7वें चरण के चुनाव के बीच मिर्जापुर में गर्मी ने ली कई होमगार्ड्स की जान, अब तक हो चुकी है जिले में इतने लोगों की मौत, आप भी जान लें

प्रचंड गर्मी पूरे देश के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। इतनी भीषण गर्मी में भी लोग अपने जरूरी काम तो निपटा ही रहे हैं। वो कहते हैं ना कि गर्मी हो चाहें सर्दी ड्यूटी तो निभानी ही पड़ेगी। तो वहीं लोकसभा चुनावों की ड्यूटी और आग जैसी झुलसाती गर्मी ने कई लोगों की जान ले ली है। आए दिन लोगों की मौत की खबरें हर जगह से सामने आ रही हैं। 7वें और आखिरी चरण में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में भी चुनाव होने हैं। मिर्जापुर जिले में तापमान 47 डिग्री पहुंच गया है। तापमान बढ़ने के साथ ही मौत का आंकड़ा बढ़कर 12 पहुंच गया है। मिर्जापुर जिले में तेज धूप और लू लगने की वजह से इन लोगों की जान गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने लू से किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होने की बात कही है।

चुनावी ड्यूटी पर आये होमगार्ड की मौत
मिर्जापुर जिले में चुनावी ड्यूटी पर आये होमगार्ड की तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। गोंडा जिले के रहने वाले होमगार्ड अरुण श्रीवास्तव 54 वर्ष मिर्जापुर में चुनावी ड्यूटी पर आये थे। वह जीडी बिनानी पीजी कॉलेज में रुके हुए थे। बृहस्पतिवार की दोपहर में उनकी अचानक से तबियत बिगड़ी, जहां उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। देहात कोतवाली प्रभारी ने बताया कि होमगार्ड के शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा गया है। परिजनों को भी इसकी सूचना दे दी गई है।

तेज धूप और लू के बीच 12 लोगों की मौत
मिर्जापुर में तेज धूप और लू के बीच 12 लोगों की मौत हो गई है। चुनार के कैलहट क्षेत्र में दो लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं, अदलहाट के बरेंव गांव में तीन लोगों की मौत हो गई। ट्रेन में सफर के दौरान स्पेशल व ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में दो यात्रियों मृत मिले। शहर के सुरेखापुरम कालोनी में कंपनी के किराए के मकान में रह रहे इंजीनियर की मौत हो गई। राजगढ़ थाना क्षेत्र में लू और तेज धूप की वजह से बीमार पड़े तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं सीएमओ डॉ. सीएल वर्मा का दावा है कि लू से किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।

By Super Admin | May 31, 2024 | 0 Comments

मिर्जापुर में वन विभाग की ज़मीन पर चर्च बनाकर कर रहे थे लोगों का धर्मपरिवर्तन, हुआ बुलडोजर एक्शन!

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में वन विभाग की ज़मीन पर अवैध चर्च चल रहा था। जहां पर आस-पास के लोगों का धर्मांतरण करने का खेल चल रहा था। जिसकी सूचना जब पुलिस को मिली, तो तुंरत की मिर्जापुर पुलिस ने बुलडोजर कार्यवाही की। इस कार्यवाही के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। साथ ही पुलिस की ओर से कहा कि आगे भी अन्य जगहों पर इस तरह के अवैध धर्मांतरण को लेकर उचिक कार्यवाही की जाएगी।

अवैध चर्च पर चला बुलडोजर

मिर्जापुर के अहरौरा थाना क्षेत्र के खुफिया गांव में बने अवैध चर्च पर रविवार को जिला प्रशासन ने एक्शन लेते हुए बुलडोजर कार्यवाही की। मिर्जापुर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि ये चर्च वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था। साथ ही इसी चर्च के माध्यम से आस-पास रहने वाले लोगों को फुसलाकर सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण कराया जा रहा था।

चर्च कर रहा था लोगों का धर्म परिवर्तन

चर्च के इस काम की शिकायत लोगों ने पुलिस से की। जिसपर तुंरत एक्शन लिया गया और चर्च की जांच-पड़ताल शुरू की। जांच में पता चला कि ये चर्च वन विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से निर्मित पाया गया। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा सर्च संचालकों को नोटिस जारी किया गया, लेकिन उन्होंने इसमें कोई जवाब नहीं दिया।

कई चर्च निशाने पर, गैंगस्टर एक्ट पर होगी कार्यवाही

पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि नोटिस का जवाब न मिलने पर रविवार को निर्माता वन विभाग जिला प्रशासन और पुलिस की टीम यहां पहुंची और अवैध रूप से बने इस चर्च को गिरा दिया गया। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि जनपद में इस तरह के धर्मांतरण का खेल चलाने वाले कुछ और लोग भी निशाने पर हैं। उनकी भी जांच पड़ताल की जा रही है। आरोप सिद्ध होने पर उनके अवैध संपत्तियों को ध्वस्तीकरण कराया जाएगा या उनके ऊपर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। इस कार्यवाही के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।

By Super Admin | August 11, 2024 | 0 Comments

एनकाउंटर पर बोले CM Yogi 'व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता' अखिलेश ने किया पलटवार 'कमज़ोर लोग एनकाउंटर को शक्ति मानते'!

सुल्तानपुर डकैती कांड के दूसरे आरोपी अनुज प्रताप सिंह का पुलिस ने सोमवार को एनकाउंटर किया। जिसपर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ‘सबसे कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं। किसी का भी फ़र्ज़ी एनकाउंटर नाइंसाफ़ी है’। तो वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर में कहा कि 'ये नए भारत का नया यूपी है। नए यूपी में सुरक्षा भी है तो सम्मान भी है'।

सुल्तानपुर डकैती कांड के दूसरे आरोपी का हुआ एनकाउंटर

सुल्तानपुर डकैती कांड का दूसरा आरोपी अनुज प्रताप सिंह पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। इससे पहले बीते पांच सितंबर को मंगेश यादव का एनकाउंटर हुआ था। जिसके बाद मिर्जापुर में सीएम योगी ने जो कहा उसकी काफी चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता है। अगर कोई ऐसा करेगा तो इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।

https://twitter.com/myogiadityanath/status/1838137524557869523

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर में कहा, "ये नए भारत का नया यूपी है। नए यूपी में सुरक्षा भी है तो सम्मान भी है। बेटी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता है। अगर कोई लगाएगा तो उसको खामियाजा भुगतना पड़ेगा। व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता। किसान की जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता। किसी गरीब की झोपड़ी को कोई उजाड़ने का दुस्साहस नहीं कर सकता है। अगर करेगा तो उसको उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।"

माफिया गिड़गिड़ा रहे एक बार बख्श दो, आगे ठेली लगाकर पेट भर लेंगे: CM Yogi

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि आज आप देख रेह हैं कि माफिया आज गिड़गिड़ा रहे हैं। कह रहे हैं कि हुजूर एक बार जान बख्श दो बस। आगे से ठेली लगाकर पेट भर लेंगे, लेकिन किसी को छेड़ेंगे नहीं। किसी की संपत्ति पर कब्जा नहीं करेंगे। व्यापारी या राहगीर पर गोली नहीं बरसाएंगे।

कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते: अखिलेश यादव

https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1838135112229150822

वहीं, एनकाउंटर के बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा 'सबसे कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं। किसी का भी फ़र्ज़ी एनकाउंटर नाइंसाफ़ी है। हिंसा और रक्त से उप्र की छवि को घूमिल करना उप्र के भविष्य के विरूद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है। आजके सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएँगे। इसीलिए वो जाते-जाते उप्र में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि उप्र में कोई प्रवेश-निवेश ही न करे। उप्र की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसीका बदला ले रहे हैं। जिनका ख़ुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं'।

आपको बता दें, सुल्तानपुर में 28 अगस्त को ठठेरी बाजार स्थित ओम ऑर्नामेंट नाम की दुकान में कुछ नाकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े डाका डाला था। इस दौरान हथियार के बल पर दुकानदार और दुकान में मौजूद अन्य लोगों को बंधक बनाकर दो करोड़ की डकैती को अंजाम दिया गया था। जिसके बाद डकैती डालने वाले अनुज प्रताप सिंह को एसटीएफ ने सोमवार तड़के एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इससे पहले इसी मामले से जुड़े मंगेश यादव को एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।

By Super Admin | September 23, 2024 | 0 Comments

मिर्जापुर 3 नहीं कर पाई अपनी फॉलोइंग के साथ इंसाफ, एक्टर्स ने किया कार में ईंधन का काम

मिर्जापुर-2 के पीछे छूटे तमाम सवालों का जवाब लेकर मिर्जापुर सीजन 3 अमेजॉन प्राइम पर रिलीज हो गया है। यूपी के किरदारों से सजी इस सीरीज में एक बार फिर से बकैती देखकर मजा आएगा, लेकिन ये सीजन एक नया सवाल पीछे छोड़ जाएगा कि क्या सीरीज का चौथा सीजन आएगा। चलिए ज्यादा गोल-गोल घूमाए बिना जानते हैं मिर्जापुर के तीसरे सीजन के बारे में....

कहानी ने किया थोड़ा निराश

जाहिर है जब दो बेहतरीन सीजन किसी सीरीज के देख रखे हो, तो तीसरे सीजन से उम्मीद बढ़ जाती है। लेकिन वेब सीरीज मिर्जापुर के तीसरे सीजन की कहानी ने अपने पिछले दो सीजनों के प्रशंसकों को सबसे ज्यादा निराश किया है। सीरीज देखकर लगता है कि फरहान अख्तर महिला किरदारों के प्रति हाल के बरसों में बनी सहानुभूति से खासे प्रभावित हुए हैं। इस बार वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ का तीसरा सीजन भी इसीलिए उन्होंने सीरीज की महिला किरदारों के नाम कर दिया है। मुख्यमंत्री बनीं माधुरी यादव फिर से सफेद साड़ी में भले आ चुकी हों, लेकिन उत्तर प्रदेश को भयमुक्त प्रदेश बनाने और हर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष करते रहने के नारे के साथ अब उनके नए तेवर हैं।

दोस्त बना दुश्मन, दुश्मन का दुश्मन दोस्त

किसी सीरीज के पहले भागों को देखने वाले अगर ये तीसरा सीजन देख रहे हैं, तो वो पहले दोनो पार्टस् को देखकर आए। क्योंकि तीसरे सीजन में गोलू और गुड्डू कुछ जय और वीरू बनते दिख रहे। गब्बर की खैनी वाला तड़का भी सीरीज के लेखकों की टीम यहां ले आई है। बीना के बदन की आग अब भी भड़क रही है, डिम्पी का रोल रिवर्सल हो रहा है। वह चुप रहकर बड़ा काम करने की फिराक में हैं। शबनम की अपनी अलग दुकान सज चुकी है। पुलिस अफसर को मारने के बाद पांडेजी ने अदालत में सरेंडर कर दिया है। घरवाले उनकी कहानी का क्लाइमेक्स बदलना चाहते हैं लेकिन उनको अपनी कहानी का यही टेंट पोल अच्छा लग रहा है। तंबू तना रहे, इसके लिए वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ के तीसरे सीजन को इसके लेखक अपूर्वा धर बडगैंया पूरी कोशिश करके बड़ी लाइन पर बनाए रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन छोटी लाइन वाली इसके मेकर्स की आदत दर्शकों को सीरीज देखने का आनंद लेने नहीं देती। ये सारी बाते आप दोनों सीजन देखने के बाद ही समझ सकते हैं।

ये सीजन कर रहा निराश

तकनीकी तौर पर वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ का तीसरा सीजन बहुत ज्यादा कमजोर है। सीरीज देखकर लगता है कि एक्सेल एंटरटेनमेंट ने इसके प्रोडक्शन बजट में भारी कटौती की है और अपना मार्जिन बढ़ाने के लिए पिछले दो सीजन की इसकी लोकप्रियता और प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है।

By Super Admin | July 05, 2024 | 0 Comments

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