Lucknow: 9 नवंबर 2019 को अयोध्या के राम मंदिर प्रकरण पर देश की सर्वोच्च अदालत के सुप्रीम फैसले की तारीख के बाद पहली बार रामनगरी में कैबिनेट की मीटिंग भी इसी दिन हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 14 प्रस्तावों पर मुहर लगी। बैठक के बाद सीएम योगी ने कैबिनेट बैठक के निर्णयों की जानकारी दी।
मंत्रियों के साथ सीएम योगी ने किए दर्शन-पूजन
इससे पहले, सीएम योगी सुबह 11 बजे अयोध्या स्थित रामकथा पार्क पहुंचे। उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। इसके बाद रामलला के दरबार में पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यूपी सरकार की पूरी कैबिनेट अयोध्या धाम आई है। उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर आज अहम बैठक हुई। केंद्र और राज्य सरकार की 30,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की 178 योजनाएं पहले से ही अयोध्या में चल रही हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कैबिनेट बैठक में 14 महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाए गए। पहला प्रस्ताव उत्तर प्रदेश में अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना का था। हमने राज्य स्तर पर इस प्राधिकरण को बनाने का निर्णय लिया है।
इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी
1-इनलैंड वाटर वे प्राधिकरण के गठन के संबंध मे प्रस्ताव को मंजूरी।
2-अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ विकास परिषद का गठन।
3-माँ पटेश्वरी देवीपाटन विकास परिषद गठन।
4-मुज़फ्फरनगर मे 'शुक तीर्थ विकास परिषद' के गठन।
5-अयोध्या मे मांझा जमथरा मे 25 एकड़ भूमि पर मंदिर म्यूजियम।
6-अयोध्या शोध संस्थान को अंतराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान के रूप में होगा विस्तारित।
7-हाथरस मे दाऊजी लक्खी मेला को प्रांतिकरण करने का निर्णय।
8-अयोध्या के सभी मेलों को प्रांतीय करण करने का प्रस्ताव।
9-बुलंदशहर मे गंगा मेला का प्रांतीय करण।
10-वाराणसी में देव दीपावली आयोजन का प्रांतीयकरण।
11-प्रदेश में महिला स्वयंसेवी समूहों को उनके ही ब्लॉक मे प्लांट लगाने के संबंध मे प्रस्ताव को मंजूरी
12-ड्रोन पॉलिसी को मंजूरी।
13- राज्य स्तर पर नियमावली लागू करने के संबंध मे प्रस्ताव को मंजूरी
14-स्थानीय स्तर पर प्रशासन द्वारा क्रियान्वयन कराने के प्रस्ताव
Lucknow: अयध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में नवनिर्मित राममंदिर में रामलला की नई मूर्ति की पहली आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही उतारेंगे। वहीं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और अमिताभ बच्चन के साथ ट्रस्ट 7000 अतिथियों को निमंत्रण भेजा।
22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में 150 वैदिक आचार्यों को लगाया जा रहा है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि काशी के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती के मार्गदर्शन में आचार्यों की टोली का चयन हुआ है। काशी के वैदिक विद्वान लक्ष्मीकांत दीक्षित प्रमुख आचार्य रहेंगे। उनके साथ डेढ़ सौ पंडितों की टोली रहेगी, जो विभिन्न पारायण, पाठ, यज्ञ आदि करेगी। काशी के ही प्रसिद्ध वैदिक विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ की निगरानी में सारे अनुष्ठान होंगे। 17 जनवरी को रामलला की अचल मूर्ति की भव्य शोभायात्रा निकालकर राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित की जाएगी। उसके बाद 18 जनवरी से पूजन, अर्चन अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू होगी। गोविंद देवगिरी ने बताया कि पीएम मोदी राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचने के बाद सबसे पहले जटायु मंदिर जाएंगे। जटायु उन कारसेवकों, बलिदानियों के प्रतीक हैं, जिन्होंने भगवान के कार्य के लिए जीवन को न्योछावर किया।
केंद्र सरकार श्रीराम से जुड़े पर्वों को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की बना रही रणनीति
राममंदिर निर्माण और उसमें रामलला का विग्रह स्थापित करने की तैयारियों के बीच केंद्र सरकार श्रीराम से जुड़े पर्वों पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की तैयारी कर रही है। इस संबंध में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि धर्माचार्यों से संपर्क कर रहे हैं। रामलला के विग्रह की स्थापना (22 जनवरी 2024) एवं राममंदिर के भूमि पूजन (पांच अगस्त 2020) की भी तारीख श्रीराम की विरासत से जुड़े संभावित अवकाशों की सूची में शामिल किए जाने की संभावना है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का 25 लाख रुपए बजट के इंटरनेट से किया जाएगा प्रचार
अयोध्या में जन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंदिर के निर्माण कार्यों की नियमित जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए संस्कृति विभाग की तरफ से कवायद तेज कर दी गई है। विभाग ने इसके लिए 25 लाख रुपये बजट स्वीकृत करवाया है। यह धनराशि इंटरनेट मीडिया के प्रचार कार्यक्रम पर खर्च की जाएगी। इसके लिए इंटरनेट मीडिया के बड़े इन्फ्लूएंसर्स से संपर्क किया है। विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों पर राम मंदिर, इसके निर्माण कार्य, अयोध्या के विकास और भगवान राम से संबंधित गाथाओं को प्रसारित किया जाएगा।
Ayodhya: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की अयोध्या में जोर शोर से तैयारी चल रही है। इसी बीच काशी विद्वत परिषद ने रामलला के सिंहासन के रूप में नवरत्नों का प्रस्ताव राममंदिर ट्रस्ट को दिया है। राममंदिर के गर्भगृह में नवरत्नों से निर्मित सुमेरू पर्वत पर रामलला को विराजमान कराया जाएगा। सुमेरू पर्वत का निर्माण हीरा, पन्ना और माणिक्य जैसे बहुमूल्य रत्नों से होगा। भगवान राम के मंदिर और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को भव्य बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कर्मकांड से लेकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भी वैदिक तरीके से मृगशिरां नक्षत्र में कराया जाएगा। रामलला की पहली आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतारेंगे। समारोह में बाबा विश्वनाथ समेत काशी के समस्त देवी-देवता शामिल होंगे।
पुणे में तैयार हो रहे सोने के धागों से बने वस्त्र
रामलला की पोशाक स्वर्ण यानी सोने के धागों से पुणे में तैयार हो रही है। यह पोशाक 22 दिसंबर तक तैयार कर अयोध्या भेजी जाएगी। राममंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि बताते हैं कि पूरे देश में भगवान रामलला के लिए अनेक लोग सुंदर वस्त्र तैयार कर रहे हैं। सोने का मुकुट व सोने के वस्त्र धारण कर रामलला सोने के सिंहासन पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सोने, चांदी व नवरत्नों से सज्जित वस्त्र धारण करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कन्नौज के इत्र से राम जन्मभूमि परिसर महकेगा। आगरा में युमना किनारे स्थित प्राचीन मथुराधीश मंदिर की ओर से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कन्नौज का इत्र व वृंदावन से विशेष नक्काशी युक्त पोशाक भेंट की जाएगी।
22 जनवरी को होगा प्राण प्रतिष्ठा समारो, ढाई लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
बता दें कि अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इससे पहले 20 और 21 जनवरी को भक्त अपने आराध्य के दर्शन नहीं कर सकेंगे। केवल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित लोगों को रामलला के दर्शन करने का मौका मिलेगा। 23 जनवरी से आम श्रद्धालु भव्य राम मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दोगुनी संख्या में श्रद्धालु पहंचने वाले हैं। माना जा रहा है कि एक दिन में डेढ़ से ढाई लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने पहुंचेंगे।
Ayodhya: भव्य निर्माणाधीन राम मंदिर इन दिनों चर्चा में है। यहां भगवान राम मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में है। 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन होने जा रहा है। राम मंदिर का परिसर 70 एकड़ का है, जिसमें 20 एकड़ में मंदिर का निर्माण हो रहा है। बाकी बचे हिस्से में हरियाली है। राम मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो चुका है, दूसरे तल पर अभी काम जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप रामनगरी सुसज्जित होने लगी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीएम के अभूतपूर्व स्वागत की तैयारी की जा रही है। देशी-विदेशी फूलों और तोरणद्वार के जरिए अयोध्या को सजाया जा रहा है। राम मंदिर के निर्माण में 700 से 800 कारीगर दिन रात काम में जुटे हैं।
राम भक्तों के लिए बेहतरीन सुविधाएं
राम मंदिर परिसर में हजारों तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था की जा रही है। आने वाले राम भक्तों के लिए यहां हर वो व्यवस्था की जा रही है, जिससे उन्हें किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े। जिसमें अस्पताल, शौचालय, लॉकर जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। एयरपोर्ट बाईपास से फोरलेन धर्मपथ, साकेत पेट्रोल पंप हनुमानगढ़ी के रास्ते लगभग 9 किमी. से अधिक दूरी तय करने में दो दर्जन से अधिक तोरणद्वार बनाए जाएंगे। यहां रेलिंग डिवाइडर-मूर्तियों आदि को फूलों व बुके से सजाया जाएगा। पीएम के स्वागत के मद्देनजर अभूतपूर्व तैयारी की जा रही है। राममय अयोध्या के भव्य तोरणद्वार काफी शानदार होंगे।
फूलों से महक उठेगी अयोध्या
पीएम के स्वागत में देशी-विदेशी फूलों से अयोध्या महक उठेगी। लगभग 20 डीसीएम से अधिक फूल लगाए जाएंगे। इनमें कोलकाता से गेंदा की लड़ी, कानपुर और दिल्ली से अशोक की पत्ती और बेंगलुरु से विदेशी फूल आएंगे। इनमें आर्केड, इनथेरियम, कोनिया, कार्नेसन, टाटा रोज, स्टार, डेली, जरबेरा के साथ ही विक्टोरिया, सन ऑफ इंडिया, पैराग्रास, मनोकोमली, चाइना पत्ती, घोड़ापाम, एरिका पान आदि से सजावट की जाएगी। वहीं गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा, कनेर, डहलिया आदि फूल से भी रास्तों को सजाया जाएगा।
Lucknow: अयोध्या के परिक्रमा क्षेत्र में शराब बंदी होगी। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि रामनगरी में 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री को पूर्णरूप से प्रतिबंधित किया जाएगा। यूपी की योगी सरकार ने अयोध्या के परिक्रमा क्षेत्र में शराब बंदी का ऐलान कर दिया है। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि रामनगरी में 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री को पूर्णरूप से प्रतिबंधित किया जाएगा। सभी दुकानें हटाई जाएंगी।
श्रीराम मंदिर क्षेत्र पहले से ही मदिरा मुक्त
नितिन अग्रवाल अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर क्षेत्र को पहले से ही मदिरा मुक्त किया जा चुका है। उन्होंने 84 कोस तक शराब की दुकानों को हटाने की बात कही। बोले इसके लिए निर्देश दिए जा चुके हैं। 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र को मद्य निषेध घोषित किया जा चुका है। इस क्षेत्र में आने वाली सभी दुकानें हटाई जाएंगी। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर चल रही है। जिसकी वजह से अयोध्या में प्रदेश के मंत्रियों के साथ ही आला अधिकारी का जमावड़ा लग रहा है।
सीएम योगी ने पहले ही दिए थे संकेत
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री भी आ रहे हैं। सीएम योगी ने अयोध्या यात्रा के दौरान पहले इसके संकेत दिए थे। उन्होंने कहा कि चूंकि यह एक धार्मिक नगरी है। इसलिए जनभावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। यहां मांस और शराब का सेवन प्रतिबंधित होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि धर्मनगरी अयोध्या शहरी विकास का मॉडल होगी। अयोध्या आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं को शांति, संतोष और आनंद के साथ वापस जाना चाहिए।
नए राम मंदिर में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अयोध्या पहुंचे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी यहां करीब 16 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात दे रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नई ट्रेन, जिसमें दो अमृत भारत और 6 वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन किया। यहां के बाद पीएम मोदी नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट समेत अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी अयोध्या में रामपथ, भक्तिपथ, धर्मपथ और श्री राम जन्मभूमि पथ का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने रोड शो में हिस्सा में लिया। पीएम मोदी के स्वागत के लिए भारी संख्या में अयोध्यावासी सड़क पर उतरकर उनका स्वागत किया। पीएम के स्वागत में फूल भी बरसाए गये। इस दौरान लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए।
सीएम योगी ने किया स्वागत
पीएम नरेंद्र मोदी सुबह श्री राम की नगरी अयोध्या पहुंचे, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यहां से पीएम का काफिला सीधे अयोध्या वासियों के बीच पहुंचा। जहां लोगों ने फूल बरसाकर और जय श्री राम के नारे लगाकर स्वागत किया।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए दो मूर्तियों में फाइनल टच
जानकारी के मुताबिक अब तक दो मूर्तियों में फाइनल टच दिये जाने का काम चल रहा है। जिसमें एक मूर्ति गर्भगृह में रखी जाएगी। जबकि दूसरी मंदिर परिसर में कहीं स्थापित की जाएगी।
नोएडा: भगवान राम की नगरी अयोध्या में नव निर्मित दिव्य और भव्य श्रीराम मंदिर का उदघाटन 22 जनवरी को होना सुनिश्चित हुआ है। जहां पांच साल की बाल्याकाल वाली अवस्था की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हर कोई साक्षी बनना चाहता हैं। यदि आप भी अयोध्या जाने की सोच रहे हैं तो आपको नोएडा से अयोध्या के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध रहेगी।
नोएडा से अयोध्या के लिए मिलेगी सीधी बस सेवा:
बता दें कि नोएडा से अयोध्या जाना बेहद सरल एवं सुगम है। जाने के इच्छुक लोग बिना की परेशानी के सीधे अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं। आपकों बता दें कि इसके लिए नोएडा के उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने विशेष बस सेवा की शुरुआत की है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह और रामलला के दर्शन के लिए नोएडा से सामान्य यात्रियों के लिए 25 बसें लगाई जाएगी।
नोएडा रोडवेज ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर:
नोएडा में यूपी रोडवेज डिपो के एआरएम एनपी सिंह के अनुसार अयोध्या की बस की बुकिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 9625559228 किया है। जाने के इच्छुक यात्री इस नंबर पर संपर्क करके अयोध्या के लिए बस बुकिंग कर सकते हैं। विभाग के इस फैसले से लोगों को आराम मिलेगा और निजी बसों के मनमाने किराया वसूली से भी राहत रहेगी। इसके साथ ही बस में सफर करने वाले सभी 52 यात्रियों का पांच लाख का दुर्घटना बीमा भी दिया जाएगा।
Ayodhya: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व सोनिया गांधी को निमंत्रण दिए जाने पर मुख्य अर्चक ने नाराजगी जताई है। रामजन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि उन्होंने तो राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था। ऐसे लोगों को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाना चाहिए।
ऐसे लोगों को आने की जरूरत नहीं
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि जो राम को नहीं मानते हैं और जो सनातन विरोधी हैं। उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वहीं लोग हैं जिन्होंने कभी राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था। ऐसे सनातन विरोधियों को आमंत्रण देने की जरूरत नहीं है, ऐसे लोगों को आने की जरूरत नहीं है।
14 से 20 जनवरी तक सभी मंदिरों में होगा रामचरित मानस पाठ
अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर 14 से 22 जनवरी तक आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारित किये जाने के संबंध में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गयी। उन्होंने कहा कि 2 जनवरी को भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। जिसमे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश-प्रदेश के जनप्रतिनिधियों, साधु-संतो एवं लब्ध प्रतिष्ठित संभ्रांत नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण होगा
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी राम मंदिरों, हनुमान मंदिरों, वाल्मीकि मंदिरों में 14 जनवरी को बालकांड, 15 जनवरी को अयोध्याकांड, 16 जनवरी को अरण्यकांड, 17 जनवरी को किष्किन्धाकांड, 18 जनवरी को सुन्दरकांड, 19 जनवरी को लंकाकांड एवं 20 जनवरी को उत्तरकांड के पाठ के साथ ही भजन-कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि 21 जनवरी की प्रातः सभी मंदिरों में अखण्ड रामायण पाठ कराई जाए जोकि 22 जनवरी की प्रातः पूर्ण हो जाएगी। इसके बाद अयोध्या में आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सजीव प्रसारण किया जाएगा।
Ayodhya: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इस दिन प्रदेश में शराब की बिक्री पर भी रोक रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्याधाम में बहुप्रतीक्षित श्रीरामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से आम जनमानस के भावनात्मक जुड़ाव को देखते हुए 22 जनवरी को प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने अयोध्या में तैयारियों का लिया जायजा
इस विशिष्ट अवसर को राष्ट्रीय उत्सव' की संज्ञा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि 22 जनवरी को प्रदेश में मदिरा आदि की दुकानें बंद रखी जाएं। मंगलवार को अयोध्या दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन-पूजन के उपरांत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
अधिकारियों के साथ बैठक कर दिए निर्देश
मकर संक्रांति के बाद प्रारंभ हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के वैदिक अनुष्ठानों की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने समारोह की सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सभी आवश्यक सहयोग के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके बाद, आयुक्त सभागार में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों से तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं व पर्यटकों के रुकने की चाक-चौबंद तैयारी कर रहा है। इसके लिए होटल, धर्मशाला-गेस्ट हाउस, होम स्टे-पेइंग गेस्ट, टेंट सिटी- आश्रय स्थल, डॉरमेट्री आदि में व्यवस्था की जा रही है।
22 जनवरी को श्रीरामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। कई महीनों में अनेक राज्यों का दौरा कर चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मेजबान के रूप में 22 जनवरी के बाद लोगों को आमंत्रित भी कर चुके हैं। लिहाजा उनके रहने-खाने, रुकने, साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था हो, इसके लिए सीएम योगी ने खुद खाका तैयार कर अफसरों को टास्क दे दिया है।
योगी सरकार के निर्देश पर शासन-प्रशासन स्तर पर फिलहाल प्रतिदिन 30 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इसमें और इजाफा भी किया जाएगा। विगत दिनों रामनगरी आए योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण व समीक्षा बैठकों में साफ-सफाई, आतिथ्य स्वागत व अच्छा व्यवहार हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा था।
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