नोएडा के थाना फेस-2 पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जिसके तहत पुलिस ने एनसीआर क्षेत्र में एटीएम बदलकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है. पुरानी कोर्ट मार्केट के पास आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी के पास से पुलिस को विभिन्न बैंकों के 139 एटीएम कार्ड, 2540 रुपये नकद और घटना में प्रयुक्त एक बाइक बरामद हुए हैं.
मजदूरों और ATM की जानकारी ना रखने वालों को बनाता था शिकार
पुलिस के अनुसार राहुल कुमार पिछले दो सालों से इस तरह की धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था. वह मुख्य रूप से मजदूरों और कंपनी कर्मचारियों को अपना निशाना बनाता था. जो महीने की शुरुआत में सैलरी निकालने के लिए एटीएम का उपयोग करते थे. राहुल इसके लिए अकेले आने वाले, कम पढ़े-लिखे और एटीएम के उपयोग में अनुभवहीन व्यक्तियों की तलाश करता था. आरोपी ने बताया कि वह चुपके से पीड़ित का पिन नंबर देख लेता और फिर मदद के बहाने उनका एटीएम कार्ड अपने पास मौजूद किसी अन्य कार्ड से बदल दिया करता था. इसके बाद वह तुरंत दूसरे एटीएम से पैसे निकाल लिया करता था. वहीं पुलिस ने पकड़े गए शातिर राहुल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज कर लिए हैं.
नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व तकनीकी साक्ष्यों की मदद से 5 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए बदमाशों ने पीड़ित को व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करके शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर लगभग 95 लाख रूपये की ठगी की है. जिस पर सभी के खिलाफ आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामले में आयुष शुक्ला , रिहान अली, सूरज शर्मा , आदित्य दास, सुशील बापूराव शाह को शिव शक्ति अपार्टमेंट सेक्टर 71 नोएडा के पास से गिरफ्तार किया है.
बदमाशों के कई खातों में 29 लाख रुपये फ्रीज
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस को 1 कार पोलो रंग सिल्वर, 6 स्मार्ट मोबाइल फोन, सिम कार्ड- 1, एटीएम कार्ड-4, चेक बुक-1, प्रति-20 चेक, चेक-1, स्टेम्प (मुहर)- 2, पैन कार्ड छायाप्रति-5, जीएसटी सर्टिफिकेट छायाप्रति-1, वोटर आइडी कार्ड की छायाप्रति-1 बरामद किया है. साथ ही कई बैंक खातों में 29 लाख रुपये फ्रीज भी कराए गए हैं.
निवेश का लालच देकर फंसाते थे शिकार
पुलिस पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि वे सभी मिलकर व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप पर लोगों को एड करके और इन्वेस्टमेंट का लालच देकर फसांते हैं और अलग-अलग स्कीम बताकर उनसे विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं. इसके बाद बैंक खातों को कमीशन पर प्राप्त कर उनमें पैसा स्थान्तरित करके गुमराह करते हुए पैसे ठग कर आपस मे बांट लेते हैं. साथ ही सभी अभियुक्त फर्जी केवाईसी भी तैयार कर लेते हैं और चेक के माध्यम से भी रुपयों का स्थान्तरण करते हैं. फर्जी केवाईसी तैयार करने के लिए फर्जी मुहर बनवाई थी और सिम कार्ड भी फर्जी आईडी पर खरीदकर इस काम को अंजाम देते हैं. गिरफ्तारी के दौरान भी अभियुक्त अपना हिसाब करने और बैंक खातों के दस्तावेज एक दूसरे को देने के लिए मिले थे. तभी पुलिस ने अभियुक्तों को धर दबोचा.
पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ 46 शिकायतें दर्ज
एनसीआरबी पोर्टल पर अभियुक्तगणों से बरामद डिवाइस और पूछताछ के दौरान कुल 46 शिकायतों ( बिहार-3, दिल्ली 2 गुजरात 2 , कर्नाटक 8, मध्यप्रदेश 4, उड़ीसा 2, पंजाब- 2, राजस्थान- 3, तमिलनाडु- 3, तेलंगना- 6, उत्तरप्रदेश- 2, उत्तराखण्ड- 2 , पश्चिम बंगाल- 1, महाराष्ट्र 06 ) का होना पाया गया है. फिलहाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
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