कुमार पुत्र राजकुमार को गिरफ़्तार किया है। अभियुक्त की उम्र 32 साल है और वो अकराबाद का निवासी है। अभियुक्त अतुल कुमार को अकराबाद थाना क्षेत्र के बड़ा पार्क सेक्टर-88 के पास बने तिराहे से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त अतुल कुमार के कब्जे से 168 मोबाइल फोन पार्टस रियर कवर बरामद हुए है। जिसकी कुल कीमत लगभग 58,800 रूपए बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस अभियुक्त से पूछताछ करके कार्रवाई कर रही है।
Noida: नोएडा में लगातार बाइक चोरी करने वाले गैंग की धड़पकड़ जारी है। बुधवार को नोएडा फेस-1 थाना पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले दो आरोपियों को अपने शिकंजे में लिया है। जिसके बाद पुलिस को इनके ‘सिंपल प्लान’ का भी पता चला है। पुलिस का कहना है कि अभी और भी खुलासे हो सकते हैं।
‘सिंपल प्लान’ बनाकर करते थे बाइक चोरी
एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि शहर के मैट्रो स्टेशन, भीड़-भाड़ वाले इलाकों, मार्केट और तमाम जगहों पर ये आरोपी लोगों की नजर बचाकर गाड़ी को ले जाते थे और साइड में कहीं सुरक्षित मालूम दे रही जगह पर खड़ा कर देते थे। जिसके बाद ये बाइक पर नजर बनाए रखते थे। साथ ही ध्यान देते थे कि जैसे ही लोगों का ध्यान हटे और कोई इन पर अंदेशा न करें, तब बाइक लेकर रफू-चक्कर हो जाते थे।
सस्ते दामों में करते थे बिक्री
चोरी की गाड़ियों को ये अभियुक्त सस्ते दामों में दिल्ली में बेच देते थे। इसी तरह से बाइक चोरी को आरोपियों ने अपना व्यवसाय बना लिया था। पुलिस का कहना है कि दिल्ली में भी इनके चोरी के केस दर्ज हैं। पुलिस अन्य खुलासों के साथ ही चोरी की गाड़ी खरीदने वालों की भी पड़ताल कर रही है।
पुलिस ने 6 बाइकों समेत किया गिरफ्तार
नोएडा की सेक्टर फेज-1 थाना पुलिस ने इनको पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को कुल 6 बाइकों से साथ गिरफ्तार किया है। जिसमें से 5 बाइकों की रिपोर्ट दर्ज है और एक बाइक लावारिश बताई गई है। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों में एक नाबालिग बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वौ 9वीं में फेल है। पुलिस को उम्र में धोखाधड़ी का अंदेशा हैं। वहीं दूसरे अभियुक्त की पहचान नितिश शर्मा के तौर पर हुई है। जोकि मूल रुप से बाराबंकी का रहने वाला है। मौजूदा समय में दिल्ली मायूर विहार में निवास करता था। पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।
Noida: लोन और बीमा पॉलिसी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने भांडाफोड़ा है। सीआरसी और सेक्टर-49 थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस गैंग का खुलासा हुआ है। पुलिस ने गैंग के 11 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसमें 9 महिलाएं शामिल हैं। नोएडा के सेक्टर-51 स्थित होशियारपुर गांव की शर्मा मार्केट में चोरी छिपे एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। जहां से लोगों को ठगने का पूरा धंधा चल रहा था। आरोपियों के पास से 25 मोबाइल, 81 डाटा शीट, फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
कैसे करते थे ठगी ?
ये गैंग दिल्ली एनसीआर के बाहर के लोगों को अपना निशाना बनाता था। इसमें झारखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक का नाम सामने आया है, जहां के लोगों के साथ इस गैंग ने ठगी की है। सस्त ब्याज दर और आसान किस्तों पर लोन दिलाने का झासा देकर ये गैंग लोगों को अपने चंगुल में लेता था। इसके अलावा बीमा पॉलिसी के नाम पर लोगों को फंसाया जाता था। जब कोई इनके झांसे में आ जाता तो उससे प्रक्रिया के नाम पर पैसे मांग लेते थे। कई बार लोग लालच में आकर इनको पैसे एकाउंट में ट्रांसफर कर देते थे। शुरुआती जांच में सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आ चुका है।
25 मोबाइल और 10 हजार लोगों का डाटा मिला
पुलिस ने इन शातिर आरोपियों के साथ ही 25 मोबाइल फोन भी बरामद किया है। साथ ही करीब 10 हजार लोगों का डाटा भी प्राप्त हुआ है। इसी के साथ ही नोएडा डीसीपी क्राइम शक्ति अवस्थी ने बताया कि ये आरोपी लोगों को लोन दिलाने और बीमा पॉलिसी दिलाने के नाम पर मोटी रकम ऐंठते थे। इनके पास से 81 डाटा शीट ,फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
रांची में भी की धोखाधड़ी
नोएडा डीसीपी क्राइम शक्ति अवस्थी ने बताया ने बताया कि इन अभियुक्तों के नाम पर रांची का भी एक मामला सामने आया था। ये लोग दिल्ली एनसीआर से बाहर के लोगों को अपना शिकार बनाते थे। पिछले डेढ़ साल में ये लोग सैकड़ो लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। अब पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्यवाही जारी है।
नोएडा की थाना सेक्टर 63 पुलिस ने भोले-भाले लोगों से मुद्रा फाइनेंस कंपनी के नाम पर ठगी करने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए 9 आरोपियों में से 7 लोग जिला महबूबनगर तेलंगाना के रहने वाले हैं।
नोएडा और दिल्ली से पकड़े गए आरोपी
एडीसीपी सेन्ट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि शुक्रवार को एक सूचना पर नोएडा के ग्राम बसई सेक्टर-70 नोएडा, डी पार्क सेक्टर-63 नोएडा, और द्वारिका मोड दिल्ली 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें शिव कुमार निवासी नालंदा बिहार और गैंग सरगना शेखर यादव द्वारका मोड़ नई दिल्ली के रहने वाले है, जबकि बाकी 7 रवि सागर, कुरूमुर्ति, प्रकाश कुमार, श्रीकांत, राजशेखर और साई कुमार थाना वन टाउन, जिला महबूबनगर, तेलंगाना के रहने वाले हैं।
लैपटॉप, फोन और लाखों का कैश बरामद
एडीसीपी सेन्ट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया ने बताया कि इन अभियुक्तों के कब्जे से 2 लैपटॉप, 16 स्मार्ट फोन, 8 कीपैड फोन, 16 कापियां 1 पेन एवं साइबर ठगी कर कमाये गये 5 लाख 26 हजार रुपये की नकदी बरामद की गई है। पकड़े गए आरोपी सेक्टर 70 और दिल्ली के द्वारका में कॉल सेंटर चलाते थे। वहां से ये लोग ऑनलाइन लोगों से संपर्क कर उन्हें लोन दिलवाने का आश्वासन देते थे प्रोसेसिंग फीस आदि के नाम पर यह लोग पीड़ितों से मोटी रकम अपने खाते में डलवा लेते थे, बाद में उनकी रकम हड़प लेते थे।
शिकार हुई महिला से मिली जानकारी
पुलिस ने बताया कि एक महिला नोएडा जोकि सेक्टर 68 में रहती है। महिला ने थाना सेक्टर 63 पुलिस से शिकायत में बताया कि एक व्यक्ति ने उसके पास आकर बताया कि पत्नी की तबियत बहुत खराब है, उसने अपने मित्र से पैसे मंगाये हैं लेकिन उसका बैंक खाता न होने के कारण वो उसे रुपये नहीं भेज पा रहा है, जिसपर महिला द्वारा व्यक्ति के कहने पर पैसा अपने खाते में मंगवा लिया। मनी ट्रांसफर की दुकान में जाकर व्यक्ति के खाते में पैसा डाल दिया। कुछ समय बाद महिला का खाता फ्रीज होगा। जब इसकी जानकारी महिला को मिली, तो वह बैंक पहुंची। जहां पता चला कि 5 मई को उसके खाते में फ्रॉड का पैसा आया था। जिसके बाद साइबर क्राईम पुलिस बिहार द्वारा उसका खाता फ्रीज किया गया है।
धोखाधड़ी कर कमाएं लाखों रुपए
पकड़े गए 9 आरोपियों से शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि फ्रॉड के पैसों का 12 प्रतिशत खाताधारक को, 40 प्रतिशत कॉल करने वाले को और बाकी का 48 प्रतिशत पैसा अभियुक्त शेखर यादव व मुख्य अभियुक्त शिवकुमार के पास रह जाता था। आरोपियों के कब्जे से जो लाखों रुपए बरामद हुए हैं, वो आनलाईन ठगी के हैं, जो उन्हें आपस में बांटने थे। मुद्रा फाईनेंस कंपनी के नाम पर इसी तरह इन लोगों ने लाखों कमाएं हैं।
नोएडा में एक बार फिर से चौकी प्रभारियों का ट्रांसफर किया गया है। इस बार 32 चौकी प्रभारियों को स्थानान्तरित किया गया है। ऐसा नोएडा जोन थानों में खाली जगह के साथ-साथ कानून और शान्ति व्यवस्था की सुदृढ़ स्थिति बनाये रखने के लिए किया गया है। जानिए किस चौकी प्रभारी को कहां स्थानान्तरित किया गया है।
नोएडा पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। जहां शनिवार को नोएडा पुलिस ने करीब 10 दिन पहले पकड़े गए वाहन चोरों की निशानदेही पर एक कुख्यात आरोपी को गिरफ्तार किया है। साथ ही चोरी की गाड़ियां भी बरामद की हैं।
नोएडा पुलिस ने अन्तर्राज्यीय चोर को किया गिरफ्तार
नोएडा थाना सेक्टर 113 पुलिस ने अन्तर्राज्यीय कुख्यात गिरोह के सरगना समेत कुल 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। जो चार पहिया वाहन चुराने में शातिर अपराधी हैं। पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्तों को जेल भेजा था। जिसके बाद पुलिस ने न्यायालय से याचिका कर इन्हें 5 दिन की पीसीआर पर लिया। इनकी पहचान खलील, सोनू और मोनू कुमार के तौर पर हुई थी। जिनसे पूछताछ करने के बाद पुलिस ने जाल बिछाकर शनिवार को एक अन्य शातिर चोर को अपने शिकंजे में ले लिया। शानिवार को निशानदेही पर पकड़े गए अभियुक्त की पहचान अन्नू उर्फ हेमराज पुत्र सतीश कुमार के तौर पर हुई है। अभियुक्त काली मंदिर के पास कांगड रोड पातरान थाना सदर जनपद पटियाला पंजाब का रहने वाला है। जिसे पुलिस ने एफएनजी रोड के पास स्थित बिसरख पुल के नीचे से गिरफ्तार किया है और चोरी के 5 चार पहिया वाहन भी बरामद किए हैं।
5 मिनट में गाड़ी गायब करने का ‘हुनर’
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और जगहों से चार पहिया वाहनों की चोरी करते थे। पुलिस ने बताया कि इनके पास key programming pad होते है, जिसे ये ऑनलाइन मंगवाते है। इसी का यूज करके ये गाड़ी की ECM(Electronic content management) मशीन को री-प्रोग्राम कर लेते थे। जिससे नया की-मोड जनरेट करने के बाद गाडी की डुपलीकेट चाबी बना लेते है, जिससे पूरी गाडी इनके कंट्रोल में हो जाती है। इन पूरे प्रकरण में सिर्फ 5-10 मिनट का समय लगता है। चोरी करने के बाद ये शातिर सबसे पहले चोरी किए वाहनों की नंबर प्लेट हटा देते है और किसी सुरक्षित पार्किंग में गाडी को 2-3 दिनों के लिए खडा कर देते हैं। अभियुक्त काफी समय से चोरी की घटनाओं के अंजाम दे रहे थे, इसलिए चोरी में माहिर होने के साथ ही गाड़ी के पेपर, बॉर्डर पार कराना और पुलिस को चकमा देने के पैतरे समझ गए थे।
फिल्मी स्टाइल करते काम पूरा
जैसे फिल्मों में दिखाया जाता है कि खतरे से निपटने के लिए आगे सही कागज वाली गाड़ी चलती है, फिर पीछे चकमा देने का काम होता है। ठीक इसी तरह से सही कागज वाली गाड़ी से साथी आगे चलते और जहां पुलिस चेकिंग होती, उसकी सूचना व्हाट्स-अप के जरिए साथी को दे देते। फिर मौका पाकर वाहनों को अलग-अलग प्रदेशों में बेच देते है। अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि चोरी किए गए वाहनों के खरीददार पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, चेन्नई और नार्थ-ईस्ट प्रदेशों के होते है। इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
नोएडा में मोटरसाइकिल, दो पहिया वाहनों की चोरी की खबरे लगातार सामने आती हैं। जिसपर नोएडा पुलिस के साथ दो शातिर चोर लगे हैं। जो नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। साथ ही पुलिस ने 8 चोरी के वाहन भी बरामद किए हैं।
दो पहिया वाहन चोर पुलिस के शिकंजे में
नोएडा एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दो पहिया वाहन चोरों के गिरोह गिरफ्तार किया गया है। ये नोएडा के साथ ही गाजियाबाद और दिल्ली में भी चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। इनकी पहचान सूरज और हर्ष के तौर पर हुई है। दोनों ने ग्रेजुएशन किया हुआ है। इन्हें नोएडा के फेस-1 थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के सेक्टर 6 से गिरफ्तार किया है।
चोरी के 8 वाहन भी बरामद
नोएडा पुलिस ने चोरी के 8 वाहन भी बरामद किए हैं, जिसमें 5 बाइक और तीन स्कूटी हैं। पुलिस ने बताया कि इनके नाम पर पहले भी केस दर्ज हैं और ये दर्जनों चोरी की घटनाओं अंजाम दे चुके हैं। ये अपने शौक पूरे करने के लिए चोरी करते थे।
OLX पर बेचते थे चोरी के वाहन
चोरी करने के बाद ये चोरी के वाहनों को ओएलएक्स के माध्यम से बेच देते थे। पुलिस ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में इन्होंने गैंग में और लोगों के बारे में जिक्र किया है, पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।
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October 05, 2024