Noida: भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बसपा सांसद दानिश अली को उग्रवादी और आतंकवादी कहने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में नोएडा मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंप कर भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन कार्रवाई की मांग की
नोएडा मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने मुस्लिम राजपूत वेलफेयर एसोसिएशन के महानगर नोएडा के अध्यक्ष कुँवर बिलाल बर्नी के नेतृत्व में राष्ट्रपति को नगर मजिस्ट्रेट नोएडा के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।
भाजपा सांसद ने संसद की गरिमा को किया तार-तार
राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन में लिखा गया है कि ' भाजपा सांसद के द्वारा जो गालियां साँसद कुँवर दानिश अली को दी गई। इस प्रकार की सड़क छाप दुर्व्यवहार और 75 सालों से जिन शब्दों को संसद में कहने से परहेज़ किया जा रहा था, वह झिझक भी अब समाप्त कर ही दी गई। देश की जनता को इस प्रकार के गाली गलौज देने से ठेस पहुँची है।
आजीवन चुनाव लड़ने पर लगाई जाए पाबंदी
इस ज्ञापन के माध्यम से अपील करते है कि भाजपा साँसद रमेश विधुड़ी को संसद से बर्खास्त करते हुए उनको आजीवन विधायक व साँसद के चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई जाए।ज्ञापन में मांग की गई है कि साँसद कुँवर दानिश अली को जेड प्लस सुरक्षा दी जाए।
इन लोगों ने मिलकर दिया ज्ञापन
ज्ञापन सौंपने वाले इस प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से कुँवर बिलाल बर्नी, सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दीपक विग, सपा उपाध्यक्ष शकील सैफी, मोहम्मद तस्लीम, तनवीर हुसैन, नुरू -उल- हसन अंसारी, कुँवर हारून हयात, अब्दुल गफ़्फ़ार, मुन्ना आलम, क़रार हुसैन,साहिल चौधरी,मोहम्मद सद्दाम,अब्दुल हमीद,शमीम अहमद, मोहम्मद शफ़ीक़, मुनाजिर, इमरान अंसारी,मोहम्मद जकी सिद्दीकी, मोहम्मद सलीम समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
Noida: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। दुनिया भर से श्रद्धालु भगवान श्रीराम के दर्शन को अलग-अलग शहरों से पहुंच रहे हैं। अयोध्या में जहां श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त भंडारे का आयोजन किया गया, वहीं गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले मोहम्मद ओवैस ने भी भाईचारे की अनोखी मिसाल पेश की है। नोएडा के सेक्टर-16 में मोहम्मद ओवैस साल 2010 से खाने की दुकान का संचालन कर रहे हैं। उन्होंने राम मंदिर बनने की खुशी में अपनी दुकान पर भक्तों के लिए फ्री में खाने की व्यवस्था की है।
"भाईचारे को खत्म करने के प्रयास''
मोहम्मद ओवैस मूल रूप से बदायूं जिले के रहने वाले हैं। वो साल 2010 से सेक्टर-16 में रहकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कुछ लोग सामाज को बांटने का काम कर रहे हैं। ओवैस ने कहा कि वो चाहते हैं कि हिन्दू और मुस्लिमों के बीच भाईचारा कभी खत्म ना हो, इसके लिए हमारा ये छोटा सा प्रयास उन लोगों के लिए भी है, जो सामाज में जहर बोने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो हर एक समुदाय के त्योहारों को मानते हैं, उनके ईश्वर में हमारी आस्था है, इसीलिए मैं भगवान राम के मंदिर बनने की खुशी में अपनी दुकान पर राम भक्तों को मुफ्त में खाना खिलाकर भाईचारे का संदेश देना चाहते हैं।
"दूसरे धर्म का करना चाहिए सम्मान''
मोहम्मद ओवैस ने कहा कि वो जब तक दुकान चलाएंगे, तब तक इस नाम के भाई बहनों के लिए फ्री खान की व्यवस्था रखेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान राम का मंदिर बनने से हमें काफी खुशी हुई है और हम पूरी तरह से ख़ुशी मना रहे हैं। उन्होंने जिक्र करते हुए ये बताया कि मेरे इस कार्यक्रम से कुछ मेरे समुदाय के लोगों ने मुझ पर ही ऑब्जेक्शन उठा दिया है। उन्हीं कई तरह की बातें सुनने को मिल रही है। लेकिन जब तक मैं जिउंगा, भाईचारा को सामाज में जिंदा रखने का प्रयास करूंगा।
Mathura: एक ओर जहां लोग हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद की बात कर रहे हैं। समुदाय विशेष के लोगों को भड़काकर देश में उपद्रव करना चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर हिंदू मुस्लिम एकता की मिशाल पेश करते हुए अकील सहारनपुरी मथुरा सहित पूरे बृज का भ्रमण कर रहे हैं। अकील सहारनपुरी ना सिर्फ भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा, कृष्ण क्रीड़ा स्थली वृंदावन और पालन भूमि गोकुल सहित पूरे बृज का भ्रमण करेंगे, बल्कि कृष्ण की लीलाओं का अध्यन भी करेंगे।
हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल
अकील सहारनपुरी कृष्ण लीलाओं के अध्यन के साथ समाज में एक छाप भी छोड़ने का काम करेंगे। पिछले लंबे समय से अकील सहारनपुरी हिन्दू-मुस्लिम एकता का अलख जगाते हुए जगह-जगह लोगों को दोनों धर्मों के प्रति सचेत करने का काम कर रहे हैं। हिंदू मुस्लिम भाई-चारे और सद्भावना के लिए भी लोगों को एक कर मिलाने में लगे हैं। अकील सहारनपुरी ये दावा है कि वो पिछले 25 सालों से भी अधिक समय से हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने हिंदू मुस्लिम की कई बातों को सुलझाया है।
मंदिरों में करेंगे दर्शन
अकील सहारनपुरी भगवान कृष्ण की खोज में मथुरा पहुंचे हैं। जहां वो मथुरा वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर, श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, गोकुल मंदिर, गोवर्धन पर्वत परिक्रमा राधा रानी मंदिर बरसाना सहित सभी प्रमुख मंदिरों में दर्शन भी करेंगे। इस दौरान उन्होंने दोनों धर्म के लोगों को एक साथ रहने का सलाह भी दिया। मथुरा में बीजेपी के अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम में भी अकील सहारनपुरी ने भाग लिया। उन्होंने इस दौरान दोनों धर्म के लोगों से एक-दूसरे से विवाद नहीं करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारी पद्धति अलग-अलग हो सकती है, लोगों हम दोनों धर्म और कर्म को मानने वाले लोग हैं। दोनों धर्मों में अगर सबसे बड़ी समानता है तो वो है मानवता की।
विवादों को बैठकर सुलझाने की सलाह
अकील सहारनपुरी ने कहा कि अभी दोनों धर्मों के बीच कुछ जगहों को लेकर विवाद है, जिसमें काशी और मथुरा शामिल है। उन्होंने कहा कि दोनों धर्म के गुरुओं को बैठकर इसका हल निकालना चाहिए। इस मौके पर अकील सहारनपुरी का लोगों ने माला और पटका पहनाकर स्वागत किया। साथ ही उन्हें स्मृति चिन्ह भी सम्मान के रूप में भेंट किया गया।
अगर आपको कोई शख्स रोजमर्रा के दिनों में गाली दे तो जाहिर सी बात है आप भड़क उठेंगे। वहीं अगर कोई आपको किसी त्योहार पर गाली दे तो शायद आप उसकी पिटाई ही कर दें मगर एक जगह ऐसी भी है जहां त्योहार पर गाली देने का रिवाज है। जी हां पीलीभीत के शेरपुर गांव में होली के दिन हिन्दू अपने मुस्लिम भाईयों को रंग लगाने के बाद गाली देते हैं, लेकिन मुसलमान इससे नाराज नहीं होते हैं, बल्कि उल्टा हंस कर होली की बधाई देते हैं। वहीं मुसलमानों को रंग लगाने और गाली देने के बाद हिंदुओं को बदले में नजराना भी मिलता है।
पीढ़ियां बदल गईं, लेकिन रिवाज आज भी कायम
पूरनपुर तहसील की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत का रुतबा रखने वाला ये शेरपुर गांव नवाबों का रहा है, जिसे नवाबों का गांव भी कहा जाता है जो कि कस्बा पूरनपुर से सटा है। यहां के बुजुर्गों का कहना है "कि होली का ये रिवाज नवाबी दौर से ही चला आ रहा है। पीढ़ियां बदल गईं, लेकिन रिवाज आज भी कायम है।" गांव की आबादी करीब 45 हजार के आसपास है। इनमें लगभग दो हजार ही हिंदू हैं। खास-बात ये है कि इस गांव मे कभी भी सांप्रदायिक तनाव की समस्या नहीं आती है और होली पर हिंदू समुदाय के लोग हुड़दंग करते हैं, लेकिन कोई इसका बुरा नहीं मानता।
कैसे होती है होली की शुरूआत?
होली त्योहार में इस गांव का ये रिवाज बिल्कुल हटकर है। होली के दिन रंग-गुलाल से सराबोर हुरियारों की टोलियां गांव की गलियों में निकल पड़ती हैं। धमाल करते हुए टोलियां नवाब साहब की कोठी के सामने पहुंच जाती है। इसके बाद तो होली के गीतों के बीच ही गालियों की बौछार होने लगती है। इसी दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग सामने आ जाते हैं तो गालियों का क्रम और तेज हो जाता है। ऐसे में हिंदू भाइयों की गालियों पर कोई मुसलमान नाराज नहीं होता, बल्कि हंसते हुए हुरियारों को बतौर नजराना कुछ रुपए देकर उन्हें विदा करते हैं। ये कार्यक्रम कई घंटों तक चलता है। हुरियारे मुस्लिम परिवारों के घरों के बाहर यही सब दोहराते हुए फगुआ वसूलने के बाद ही वहां से हटते हैं। मुस्लिम बाहुल आबादी वाले इस गांव में सैकड़ों हिंदू परिवार भी रहते हैं। जब होली आती है तो हिंदू ही नहीं बल्कि मुस्लिम भी उत्साहित हो जाते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग होलिका की तैयारी में सहयोग से कभी पीछे नहीं हटते।
Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ''शरियत संविधान से बड़ी नहीं है। ये देश संविधान से चलेगा। शरियत भारत से बड़ी नहीं हो सकती है। मुस्लिमों को घर-मकान सब मिल रहा है, लेकिन उन्हें भारत का कानून भी मानना चाहिए।
मदरसों का आधुनिकीकरण कर रहे
एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मदरसा बोर्ड एक्ट अवैध घोषित होने के सवाल पर कहा कि शरियत हमारा व्यक्तिगत विषय हो सकता है। लेकिन वह संविधान से ऊपर नहीं हो सकता। हम मदरसों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। हमे वैज्ञानिक, इंजीनियर और कुशल मानव संसाधन चाहिए। हमें अपने शिक्षण संस्थानों को उसी अनुरूप बनाना होगा। प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था में एकरूपता लाना हमारी प्राथमिकता है।
कानून मानें तो मिलेगा पूरा सम्मान
मुसलमानों की चिंता की सवाल पर सीएम योगी ने कहा, ''मुस्लिमों की कौन चिंता नहीं करता। उन्हें मकान मिल रहा है। खाने को मिल रहा है। लेकिन, वे भारत का कानून भी तो मानें। भारत के संविधान का सम्मान करें। शरियत संविधान से बड़ी नहीं हो सकती। अगर मुसलमान इस बात को मानें तो भारत की जनता उन्हें सिर आंखों पर बिठाएगी।
लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। तो वहीं उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है। जिसकी वजह चार साल पहले बनी आजाद समाज पार्टी है। जिसके अध्यक्ष कोई और नहीं बल्कि चंद्रशेखर आजाद है। जो इस सीट से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर इस सीट पर सपा-बसपा और भाजपा के प्रत्याशियों ने भी अपना पूरा जोर लगा दिया है।
पहली बार किस्मत आजमा रहे चंद्रशेखर आजाद
नगीना में चुनावी जंग दिलचस्प हो गई है। इस सीट पर इस वक्त सबसे ज्यादा अगर किसी उम्मीदवार की चर्चा हो रही है तो वह हैं चंद्रशेखर आजाद। पहली बार चंद्रशेखर आजाद रावण इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और वह भी अकेले यानी किसी पार्टी ने उन्हें अपना समर्थन नहीं दिया है। वह अपनी पार्टी आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं, जिसका चुनाव चिन्ह केतली है। इस सीट पर भाजपा ने तीन बार के विधायक ओम कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने मनोज कुमार (पूर्व जज) को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि बीएसपी सुरेंद्र मैनवाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
नगीना में चंद्रशेखर का चुनाव प्रचार
वही अगर बात करें नगीना में चंद्रशेखर के चुनाव प्रचार की तो वो दलितों के अलावा दूसरी बिरादरियों में खासकर ओबीसी बिरादरियों में छोटी-छोटी मीटिंग्स और सभाएं कर रहे हैं। चंद्रशेखर अपनी मीटिंग में सभी को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के मिशन की याद दिलाते हैं और कहते हैं 'कि अगर दलित और दबे कुचले लोगों की आवाज संसद में नहीं उठाई गई तो संविधान खत्म हो जाएगा। अगर यहां के लोग उन्हें संसद में जीताकर भेजेंगे तो वह दिखाएंगे कि कैसे उनके हक की आवाज संसद के भीतर गूंज सकती है।'
मायावती ने नगीना से अपना पहला चुनाव लड़ा और जीता था
आपको बता दें कि नगीना लोकसभा 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद यह सीट 2009 लोकसभा चुनाव से पहले ही अस्तित्व में आई थी। नगीना, कभी बिजनौर का ही हिस्सा हुआ करता था और यहीं से मायावती ने अपना पहला चुनाव लड़ा और जीता था। अब यहीं से मायवाती की तरह जीत दोहराने के लिए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण बेताब दिख रहे हैं।
नगीना से मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को चुनाव प्रचार में किया लॉन्च
जहां एक ओर चंद्रशेखर आजाद दलित औ दूसरी बिरादरियों में खासकर ओबीसी बिरादरियों में छोटी-छोटी मीटिंग्स और सभाएं कर रहे हैं। एक तरफ जहां मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को चुनाव प्रचार में लॉन्च करने के लिए नगीना को ही चुना। तो वहीं दूसरी ओर चुनाव प्रचार में आकाश आनंद सबसे ज्यादा चंद्रशेखर आजाद को ही आड़े हाथों ले रहे हैं और लगातार बिना नाम लिए जुबानी हमले कर रहे हैं। वहीं आकाश आनंद के चुनाव प्रचार में उतरने से ही बीएसपी समर्थकों में भी जोश भर गया है। जिसके बाद अब नगीना की लड़ाई BSP और आज़ाद समाज पार्टी के बीच नाक की लड़ाई बन गई है।
Aligrah: जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सासनी गेट क्षेत्र में हिन्दू युवक ने मुस्लिम के साथ की मारपीट की है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि कलावा पहनकर कबाड़ का काम करने पर कारोबारी की पिटाई कर रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
फर्जी अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करता है आरोपी
पुलिस के मुताबिक, मुस्लिम कारोबारी के साथ मारपीट करने वाले आरोपी हिन्दू युवक पर चौथ वसूली जैसे कई केस दर्ज हैं। आरोपी ठगी के लिए कभी पत्रकार तो कभी क्राइम ब्रांच का अधिकारी बन कर लोगों से वसूली करता है। इसके पहले मिठाई कारोबारी ने आरोपी पर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी हिन्दू युवक के ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। बताया जाता है कि आरोपी विधायक व क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर मोटी रकम व्यापारियों से वसूलता है। फिलहाल सासनी गेट पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पीएम मोदी भी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुके हैं। पीएम मोदी ने आज सहारनपुर के बाद गाजियाबाद में रोड शो किया है जिसमें बीजेपी समर्थकों का सैलाब देखने को मिला रहा। वहीं पीएम मोदी का यह रोड शो करीब डेढ़ किलोमीटर का रहा। माना जा रहा है कि इस रोड शो के जरिए पीएम मोदी पश्चिमी यूपी के वोटर्स को साधने का प्रयास करेंगे। गाजियाबाद में रोड शो के दौरान पीएम मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मौजूदा सांसद रिटायर्ट जनरल वीके सिंह और गाजियाबाद लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी के प्रत्याशी और विधायक अतुल गर्ग भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी के रोड शो से मुस्लिम समाज के लोगों में काफी उत्साह
इस रोड शो की खास बात यह रही है कि पीएम मोदी के रोड शो को लेकर मुस्लिम समाज के लोगों में भी काफी उत्साह देखने को मिला। सड़क पर भारी संख्या में लोगों ने एक जगह पर एकत्रित होकर पीएम मोदी के रोड शो के समर्थन में नारेबाजी की, जो कि बीजेपी के लिए एक पॉजिटिव संकेत माना जा रहा है।
रोड शो के दौरान हजारों समर्थकों की भीड़ देखने
गौरतलब है कि पीएम मोदी के गाजियाबाद में रोड शो के दौरान हजारों समर्थकों की भीड़ देखने को मिली। लोग पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए मशक्कत करते भी दिखे, वहीं सिक्योरिटी में तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी इस दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान कार्यकर्ताओं में मोदी-मोदी के नारे लगाए। वहीं हर पचास मीटर पर स्वागत के लिए मंच बनाया गया। बता दें कि गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो के दौरान समर्थकों द्वारा जय श्रीराम से लेकर वन्दे मातरम तक के नारे लगे। 1400 मीटर के रोड शो में 36 जगह मोदी-योगी पर पुष्प वर्षा की गई। रोड शो में पीएम मोदी के साथ सजी हुई जीप पर सीएम योगी, भूपेंद्र चौधरी, सांसद वीके सिंह और उम्मीदवार अतुल गर्ग मौजूद रहे।
बीजेपी ने विधायक अतुल गर्ग को उतारा है मैदान में
आपको बता दें कि प्रत्याशियों के एलान से पहले ही इस बार मौजूदा सांसद जनरल वीके सिंह ने कह दिया था कि वे इस बार चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। इसके बाद बीजेपी ने गाजियाबाद के एक स्थानीय विधायक अतुल गर्ग को गाजियाबद लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
सहारनपुर लोकसभा सीट पर एक के बाद एक जनसभा कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को रोड शो के माध्यम से मतदाताओं को साधा। करीब दो किलोमीटर लंबे रोड शो में व्यापारियों और संगठन के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राघव लखनपाल के लिए जनता से समर्थन मांगा। 20 मिनट के रोड शो में लोग हजारों की तादाद उमड़ पड़े और लोगों ने सीएम योगी पर चारों ओर से फूलों की बारिश कर दी। जिससे सीएम योगी आदित्यनाथ गदगद दिखाई दिए। सीएम योगी ने अग्रवाल धर्मशाला से भाजपा के रोड़-शो की अगुवाई की। जहां से वे भगतसिंह चौक, बाजार मोर गंज, नेहरू मार्केट होते हुए सहारनपुर नगर के ह्दय स्थल चौक घंटाघर पर पहुंचे।
सीएम के रोड शो को मिला भारी जनसमर्थन
योगी आदित्यनाथ फूलों से सजे एक वाहन पर अपने हाथों से विजयी चिन्ह बनाते हुए लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। योगी आदित्यनाथ के दाईं ओर भाजपा उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा मौजूद थे। भाजपा के दोनों मंत्री, विधायक एवं मेयर डा. अजय सिंह भी योगी के साथ वाहन पर सवार थे। रोड-शो में आठ से दस हजार उत्साही लोगों की भीड़ शामिल थी। पूरे रोड़ शो के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे। पूरा आयोजन शांति और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। गौरतलब है कि सहारनपुर सीट पर भाजपा के राघव लखनपाल शर्मा का कांग्रेस के दिग्गज नेता इमरान मसूद से कड़ा संघर्ष है। आज के रोड़-शो से सहारनपुर और जिले का राजनैतिक माहौल गर्मा गया हैं। देखा जाए तो सहारनपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रोड शो लोकसभा प्रत्याशी राघव लखनपाल के लिए संजीवनी साबित हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है. कांग्रेस पार्टी ने इस घोषणापत्र का नाम ‘अब बदलेगा हालात’ रखा है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और तारिक हमीद कर्रा ने मेनिफेस्टो पढ़ते हुए कहा कि पिछले 10 सालों से हालात ऐसे बन गए हैं कि कश्मीर का दिल घायल हो गया है. जिस पर अब मरहम लगाने का समय आ गया है. हम इसे लोगों का घोषणापत्र कहते हैं.
रोजगार, महिला और शासन को लेकर कीं कई बड़ी घोषणाएं
पवन खेड़ा ने आगे बोला कि लोगों के पास अपने दुखों को व्यक्त करने के लिए कोई भी नहीं है. कश्मीर सपनों का कब्रिस्तान बन गया है. घोषणा पत्र को लेकर खेड़ा ने कहा कि ये दस्तावेज केवल वादों का ढेर नहीं है. हम अधिकारों की भी बात करते हैं क्योंकि पूरा संविधान अधिकार और हक पर ही आधारित है. कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी करते हुए रोजगार, महिला और शासन को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की हैं.
महिला मुखियाओं को हर महीने 3,000 रुपए मिलेंगे
घोषणा पत्र में पार्टी ने महिलाओं के लिए कई वादे किए है. जिसके तहत कांग्रेस अगर जम्मू-कश्मीर की सत्ता में आती है तो वो ‘महिला सम्मान योजना’ के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के परिवारों की महिला मुखियाओं को हर महीने 3,000 रुपए देगी. ‘सखी शक्ति’ के तहत हर महिला को स्वयं सहायता समूह से 5 लाख रुपए तक का बिना ब्याज के कर्ज भी दिया जाएगा. इसके अलावा सभी पुलिस स्टेशनों में महिला पुलिस कक्ष स्थापित होंगे.
1 लाख सरकारी पदों को भरेगी कांग्रेस
पार्टी ने रोजगार को लेकर युवाओं से वादा किया है कि कांग्रेस सरकार युवाओं को एक साल के लिए हर महीने 3,500 रुपए तक का बेरोज़गारी भत्ता देगी. साथ ही कई विभागों में खाली पड़े 1 लाख सरकारी पदों को भी भरा जाएगा. इसके आलावा खाली पड़ी सरकारी भर्तियों को भरने के लिए 30 दिनों के भीतर एक नौकरी कैलेंडर भी जारी किए जाएंगे.
भूमिहीन किसानों के लिए 99 साल के पट्टे की व्यवस्था
घोषणापत्र में किसानों को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि अगर वो सरकार में आएंगे तो भूमिहीन किसान या वो किसान जो किराए की जमीन पर खेती करते हैं. उन्हें सरकार 4 हजार रुपए की सहायता प्रदान करेगी. राज्य की भूमि पर खेती करने वाले भूमिहीन किसानों के लिए सरकार 99 साल के पट्टे की व्यवस्था करेगी. वहीं सेब फसल के लिए 72 रुपए किलो के हिसाब से न्यूनतम मूल्य सुनिश्चित किए जाएंगे. इसके अलावा प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ सभी फसलों के लिए 100 परसेंट फसल बीमा भी दिया जाएगा.
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022