किसानों के मुद्दे को लेकर धरना जारी, अब दिल्ली में भरेंगे हुंकार

Greater Noida: किसान सभा की कमेटी ने रोजा याकूबपुर की आबादी की सुनवाई को लेकर किसान सभा का धरना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 99 वां दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बाबा नेतराम ने की धरने का संचालन सतीश यादव ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान सभा के नेतृत्व में किसानों के आंदोलन के परिणाम में आबादी प्रकरणों की सुनवाइयां चल रही हैं। जिसमें किसान सभा की कमेटी ने आज रोजा याकूबपुर के 50 प्रकरणों में सुनवाइयां करवाई। किसान सभा की ओर से गवरी मुखिया, राजीव नागर, महाराज सिंह प्रधान, निशांत रावल, डॉक्टर रुपेश वर्मा शामिल रहे। आबादियों की सुनवाई आबादी निस्तारण कमेटी के अध्यक्ष एसीईओ आनंद वर्धन ने की।

ताल कटोरा स्टेडियम में होगा बड़ा सम्मेलन

किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि 24 अगस्त को दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में ऑल इंडिया किसान सभा के देश भर के डेलिगेट्स का सम्मेलन है। जिसमें जमीनों के अधिग्रहण सहित किसानी के अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। किसान सभा गौतम बुद्ध नगर की किसान सभा की इकाई से 50 सदस्य राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। धरना स्थल से 24 तारीख को 8:00 बजे 50 प्रतिनिधियों को लेकर बस रवाना होगी, जिसमें आधी संख्या महिलाओं की रहेगी।

माहिला कमेटी का किया गठन

किसान सभा की जिला स्तरीय महिला कमेटी की सदस्य तिलक देवी, गीता भाटी, जोगेंदरी पूनम भाटी ने गांव थापखेड़ा में जाकर महिलाओं की बैठक की और महिलाओं की कमेटी का निर्माण किया। तिलक देवी ने थापखेड़ा में महिलाओं से अपने हकों के लिए घर से निकलने और किसान आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की।

महिलाओं की ताकत से आंदोलन हुआ मजबूत

महिलाओं की मीटिंग की आयोजक पूनम भाटी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की ताकत की वजह से और उनके धरने में बड़ी हिस्सेदारी के कारण किसानों के सभी काम आगे बढ़ रहे हैं। हमें और संगठित होकर आंदोलन का हिस्सा बनना पड़ेगा। धरने को सूबेदार ब्रह्मपाल, हरेंद्र, संजय नागर, गवरी मुखिया, सुरेश यादव, प्रवीण त्यागी, डॉक्टर जयचंद शर्मा, राजीव नागर, आशा शर्मा, रेखा चौहान, चंदा बेगम ने संबोधित किया धरने पर सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।

By Super Admin | August 24, 2023 | 0 Comments

12 सितंबर को प्राधिकरण के घेराव के लिए किसानों ने बनाई रणनीति, जनसंपर्क किया शुरू


Noida: अपनी मागों को लेकर किसानों का धरना लगातार जारी है. अपनी मांगे को हल ना होते देख किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने बताया 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा और किसी को भी अंदर या बाहर नहीं आने दिया जाएगा. जब तक हमारे मुद्दों को हल करने का समाधान नहीं कर दिया जाएगा. इसी कड़ी में हम सभी साथियों ने गांव में मीटिंगों का दौर फिर से शुरू कर दिया है। गांवों से अपील की जा रही है कि वह अपने हको के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्राधिकरण पर पहुंचे।


बड़े आंदोलन करने की दी चेतावनी
किसान सभा के सचिव जगदीश नंबरदार ने बताया कि हमारे मुद्दों के प्रति जनप्रतिनिधियों व प्राधिकरण का रवैया ढुलमुल है। हमारे इतने अवगत कराने के बाद भी उनको किसानों के मुद्दों की गंभीरता समझ नहीं आ रही है। क्षेत्र में इन बातों को लेकर आक्रोश है। हम इन लोगों को चेताना चाहते हैं कि या तो यह जल्द से जल्द मुद्दों को हल करें अन्यथा किसान बड़े कदम उठाने के लिए विवश होंगे।


धरना स्थल पर मनाएंगी रक्षा बंधन
महिला किसान जोगेंद्री ने कहा कि रक्षाबंधन का पावन पर्व होने के बावजूद भी हम महिलाओं ने तय किया है कि हम अपना त्यौहार धरना स्थल पर ही मनाएंगे. अपने भाइयों को यहीं पर राखी बांधेंगी. प्राधिकरण व जनप्रतिनिधियों को अपने अपनी पीड़ा से अवगत कराने के लिए अपना त्यौहार भी यहीं मनाएंगे।


जनप्रतिनिधि आलीशान मकानों में कुंभकर्णी नींद में सो रहे
धरने की अध्यक्षता कर रहे किसान सभा के संरक्षक जगदीश नंबरदार ने बताया कि जनप्रतिनिधियों का काम अपनी वोटों तक सीमित है। वह लोगों के मध्य जब वोट मांगने के लिए आते हैं, तो अच्छे-अच्छे बातें करते हैं और वादे करके जाते हैं कि आपकी समस्याएं हमारी समस्या है। परंतु वही जनप्रतिनिधि जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर पिछले 4 महीना से सड़कों पर है। लेकिन आलीशान मकानो में कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं. हम जब तक उन्हें नींद से नहीं जाग लेते तब तक यहां से जाने वाले नहीं है।


प्राधिकरण ने किसानों के साथ किया धोखा

किसान सभा के उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल ने कहा कि प्राधिकरण पिछले 20 दिनों से हमसे बोल रहा है कि हमने आपके 17 मुद्दे हल कर दिए हैं। परंतु हकीकत यह है कि अभी तक हल किए हुए मुद्दों को भी उन्होंने लागू नहीं किया है ।यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। प्रशांत भाटी ने बताया कि प्राधिकरण पर होने वाले महापड़ाव के क्रम में आज हमने सुबह इटेड़ा गांव में युवाओं की मीटिंग की. जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और अपने अधिकारों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए संकल्प लिया कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के घेराव में युवाओं की बहुत बड़ी भागीदारी होगी।

By Super Admin | August 31, 2023 | 0 Comments

रक्षाबंधन के दिन भी धरना स्थल पर किसानों ने किया प्रदर्शन, अधिकारियों और नेताओं पर लगाया आरोप


Greater Noida: विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा धरना रक्षाबंधन को भी 107वां दिन जारी रहा. धरने की अध्यक्षता राम सिंह नागर और संचालन हरेंद्र खारी ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 10% प्लाट का मुद्दा आंदोलन की पहचान है। 10% प्लाट के मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता।

जनप्रतिनिधि कभी भी किसानों के मुद्दों के प्रति गंभीर नहीं रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने इस सरकार के दौरान कभी भी किसानों के मुद्दों को नहीं उठाया है। किसान हमेशा अपनी लड़ाई खुद ही लड़ते आए हैं। इस मोर्चे पर जनप्रतिनिधि पूरी तरह विफल रहे हैं । जनप्रतिनिधियों का सरोकार केवल अपने करियर को आगे बढ़ाने, रिश्तेदारों मित्रों की तरक्की करने तक सीमित रहा है । किसानों ने अपनी लड़ाई अपने दम पर लड़ी है। यह लड़ाई भी अपने दम पर ही लड़कर जीतेंगे।


गिरफ्तारी देने के लिए सैकड़ों किसान तैयार
वहीं, किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेट पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। किसान हजारों की संख्या में गिरफ्तारी देने को तैयार हैं। किसी भी कीमत पर किसान अपने हकों से समझौता नहीं करेंगे। सादौपुर गांव के किसान सभा की कमेटी के अध्यक्ष निरंकार प्रधान ने कहा, लड़ाई आर पार के मकसद से शुरू की गई है। किसानों को आज पूरे 107 दिन हो गए हैं। गर्मी धूप बारिश में महिलाओं सहित सड़क पर रहे हैं।


आंदोलन तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं


उन्होंने कहा कि यह सरकार, अफसर और जनप्रतिनिधियों की हर दर्जे की असंवेदनशीलता है। अभी तक भी किसानों के मुद्दों को हल करने की तरफ कदम नहीं बढ़ाया है। नए अधिकारी भी डेढ़ महीने से अधिक समय से तैनात हैं और अभी भी मुद्दों को हल करने के लिए समय की मांग कर रहे हैं। जबकि मुद्दे स्पष्ट हैं, कोई नई मांग, नया मुद्दा नहीं है। तय नियमों कानून समझौते के अनुसार ही मुद्दों को हल करने की मांग की जा रही है । कई महीने से आबादियों की सुनवाईयां चल रही है। लेकिन आबादियों के प्रकरण अभी तक भी प्राधिकरण बोर्ड बैठक से पास नहीं किए गए हैं। ऐसे में आंदोलन को तेज करने के अलावा किसानों के पास कोई विकल्प नहीं है। किसानों ने फैसला किया है कि यदि मुद्दे हल नहीं होंगे तो प्राधिकरण को भी नहीं चलने देंगे ।

By Super Admin | September 01, 2023 | 0 Comments

किसानों ने प्राधिकरण को बंद करने के लिए 'डेरा डालो, घेरा डालो' की रणनीति बनाई


Greater Noida: किसान सभा का धरना प्रदर्शन 116वें दिन प्राधिकरण के खिलाफ जारी रहा। धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा 12 सितंबर को डेरा डालो, घेरा डालो प्रोग्राम के तहत प्राधिकरण को बंद किया जाएगा. जिसके लिए महिलाओं नौजवानों किसानों और भूमिहीनों की चार टीम क्षेत्र में प्रचार कार्य में लगी हैं।


किसान सभा के युवा नेता मोहित नागर ने कहा कि नौजवान पूरी तरह संगठित हैं और 12 सितंबर को हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर डेरा डालकर प्राधिकरण को बंद करने का कार्य करेंगे। प्रशांत भाटी ने कहा कि घंघोला गांव में पुस्तकालय स्थल पर नौजवानों की बैठक की गई। जिसमें बड़ी संख्या में नौजवान उपस्थित रहे उपस्थित नौजवानों ने 12 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में आने का वादा किया।


अभय भाटी ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे। हमारे क्षेत्र के प्रतिनिधियों में कोई दम नहीं है। उन्होंने आज तक किसानों की किसी भी समस्या को प्राथमिकता पर नहीं लिया है। न ही कभी उसके लिए कोई आवाज उठाई है, जो कुछ भी हुआ है वह संगठित किसानों के प्रयासों से ही संभव हुआ है। इस बार भी हम अपने संगठन और एकता के दम पर ही सफलता प्राप्त करेंगे।


किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व में जितने भी आंदोलन हुए हैं, वह सब किसानों के संगठित प्रयास का नतीजा थे। जो कुछ भी आज तक हासिल हुआ है वह भी किसानों के संगठित आंदोलन का नतीजा है। किसान सभा हमेशा अपना आंदोलन अपने संगठन लोगों के दम पर करती है। आंदोलन ऐतिहासिक है, जिसमें सैकड़ो लोग रोज धरना स्थल पर आ रहे हैं ।12 तारीख को डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम में हजारों किसान हिस्सा लेंगे।

By Super Admin | September 10, 2023 | 0 Comments

किसानों के धरने को रालोद अध्यक्ष जंयत चौधरी ने दिया समर्थन, कहा-पार्टी हमेशा आपके साथ


Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 118वें भी जारी रहा. सोमवार को राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी समस्त विधायकों के साथ अपना समर्थन देने पहुंचे. वहीं, मोहित नागर के नेतृत्व में 12 सितंबर प्राधिकरण बंद करो ट्विटर पर ट्रेंड अभियान चलाया गया. जिसमें हजारों ट्वीट कर प्राधिकरण बंद के ऐलान को ट्रेंड कराया गया. इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि प्रशासन की ओर से हर गांव में पुलिस भेजकर किसानों को डराने की कोशिश हो रही है. परंतु किसान सभा की कमेटियां और किसान सभा के लोग प्राधिकरण को बंद करने की पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं. प्राधिकरण को तभी खोला जाएगा जब मुद्दों पर ठोस नतीजे आ जाएंगे.


लोक दल हमेशा से किसानों की आवाज


धरने को समर्थन देने राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में उनके सभी विधायक धरना स्थल पर शाम 4:00 बजे पहुंचे. जयंत चौधरी ने धरने को समर्थन देते हुए कहा कि लोक दल हमेशा से किसानों की आवाज रहा है. रालोद किसानों की ही पार्टी है. किसानों की जब गिरफ्तारी हुई थी तब भी लोक दल के विधायक चंदन चौहान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पर भी पहुंचा था और जेल में भी पहुंचा था. उन्होंने कहा कि लोक दल की जिला कमेटी, जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी के नेतृत्व में हमेशा धरने के साथ खड़ी है. 12 सितंबर को भी लोक दल के कार्यकर्ता और नेता एवं विधायक धरने को समर्थन देने आएंगे और लोक दल हर समय आपके साथ खड़ा है.


मुद्दों को लटकाए जाने की कोई ठोस वजह नहीं


वहीं, किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि हम प्राधिकरण को पर्याप्त समय दे चुके हैं. अपनी समस्याओं को हल करने के लिए नए सीईओ को आए भी डेढ़ महीने से अधिक का वक्त हो गया है, उन्हें मुद्दों पर अपना निर्णय लेना है. मुद्दों को लटकाए जाने की कोई ठोस वजह नहीं है. प्राधिकरण और शासन किसानों की परीक्षा ले रहा है, उनके वाजिब मुद्दों को लटका कर आंदोलन को लंबा खींचकर थकाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन आंदोलन अपने मुकाम पर पहुंच कर रहेगा. इसी संकल्प के साथ आंदोलन शुरू हुआ था कि मुद्दों को हल कर करके ही दम लेंगे।


किसानों को भ्रमित करने की कोशिश


किसान सभा के महासचिव हरेंद्र ने कहा हमारी लड़ाई वाजिब है. काफी वक्त हम प्राधिकरण को अपनी समस्याओं को सुलझाने के बाबत दे चुके हैं. प्राधिकरण के अधिकारी फर्जी मीटिंग मिनट जो उन्होंने 6 तारीख की वार्ता वाले दिन तैयार की थी. परंतु किसान सभा के लोगों को दिखाने और देने से इनकार कर दिया था. उसी मीटिंग मिनट को जारी किया गया है और लेखपालों की गांव में ड्यूटी लगाई गई है कि वे किसानों को भ्रमित करें कि किसानों के मुद्दे हल हो गए हैं. जबकि किसानों के मुद्दे अभी तक भी हल नहीं हुए हैं. किसानों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है परंतु किसान पुरी तरह जागरूक हैं और प्राधिकरण की किसी चाल में अबकी बार फंसने वाले नहीं है.


प्रशासन को किसानों से कोई सरोकार नहीं


किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री का दौरा आसपास होता है तो प्रशासन के लोग किसानों के मुद्दों के संबंध में फर्जी बात करना शुरू कर देते हैं और उसके बाद फिर शांत हो जाते हैं और किसानों को उनके हाल पर छोड़ देते हैं. इन लोगों का किसानों से कोई सरोकार नहीं है. केवल किसानों को बहकाने आश्वासन देने अथवा धमकाने की ही कोशिश की जाती है आज धरने की अध्यक्षता तिलक देवी ने की संचालन सतीश यादव ने किया.


इन्होंने भी किया धरने को संबोधित


धरने को तेजपाल रावल, अजय पाल भाटी, मोनू मुखिया मोहित यादव, मोहित भाटी, मोहित नागर, प्रवीण त्यागी, ओमवीर त्यागी, दुष्यंत सेन, राजीव नागर, महाराज सिंह, जयकरण सिंह भाटी, चतर सिंह भाटी, मदनलाल भाटी, बाबा संतराम, प्रशांत भाटी, गजेंद्र चौधरी, सुरेश यादव, गबरी मुखिया, बुधपाल यादव, निशांत, संदीप भाटी, पूनम भाटी, तिलक देवी, गीता भाटी, कृष्णा चौधरी , सरिता देवी, रीता चौधरी, संतरा देवी, निर्मला, सुनीता, सविता, पूजा ने धरने को संबोधित किया।

By Super Admin | September 12, 2023 | 0 Comments

किसानों के धरने को सपा प्रदेश अध्यक्ष उत्तम पटेल और कार्यकर्ताओं ने दिया समर्थन


Greater Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 120 वें भी दिन जारी रहा। बुधवार को धरने पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अपना समर्थन दिया। उत्तम पटेल के साथ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी वीर सिंह यादव डॉ महेंद्र नागर सुनील चौधरी ने कार्यकर्ताओं के साथ आकर अपना समर्थन दिया।


अभी जारी रहेगा धरना


धरने को संबोधित करते हुए जोगेंद्री देवी ने कहा कि किसान सभा के 12 सितंबर के डेरा डालो घेरा डालो के दौरान कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। किसान सभा के नेता मोहित नागर के पैर में फ्रैक्चर आ गया है। साथ ही प्रशांत भाटी डॉक्टर, रुपेश वर्मा सहित कई लोग घायल हो गए। आंदोलन के मुद्दों पर काफी हद तक सहमति बन गई थी। प्राधिकरण में सुनील फौजी और डॉक्टर रुपेश वर्मा को मीटिंग मिनट बनवानी थी परंतु संबंधित अफसर की अनुपलब्धता के कारण के मीटिंग मिनट नहीं बन पाई, लिहाजा धरना अभी जारी रहेगा।


बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा


जगबीर नंबरदार ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि धरना ऐतिहासिक है। धरने के मुद्दों पर प्राधिकरण ने सहमति जाहिर की है। मीटिंग मिनट समय सीमा के साथ जारी होनी है। जिला एक्शन कमेटी में रखकर अनुमोदन कराकर किसानों की बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंदर भाटी ने कहा कि पार्टी सदन से सड़क तक धरने के साथ है।


नए कानून को लागू करने की लड़ाई जारी रहेगी


जय किसान संगठन के नेता सुनील फौजी ने कहा कि नए कानून को लागू करने की लड़ाई हम लगातार लड़ते रहेंगे। धरने का संचालन अजय पाल भाटी ने किया। धरने को विशेष भाटी, बुद्ध पाल यादव, गवरी मुखिया सुरेश यादव, राजीव नागर, सुशील निरंकार, प्रधान पप्पू प्रधान, तेजपाल रावल, निशांत रावल, सचिन भाटी, अभय भाटी, नागर बाबा, संतराम राम सिंह नागर, नरेश नागर, विजयपाल नागर, शेर सिंह पहलवान, डॉक्टर जगदीश शेखर, प्रजापति ओमवीर नागर संबोधित किया।

By Super Admin | September 14, 2023 | 0 Comments

धरने पर गरजे किसान- जब तक समस्याओं का निदान नहीं, तब तक घर वापसी नहीं


Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विरुद्ध आज 121वें दिन भी किसान बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ धरने पर डटे रहे। किसानों ने अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि जब तक समस्याओं का निदान नहीं जब तक घर वापसी नहीं। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि हमारे मुद्दों पर प्राधिकरण ने सैद्धांतिक सहमति जताते हुए मीटिंग मिनट हमें देने के लिए कहा है. जिसमें हमारे मुद्दों को क्रमवार एक निश्चित समय सीमा के अंदर हल करने के लिए कहा गया है. मीटिंग मिनट मिलने के बाद संगठन के साथ उन पर चर्चा करेंगे और अगर सब कुछ उचित लगा तो एक पंचायत बुलाकर आगे के लिए निर्णय लेंगे। यदि इस सब में हीला हवाली हुई तो किसान अपनी रणनीति बदलने को फिर से मजबूर होंगे और कोई बड़ा प्रदर्शन प्राधिकरण पर फिर से होगा।


क्षेत्र के किसानों में बहुत आक्रोश


किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि 12 सितंबर को प्राधिकरण पर तालाबंदी के लिए सभी संगठनों ने एकजुट होकर बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाओं ने व युवाओं ने प्राधिकरण पर प्रदर्शन किया। अपनी घोषणा के तहत दोनों गेटों पर तालाबंदी की। लेकिन अधिकारियों के आग्रह पर हमने ताले को खोल और उनसे वार्ता की। क्षेत्र के किसानों में बहुत आक्रोश है, उनकी पीड़ा को समझने में प्राधिकरण और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने बहुत देरी कर दी है। अगर जल्द ही समस्याओं का निदान नहीं हुआ तो क्षेत्र के किसानों में आक्रोश और ज्यादा होगा।


जमीन जाने से हमारे सामने रोजगार का संकट


किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि हमारी वर्षों से पड़ी लंबित समस्याएं हैं. यहां पर अधिकारी आते हैं समस्याओं को सुनते हैं और हल करने के लिए आश्वासन देते हैं. लेकिन समस्याओं का निदान होने से पूर्व ही यहां से ट्रांसफर होकर चले जाते हैं और हमारी समस्याएं जस की तस रह जाती हैं। हमारी जमीन जाने से हमारे सामने रोजगार का संकट है। जीवन यापन करने का बहुत बड़ा मसला हमारे सामने है। हमारे क्षेत्र में रोज नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं परंतु उनमें हमारे क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है। फिर इस जिले का विकास हमारे जीवन में क्या मायने रखता है। इस पर भी हमारे जनप्रतिनिधियों को गंभीरता से विचार करना चाहिए।


प्राधिकरण में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर


किसान गबरी यादव का कहना है कि प्राधिकरण के अंदर किसने की ही समस्याएं जस की तस बनी हुई है। जबकि जो दलाल किस्म के लोग अपना काम करने प्राधिकरण में आते हैं, उनका काम जल्द हो जाते हैं। प्राधिकरण के अंदर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। ज्यादातर अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचारी में लिप्त है और वह अपनी मुट्ठी के कुछ लोगों से मिलकर क्षेत्र के अंदर लगातार समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। जो की किसी के लिए भी कर नहीं है यह समस्या क्षेत्र के अंदर एक बड़े आंदोलन को जन्म देने वाली है।


नोटिस भेज कर डराया जा रहा है


जय जवान जय किसान के सुनील फौजी ने बताया कि डीएमआईसी से प्रभावित पांच गांवों के किसानों की समस्याओं का प्राधिकरण ने अभी तक निदान नहीं किया है। हमारी वर्षों से पुरानी आबादियों पर धारा 10 के नोटिस भेज कर लोगों को डराया व धमकाया जा रहा है, यह हमें किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं है। अगर प्राधिकरण किसानों के साथ खिलवाड़ करेगा तो आक्रोश ज्वाला बनकर फूटेगा। इस सब की जिम्मेदारी प्राधिकरण व शासन प्रशासन की होगी।

By Super Admin | September 15, 2023 | 0 Comments

आखिरकार 123 दिन बाद किसानों का धरना समाप्त, प्राधिकरण से हुआ समझौता

Greater Noida: नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ चल रहा किसानों का धरना आखिरकार 123वें दिन खत्म हो गया. किसानो और प्राधिकरण के बीच किसानों के सभी मुद्दों पर सहमति बनने के बाद बाद 1 नवंबर तक धरने को स्थगित किया गया है। किसान सभा के धरने के 123 वें दिन प्राधिकरण और किसानों के बीच हुआ लिखित समझौता हुआ. समझौते के अनुसार 10% आबादी प्लाट नए कानून को लागू करने सहित सभी मुद्दों पर प्राधिकरण और किसानों के बीच 100% सहमति बन गई है। ज्यादातर मसले अक्टूबर माह में होने वाली प्राधिकरण की बोर्ड बैठक से पास कर दिए जाएंगे। मुख्य मुद्दा 10% आबादी प्लाट को अक्टूबर माह की बोर्ड बैठक से पास कर दिया जाएगा। इस तरह किसान सभा के आंदोलन में समय सीमा के अंतर्गत सभी मुद्दों पर लिखित समझौता संपन्न कर मीटिंग मिनट प्राप्त की है।


3 दिन तक चली समझौते की प्रक्रिया


किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने समझौते के बारे में 3 दिन से चल रही प्रक्रिया के अनुसार धरने पर मौजूद सैकड़ो लोगों का अवगत कराया। उन्होंने कहा कि 3 दिन से समझौते का ड्राफ्ट तैयार हो रहा था। ड्राफ्ट को किसान सभा की जिला एक्शन कमेटी ने अनुमोदित किया है। कमेटी के अनुमोदन के बाद धरनारत किसानों के सदन ने समझौते का अनुमोदन किया है और धरने को 31 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।


कार्रवाई करने का पूर्ण आश्वासन मिला


किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी से किसानों को समझौते के अनुसार कार्रवाई करने का पूर्ण आश्वासन मिला है। किसानों को ऐसे सकारात्मक मुख्य कार्यपालक अधिकारी से कार्रवाई की पूरी आशा है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने धरना स्थल पर आकर किसानों से वादा किया कि वह भी किसान परिवार से हैं और उनकी सभी समस्याओं को गंभीरता के साथ हल करने का काम करेंगे। किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि यह लड़ाई लोगों की सामूहिक भावना के आधार पर जीती गई है। विपक्षी पार्टियों और सभी किसान संगठनों का भूतपूर्व सहयोग मिलने की वजह से लड़ाई अपने मुकाम तक पहुंची है।


सीएम से वार्ता कराने पर बनी सहमति


जय जवान जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि किसानों की एकता ही उनकी ताकत है। स्थाई मोर्चा लगाकर ही लड़ाई जीती जा सकती है। नए कानून पर शासन स्तर पर कार्रवाई के लिए पुलिस कमिश्नर के माध्यम से मुख्यमंत्री से किसानों के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता कराई जाने पर सहमति बनी है। प्राधिकरण सरकार द्वारा किसानों के मुद्दों पर कार्रवाई आगे बढ़ेगी तो हम आंदोलन स्थगित रखेंगे अन्यथा की स्थिति में 1 नवंबर से पुनः स्थाई मोर्चा लगाकर लड़ाई शुरू कर दी जाएगी।
किसानों की एकता से मिली जीत
किसान सभा की खानपुर कमेटी के नेता सुरेंद्र भाटी ने कहा किसान सभा की लड़ाई अपने मुकाम तक किसानों की एकता के दम पर पहुंची है। समझौते के अनुसार प्राधिकरण और सरकार यदि कार्रवाई नहीं करते हैं तो लड़ाई पुनः 1 नवंबर से शुरू कर दी जाएगी। किसान सभा पूरे संकल्प के साथ लड़ाई में उतरी है, मुद्दों को हल किए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। अजब सिंह नेताजी ने कहा कि किसानों की एकता ने ही यह लड़ाई जीती है, आगे भी किसान अपने मुद्दों को इसी एकता के बल पर जीतेंगे।
नौजवानों के नेता प्रशांत भाटी मोहित यादव, मोहित भाटी, संदीप भाटी, सुशांत भाटी, मोहित नागर, राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी, कांग्रेस कमेटी के नेता अजय चौधरी, राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजीत इंद्रवीर भाटी, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी, किसान मंच के अध्यक्ष सुधीर चौहान, बबली गुर्जर सुनील फौजी सुशील प्रधान टीकम नगर मनोज मास्टर जी हरवीर नागर कृष्णा नागर हातिम सिंह भाटी ने किसानों को संबोधित किया। किसान सभा के संरक्षक राजेंद्र एडवोकेट ने किसान सभा के धरने स्थगन की घोषणा की समापन किया। किसान सभा के जिला सचिव जगदीश नंबरदार में सभी पक्षी पार्टी के नेताओं एवं सभी सहयोगी किसान संगठनों का आभार व्यक्त किया।

By Super Admin | September 17, 2023 | 0 Comments

किसान सभा विश्व का सबसे बड़ा किसान संगठन, कई आंदोलनों में निभाई अहम भूमिकाः बीजू कृष्ण


Noida: गांधी जयंती के अवसर पर जिला सम्मेलन में किसान सभा की 22 गांवों की कमेटियों के साढे चार सौ प्रतिनिधियों ने अपनी जिला कमेटी का चुनाव किया। ग्राम ईटेडा में डिवाइन फॉर्म हाउस में हुएए सम्मेलन में शामिल 400 प्रतिनिधियों ने किसान सभा के कुल 4000 प्रतिनिधियों का प्रतिनिधित्व किया। जिला सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए अध्यक्ष मंडल का चुनाव किया गया। अध्यक्ष मंडल में कामरेड मुफ्ती हैदर, बाबा संतराम, कामरेड कुवर पाल को मिलाकर सम्मेलन का अध्यक्ष मंडल चुना गया। वहीं, संचालक मंडल में डॉक्टर रुपेश वर्मा, जगबीर नंबरदार, शिशांत भाटी का चुनाव किया गया।

किसान सभा के देशभर में एक करोड़ 44 लाख की सदस्य


सम्मेलन में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव बीजू कृष्ण ने कहा कि किसान सभा किसानों का देश का ही नहीं अपितु पूरे विश्व का सबसे बड़ा किसान संगठन है। किसान सभा की देशभर में एक करोड़ 44 लाख की सदस्यता है। किसान सभा ने आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। किसान सभा की स्थापना सहजानंद सरस्वती ने सन 1936 में लखनऊ में की थी। किसान सभा के नेतृत्व में तेलंगाना मूवमेंट और कोऑपरेटिव मूवमेंट हिंदुस्तान में संपन्न हुआ। हाल ही में दिल्ली का किसान मूवमेंट संपन्न हुआ है। संयुक्त किसान मोर्चे के संयोजक किसान सभा के उपाध्यक्ष आठ बार के सांसद हन्ना मौला है।


किसान सभा ने कई आंदोलन कर शासन प्रशासन को झुकाया


डॉक्टर रुपेश वर्मा ने किसान सभा के 2008 से अभी तक की उपलब्धियां का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आबादी नियमावली नीति किसान सभा ने शरदाराम भाटी के नेतृत्व में बनवाई थी। बादलपुर आंदोलन में 25 प्रतिशत विकसित भूमि प्राप्त करने का सफल आंदोलन संपन्न किया था। इसी तरह हाइटेक सिटी में बिल्डर द्वारा जमीनों की खरीद से प्रभावित किसानों को 8% प्लाट बिना विकास शुल्क के एवं भूमिहीनों को 70 वर्ग गज का प्लाट दिलाने का सफल आंदोलन किया था। अभी हाल ही में 16 सितंबर को संपन्न हुए किसान सभा के आंदोलन का जिक्र किया। डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान सभा सामूहिकता में लोकतांत्रिक मूल्यों में और बराबरी में विश्वास करती है और इसी के बल पर किसान सभा सबसे बड़ा संगठन बन पाया है। हमें भी अपने सामंती मूल्यों को छोड़कर बराबरी के मूल्य में विश्वास करना पड़ेगा, तभी हमारे साथ औरतें और भूमिहीन साथी जुड़ पाएंगे और आंदोलन को मजबूत कर पाएंगे।


इनको मिली जिम्मेदारी


जगबीर नंबरदार ने सदन के सामने किसान सभा की चुने जाने वाली कमेटी का प्रस्ताव रखा। राजेंद्र एडवोकेट पूर्व अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन जयकरण भाटी को संरक्षक बनाया गया है। वीर सिंह नेता का संयोजक के पद पर चुनाव हुआ है। इसी तरह सुशील प्रधान कचेडा सहसंयोजक, डॉ रुपेश वर्मा अध्यक्ष, जगबीर नंबरदार महासचिव, यतेंद्र मैनेजर, गवरी मुखिया, अजब सिंह नेताजी, टीकम नागर, सुशील सुनपुरा, संतराम भाटी ब्रह्म सिंह नागर, कंवर पाल सिंह मलिक पप्पू प्रधान जोगेंद्र प्रधान महाराज सिंह नागर का चुनाव उपाध्यक्ष के पद पर हुआ है। सतीश यादव, संदीप यादव, मुकेश खेड़ी, बिजेंद्र नागर, सुरेंद्र भाटी, सुरेंद्र यादव, निशांत रावल, जोगेंद्री दुष्यंत, नितिन नागर विनोद भाटी, सुंदर भाटी, अशोक भाटी का चुनाव सचिव के पद पर हुआ है। कोषाध्यक्ष के पद पर अजय पाल भाटी का चुनाव हुआ है।

By Super Admin | October 03, 2023 | 0 Comments

जंतर-मंतर पर हजारों किसानों ने किया प्रदर्शन, भाजपा को बताया एंटी सिस्टम पार्टी


Noida: किसान सभा गौतम बुद्ध नगर के सैकड़ो लोग रविवार को जंतर-मंतर पहुंचकर प्रदर्शन किया। ग्वालियर में प्रदर्शनकारियों पर हुए पुलिस के अत्याचारों के विरोध में सुबह 9:00 बजे परी चौक से किसान सभा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने जंतर मंतर के लिए कूच किया।


अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला


गौरतलब है कि ग्वालियर में 25 सितंबर को हुए प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों पर फर्जी मुकदमे और जेल भेज गया था। किसानों ने पुलिस और प्रशासन पर अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करने का आरोप लगाया है। इसी के विरोध में जंतर मंतर पर कई किसान संगठनों ने मिलकर प्रदर्शन किया।


सरकार जनता का दमन करने पर तुली


जंतर-मंतर पर किसानों संबोधित करते हुए किसान सभा गौतम बुद्ध नगर के अध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा कि भाजपा एंटी सिस्टम पार्टी है। जिसका सामाजिक न्याय संविधान अभिव्यक्ति की आजादी में कोई विश्वास नहीं है। इसीलिए ग्वालियर में प्रदर्शन कार्यों पर पुलिस ने फर्जी मुकदमे दर्ज किए हैं। प्रदर्शनकारियों के सिर पर इनाम घोषित किए हैं। सैकड़ों संख्या में प्रदर्शनकारियों को जेल में बंद किया है। इतना ही नहीं सरकार उत्पीड़ित जनता के सभी तत्वों का दमन कर रही है।


आवाज उठाने वालों की जगह जेल में


डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा, अब जनता की आवाज उठाने वाले मीडिया कर्मियों के ऊपर आतंकवाद की धाराएं लगाकर मुकदमे दर्ज कर जेल भेजने का कार्य किया जा रहा है। यह संदेश साफ तौर पर दिया जा रहा है की जो भी पत्रकार अथवा जनवादी व्यक्ति जनता के पक्ष में बोलेगा उसकी जगह जेल में है।


सैकड़ों किसान नोएडा से दिल्ली पहुंचे


किसान सभा के महासचिव जगदीश नंबरदार सचिव संदीप भाटी, अजय पाल भाटी, दुष्यंत, सुरेंद्र भाटी, अशोक भाटी, उपाध्यक्ष गवरी मुखिया, राकेश पप्पू ठेकेदार, सुधीर भाटी, सतीश यादव, सुरेंद्र यादव, निरंकार प्रधान, शिशांत, मनवीर भाटी, खानपुर, जितेंद्र भाटी, अजय पाल भाटी, मोनू मुखिया, नरेश नागर, ओमवीर नागर, करतार नागर, सुशील सुनपुरा, डॉ. विक्रम प्रशांत भाटी, गौरव यादव, मोहित नागर, अजब सिंह, नेताजी, विनोद सरपंच और सैकड़ों किसान सभा के कार्यकर्ता शामिल रहे।

By Super Admin | October 08, 2023 | 0 Comments