Greater noida: UP INTERNATIONAL TRADE SHOW में पहले दिन कई बड़ी-बड़ी हस्तियां पहुंचीं। जिसमें सूबे के CM योगी आदित्यनाथ, देश की राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू, औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी समेत तमाम लोग शामिल रहे। राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू का सीएम योगी आदित्यनाथ स्वागत किया। उद्घाटन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ राष्ट्रपति ने ट्रेड शो पहुंचे अलग-अलग उत्पादों को भी देखा। इस दौरान राष्ट्रपति कई स्टॉल पर लगाए उत्पादों की प्रशंसा करती भी नज़र आईं।
Greater Noida: योगी सरकार के सख्त हिदायत के बाद भी सरकारी कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। पूरे प्रदेश में आए दिन रिश्वत लेने का मामले सामने आते हैं। यूपी में रिश्वत लेने के मामले में लेखपाल सबसे आगे हैं। इसी कड़ी में वन विभाग के दो कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुए हैं।
8 हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे दोनों कर्मचारी
जानकारी के मुताबिक एंटी करप्शन की मेरठ यूनिट से शुक्रवार को वन विभाग के डिप्टी रेंजर तालिब और वन दरोगा अमित को आठ हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों कर्मचारी ककोड़ निवासी ग्रामीण के खिलाफ पेड़ काटने की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने की एवज में रिश्वत ले रहे थे। एंटी करप्शन की टीम ने कासना स्थित वन विभाग के दफ्तर में कार्रवाई के बाद दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
10 नवंबर को पेड़ काटने की मिली थी सूचना
बता दें कि 10 नवंबर को बुलंदशहर के ककोड़ के बादशाहरपुर गांव निवासी इस्राइल के बेटे आबिद के खिलाफ पेड़ काटने की शिकायत वन विभाग को मिली थी। आरोप है कि अधिकारियों ने आबिद को कार्रवाई से बचाने के लिए रुपयों की मांग करने लगे। इस्राइल ने रुपये देने में असमर्थता जताई तो वह सौदेबाजी करने लगे। इस पर इस्राइल ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी थी।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान जेल में हैं. जहां से बैठे-बैठे उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में उमर अयूब खान के नाम की घोषणा की और साथ ही मियां असलम को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुना है। जिसकी जानकारी नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर असद कैसर ने दी है। पीएम के नाम का ऐलान होने से पहले असद कैसर ने अदियाला जेल में कैद इमरान के साथ बैठक की थी।
8 फरवरी हो गए थे पाकिस्तान में चुनाव
पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 266 सदस्यीय असेंबली में 101 सीटें जीतीं, जिसमें से अधिकतर पीटीआई की ओर से समर्थित उम्मीदवार थे। अन्य पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 75 सीटें जीती और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 सीटों पर जीत हासिल की।
सरकार बनाने के लिए करना होगा गठबंधन
पाकिस्तान में हुए हालिया चुनाव में सबसे ज्यादा 101 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को मिली हैं, लेकिन सरकार बनाने के लिए उन्हें किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करना जरूरी है। नियमों के मुताबिक कोई पार्टी ही सरकार बना सकती है, निर्दलीय विधायक मिलकर सरकार का गठन नहीं कर सकते हैं और एक से ज्यादा पार्टियां मिलकर भी सरकार बना सकती हैं। ऐसे में निर्दलीय विधायकों को सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी का हिस्सा बनना होगा।
नवाज शरीफ भी सरकार बनाने की रेस में शामिल
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी सरकार बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं। वह पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बना सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ निर्दलीय विधायकों का साथ हासिल करना जरूरी होगा। वह कई दिनों से इसकी कोशिश में हाँथ-पांव मार रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी है।
कौन हैं उमर अयूब खान
उमर अयूब खान पाकिस्तान के चर्चित अयूब खान परिवार से हैं। उमर अयूब का जन्म 26 जनवरी 1970 में हुआ था। इनके दादा जनरल मुहम्मद अयूब खान पाकिस्तान के दूसरे राष्ट्रपति थे और पिता गोहर अयूब खान ने नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में और विभिन्न मंत्री पदों पर कार्य किया। उमर अयूब ने अपनी शिक्षा पाकिस्तान और विदेशों दोनों में प्रतिष्ठित संस्थानों से प्राप्त की है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पाकिस्तान में पूरी की और बाद में विदेश में हाई एजेकुशन प्राप्त किया। इसके बाद उमर ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी में शामिल हो गए।जिसकी स्थापना पूर्व क्रिकेटर और विश्व कप विजेता कप्तान इमरान खान ने की थी। जो बाद में देश के प्रधानमंत्री बने। पिछले कुछ सालों में उमर अयूब ने पीटीआई और सरकार के भीतर कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने आर्थिक मामले, ऊर्जा मंत्री और पेट्रोलियम मंत्री सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया है।
Aligrah: लोकसभा चुनाव के दौरान अलग-अलग रंग उम्मीदवारों के देखने को मिल रहे हैं। लोकप्रिय होने और मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रत्याशी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। ऐसे में ही अलीगढ़ में एक प्रत्याशी ने अजीबो-गरीब ढंग से प्रचार शुरू किया है।
भ्रष्टाचार विरोधी सेना अध्यक्ष लड़ रहे निर्दलीय चुनाव
दरअसल, भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव गौतम अलीगढ़ लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। केशव देव गौतम को बुधवार को चप्पल चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है। इसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी केशव देव गौतम अपने गले में चप्पलों की माला डालकर जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से अपने समर्थकों के साथ बाहर निकले और प्रचार शुरू कर दिया। केशव देव गौतम ने बताया कि उनकी भ्रष्टाचार विरोधी सेना का चुनाव चिन्ह चप्पल है। इसिलए वह गले में चप्पलों की माला पहनकर प्रचार कर रहे हैं। बता दें कि केशव देव गौतम पिछली बार भी जूतों-चप्पलों की माला डालकर प्रचार कर सुर्खियां बटोरीं थीं।
Noida: नोएडा में शनिवार को दर्दनाक हादसा हो गया। फेस 1 थाना क्षेत्र में सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे दो मजदूरों की मौत हो गई। मजदूरों की मौत से आसपास हड़कंप मच गया। वहीं, सूचना पर परिजन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
बंगाल के रहने वाले दोनों मजदूर
जानकारी के मुताबिक, पुलिस के मुताबिक, सेक्टर-26 के सुमित चावला ने सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए शुक्रवार शाम को बंगाल के मालदा जिले के नूनी मंडल व तपन मंडल को बुलाया था। जैसे ही दोनों नोएडा सेक्टर 26 के A 94 में सेप्टिक टैंक की सफाई करने तो उनका दम घुटने लगा। बताया जा रहा है कि जहरीली गैस की चपेट में आने से दोनों बेहोश हो गए। किसी तरह दोनों को बाहर निकाला गया और कैलाश अस्पताल पहुंचाया गया। जहां देर रात उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
पुलिस कर रही जांच
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भेज और जांच में जुट गई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे गए। पुलिस ने बताया कि सेक्टर-9 की झुग्गी निवासी नूनी मंडल और तपन मंडल थाना फेस-1 की सेफ्टी टैंक की सफाई करते हुए मृत्यु हो गई है। पुलिस द्वारा पंचायतनामा भरकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशिया कप टी-20 के सेमीफाइनल में बांग्लादेश को 10 विकेट हराकर फाइनल में प्रवेश किया। अब फाइनल में टीम इंडिया का मुकाबला श्रीलंका या पाकिस्तान के साथ होगा। आपको बता दें, टीम इंडिया ने 9वीं बार एशिया कप के फाइनल में जगह बनाई है।
पूरे 10 विकेट से मिली सेमीफाइनल में जीत
भारतीय टीम और बांग्लादेश टीम के बीच दांबुला में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में बांग्लादेश टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जिसके बाद कुल 20 ओवर्स में आठ विकेट गंवाकर 80 रन बनाए थे। जवाब में टीम इंडिया ने इस लक्ष्य को बिना विकेट गंवाए 11 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। स्मृति मंधाना 39 गेंद में 55 रन और शेफाली वर्मा 26 रन बनाकर नाबाद रहीं। स्मृति मंधाना ने अपनी पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया, जबकि शेफाली ने दो चौके लगाए। अब 28 जुलाई को फाइनल मैच खेला जाएगा।
रेणुका सिंह रही प्लेयर ऑफ द मैच
इस मैच में गेंदबाजी यूनिट में काफी अच्छी भूमिका अदा की। रेणुका सिंह ने सिर्फ 10 रन खर्च करके 3 विकेट लिए, जिसके बाद वो प्लेयर ऑफ द मैच रहीं। वहीं, राधा यादव ने भी 3 विकेट चटकाएं। इसी के साथ ही पूजा वस्त्राकर और दिप्ती शर्मा को भी एक-एक विकेट मिला। आपको बता दें, आज ही दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान का सामना श्रीलंका से होगा। ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच खिताबी मुकाबला भी संभव है।
टीम इंडिया 8वें एशिया कप खिताब के नजदीक
इस जीत के साथ भारतीय टीम नौवीं बार महिला एशिया कप के फाइनल में पहुंच गई है। महिला एशिया कप की शुरुआत 2004 में हुई थी और टीम इंडिया तब चैंपियन बनी थी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम आठवां एशिया कप खिताब जीतने के मिशन पर है। उसने चार खिताब वनडे फॉर्मेट में और तीन खिताब टी20 फॉर्मेट में जीते हैं। 2008 तक यह टूर्नामेंट वनडे प्रारूप में खेला गया। वहीं, 2012 से यह टी20 प्रारूप में खेला जा रहा है। यह नौवां संस्करण है और भारत सात बार (2004, 2005, 2006, 2008, 2012, 2016, 2022) खिताब जीत चुका है। बांग्लादेश (2018) महिला एशिया कप का खिताब जीतने वाली एकमात्र अन्य टीम है।
Noida: गौतमबुद्ध नगर में शादी समारोह में मेहमानों का खास तरीके से शराब परोसने पर चार लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी। दरअसल, थाना सेक्टर 113 के सेक्टर 73 में स्थित शौर्य वेंकट हॉल में एक शादी समारोह था। इस शादी में आयोजकों ने कार को ही बार बना दिया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
विंटेज कार में शराब रखकर परोसी जा रही थी
जानकारी के मुताबिक, शौर्य वेंकट हॉल आयोजकों द्वारा एक विंटेज कार में खुले में शराब का सेवन किया जा रहा था। इसकी सूचना पर थाना सेक्टर 113 पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए शौर्य वेंकट हॉल के मैनेजमेंट व बार संचालक के विरूद्ध केस दर्ज कर लिया। इसके बाद पुलिस ने मेरठ निवासी हैदर (30), कासगंज निवासी अर्जुन (20), संभल निवासी अजीत और विंटेज कार के मालिक नई दिल्ली निवासी प्रतीक तनेजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके साथ ही पुलिस ने विंटेज कार को सीज किया गया है।
नोएडा पुलिस के एक्शन के बाद भी नहीं सुधरे हालात
गौरतलब है कि पिछले महीने नोएडा पुलिस ने सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने वालों पर एक्शन लेने के लिए 'ऑपरेशन स्ट्रीट सेफ' चलाया था. इसके तहत 600 से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई की गई थी। सड़क किनारे या कार में शराब पीते हुए पकड़े गए थे. इस अभियान के दौरान 4,630 लोगों की जांच की गई थी। इसके बावजूद कार में बार बनाकर लोगों को शराब पीने से बाज नहीं आए।
रविवार को करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने यूपी के दनकौर क्षेत्र के कनारसी गांव में बैठक का आयोजन किया, जिसमें संगठन का विस्तार करते हुए कनारसी गांव निवासी प्रमोद भाटी को ग्राम अध्यक्ष नियुक्त किया। बैठक का संचालन मास्टर दिनेश नागर ने किया।
लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करता रहा संगठन
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि करप्शन फ्री इंडिया संगठन क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करता रहा है। संगठन ने समान शिक्षा व समान चिकित्सा जैसे कई गंभीर मुद्दों को लेकर आंदोलन किए है। प्रवीण भारतीय ने आगे बताया कि आंदोलनों के सफल आयोजन के लिए लगातार संगठन का विस्तार गांव गांव जाकर किया जा रहा है। इसी के अनुसार रविवार को कनारसी गांव में बैठक कर प्रमोद भाटी को ग्राम अध्यक्ष तथा विनय नागर को सदस्यता दिलाई।
ये लोग रहे मौजूद
इस कार्यक्रम के दौरान मास्टर दिनेश नागर, प्रेमराज भाटी, प्रेम प्रधान, गौरव भाटी, राकेश नागर, यतेंद्र नागर ,रोहतास नागर, श्रवण नेता, बालेश्वर फौजी , रिंकू बैंसला, पिंटू मास्टर, सुभाष नागर, बिल्लू नागर, मोनी नागर,मनीष भाटी, जीतन , सतबीर नागर, जगदीश, सुबोध, अमन नागर ,बिजेंद्र नागर ,मुनीम प्रधान व शीलू नागर आदि लोग उपस्थित रहे।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले हैं, लेकिन प्रोसेस को देखकर पीछे हटने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का प्रोसेस मुश्किल और बोझिल होता है, कारण भी साफ है, क्योंकि आवेदक को कई फॉर्म भरने होते हैं और कई प्राधिकरणों से संपर्क करना पड़ता है। जिसका हवाला देकर, लाइसेंस बनवाने के लिए भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलता है। जोकि देश में सड़क सुरक्षा को प्रभावित करता हैं। लेकिन अब इस तरह की कमियों से छुटकारा पाने के लिए, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भारत में नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। जो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को सरल कर देंगे।
1 जून से लागू होंगे नए नियम
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारत में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए नए नियमों का ऐलान किया है। जोकि 1 जून से लागू होने वाले हैं। इसमें आवेदक को लाइसेंस बनवाने में आसानी होगी और भ्रष्टाचार से भी राहत मिलेगी।
क्या नियम बदले गए?
लागू होने वाले नियम लोगों की सुविधा के लिए बनाए जा रहे हैं। जिसमें आवेदकों के पास अपने नजदीकी केंद्र पर ड्राइविंग टेस्ट देने का विकल्प मिलेगा। जबकि मौजूदा समय में संबंधित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों यानी कि आरटीओ में परीक्षा देने का विकल्प है। सरकार प्राइवेट क्षेत्र के उन संस्थानों को प्रमाणपत्र जारी करेगी, जो ड्राइविंग टेस्ट आयोजित करने के लिए अधिकृत होंगे।
जुर्माना भी अब होगा सख्त
इसी के साथ ही बिना वैध लाइसेंस के वाहन चलाने का जुर्माना अब सख्त कर दिया गया है। जिसमें 1,000 रुपये से 2,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाता है। अगर किसी नाबालिग को वाहन चलाते हुए पाया जाता है। तो उसके माता-पिता के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। और 25,000 रुपये का भारी जुर्माना लगाया जाएगा और वाहन का पंजीकरण प्रमाणपत्र भी कैंसिल कर दिया जा सकता है।
इसी के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए जरूरी दस्तावेजों को भी विशिष्ट आवश्यकताओं के साथ सुव्यवस्थित किया गया है। इसका मतलब है कि मंत्रालय आवेदकों को पहले से सूचित करेगा कि जिस तरह का लाइसेंस वे प्राप्त करना चाहते हैं, उसके लिए किन विशिष्ट दस्तावेजों की जरूरत है।
भारत की सड़कों को पर्यावरण के लिए ज्यादा अनुकूल बनाने के लिए, मंत्रालय 9,000 पुराने सरकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने और दूसरे वाहनों के उत्सर्जन मानकों को सुधारने के तरीकों पर विचार कर रहा है। हालांकि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन प्रक्रिया पहले की भांति होगी। आपको https://parivahan.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं।
सूरजपुर जिले के एक किसान से रिश्वत मांगने पर करप्शन फ्री इंडिया ने हल्ला बोल प्रदर्शन किया। सदर तहसील में तैनात कानूनगो एवं ड्राइवर के द्वारा मुआवजे की फाइल पास कराने के लिए रिश्वत मांगी गई। तहसीलदार, लेखपाल के नाम पर लाखों रुपए मांगने का ऑडियो सामने आने के बाद करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को उपजिलाधिकारी वेद प्रकाश सिंह को ज्ञापन सौंपा।
रिश्वत में मांगे ढ़ाई लाख रुपए
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय व आलोक नागर ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के इमलिया गांव निवासी वीर सिंह अपने मूल मुआवजे की फाइल पर हस्ताक्षर करने के लिए सदर तहसील में तैनात कानूनगो कुंवरपाल यादव उर्फ केपी यादव के पास पहुंचा। तो उसने फाइल आगे बढ़ाने के लिए मना कर दिया और कह दिया कि लेखपाल के ड्राइवर अशोक से मिल लीजिए। बेचारे किसान ने ड्राइवर से बात की, तो उसने बताया कि कानूनगो साहब मुआवजे की फाइल पर हस्ताक्षर करने की आवाज में ढाई लाख रुपए मांग रहे हैं।
ऑडियो में कबूली रिश्वत लेने की बात
ऑडियो में सदर तहसील के कानूनगो एवं लेखपाल के ड्राइवर अशोक के बीच में ढाई लाख रुपए किस तरह बांटने हैं, उसकी चर्चा में कानूनगो ने स्वीकार किया है कि एक लाख रुपए मुझे, 50 हजार लेखपाल, 50 हजार तहसीलदार और 50 हजार ड्राइवर को दे देना। प्रवीण भारतीय ने कहा कि गौतम बुध नगर में अधिकतर किसानों के साथ मुआवजे की फाइल के नाम पर लेखपाल कानूनगो एवं अन्य अधिकारी ऐसे ही परेशान कर अपने ड्राइवर या प्राइवेट आदमियों से फाइल पर हस्ताक्षर करने के नाम पर मोटी रकम वसूल कर हमारे साथ भ्रष्टाचार कर रहे हैं। कोर कमेटी सदस्य मास्टर दिनेश नागर ने कहा कि भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी करप्शन फ्री इंडिया संगठन बर्दाश्त नहीं करेंगा।
ज्ञापन सौंपा उपजिलाधिकारी को
इस प्रकरण के ऑडियो की आज उपजिलाधिकारी वेद प्रकाश सिंह को ज्ञापन सौंपकर तत्काल जांच कर दोषी पाए जाने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों को सस्पेंड करते हुए तत्काल जेल भेजने की मांग की है। साथ ही मास्टर दिनेश नागर ने कहा कि अन्यथा करप्शन फ्री इंडिया संगठन व क्षेत्र के लोग इस भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल करेंगे।
ये लोग रहे मौजूद
इस दौरान मास्टर दिनेश नागर, राकेश नागर ,यतेंद्र नागर, गौरव भाटी, श्रवण नागर, राम नागर, बालेश्वर हवलदार, कपिल, प्रिंस, बिल्लू नागर,बीर सिंह, सरजीत, रोशन, सरताज, कपिल कसाना, तेजवीर चौहान आदि लोग उपस्थित रहे।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022