Greater Noida: अथॉरिटी अपने एरिया में 8 फुट ओवर ब्रिज बनाने जा रही है। जिसके लिए जगह चिन्हित कर ली गई है और तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसमें सूरजपुर कलेक्ट्रेट और जगत फॉर्म के नाम शामिल हैं। बिल्ट ऑपरेटर ट्रांसफर के आधार पर इन एफओबी के बनने से पब्लिक को सड़क पार करने में बेहद आसानी हो जाएगी। इन फुट ओवर ब्रिज में एस्कलेटर के साथ लिफ्ट भी लगाएगी। अभी तक शहर में एफओबी नहीं बने हैं।
सड़क दुर्घटनाओं पर लगेगी लगाम
ग्रेटर नोएडा में अभी तक फुट ओवर ब्रिज नहीं बने हैं। पिछले कई सालों से लोग फुट ओवर ब्रिज की मांग की मांग कर रहे हैं। आलम ये है कि लोगों को जान जोखिम में डालकर सड़क पार करना पड़ता है। शहर में तमाम ऐसे स्थान हैं जहां कई बार सड़क पार करते वक्त लोग हादसे के शिकार हो जाते हैं। अब इसके बन जाने के बाद सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी।
इन स्थानों पर बनने जा रहे फुट ओवर ब्रिज
जानकारी के मुताबिक फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। जिसमें सूरजपुर कलेक्ट्रेट के पास, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक मूर्ति गोल चक्कर, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निराला टाउनशिप के पास, सुपरटेक इकोविलेज वन हाउसिंग सोसायटी, ग्रेटर नोएडा के ओमेगा शॉपिंग कॉम्पलेक्स, ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल के सामने इन स्थानों का सर्वे करवाने के बाद इन्हें चिन्हित किया गया।
इन स्थानों पर भी FOB बनाने की भी मांग
शहर में सूरजपुर घंटा चौक गोलचक्कर के पास, चार मूर्ति गोल चक्कर के करीब समेत और कई स्थानो पर भी फुट ओवर ब्रिज बनाए जाने की मांग की जा रही है। एफओबी बनाए जाने की मांग लोग लंबे समय से करते आ रहे हैं। जिसकी शुरुआत अब सीईओ रवि कुमार एनजी के कार्यकाल में शुरू होने जा रही है।
Greater Noida: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शहरवासियों को फुट ओवर ब्रिज का तोहफा मिलने जा रहा है। प्राधिकरण ने कुल 8 जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए टेंडर जारी किया था। जिसमें से 5 जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने वाली कंपनियों का चयन कर लिया गया है। तीन और जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए दोबारा टेंडर होगा।
ऐसे प्राधिकरण को होगी कमाई
पीपीपी के अंतर्गत डीबीएफओटी (डिजाइन, बिल्ट, फंड, ऑपरेट एंड ट्रांसफर) के पैटर्न पर बनने वाले इन पांच फुटओवर ब्रिज से प्राधिकरण को हर माह करीब नौ लाख रुपये की आमदनी होगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने एफओबी बनाने के लिए कुछ और जगहों को चिंहित करने के निर्देश दिए। साथ ही पीपीपी मॉडल पर ही कुछ और विकास परियोजनाएं लाकर मासिक आमदनी को 50 लाख रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया है। इस रकम को स्वच्छता और शहर के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा।
यहां पर बनेंगे फुट ओवर ब्रिज
प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा को तीन जोन में बांटते हुए कुल 8 जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए टेंडर जारी किया था। ये फुटओवर ब्रिज ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर-कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शापिंग कॉम्प्लेक्स के सामने, ओमेगा शापिंग कॉम्प्लेक्स, दुर्गा टाकीज जंक्षन, कलेक्ट्रेट के सामने, ग्रेनो वेस्ट में एक मूर्ति गोलचक्कर, निराला एस्टेट टाउनशिप के सामने और सुपरटेक इकोविलेज के सामने बनने हैं। बुधवार को तीनों जोन के 8 एफओबी बनाने के लिए जारी टेंडर की फाइनेंशियल बिड खुली। इन 8 में से पांच जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए कंपनियों का चयन कर लिया गया है। ये पांच फुटओवर ब्रिज ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर-कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शापिंग कॉम्प्लेक्स के सामने और ग्रेनो वेस्ट में एक मूर्ति गोलचक्कर, निराला एस्टेट टाउनशिप के सामने और सुपरटेक ईकोविलेज के सामने बनेंगे। इन फुटओवर ब्रिज की डिजाइन, कंस्ट्रक्शन और कंप्लीशन का परीक्षण आईआईटी से कराया जाएगा। इन सभी फब में सीढ़ी और लिफ्ट का प्रावधान किया गया है।
तय समय में पूरा होगा निर्माण
वहीं ओमेगा शापिंग कॉम्प्लेक्स, दुर्गा टाकीज जंक्शन, कलेक्ट्रेट के सामने के फुटओवर ब्रिज को बनवाने के टेंडर के फाइनेंशियल बिड में सिर्फ दो ही कंपनियां क्वालीफाई कर सकीं हैं। इसलिए इनकी फाइनेंशियल बिड नहीं खुली। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इन फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए दोबारा टेंडर जारी करेगा। इन सभी जगहों पर राहगीरों की आवाजाही बहुत है। फुटओवर ब्रिज बनने से बड़ी राहत मिल जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने एफओबी के लिए कंपनियों का चयन होने पर खुशी जताई है और इन फुटओवर ब्रिज को तय समय पर पूरा कराने की बात कही है।
ग्रेटर नोएडा वासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। जल्द ही लोगों को घंटों जाम से निजात मिलेगा। जी हां लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण करीबन आठ जगहों पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण करवाएगी। इसके लिए प्राधिकरण ने सभी तैयारियां भी शुरू कर दी है। ऐसे में सबसे पहले रूट डायवर्जन किया जाएगा, जिसे लेकर प्राधिकरण की टीम यातायात डीसीपी के साथ बैठक कर विचार करके एक रूट डायवर्जन की रिपोर्ट बनाएगी। कहा जा रहा है कि इस अंडरपास को बनाने में करीब 93 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में दिनों दिन लोगों की आबादी बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में लोगों को इधर उधर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसमें सबसे बड़ी समस्या जाम के झाम की होती है। वर्तमान में अस्थायी विकल्प के तौर पर चौराहे के दोनों तरफ दो यूटर्न बने हैं। यानी की गौर सिटी की तरफ से सूरजपुर और नोएडा को जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यूटर्न से होकर गुजरते हैं। ऐसा ही 130 मीटर रोड और सूरजपुर की तरफ से गौर सिटी और प्रताप विहार को जाने वाले वाहन नोएडा की तरफ बने यूटर्न से होकर जाते हैं। लेकिन अब इस अस्तायी विकल्प को जल्द ही खत्म करने की तैयारी है।
जानकारी के मुतााबिक, यह अंडरपास चौराहे पर 130 मीटर रोड को क्रॉस करते हुए 60 मीटर रोड के समानांतर बनेगा। यानी की वाहन प्रताप विहार से सूरजपुर और ग्रेटर नोएडा के बीच होकर गुजरेंगे। लेकिन इस अंडरपास के निर्माण से पहले वहां की स्थिति का जायजा लिया जाएगा। आईजीएल लाइन, पेड़ और फुटपाथ के साथ ही अन्य बिंदुओं की रिपोर्ट बनाएगी जाएगी, जिसका काम एक कंपनी को सौंपा गया है। फिर कंपनी अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंपेगी, जिसके आधार पर आगे का काम शुरू किया जाएगा। फिलहाल इस काम को पूरा होने में दो साल तक का वक्त लग सकता है।
इन आठ जगहों पर बनेगा फुटओवर ब्रिज
बता दें कि, इन आठ जगहों में से एक ग्रेटर नोएडा वेस्ट के मूर्ति गोलचक्कर पर फुटओवर ब्रिज है, जोकि अब बनकर तैयार हो गया है। बाकी सात फुटओवर ब्रिज सूरजपुर-कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शापिंग कॉम्पलेक्स के सामने, ओमेगा शापिंग कॉम्पलेक्स, दुर्गा टॉकीज जंक्शन, कलेक्ट्रेट के सामने, निराला एस्टेट टाउनशिप के सामने और सुपरटेक इकोविलेज के सामने बनेंगे।
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