Noida: बाहुबली और माफिया अतीक अहमद की संपत्तियों की खोज अब नोएडा में शुरू हो गई है। कमिश्नरेट प्रयागराज ने नोएडा प्राधिकरण को लेटर भेज कर अतीक अहमद और उसके परिवार के संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है। इसके बाद प्राधिकरण के अलग-अलग विभाग अपनी फाइलों को खंगालने में जुटे हैं। प्रयागराज पुलिस सात दिन में इसकी रिपोर्ट देनी है।
गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के लिए मांगी जानकारी
बता दें कि प्रयागराज के कैंट थाने की ओर से नोएडा प्राधिकरण के सीईओ को पत्र लिखा गया है। जिसमें अतीक और उसके परिवार के अन्य लोगों से जुड़ी संपत्तियों की जानकारी मांगी गई है। पत्र में कहा गया है कि गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के मद्देनजर मृतक अतीक से जुड़े कुछ लोगों की संपत्तियों के संबंध में जानकारी इकट्ठी की जा रही है।
इन लोगों का पत्र में जिक्र
प्रयागराज पुलिस ने नोएडा प्राधिकरण से अतीक अहमद, अशरफ, शाइस्ता परवीन, जैनम फातिमा, बेटे अली, उमर, असद, एहजम और आबान की संपत्तियों के बारे में ब्यौरा मांगा है। पत्र में कहा गया है कि अतीक और उसके रिश्तेदारों की किसी प्रकार की संपत्ति नोएडा क्षेत्र में है तो उसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए, ताकि गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सके।
नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन चेयरमैन को बना लिया था बंधक
बता दें कि अतीक अहमद ने नोएडा में भी कई गैरकानूनी काम किया था। एक मामले में उसने प्राधिकरण के तत्कालीन चेयरमैन पर दबाव बनाया। जब चेयरमैन ने उसकी बात नहीं सुनी तो वह नोएडा आ गया और चेयरमैन के घर में घुसकर करीब चार घंटे तक बंधक बनाए रखा। इसकी भनक लगते ही नोएडा से लेकर लखनऊ तक खलबली मच गई थी। बाद में यह मामला तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव तक भी पहुंचा। इसके बाद अखिलेश ने अतीक को फटकारा था।
ग्रेटर नोएडा: माफिया डॉन अतीक अहमद भले ही मिट्टी में मिल गया हो लेकिन उसकी बेनामी संपत्ति पर लगातार योगी सरकार की कार्रवाई जारी है. अतीक ही नहीं बल्कि उसके सभी करीबियों की योगी सरकार ने कमर तोड़ रखी है. हाल ही में योगी सरकार ने ग्रेटर नोएडा में बनी अतीक की आलीशान कोठी मन्नत को कुर्क किया है. एसपी लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने ढोल-नगाड़े बजाकर ये कार्रवाई की है. इस दौरान बीटा टू थाना पुलिस और नॉलेज पार्क थाना पुलिस मौजूद रही. पुलिस अफसरों की मौजूदगी में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 में स्थित A-107 कोठी को कुर्क किया गया.
बेटे असद ने इसी कोठी में रहकर पढ़ाई की थी
बताया जा रहा है कि इसी कोठी में रहकर अतीक के बेटे ने एक नामी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की थी. ऐसा दावा है कि अतीक की कोठी की कीमत करीब 7 करोड़ रुपये है जिसे अतीक ने काली कमाई के जरिए बनाया था. इतना ही नहीं पुलिस को जांच के दौरान इस कोठी को काली कमाई के जरिए खरीदे जाने के दस्तावेज भी मिले थे. ये भी पता चला था कि उमेश पाल हत्यकांड के बाद अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम कुछ देर के लिए इस कोठी में भी छिपे थे.
90 के दशक में ली थी अतीक ने कोठी मन्नत
रिपोर्ट्स की मानें तो सेक्टर-36 में अतीक की करोड़ों की ये कोठी थी. जिसे पुलिस ने कुर्क किया है. ये करीब 500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाला भूखंड है. जिस पर तीन मंजिला इमारत खड़ी हुई है. ऐसा बताया जाता है कि 2015 में बेटे असद ने यहां रहकर पढ़ाई की थी. इसके साथ ही कई बड़ी मीटिंग भी अतीक इसी कोठी में किया करता था. जहां बड़े बड़े माफियाओं का आना-जाना लगा रहता था. जब अतीक अहमद की तीन लोगों ने हत्या की थी तो ये कोठी खूब चर्चा में आई थी.
इनकम टैक्स दर्ज कर सकता है केस
बता दें अतीक की कंपनियों पर इनकम टैक्स विभाग टैक्स चोरी का केस दर्ज कर सकता है. बताया जा रहा है कि उसकी कई कंपनियों के खिलाफ आयकर विभाग जल्द ही कड़ी कार्रवाई कर सकता है. 2014 के बाद अतीक अहमद की कंपनियों ने कभी भी टैक्स नहीं दिया है. साल 2014 में पहली बार अतीक अहमद की तरफ से 10 लाख से ज्यादा का इनकम टैक्स भरा गया था.
नोएडा: 19 जनवरी को नोएडा सेक्टर-104 में 19 जनवरी को एयर इंडिया के क्रू-मेंबर सूरज मान की जिम के बाहर हत्या कर दी गई थी। सूरज मान नोएडा के पॉश लोटस पनाचे सोसायटी में किराएदार के रूप में रहता था। वह जिम में वर्क आउट के बाद अपनी कार में बैठा था। तभी उस पर पांच राउंड फायरिंग करके हत्या कर दी गई थी। वही अब इस मामले में दिल्ली के एक और गैंगस्टर का नाम सामने आया है। गैंगस्टर का नाम रोहित मोई बताया जा रहा है, जो दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है।
कैसे दिया गया वारदात को अंजाम ?
हत्याकांड में शामिल दो शूटरों अब्दुल कादिर और कुलदीप को पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की। शूटरों ने पुलिस को बताया कि वारदात से पहले तीसरे शूटर ने दिल्ली जेल में बंद रोहित मोई नाम के व्यक्ति से सोशल मीडिया एप पर बात की थी। रोहित ने गैंगस्टर कपिल मान के साथ मिलकर हत्याकांड की प्लानिंग की और रोहित ने ही सूरज मान का फोटो तीसरे शूटर को भेजा था, साथ ही जिगाना और ब्रेटा जैसे पिस्टल और शूटर भी उपलब्ध करवाए और वहां से स्वीकृति मिलते ही तीसरे शूटर और कुलदीप ने सूरज मान को गोलियों से भून डाला। पहली गोली तीसरे शूटर ने चलाई थी, जिसे रोहित मोई ने ही भेजा था। घटना के वक्त अब्दुल कादिर बाइक स्टार्ट कर खड़ा था। बाकी दोनों बदमाश फायरिंग कर रहे थे। बदमाशों ने भागते समय प्राधिकरण के नलकूप की बिल्डिंग के पीछे 9 एमएम की पिस्टल फेंक दी थी। घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल भी पुलिस ने बरामद कर ली है और सीन रिक्रिएशन समेत अन्य तथ्यों पर पड़ताल की जा रही है। अब नोएडा पुलिस इस मामले में रोहित मोई को भी आरोपी बनाएगी। उसे जल्द ही पुलिस रिमांड पर लेगी। आपको बता दें की रोहित मोई का नाम यूपी के प्रयागराज में हुए अतीक-अशरफ हत्याकांड में भी जिगाना पिस्टल मुहैया कराने को लेकर चर्चा में आया था।
अब्दुल कादिर और कुलदीप का आपराधिक रिकॉर्ड
रिमांड पर लिए गए अब्दुल कादिर और कुलदीप का आपराधिक रिकॉर्ड है। दोनों लोहे की चोरी के मामले में जेल गए थे, वहीं गैंगस्टर कपिल मान भी बंद था। कपिल का लाइफ स्टाइल देखकर ये दोनों प्रभावित हुए। बाहर निकलने के बाद इन दोनों पर कपिल गैंग ने नजर रखी थी। पुलिस का दावा है कि हत्या के लिए पूर्व में गिरफ्तार हो चुके नवीन ने ही इनसे संपर्क किया था। 95-95 हजार रुपये में ये गोली मारने को तैयार हो गए थे। पुलिस दोनों शूटरों को रविवार को घटनास्थल पर ले गई और कुछ दूर सुनसान में सीन रिक्रिएशन किया। पुलिस ने आरोपियों से पूछा कि तुम किधर से आए, कैसे बाइक रोकी, गोली किधर से चलाई थी। फिर इन सवालों पर आए जवाब का मिलान पुलिस के पास पहले से मौजूद साक्ष्यों से किया गया।
माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ अहमद की मौत के बाद से योगी सरकार को एक्शन लगातार जारी है। एक बार फिर से यूपी में बुलडोजर गरजा है। माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा के मकान पर बुलडोजर कार्रवाई की गई है।
5 करोड़ की संपत्ति पर चला बुलडोजर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के सल्लाहपुर इलाके जैनब फातिमा का मकान है। जैनब फातिमा माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ अहमद की पत्नी थी। जानकारी के मुताबिक, यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर कब्जा कर अवैध तरीके से ये मकान बनाया गया था। इसकी कीमत का अंदाजा 5 करोड़ लगाया गया है। जैनब फातिमा ने अतीक और अशरफ की मदद से अपने रसूख का इस्तेमाल करके वक्फ की प्रॉपर्टी पर कब्जा किया था।
दर्ज कराया था मुकदमा, जैनब फातिमा पर 25 हजार का ईनाम
वक्फ की प्रॉपर्टी कब्जा करने के मामले में जैनब फातिमा, उसके भाई जैद, सद्दाम और अन्य के खिलाफ नवंबर 23 में पूरामुफ्ती थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। प्रयागराज में पिछले साल हुए चर्चित उमेश पाल और दो सरकारी गनर शूटआउट केस में जैनब फातिमा उर्फ रूबी आरोपी बनाई गई है। तब से जैनब फातिमा लगातार फरार चल रही है। पुलिस ने उसके ऊपर 25 हजार का ईनाम घोषित किया है।
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर करने वाले 17 पुलिसकर्मियों को 15 अगस्त को दिल्ली में राष्ट्रपति का वीरता पदक (प्रेसिडेंट गैलेंट्री मेडल) देकर सम्मानित किया जाएगा। आपको बता दें, उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद और गुलाम फरार हो गए थे। दोनों के ऊपर 5-5 लाख रुपए का इनाम भी था। जिसके बाद 13 अप्रैल, 2023 को झांसी में असद और मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर किया गया था।
डिप्टी SP नवेंदु और विमल ने लीड किया था एनकाउंटर
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम के एनकाउंटर ऑपरेशन में STF के 6 और पुलिस के 11 जवान शामिल थे। इसे UP STF के डिप्टी SP नवेंदु और विमल ने लीड किया था। एनकाउंटर में शामिल यूपी पुलिस के 17 जांबाज पुलिसकर्मियों को प्रेसिडेंट गैलेंट्री मेडल दिया जाएगा। आपको बता दें, स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर बुधवार को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक/उत्कृष्ट सेवा के लिए पदक विजेताओं की सूची जारी कर दी गई। हर साल राष्ट्रपति की तरफ से उल्लेखनीय काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रेसिडेंट गैलेंट्री मेडल दिया जाता है। जिसके लिए राज्य सरकारें राष्ट्रपति को सिफारिशें भेजती हैं।
प्रेसिडेंट गैलेंट्री मेडल पाने वाले पुलिसकर्मियों की लिस्ट
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