Delhi: लोकसभा चुनाव-2024 का चुनाव अयोग ने ऐलान कर दिया है. इस बार सात चरणों में लोकसभा का चुनाव होना है. चुनाव आयोग के लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा करते ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गया है. आचार संहिता से मतलब उन नियमों से है जिनका पालन चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक करना होता है. मतलब, आदर्श आचार संहिता लोकसभा चुनाव की घोषणा से लेकर परिणाम घोषित होने तक लागू रहती है.
आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने पर सरकार के कामकाज का दायरा अब सीमित हो जाता है. सरकार बड़ा नीतिगत फैसला नहीं ले सकती. नई योजनाओं, प्रोजेक्ट्स की शुरुआत नहीं की जा सकती. चुनाव प्रचार के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल नहीं कर सकते. आदर्श आचार संहिता इसलिए बनी है ताकि सभी राजनीतिक दलों को बराबरी का मौका मिल सके.
कब-कब होंगे इलेक्शन
लोकसभा चुनाव-2024 का चुनाव अयोग ने ऐलान कर दिया है. इस बार सात चरणों में लोकसभा का चुनाव होना है। आचार संहिता का इतिहास बहुत पुराना है, सबसे पहले साल 1960 में केरल विधानसभा चुनाव के दौरान इसकी उत्पत्ति हुई थी, तब प्रशासन ने राजनीतिक दलों के लिए एक आचार संहिता बनाने की कोशिश की थी। निर्वाचन आयोग के मुताबिक आचार संहिता के मौजूदा स्वरूप पिछले 60 साल के प्रयासों और विकास का नतीजा है.
क्या है आदर्श आचार संहिता का उदेश्य
आदर्श आचार संहिता का उदेश्य प्रचार, मतदान और मतगणना को ठीक तरीके से करवाने के साथ किसी भी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग रोकने का है। ताकि कहीं भी सत्तारूढ़ दल सरकारी मशीनरी का गलत उपयोग ना कर पाए। चुनाव आयोग आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन की जांच करने और सजा सुनाने के लिए पूरी तरह से अधिकृत है।
कब तक लागू रहती है आदर्श आचार संहिता
आदर्श आचार संहिता उस दिन से लागू हो जाती है, जब निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा कर दी जाती है और ये तब तक लागू रहती है निर्वाचन प्रक्रिया समाप्त नहीं हो जाती।
Noida: लोकसभा चुनाव को लेकर जिले में आचार संहिता लागू है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लगातार चुनाव को निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए टीमों का गठन किया गया है। पुलिस के साथ सर्विलांस की टीमें लगातार विभिन्न गतिविधियों पर नजर बनाए हैं।
धूममानिकपुर फ्लाईओवर के नीचे पुलिस ने पकड़ा
इसी कड़ी में पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के निर्देशानुसार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को एफएसटी टीम 162 दादरी और थाना बादलपुर पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान धूममानिकपुर फ्लाईओवर के नीचे से गाड़ी में 3 लाख 80 हजार रुपये बरामद हुए हैं। यह पैसे मुज्जफनगर के रहने वाले कार मालिक बिलाल के हैं। जिसे कब्जे में टीम ने ले लिया है। यह राशि निर्वाचन आयोग के मानक से अधिक हैं। इसके साथ ही इतनी बड़ी मात्रा में नकदी ले जाने के संबंध में कोई दस्तावेज भी प्रस्तुत नहीं कर सका। बरामद धनराशि के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
Lucknow: लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में चुनाव आयोग की सख्ती का असर साफ दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में अवैध शराब और नकदी की जब्ती संबंधी आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन हो रहा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि आबकारी, आयकर, पुलिस, नार्कोटिक्स विभाग और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों ने 1 मार्च से 5 अप्रैल तक कुल 113.26 करोड़ रुपये कीमत की शराब, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं, मुफ्त उपहार और नकदी जब्त की।
20.87 करोड़ कैश किया गया जब्त
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 20.87 करोड़ रुपये नकद, 28.92 करोड़ रुपये कीमत की 851755.96 लीटर शराब, 44.32 करोड़ रुपये की ड्रग्स, 17.78 करोड़ रुपये कीमत की बहुमूल्य धातुएं और 1.37 करोड़ रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त की ग है। उन्होंने बताया कि 5 अप्रैल को हरदोई में 17.33 लाख रुपये मूल्य की 1400 ग्राम ड्रग पकड़ी गई।
478 लाइसेंसी शस्त्र जब्त
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सघन जांच के लिए 513 अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट और 1843 चेक पोस्ट राज्य के भीतर संचालित हैं। रिणवा ने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस, आयकर, आबकारी, नार्कोटिक्स एवं अन्य विभागों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। 16 मार्च से अबतक अपराधिक व्यक्तियों के 478 लाइसेंसी शस्त्र जब्त किए गए और 3910 लाइसेंसी शस्त्र निरस्त कर जमा कराए गए।
नोएडा में लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता हटने का असर दिखने लगा है। दरअसल आचार संहिता हटने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक बार फिर विकास की रफ्तार पकड़ ली है। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने मेनटेनेंस व निर्माण कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में परियोजना विभाग, उद्यान विभाग, विद्युत अभियांत्रिकी और जल-सीवर विभाग की तरफ से टेंडर निकाले गए हैं। इसके तहत चारमूर्ति चौक से तिगड़ी रोटरी की सड़क पर दोनों तरफ री-सर्फेसिंग का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिए हैं। टेंडर की प्रक्रिया लगभग एक माह में पूरा कर इस रोड को दुरुस्त कराने की तैयारी है। इसके साथ ही 19 अन्य कार्यों के लिए लगभग 73 करोड़ रुपये के प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिए गए हैं।
परियोजना विभाग ने 47 करोड़ रुपये के निकाले टेंडर
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि परियोजना विभाग ने 47 करोड़ रुपये में 12 कार्यों के टेंडर निकाले हैं, जिनमें चारमूर्ति चौक से तिगड़ी रोटरी की सड़क पर दोनों तरफ री-सर्फेसिंग के अलावा पाली में शिव मंदिर के पास पंचायत घर का अवशेष कार्य, नालों को कवर करने का कार्य, सेक्टर एक व ज्यू थ्री में नाले की सफाई के कार्य, पाली में छह फीसदी आवासीय भूखंडों को विकसित करने का कार्य आदि शामिल हैं। इसी तरह लगभग 6.85 करोड़ रुपये की लागत से कई गांवों में छह फीसदी आबादी भूखंडों में एलईडी लाइट लगाने आदि के कार्य कराए जाएंगे।
जल-सीवर विभाग ने 17.51 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले
वहीं जल-सीवर विभाग की तरफ से सेक्टर इकोटेक थ्री स्थित 20 एमएलडी एसटीपी का मेनटेनेंस व संचालन और गंगाजल परियोजना के जोनल रिजर्वायर के इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इंस्ट्रूमेंटल व संबंधित सिविल कार्य और जीआईएस मैपिंग के कार्यों पर 17.51 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले हैं। इसी तरह उद्यान विभाग ने गैलेक्सी वेगा सोसाइटी के पास 100 मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट में ओपन जिम लगाने का कार्य, डीएससी रोड और एनएच-24 के सौंदर्यीकरण आदि कार्यों के लिए 1.49 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले हैं। टेंडर प्रक्रिया को लगभग एक माह में पूरा कर काम शुरू कराने की तैयारी है।
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