उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग में हुए हादसे में जान गवाने वाले 123 लोगों के साथ इंसाफ की गुहार चारों ओर सुनाई दे रही हैं। सत्संग में हादसे के बाद हरि उर्फ भोले बाबा नाम से विख्यात बाबा को लेकर कई खुलासे भी हुए, लेकिन अब तक बाबा की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जिसके विरोध में आगरा के शाहगंज क्षेत्र के केदारनगर में स्थित बाबा के घर के बाहर एक अकेले व्यक्ति ने धरना प्रदर्शन शुरु किया है।
आगरा में ‘बाबा’ के घर के बाहर धरना
हरि उर्फ भोले नाम से विख्यात बाबा पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जिसके विरोध में आगरा में उसके घर के बाहर कृष्ण गोपाल उपाध्याय ने धरना प्रदर्शन शुरू किया है। वो बेहद शांति के साथ घर के बाहर किनारे पर बैठा है। साथ ही एक पोस्टर भी लगाया हुआ है, जिसमें लिखआ है- 123 लोगो की मौत के जिम्मेदार भोले बाबा की गिरफ्तारी कब?
गिरफ्तारी होने पर बंद होगा प्रदर्शन
धरना प्रदर्शन कर रहे कृष्ण गोपाल उपाध्याय ने कहा है कि वो तब तक ये प्रदर्शन जारी रखेंगे। जब तक बाबा की गिरफ्तारी नही हो जाती है। आपको बता दें, कृष्ण गोपाल उपाध्याय जहां प्रदर्शन कर रहे हैं, वो बाबा का ही घर है। ये आगरा के शाहगंज क्षेत्र के केदारनगर में स्थित है।
अति ने मती भ्रष्ट की!
कहते हैं कि आस्था का कोई मेल नहीं। लेकिन धरने पर बैठे कृष्ण गोपाल उपाध्याय से बातचीत के दौरान नॉव नोएडा के रिपोर्टर को अति-विश्वास का एक उदाहरण मिला। बेशक बाबा को मानने वाले हजारों हैं, लेकिन सत्संग में हुए मौत के तांडव के बाद बाबा को लेकर कई खुलासे भी हुए हैं। उसपर जब कृष्ण गोपाल उपाध्याय बाबा के घर के बाहर धरना दे रहे थे, तभी कुछ लोगों ने बाबा के घर के बाहर मत्था भी टेका।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि के भोले बाबा सत्संग में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. हाथरस मामले पर सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के ज्यादातर नेताओं ने हादसे पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे इन सभी नेताओं ने हाथरस की हृदय विदारक घटना पर दुख जताया है. इस बीच खबर ये भी है कि कल सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस जा सकते हैं.
सदन में भाषण बीच में रोक पीएम ने जताया दुख
पीएम मोदी ने कहा, “इस समय चर्चा के बीच अभी मुझे एक दुः खद खबर भी दी गई है. उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुः खद मृत्यु की जानकारी आ रही है. जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.
PM मोदी ने सीएम योगी से बात की
हाथरस मामले पर पीएम मोदी ने फोन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. खुद पीएम ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की है. उन्होंने लिखा कि पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है.
सीएम योगी ने हादसे को लेकर जताया शोक
सत्संग में मची भगदड़ में लोगों की मौत पर सीएम योगी ने कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं और प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.
सीएम योगी ने जांच के दिए निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने हाथरस में हुए हादसे में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. वहीं हाथरस में मची भगदड़ को लेकर सीएम योगी ने गहन जांच के निर्देश दिए हैं और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस हादसे को लेकर दुख जताया है. राजनाथ सिंह ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन सभी पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है.
कांग्रेस नेता खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर जताया दुख
वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस हादसे पर दुख जताया है.मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं.शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं.सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए.विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाएं.
कैसे हुआ हादसा?
हाथरस के मुगलगढ़ी इलाके स्थित फुलरई गांव में मानव मंगल मिलन समागम समिति ने नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध 'भोले बाबा' का प्रवचन कार्यक्रम रखा था. इसमें तकरीबन 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटी थी. कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा अधिक लोग पहुंच गए थे. इसी बीच वहां भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. जबकि 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. इनमें कई की हालत गंभीर है. मृतकों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. एटा के सीएमओ ने बताया कि अब तक 27 शव आ चुके हैं. बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं. वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं. फिलहाल, शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है, फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.
हाथरस सत्संग हादसे में घायल दो महिलाओं को दादरी लाया गया है। जहां दोनों महिलाओं को बुधवार शाम करीब पांच बजे सेक्टर-39 जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिन दो महिलाओं को भर्ती कराया गया है, उनमें अनीता (50) और बबीता (30) शामिल है। दोनों महिलाओं को एंबुलेंस के जरिये अस्पताल लाया गया। इन महिलाओं के साथ उनके स्वजन भी अस्पताल पहुंचे। अनिता को बदन में दर्द की शिकायत थी। डाक्टरों ने इलाज से पूर्व रक्त जांच, अल्ट्रासाउंड जांच, एक्सर-रे, ईसीजी जांच कराई। जांच रिपोर्ट सामान्य आई है। वहीं बबिता की डाक्टरों ने रक्त जांच, अल्ट्रासाउंड जांच, एक्सर-रे, ईसीजी जांच कराई। जांच रिपोर्ट सामान्य आई है।
हाथरस प्रशासन ने नहीं किया अस्पताल से संपर्क
वहीं दोनों महिलाओं को एहतियातन अस्पताल परिसर के इमरजेंसी में बने आइसीयू-3 में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इमरजेंसी में मौजूद डाक्टरों की टीम महिलाओं का इलाज कर रही है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. रेनू अग्रवाल का कहना है कि घायल महिलाओं की देखरेख में एक टीम लगाई है। महिलाओं की हालत सामान्य है। हाथरस प्रशासन की टीम ने अस्पताल से मदद के लिए अबतक कोई संपर्क नहीं किया है। वहीं सीएमओ गौतमबुद्धनगर डा. सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि हाथरस प्रशासन ने डाक्टर और एंबुलेंस के संबंध में संपर्क नहीं किया है और न जिले से कोई टीम भेजी गई है।
हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौतें हो चुकी हैं, जबकि कई घायलों का इलाज चल रहा है। मंगलवार को हुए हादसे के बाद से नेताओं और अधिकारियों का अलीगढ़ और हाथरस पहुंचना जारी है। इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस की भगदड़ में जान गंवाने वाले पीड़ितों के घर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचें, जहां आशा देवी, मुन्नी देवी आ ओमवती के परिवार वालों से मिले।
पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करायेंगे
अलीगढ़ के गांव पिलखाना में राहुल गांधी मृतक मंजू उसके छह वर्ष के बेटे पंकज अन्य परिवार की शांति देवी व प्रेमवती के को सांत्वना दी। मृतक मंजू की सास को राहुल गांधी ने आश्वस्त किया कि वह अपने स्तर से हर संभव उनकी मदद करेंगे। राहुल गांधी ने इसी गांव की प्रेमवती की बहू सोनिया से मुलाकात की।
सीएम योगी पीड़ितों दिल खोलकर मुआवजा दें
हाथरस हादसे के पीड़ितों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। कई लोगों की मौत हुई है. मैं इसको राजनीतिक प्रिज्म से नहीं कहना चाहता हूं. लेकिन प्रशासन की कमी तो है, गलतियां तो हुई हैं. ये पता लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों मुआवजा सही मिलना चाहिए। क्योंकि ये गरीब परिवार हैं और इनका मुश्किल समय है। इसलिए मुआवजा ज्यादा से ज्यादा मिलना चाहिए। राहुल ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि पीड़ितों को दिल खोलकर मुआवजा दें। ये गरीब लोग है, इनको पैसे की जरूरत है। सत्संग स्थल पर पुलिस की तरफ से व्यवस्था सही नहीं थी, ऐसा परिवार वालों ने बताया है. जो चिंता की बता है।
हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अब तक इस घटना में आयोजन समिति से जुड़े छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। वहीं मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।
हाथरस भगदड़ में हुई 121 लोगें की मौत के बाद पुलिस ने भोले बाबा और सत्संग के आयोजकों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अलग-अलग जिलों में मौजूद बाबा के आश्रमों पर भी छापेमारी कर रही है। बुधवार की शाम को पुलिस को सूचना मिली कि मैनपुरी के बिछवां कस्बा स्थित आश्रम में भोले बाबा का डेरा जमा हुआ है। आनन-फानन में पुलिस फोर्स भी आश्रम को घेर लिया। बुधवार की आधी रात एएसपी अचानक आश्रम के अंदर पहुंचे, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा।
बुधवार रात 12 बजे अपर पुलिस अधीक्षक राहुल मिठास एसओजी टीम लेकर आश्रम पहुंच गए।कुछ देर अंदर रहने के बाद वे निकल आए। अंदर क्या हुआ इस पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वे यहां आधी रात क्यों आए, इस सवाल को उन्होंने सुरक्षा प्रबंधन की निगरानी करने आने की बात कहकर टाल दिया। बताया जा रहा है कि आधी रात के बाद बाबा को हिरासत में लिया जा सकता है। अपर पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी ने इस बात को और बल दिया है। फिलहाल तो पुलिस बाबा को उसके आश्रम में ही घेरे हुए है।
21 बीघे में बना है महलनुमा आश्रम
आश्रम पूरे 21 बीघा जमीन पर बना है। इस आश्रम में अक्सर भोलेबाबा का प्रवास रहता है। आश्रम की देखरेख की जिम्मेदारी थाना क्षेत्र के ग्राम गोशलपुर निवासी विनोद कुमार उर्फ आनंद बाबू के हाथों में है। यहां हर रोज औसतन 30 से 40 सेवादार रहते हैं। आलीशन बंगले की तरह इस आश्रम को बनाया गया है। आश्रम में भोजन, ठहरने की पूरी व्यवस्था है। छह आलीशन कमरे भी बने हुए हैं। लगभग 5 करोड़ की जमीन से जुड़े इस आश्रम की लागत 10 करोड़ से अधिक की बताई गई है।
साकार हरि बाबा के आश्रम पर लगातार पहुंच रहे अनुयायी
मैनपुरी जिले के बिछवां स्थित आश्रम पर गुरुवार को भक्त उनके आश्रम के सामन पहुंच गए। यहां हंगामा करने लगे। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है। इस पर भी मानने को तैयार नहीं थे। वहीं गुरुवार दोपहर बाद भी अनुयायी आश्रम पर पहुंचते रहे। हालांकि उन्हें आश्रम में प्रवेश नहीं दिया गया। लेकिन वह आश्रम के गेट पर माथा टेकते रहे। कुछ देर वहां रुके, फिर वहां से चले गए।
भगदड़ मचने के बाद काफिला ले फरार हुआ था हाथरस वाला भोलेबाबा
अपने भक्तों के बीच भोलेबाबा नाम से मशहूर हाथरस में सत्संग करने वाले स्वयंभू बाबा सूरजपाल के वकील ने बुधवार को दावा किया था कि भगदड़ मचने से पहले ही बाबा भोले सत्संग स्थल छोड़कर जा चुके थे। लेकिन 47 सेकंड के एक वीडियो क्लिप ने बाबा के झूठ पर से पर्दा हटा दिया है। वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि बाबा अपने सुरक्षा बलों के भारी भरकम काफिले के साथ तेजी से फरार हो रहा है। बाबा सफेद रंग की कार में बैठा हैऔर उसके आगे पीछे बाइक पर सवार ब्लैक कमांडो उसे एस्कॉर्ट कर रहे हैं। बाबा के सत्संग स्थल छोड़ने की जो टाइम सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, वह प्रत्यक्ष दर्शियों द्वारा घटना के बारे में बताए गए समय से मेल खाती है। इससे पहले सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोलेबाबा के वकील एपी सिंह ने दावा किया था कि बाबा के अनुयायी कभी भी उनके पैर नहीं छूते हैं। इसलिए उनके पैर छूने की वजह से भगदड़ नहीं मच सकती है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे को लेकर पुलिस, प्रशासन और सरकार एक्शन मोड में है। इस हादसे का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर, जिसपर एक लाख रुपए के ईनाम है, उसके वकील डॉ. एपी सिंह ने कहा, "मुझे एफआईआर की कॉपी मिल गई है और मुझे जांच एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। देव प्रकाश मधुकर दिल के मरीज हैं और इस घटना में उनके परिवार के एक सदस्य की भी मौत हो गई है।
हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी अस्पताल में भर्ती!
वकील डॉ. एपी सिंह ने बताया कि ‘मधुकर अस्पताल में भी भर्ती हैं, लेकिन जैसे ही उनकी हालत स्थिर होगी, उन्हें पुलिस और एसआईटी के सामने पेश करेंगे, ताकि आगे की कार्रवाई ठीक से हो सके। उन्होंने कहा कि देव प्रकाश मधुकर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। हम न तो कोई अदालती कार्यवाही शुरू करने जा रहे हैं और न ही कुछ करने जा रहे हैं। वो शिक्षित वर्ग से आते हैं, जैसे ही वो ठीक होंगे, हम उन्हें एसआईटी के सामने पेश करेंगे’।
गिरफ्तारी पर एक लाख का ईनाम
पुलिस ने हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने दो महिलाओं सहित छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ कुल 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। लेकिन मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अभी सूरजपाल सिंह उर्फ नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) को आरोपित नहीं मान रही।
सत्संग कराने वाले बाबा अभी कहां हैं?
हाथरस हादसे की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने काम शुरू कर दिया है। बाबा के वकील डॉ. एपी सिंह ने कहा है कि पुलिस जांच में बाबा पूरी तरह सहयोग देंगे। वकील द्वारा दावा किया है कि साकार हरि के जाने के बाद भीड़ में कुछ अराजक तत्व घुस आए, जिनके कारण भगदड़ मची। बाबा अभी कहां है, इस पर वकील द्वारा कोई जानकारी नही दी गई।
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October 05, 2024