Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा के वेस्ट में स्थित अजनारा होम्स सोसाइटी में रविवार को एओए का चुनाव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ। चुनाव में दो पैनल टीम लक्ष्य और टीम संकल्प आमने सामने थे। मतदान सुबह 9 बजे शुरू हुआ, जो शाम 5 बजे तक चला। इसके बाद रविवार शाम साढ़े 5 बजे से सोमवार की सुबह साढ़े तीन बजे तक पुलिस की मौजूदगी में मतगणना हुई। जिसमें टीम संकल्प ने जीत दर्ज की।
कौन-कौन थे आमने-सामने?
अजनारा होम्स में हुए एओए के चुनाव में अध्यक्ष के लिए टीम संकल्प की तरफ से चंदन सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया था, जो निर्विरोध चुने गये। वहीं उपाध्यक्ष के लिए टीम संकल्प के लिए सुबोध कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया था, जबकि दूसरी ओर टीम लक्ष्य से नीरज गुप्ता प्रत्याशी थे। जिसमें नीरज गुप्ता को 305 वोट, वहीं सुबोध कुमार सिंह को 467 वोट मिले। सचिव पद के लिए टीम संकल्प से दीपचंद्र को प्रत्याशी बनाया था और टीम लक्ष्य से प्रदीप बंसल को प्रताशी बनाया गया था। जिसमें दीपचंद्र को 464 वोट तो प्रदीप बंसल को 312 वुोट मिले।
इन प्रत्याशियों को एओए चुनाव में मिली जीत
एओए के चुनाव में अध्यक्ष चन्दन सिन्हा, उपाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह , सचिव दीपचंद गुप्ता, कोषाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चुने गए। वहीं, कार्यकारिणी सदस्य सुनील कुमार त्रिपाठी, आदित्य अग्रवाल, आलोक कुमार , विजय कुमार शर्मा, शशि रंजन कुमार, सुनील कुमार अग्रवाल को चुना गया।
Greater Noida West: गौर सिटी-वन में स्थित गैलेक्सी नॉर्थ एवेन्यू-वन में AOA का चुनाव संपन्न हो गया है। जिसमें प्रताप सिंह को अध्यक्ष तो मंजू सिंह को उपाध्यक्ष चुना गया है। वहीं सेक्रेटरी के लिए प्रवीण कुमार, कुलदीप केशरी ट्रेजरार और अमोद सिंह, वंदना भारद्वाज, साहिल गुप्ता और राघवेंद्र तिवारी को एग्जीक्यूटिव मेंबर के रूप में निर्विरोध चुना गया है।
इलेक्शन समिति ने दिलाई शपथ
सभी चुने हुए सदस्यों को सोसायटी वासियों की मौजूदगी में इलेक्शन समिति के द्वारा शपथ ग्रहण कराया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान, उपाध्यक्ष देवेन्द्र चौधरी और कर्नल सुधीर कुमार मौजूद रहे। इलेक्शन समिति के ओर से संजय वर्मा इलेक्शन कमेटी अध्यक्ष, प्रमोद कुमार, मनीष वर्मा, उपेंद्र सिंह, साकेत चौधरी और विपुल वर्मा ने सफलता पूर्वक चुनाव को संपन्न करवाया।
विजयी पदाधिकारियों को दी बधाई
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने सभी निर्विरोध विजयी पदाधिकारी को बधाई देते हुए कहा कि ये एक बहुत बड़ी सामाजिक सेवा है। जिसे आप लोग कर रहे हैं और निवासियों को ये मिलजुल कर विजयी एसोसिएशन का साथ देना चाहिए। क्योंकि जो संगठन जीतकर आती है, वो भी आपके लिए ही कार्य करती है।
Bulandshahr: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुलंदशहर से लोकसभा चुनाव 2024 की पहले जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा अरबों की परियोजनाओं को देश के लिए समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री की जनसभा स्थल को एसपीजी के हवाले किया गया है।
जनसभा स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर के साथ एनएसजी कमांडो के दो हेलिकॉप्टर भी जनसभा पर बनाए गए हेलीपैड पर उतरेंगे। जनसभा स्थल पर 100 सीसी टीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की 20 टीमें जनसभा स्थल पर मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल, मुख्यमंत्री की फ्लीट के साथ एक-एक टीम स्वास्थ्य विभाग की रहेगी। हेलीपैड पर 30 भाजपा पदाधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए मौजूद रहेंगे।
मंच पर सीएम के ये नेता भी रहेंगे मौजूद
जनसभा के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया के साथ जिला अध्यक्ष विकास चौहान, सांसद डॉक्टर भोला सिंह, सांसद गौतम बुधनगर डॉक्टर महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्रनगर समेत कुल 27 पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि 2014 में लोकसभा की पहली जनसभा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलंदशहर से ही शुरुआत की थी।
पीएम मोदी इन प्रोजेक्ट्स का करेंगे लोकार्पण
1.मथुरा सीवेज स्कीम 460.45 करोड़
2-मुरादाबाद सीवेज(रामगंगा) 330.05
3.सीवेज सिस्टम 676 करोड़
राष्ट्र के लिए समर्पित प्रोजेक्ट्स
1.डबल लाइन इलेक्ट्रिफाइड न्यू खुर्जा न्यू रेवाड़ी(डीएफसीसी) 10141 करोड़
2.मथुरा पलवल फोर लेन 669 करोड़
3.चिपियाना बुजुर्ग दादरी 4 लेन 164 करोड़
4-चार लेन अलीगढ़ कानपुर सेक्शन 2348 करोड़
5-एनएच 709 ए मेरठ करनाल बार्डर वाया शामली का मरम्मतीकरण 799 करोड़।
6.चार लेन शामली मुजफ्फरनगर सेक्शन 1870 करोड़
7-इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप 1714 करोड़
8-मेरठ कमिश्नरी के प्रोजेक्ट 1264.20 करोड़
Noida: लोक सभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दलों ने अपनी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी ने उत्तरप्रदेश के लिए अपने वॉर रूम का गठन कर दिया है। इस 6 सदस्य वॉर रूम के चेयरमैन विधायक वीरेंद्र चौधरी हैं। इसके साथ ही नोएडा के अनिल यादव समेत लोगों को सदस्य बना गया है। कांग्रेस के इस कदम से अब साफ दिखने लगा है कि कांग्रेस ने भी उत्तर प्रदेश में लोक सभा चुनाव के लिए कमर कस ली है।
वॉर रूम का बनाया गया सदस्य
कांग्रेस प्रवक्ता अनिल यादव ने बताया कि इस वॉर रूम का काम प्रदेश स्तर पर लोकसभा चुनाव का संचालन करना होता है। इसके साथ ही राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशों को लोकसभा स्तर तक पहुंचाने में भी इसकी अहम भूमिका होगी। अनिल यादव ने इस ज़िम्मेदारी पर ख़ुशी जताते हुए शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद किया है।
विश्वासपात्र लोगों को मिलती है यह जिम्मेदारी
बता दें कि वॉर रूम में संगठन के विश्वासपात्र और दिग्गज नेताओं को ज़िम्मेदारी दी जाती है। जिसके चलते नोएडा के अनिल यादव को कम उम्र में यह ज़िम्मेदारी मिलने को पार्टी का बड़ा संकेत माना जा रहा है । अनिल यादव की पत्नी पंखुड़ी पाठक नोएडा से विधान सभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं ।
Greater Noida: भारतीय जनता पार्टी मंडल दनकौर की बैठक विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल में गुरुवार को हुई। जिसकी अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा ने की और संचालन राजेंद्र योगी ने किया। मुख्य अतिथि जिला राहुल पंडित रहे। बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर गांव चलो अभियान को सफल बनाने को लेकर चर्चा हुई।
कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव के लेकर भरा जोश
जिला उपाध्यक्ष राहुल पंडित ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में योगी के नेतृत्व में सरकार के द्वारा जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। आज देश में 500 साल का सपना पूरा हुआ है। रामलाल अपने गर्भगृह में विराजमान हुए हैं। सभी कार्यकर्ता गांव जाकर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं और 2024 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने में लग जाएं। इस मौके पर पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेंद्र भाटी, अमित नागर, हरीश शर्मा, पंकज कौशिक, सोनू वर्मा, बालेश्वर, संजय शर्मा, अजीत चौहान, अमित नागर, आदेश शर्मा, योगेश शर्मा, अतुल मित्तल, नानक चंद शर्मा, वेदपाल कौशिक, अनिल गोयल मौजूद रहे।
Bihar: 27 जनवरी के बाद बिहार की सियासत में आए भूचाल के बाद जेडीयू और भाजपा के गठबंधन की सरकार तो बिहार में बहाल हो गई मगर एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ| अपने महागठबंधन के साथी राजद (आर.जे.डी) को छोड़कर नीतीश कुमार फिर एक बार अपने पुराने साथी बीजेपी के साथ बिहार लोकसभा चुनाव से एक साल पहले ही एनडीए की सरकार बनाकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फिर काबिज हो गए|
राज्यपाल के सामने ली शपथ
28 जनवरी को बिहार के राज्यपाल-श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की उपस्थिती में नीतीश कुमार ने अपने गठबंधन के साथियों के साथ 9वीं बार संविधान की शपथ लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला| उनके साथ-साथ भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उप-मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेते हुए 28 जनवरी को बिहार में फिर एक बार नई सरकार का गठन किया|
एक सप्ताह बाद मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार
सामान्य प्रशासन, निगरानी, निर्वाचन और गृह विभाग समेत कुल छह विभागों को नीतीश कुमार ने अपने अधिकार क्षेत्र में रखा| डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य-कर, पंचायती राज, स्वास्थ समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी दी गई तो वहीं डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को शिक्षा, जल संसाधन, भवन निर्माण, खान एवं भूतत्व के साथ अन्य विभाग मिला है|
बजट सत्र में बहुमत साबित करने की चुनौती
विधानसभा के पटल पर बजट सत्र के दौरान नीतीश कुमार पर बहुमत साबीत करने की चुनौती खड़ी हो गई है. जो पहले फरवरी को 'वोट ऑफ कॉफिडेन्स' पड़ने वाला था उसकी तारीक बढ़ाकर 12 फरवरी कर दी गई है. 12 तारीक को ही विधानसभा के नए सभापति का भी चुनाव होना है, जिस पद पर अभी आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी हैं, माना जा रहा है कि एनडीए इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है.
मंत्रिमंडल में कौन-कौन
विजय कुमार चौधरी को संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया है, विजेन्द्र प्रसाद यादव को ऊर्जा मंत्रालय और ग्रामिण कार्य मंत्री बनाया गया है, डॉ. प्रेम कुमार को सहकारिता एवं आपदा प्रबंधन मत्री नियुक्त किया गया है, श्रवन कुमार को ग्रामिण विकास और समाज कलयाण के महकमे की जिम्मेदारी दी गई है तो वहीं पर संतोष कुमार सुमन और सुमित कुमार सिंह के बीच सूचना प्रौवैधिकी और विज्ञान मंत्रालय का बंटवारा किया गया है.
Greater Noida West: गौर सिटी-वन के 5वें एवेन्यू में एओए चुनाव लगातार विवादों में बना है। इस एवेन्यू में सुनीता शर्मा अध्यक्ष हैं। सुनीता शर्मा को विपक्ष अध्यक्ष मानने को तैयार नहीं है और इस चुनाव को ही विपक्ष असंवैधानिक बता रहा है। वहीं सुनीता शर्मा का आरोप है कि अभी तक उन्हें पूर्व एओए प्रीत भार्गव और दीपक कुमार ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया है। अध्यक्ष सुनीता शर्मा ने बताया कि उन्हें अभी तक आरडब्लूए कार्यालय में भी जाने नहीं दिया जा रहा है। वहां पर पूर्व एओए मेंबर ने ताला लगा दिया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट 2022-23 का कार्यकाल 16 अक्टूबर 2023 को समाप्त हो गया था। 17 सितम्बर 2023 की जनरल बॉडी मीटिंग (GBM) में नए बोर्ड के गठन की घोषणा और इलेक्शन समिति के गठन के लिए निवासियों से आवेदन मांगे गये। पहले 15 दिन कोई भी निवासी चुनाव समिति में नामांकन के लिए नहीं आया। दिसंबर साल 2023 अंत आते-आते चुनाव कराने के लिए निर्धारित 5 ओनर्स के नाम आये। जिसके बाद चुनाव प्रक्रिया 3 जनवरी साल 2024 को शुरू हुई।
चुनाव समिति को भंग करने की मांग
आरडब्लूए का चुनाव हर साल गौर सिटी-वन के 5वें एवेन्यू में करवाया जाता है। जानकारी के मुताबिक 15 दिन के अंदर चुनाव की प्रक्रिया को पूरा करना होता है। लेकिन यहां पर अक्टूबर से जनवरी तक चुनाव की प्रक्रिया को अधर में रखा गया। चुनाव समिति ने 6 जनवरी को मीटिंग कर चुनाव अनुसूची (schedule) निवासियों को भेज दी। जिसके बाद वोटर लिस्ट की जाँच और सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई। 29 जनवरी 2023 की GBM में निवासियों ने सर्वसम्मति से को-ओनर के लिए वोटिंग राइट्स को स्वीकार बोर्ड को निर्देशित किया। इधर वोटर लिस्ट करेक्शन एवं सुधार प्रक्रिया के दौरान इलेक्शन समिति ने ओनर्स /जॉइंट ओनर्स से 27 जनवरी 2023 के आधार पर उन्हें 10 जनवरी 2024 को सूचित कर सुधार के लिए आवेदन मांगे। जिसमें चुनावी अनुसूची में दी गई अवधि तक केवल 2 ही को-ओनर्स आये। चुनाव समिति ने उनके नाम आपसी सहमति से वोटर लिस्ट में अंकित कर दिए। जिसके बाद बोर्ड के प्रेजिडेंट ने चुनाव समिति को भंग करने की मांग की।
ये है नियम
जानकारी के मुताबिक यूपी सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के सेक्शन 25 (i) के अनुसार इलेक्शन समिति, उसकी कार्यप्रणाली, परिणामों से संबंधित आपत्तियों पर कार्रवाई या निवारण का अधिकार केवल रजिस्ट्रार को है। बोर्ड को इलेक्शन रोकने या फिर उसे भंग करने का अधिकार नहीं है। नामांकन की अंतिम तारीख तक तक 10 फॉर्म लिए गए, जिमसें 6 फॉर्म जमा हुए। सुनीता शर्मा ने बताया कि इलेक्शन कमिश्न के रिटर्निंग ऑफिसर की गाइड लाइन 9 के अनुसार सभी 6 को निर्वाचित घोषित किया गया है।
ये हैं गौर सिटी-वन के 5वें एवेन्यू के मेंबर
गौर सिटी-वन के 5वें एवेन्यू में अभी 6 मेंबर हैं। जिसमें सुनीता शर्मा अध्यक्ष हैं, जबकि शैलेश को उप अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा शैलेंद्र को सचिव और मोहित को ट्रैजरार बनाया गया है। जबकि शुभ्रा और सिल्की बोर्ड की सदस्य हैं।
अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कई बड़ी बाते करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को फिर से लोकसभा में बहुमत दिलाने की बात को दोहराया. विपक्षी पार्टियों पर भी जमकर बरसे उपमुख्यमंत्री.
Lucknow: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत की। उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक की अगुवाई में बनाई गई ज्वाइनिंग कमेटी के सदस्याता अभियान में केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी में शामिल हो रहे लोगों से कहा कि बात करने से ज्यादा अब काम करने का समय है. बीजेपी साल 2017 से ही नारा दे रही है कि 100 प्रतिशत वोट शेयर में 60% बीजेपी के हिस्से में है और बचे 40% में बंटवारा है और उस बंटवारे में भी उनका हिस्सा है.
लोकसभा 2024 के लिए तैयारी
डीएम सीएम ने कार्यकर्ताओं से बूथ लेवल पर जाकर मेहनत करने का निर्देश दिया। और कहा इस बार का उनका लक्ष्य लोकसभा की सभी 80 सिटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों को जीताने का होना चाहिए. भाषण में उप-मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि देश में 2014 से जो सरकार बनी है, वो गरीबों की सरकार है. युवाओं के उज्जवल भविष्य, महिलाओं के सशक्तिकरण और किसानों के उत्थान के लिए कार्यरत है.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आम जनता को भी उनका फर्ज याद दिलाते हुए बीजेपी को वोट देने की बात कही और आश्वासन दिया की केंद्र की मोदी सरकार लोगों के हितों के लिए निरंतर काम करती रहेगी. सदस्यता कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री अमर पाल मौर्य और अन्य सदस्यों का अभिवादन भी किया.
यूपी के लोकसभा चुनाव पर लोगों की नज़र
आने वाले लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर पड़ने वाले मतदान पर देशभर के लोगों की नज़र होने वाली है. क्योंकी, बीजेपी सभी 80 लोकसभी सीट पर अपने प्रत्याशी खड़े करेगी और महागठबंधन भी इस बार सीटों का बटवारा करके बीजेपी को यूपी में रोकने की पूरी कोशिश में लगी है.
कुछ हफ्ते पहले ही जेडीयू ने बिहार में राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन को तोड़ते हुए बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले ही पाला बदल लिया था. अब कुछ ऐसी ही अटकले यूपी के 'रालोद' (RLD) की आ रही है. 12 फरवरी को एक प्रतिमा अनावरण सामारोह में जब जयंत चौधरी के पहुंचने का कार्यक्रम स्थगित हुआ तब उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में गेहमा-गेहमी बढ़ गई.
Uttar Pradesh: लोकसभा चुनाव शुरू होने में केवल दो महीने रह गए हैं और यूपी में सियासी गरमी सर चढ़कर बोल रही है. ताजा मामला राष्ट्रीय लोक दल के एनडीए में शामिल होने का है. अभी तक खबरें आ रही थी कि यूपी में I.N.D.I अलायंस सीटों का बंटवारा कर एनडीए की जीत को उत्तर प्रदेश में ही रोक देना चाहती है. पहले बातें उठ रही थी कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस को 10 सीटें और जयंत चौधरी के रोलोद को भी कुछ सीटें देकर चुनाव लड़ने वाली थी.
कार्यक्रम हुआ रद्द
12 फरवरी को छपरैली में अजीत सिंह की प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम सुनिश्चित था, लेकिन कुछ दिनों पहले ही खबर आई कि जयंत चौधरी इस कार्यक्रम में शिरकत करने नहीं जाएंगे. कहा ये भी जा रहा है कि दिल्ली कांग्रेस भी इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देते हुए जयंत चौधरी से संम्पर्क स्थापित करने की कोशिश कर रही है.
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में बयान देते हुए कहा था कि बीजेपी की गठबंधन में एनडीए 400 पार और बीजेपी 370+ सीटों के साथ पूरी बहुमत के साथ सत्ता में वापस लौटेगी. इसी सिलसिले में यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी चुनाव की तैयारियां करते हुए कार्यकरताओं को बूथ लेवल पर जाकर मेहनत करने और बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने की बात कही.
राष्ट्रीय लोक दल की चुप्पी - एनडीए का बयान
जयंत चौधरी और उनकी पार्टी ने फिलहाल पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है और कोई भी बयान देने से पहले हर कदम को सोच-समझकर फैसले लेते दिखाई दे रहे हैं. यूपी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद ने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा - "जब किसान एनडीए के समर्थन में आ रहे हैं, तो किसान नेता कहां जाएंगे? सभी किसान अंततः हमारे साथ आएंगे।
लोकसभा में राम मंदिर पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सभी पार्टियों के सांसद अपनी बातें रख रहे थे. इसी कड़ी में असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी बात रखते हुए सराकर से कुछ कड़े सवाल किए.
New Delhi: लोकसभा में आज एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी हमेशा की तरह सरकार पर हमला बोलते हुए कई बड़ी बातें बोल गए. ओवैसी ने कहा मेरा मानना है कि इस देश का कोई मजहब नहीं है, 22 जनवरी के बाद से देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे कि देश में एक मजहब को दूसरे मजहब को मानने वालों पर जीत मिली हो?
श्री राम की करते हैं इज्जत
लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए संसद में ओवैसी ने कहा 'हमारे साथ 49 में धोखा हुआ, 86 में धोखा हुआ, 92 में धोखा हुआ और 2019 में भी इस लोकसभा में हमारे साथ धोखा हुआ. मुस्लिमों को हमेशा भारत के नागरिक होने के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. क्या मैं बाबर का, औरंगजेब का या जिन्ना का प्रवक्ता हूं? मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की इज्जत करता हूं, लेकिन मेरी नस्लें भी नाथूराम गोडसे से नफरत करती रहेगी, जिसने उस शख्स को गोली मारी, जिसके मुंह से आखिरी शब्द निकले थे हे राम.
निशिकांत दुबे का सवाल
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने असदुद्दीन ओवैसी की बातें सुनकर सांसद से पूछा कि वे इस बात का जवाब दें कि क्या वे बाबर को आक्रमणकारी मानते हैं या नहीं? ओवैसी ने अपने भाषण को बीच में रोकते हुए भाजपा सांसद से बदले में सवाल किया कि 'आप पुष्यमित्र शुंग को क्या मानते हैं? निशिकांत दुबे, असदुद्दीन ओवैसी से आज भी बाबर की बात पूछ रहे हैं. आप मुझसे गांधी के बारे में पूछते, जलियांवाला बाग के बारे में पूछते. मैं अपनी शिनाख्त को नहीं मिटने दूंगा. मैं वो काम नहीं करूंगा, जो भाजपा चाहती है. मैं संविधान के दायरे में रहकर ही काम करूंगा.'
'क्या कांग्रेस ने कभी इस घटना पर दुख जताया?'
भाजपा सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने अपने दिए वक्त में प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन में वे भी शामिल थीं. कार सेवकों पर गोलियां चलाई गईं और जिन लोगों ने ऐसा किया था आज वे लोग विपक्ष के 'I.N.D.I.A' गठबंधन में हैं. मैं उनसे पूछना चाहती हूं, 'क्या कांग्रेस ने कभी इस घटना पर दुख जताया?'
कांग्रेस को लिया आड़े हाथ!
भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि 2007 में सुप्रीम कोर्ट में तब की तत्कालीन सरकार ने शपथपत्र देते हुए बताया था कि राम भगवान काल्पनिक हैं और इस नाम का कोई व्यक्ति नहीं था. अपनी बात को आगे रखते हुए सत्यपाल सिंह ने कहा कि कांग्रेस आज हाशिए पर चली गई है क्योंकी कांग्रेस ने 'भगवान राम के अस्तित्व को अपनी संस्कृति, सभ्यता, विरासत को नकारा था.'
श्री राम लला के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए सत्यपाल सिंह ने संसद में कहा 'इस कालखंड में मंदिर बनते देखना और प्राण प्रतिष्ठा होना अपने आप में ऐतिहासिक है. भगवान राम सांप्रदायिक विषय नहीं हैं. श्रीराम केवल हिंदुओं के लिए नहीं, वो हम सबके पूर्वज और प्रेरणा हैं.'
बाबरी मस्जिद जिंदाबाद!
अपने भाषण के अंत में असदुद्दीन ओवैसी ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि, 'आज देश के लोकतंत्र का प्रकाश सबसे कम है। आखिर में मैं यही कहूंगा कि बाबरी मस्जिद है और रहेगी। बाबरी मस्जिद जिंदाबाद, भारत जिंदाबाद.'
अब ये देखना है भाजपा और अन्य पार्टियां सांसद असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान पर क्या रुख अपनाते हैं. लोकसभा चुनाव नजदीक है और असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान पर हंगामा मचना तय है. देखना ये होगा कि कांग्रेस ओवैसी के 'बाबरी मस्जिद जिंदाबाद' के नारे पर क्या स्टैंड लेगी.
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024