नोएडा: आज के समय में कौन विदेश घूमना या काम की तलाश में नहीं जाना चाहते, लेकिन कुछ लोग ठगों के चक्कर में फंस जाते हैं. ऐसा ही कुछ लवप्रीत सिंह के साथ भी हुआ, जिनसे दो ठगों ने 25 लाख रुपये ले लिए और कनाडा का फर्जी वीजा बनाकर दे दिया. IGI एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी वीजा से विदेश भेजने का झांसा देकर ठगने के मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रदीप कुमार वर्मा और फरीदाबाद निवासी आशीष शर्मा के रूप में हुई है. आरोपियों ने एक यात्री को टोरंटो भेजने के एवज में 25 लाख रुपये ठगे थे। यात्री के पास से फर्जी वीजा मिलने पर उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था.
कैसे दिया दोनों ने घटना को अंजाम
13 मार्च 2021 को गांव बुलोना करनाल निवासी लवप्रीत सिंह टोरंटो जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे, जिनके दस्तावेजों की जांच के दौरान पासपोर्ट पर लगा कनाडा का वीजा फर्जी पाया गया और इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने यात्री को एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. लवप्रीत ने बताया कि वह काम के सिलसिले में टोरंटो जाना चाहता था. उसकी मुलाकात प्रदीप वर्मा से हुई, जिसने उसे 25 लाख रुपये लेकर टोरंटो भेजने का वादा किया। प्रदीप ने सहयोगियों की मदद से टिकट, रहने की व्यवस्था और वीजा की व्यवस्था की. पुलिस ने यात्री के इस खुलासे के बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई, लेकिन आरोपी भागने में सफल रहा। एयरपोर्ट थाना प्रभारी विजेंद्र राणा के नेतृत्व में पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तकनीकी जांच शुरू की. छानबीन के दौरान प्रदीप कुमार वर्मा के द्वारका सेक्टर-2 में मौजूद होने की जानकारी मिली. यहां पुलिस ने छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी ने कबूला गुनाह
आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया. उसने बताया कि वह एमसीए में स्नातकोत्तर है और पांच सालों से द्वारका में किमाया स्टूडेंट सर्विसेज के नाम से कोचिंग सेंटर चला रहा है. वह आईईएलटीएस परीक्षाओं के लिए कोचिंग देता है। इसके अलावा टिकट बुक करता है. लवप्रीत के लिए उसने अपने क्रेडिट कार्ड से टिकट बुक किया था और टोरंटो की यात्रा की व्यवस्था की थी. उसने एजेंट आशीष की मदद से लवप्रीत के लिए कनाडा का फर्जी वीजा बनवाया था. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर जवाहर कॉलोनी, फरीदाबाद निवासी आशीष शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया. आशीष ने बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा है और कमीशन पर एजेंट का काम करता है. पुलिस आरोपियों के बैंक खाते ही जांच कर मामले की जांच कर रही है.
नोएडा स्पेशल टास्क फोर्स और बिहार एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। दोनों टास्क पोर्स ने मिलकर बिहार के एक वांछित गैंगस्टर को मार गिराया गया है। दरअसल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर जिले के रतनपुरी थाना इलाके में नोएडा स्पेशल टास्क फोर्स और बिहार की एसटीएफ ने ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत एक बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। गोली लगने से घायल नीलेश राय की इलाज के मौत हो गई। बिहार पुलिस उसकी काफी दिनों से तलाश कर रही थीं। बदमाश नीलेश राय के ऊपर करीब 2.25 लाख का इनाम घोषित किया गया था। बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले नीलेश राय के खिलाफ हत्या, लूटपाट और जबरन वसूली सहित 16 मुकदमे दर्ज थे। यह एनकाउंटर यूपी के मुजफ्फरनगर में हुआ है।
फरवरी में बच निकला था आरोपी गैंगस्टर
पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि 24 फरवरी, 2024 को जब पुलिस की एक टीम ने बेगूसराय में उसके ठिकाने पर छापा मारा तो राय ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की और भाग निकला था। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक व्यक्ति को गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। यह एनकाउंटर मुजफ्फरनगर के रतनपुरी इलाके में हुआ। अपर पुलिस महानिदेशक (यूपी एसटीएफ और कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले नीलेश राय पर हत्या, लूट और जबरन वसूली समेत 16 मामले दर्ज थे। नीलेश राय पर सवा लाख का इनाम घोषित था। पुलिस ने बताया कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
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