लोकसभा चुनाव-2024 का चुनाव अयोग ने ऐलान कर दिया है. इस बार सात चरणों में लोकसभा का चुनाव होना है। आचार संहिता का इतिहास बहुत पुराना है, सबसे पहले साल 1960 में केरल विधानसभा चुनाव के दौरान इसकी उत्पत्ति हुई थी, तब प्रशासन ने राजनीतिक दलों के लिए एक आचार संहिता बनाने की कोशिश की थी। निर्वाचन आयोग के मुताबिक आचार संहिता के मौजूदा स्वरूप पिछले 60 साल के प्रयासों और विकास का नतीजा है.

क्या है आदर्श आचार संहिता का उदेश्य

आदर्श आचार संहिता का उदेश्य प्रचार, मतदान और मतगणना को ठीक तरीके से करवाने के साथ किसी भी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग रोकने का है। ताकि कहीं भी सत्तारूढ़ दल सरकारी मशीनरी का गलत उपयोग ना कर पाए। चुनाव आयोग आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन की जांच करने और सजा सुनाने के लिए पूरी तरह से अधिकृत है।

कब तक लागू रहती है आदर्श आचार संहिता

आदर्श आचार संहिता उस दिन से लागू हो जाती है, जब निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा कर दी जाती है और ये तब तक लागू रहती है निर्वाचन प्रक्रिया समाप्त नहीं हो जाती।