यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट:
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट से यूपी सरकार को 32 लाख 92 हजार करोड़ रुपए का निवेश का प्रपोजल मिला है। इससे 92 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस बार भी इन्वेस्टमेंट के मामले में यूपी में पहले स्थान पर नोएडा रहा है। यूपी में होने वाले कुल निवेश का करीब 27 फीसदी निवेश अकेले नोएडा में आया है। उसके बाद आगरा और लखनऊ का नंबर है। वहीं सबसे कम निवेश के मामले में सिद्धार्थनगर रहा। यहां कुल 128 कंपनियों से महज 650 करोड़ रुपए का निवेश आया है। पूरे इन्वेस्टमेंट का ये सिर्फ 0.2 फीसदी है।
कहां पर होगा कितना इनवेस्टमेंट?
समिट के दौरान 18,645 एमओयू साइन हुए हैं। अगर बात करें नोएडा और आगरा की यहां पर 45 फीसदी निवेश आया है। इसके बाद पूर्वांचल का नंबर है। यहां पर 29 फीसदी निवेश मिला। पश्चिमांचल और पूर्वांचल मिलाकर 75 फीसदी निवेश आया। जबकि मध्यांचल और बुंदेलखंड में 13-13 फीसदी निवेश का प्रस्ताव है।
किन किन सेक्टर में आए इनवेस्टमेंट
लखनऊ: बजट पेश में किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया गया है। इस पर यूपी के किसानों को बिजली बिल पर 100 फीसदी छूट दी गई है। सीएम योगी ने कहा कि हमने संकल्प पत्र में किए गये 132 वादों में से 110 वचन पूरे कर दिये हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के निजी नलकूप से जुड़े अन्नदाता किसानों को पिछले बजट में बिजली के बिल में 50 फीसदी की छूट दी गयी थी। लेकिन इस बजट में किसानों के बिल को माफ करने का फैसला लिया गया है।
फ्री सिलेंडर का ऐलान
जबकि सीएम योगी ने राज्य में होली और दिपावली पर एक-एक फ्री गैस सिलेंडर देने का भी एलान किया है. सीएम योगी ने कहा, "हम लोग एक नई योजना का विस्तार करने जा रहे हैं और वह है उज्जवला योजना के लाभार्थियों को, जो प्रदेश के अंदर करीब 1 करोड़ 74 लाख हैं. उन्हें दिपावली और होली पर उज्जवला योजना का एक-एक एलपीजी का सिलेंडर फ्री में उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने जा रहे हैं. इसके लिए धनराशि की व्यवस्था हमलोगों ने तीन हजार 47 करोड़ 48 लाख रूपये इस बजट में हमलोगों ने की है."
संकल्प पत्र के वादों पर उन्होंने कहा कि बजट में लोक कल्याण संकल्प पत्र में किए गए 130 में से 110 वायदों को समाहित किया गया है. जिनके लिए 64 हजार करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है. बता दें सीएम योगी ने जब फ्री सिलेंडर और बिजली बिल माफ करने का एलान किया तो दोनों डिप्टी सीएम भी वहां मौजूद थे
ग्रेटर नोएडा: UPSC की परीक्षा मेंं दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा रहीं इशिता किशोर ने टॉप किया है। डीयू से बीए ऑनर्स की पढ़ाई कर चुकीं इशिता ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में देश भर में पहली रैंक हासिल की है। इशिता ने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना है। इशिता ने सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत को दिया है। उन्होंने कहा कि तैयारी के वक्त पूरी ईमानदारी से मेहनत करना चाहिए, क्योंकि प्री, मेन्स और इंटरव्यू के लिए परीक्षार्थी को अलग अलग तरीके से तैयार होना पड़ता है।
ईमानदारी दिलवाती है सफलता
इशिता ने कहा 'तैयारी करते वक्त हमें बहुत ईमानदार रहना चाहिए और बताना चाहिए कि कितनी तैयारी की है और किस स्टेज पर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शैक्षिक योग्यताओं के अलावा आपको भावनात्मक रूप से बहुत मजबूत होना चाहिए। साथ ही हमें सब्र भी रखना चाहिए।'
एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पाई शिक्षा
ज्योति किशोर ने आगे बताया, इसने एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पूरी स्कूली शिक्षा हासिल की है। इसके पिता विंग कमांडर थे जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। इशिता बहुत छोटी थी जब उसके सिर से पिता का साया उठ गया।' अंत में उन्होंने कहा, 'पूरा परिवार हमेशा इशिता के लिए सपोर्टिव रहा है। सारे लोग बहुत सपोर्ट करते हैं। एक मां के रूप में जो करना चाहिए वो मैंने भी किया।'
मूलरूप से बिहार के रहने वाली हैं इशिता
इशिता बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली हैं। इशिता के परिवार में माता पिता के अलावा उनका एक भाई है।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1988 बैच के IPS अधिकारी विजय कुमार को यूपी का कार्यवाहक DGP की जिम्मेदारी दी है। उन्हें DG CBCID के साथ कार्यवाहक DGP का अतिरिक्त कार्यभार सौंपे जाने के आदेश दिए हैं। विजय कुमार जनवरी 2024 में रिटायर होंगे। वहीं कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो गया। इसके पहले मई 2022 में DGP मुकुल गोयल को हटाया गया था, जिसके बाद अभी तक यूपी को स्थायी DGP नहीं मिल पाया है।
लखनऊ: दुग्ध विकास के क्षेत्र में प्रदेश को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए योगी सरकार तैयार है। दुनिया भर में दुग्ध उत्पादन में नए कीर्तिमान गढ़ने को योगी सरकार प्रतिबद्ध है। इस क्रम में सरकार ने एक हजार करोड़ की लागत से नन्द बाबा दुग्ध मिशन की शुरुआत कर दी है।
सहकारी समितियां की जाएंगी गठित
मिशन के तहत गांवों में ही सहकारी समितियां गठित कर दुग्ध उत्पादकों को गांव में ही उनके दूध के उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मिशन का उद्देश्य ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों को उचित बाजार उपलब्ध कराने के साथ ही प्रति पशु प्रतिदिन दुग्ध उत्पादकता को बढ़ाने समेत प्रिसिजन डेरी फॉर्मिंग को बढ़ावा देना है।
डेयरी सेक्टर को वैश्विक स्तर पर मिलेगी पहचान
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा उत्तर प्रदेश के डेयरी सेक्टर को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की है। इसके लिए युद्ध स्तर पर किए गए कार्यों का ही परिणाम है कि फरवरी महीने में आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 के माध्यम से दुनिया के नामचीन निवेशकों ने डेयरी क्षेत्र में हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर सहमति जतायी है। इसी साल ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में इनमें से कई निवेशक प्रदेश में अपनी परियोजनाओं को धरातल पर भी उतारते नजर आएंगे।
LUCKNOW/NOIDA: CM योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में एक्सपोर्ट के क्षेत्र में यूपी तेजी से अग्रसर है। साल-दर-साल निर्यात में प्रदेश ने लंबी छलांग लगाई है। अब इसे एक नए लक्ष्य पर ले जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अगले तीन साल में इसे तीन लाख करोड़ पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। ये ऐलान औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने किया है।
प्रदेश में कैसा रहा निर्यात का ग्राफ?
मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है। प्रदेश निर्यात में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार जुटी है। अगर साल 2017-18 की बात करें तो प्रदेश का निर्यात 88 हजार करोड़ रुपये का था। जो 2022-23 में बढ़कर एक लाख 74 हजार करोड़ रुपये हो गया। नंद गोपाल नंदी ने कहा कि निर्यात किसी भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण आधार स्तंब्ध होता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए निर्यातकों को भी इसके लिए आगे आना चाहिए और दूसरे निर्यातकों को प्रमोट भी करना चाहिए।
'यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से मिलेगा बढ़ावा'
अब प्रदेश के निर्यात को दोगुना करने का काम तेजी से चल रहा है। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाएगा। इस साल शो 21 से 25 सितंबर तक प्रस्तावित है। इस मेले में प्रदेश भर के 400 से अधिक बायर्स हिस्सा लेंगे।
सोर्सिंग हब के रूप में यूपी की पहचान
उत्तर प्रदेश सोर्सिंग हब के रूप में नई पहचान बना रहा है। शो में मुख्य रूप से MSME, टूरिज्म, एजुकेशनल, हेल्थ, टेक्सटाइल, स्टार्ट-अप, फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यमी हिस्सा ले रहे हैं।
Lucknow: उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत सीएम योगी को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। प्रदेश में रीयल एस्टेट से संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए गठित उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने पिछले पांच वर्षों से अब तक कुल 50666 प्राप्त शिकायतों में से 43929 शिकायतों का निस्तारण कर पूरे देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह आंकड़ा देश में कुल रेरा शिकायतों के समाधान का लगभग चालीस प्रतिशत है। शिकायतों के प्राप्त होने के बाद यूपी रेरा ने सभी शिकायतों की सुनवाई कर उन्हें रियल एस्टेट (नियमन और विकास) अधिनियम 2016 के नियमों के अधीन जांच कर और नियमानुसार कार्यान्वयन आदेशों का अनुपालन करवाकर सीएम योगी की मंशा के अनुरूप शिकायतकर्ताओं के हितों की सुरक्षा करने का उत्तरदायित्व निभाया।
सकारात्मक वातावरण का निर्माण
यूपी रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने कहा कि देश भर के रेरा के लिए यूपी रेरा ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यदि भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र को विकसित करना है तो होम बायर्स और प्रोमोटर्स दोनों की समस्याओं को जल्द निस्तारित कर एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण करना होगा। यूपी रेरा इस क्षेत्र में इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए नए कदम उठाने की तैयारी कर रहा है और आने वाले समय में होम बायर्स के अधिक और शीघ्र शिकायत निस्तारण की सुविधा प्राप्त होगी। यूपी रेरा के गठन के बाद उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिला है। यूपी रेरा ने बहुआयामी प्रयास कर प्रोमोटर्स को उनकी जिम्मेदारियों और ग्राहकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। इसका परिणाम सकारात्मक रहा और यूपी रेरा में बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज भी हुईं और निस्तारित भी।
एनसीआर क्षेत्र में सर्वाधिक शिकायतों का समाधान
उत्तर प्रदेश रेरा को सर्वाधिक शिकायतें एनसीआर क्षेत्र में प्राप्त हुई हैं और सर्वाधिक निस्तारण भी यही हुआ। इस क्षेत्र में अब तक कुल 38619 शिकायतें दर्ज हुईं जिनमें 33211 का निस्तारण कर दिया गया। टॉप 10 जिलों की बात करें तो गौतमबुद्धनगर में सर्वाधिक 30713 शिकायतें मिलीं जिनमे से 26453 का निस्तारण सुनिश्चित किया गया। यानी 86.13% शिकायतों का समाधान किया गया। इसी तरह, लखनऊ में 89.15%, गाजियाबाद में 84.57%, वाराणसी में 94.57%, मेरठ में 91.57%, आगरा में 80%, कानपुर नगर में 94.16%, बाराबंकी में 90.55%, प्रयागराज में 77.57% और मथुरा में 74.85% शिकायतों का समाधान किया गया।
GREATER NOIDA: उत्तर प्रदेश का पहला इंटरनेशनल ट्रेड फेयर एक्सपो मार्ट में 21 से 25 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहा है। इस ट्रेड फेयर मेें प्रदेश की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत, खान-पान, वेश-भूषा, पर्यटन के साथ प्रमुख उत्पादों की झलक देखने को मिलेगी। मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष वर्मा, ईपीसीएच के चेयरमैन राकेश कुमार और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव के साथ बैठक की।
पूरे प्रदेश की दिखेगी झलक
CEO एनजी रवि कुमार ने EPCH से कहा कि आधुनिक उत्तर प्रदेश की झलक दिखाने के लिए इससे बढ़िया प्लेटफॉर्म नहीं हो सकता। इसलिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश हो या फिर पूर्वांचल, अवध क्षेत्र हो या फिर ब्रज क्षेत्र, सभी जगहों की सामाजिक व सांस्कृतिक विरासत, खान-पान, वेश-भूषा, पर्यटन और प्रमुख उत्पादों की प्रस्तुति इस इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में दिखनी चाहिए। अलग-अलग टीमें बनाकर इन लोगों से संपर्क करने और ट्रेड फेयर में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करने को कहा है। सीईओ ने एनसीआर के सभी शिक्षण संस्थानों, जिनमें स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय सभी शामिल हैं, इनसे भी संपर्क करने को कहा है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद के साथ NCR के अन्य शहरों की RWA और सामाजिक संगठनों को ट्रेड फेयर में बुलाने को भी बैठक में बोला गया।
तीनों प्राधिकरण के भी लगेंगे स्टॉल
ट्रेड फेयर में जन सहभागिता के लिए सभी मेट्रो स्टेशनों, प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग-बैनर लगाए जाएंगे। ट्रेड फेयर में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के भी स्टाल होंगे। जिन पर तीनों प्राधिकरणों की उपलब्धियां, वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट व भावी परियोजनाओं के बारे में जानकारी साझा की जाएगी। ट्रेड फेयर के दौरान लोक कलाकार हर रोज सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी कलाओं को प्रदर्शित करेंगे।
युवाओं को जोड़ने पर जोर
CEO ने ट्रेड फेयर से युवाओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया है। ट्रेड फेयर में हिस्सा लेने के लिए प्रदेश भर से उद्यमियों और व्यापारिक संगठनों को भी आमंत्रित किया जाएगा। मंगलवार को बैठक में मेहमानों के ठहराने, सुरक्षा, परिवहन, ट्रैफिक व्यवस्था आदि विषयों पर भी चर्चा की गई।
Noida: देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी द गौड़ ग्रुप ने बहुप्रतीक्षित यूपी टी20 लीग में गोरखपुर लायन्स फ्रैंचाइज़ के अधिग्रहण की घोषणा की है। यह साझेदारी क्षेत्र में खेल एवं सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई है.
दिल्ली-एनसीआर के इस ग्रुप के लिए खेल नया क्षेत्र नहीं है, वे पहले से खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार की बुनियादी सुविधाओं के विकास में सहयोग प्रदान करते रहे हैं। उनके इन्हीं प्रयासों में शानदार गौर सिटी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण भी शामिल है। 18 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस कॉम्प्लेक्स को गौड़ सिटी के निवासियों द्वारा खूब पसंद किया जाता है। गोरखपुर टीम यूपी टी20 लीग में हिस्सा लेने वाली छह टीमों में से एक है, उनके अलावा लीग में नोएडा, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और मेरठ टीमें भी शामिल होंगी।
20 अगस्त 2023 को आयोजित उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेस सम्मेलन में इस उल्लेखनीय विकास की घोषणा की गई. यूपी टी20 लीग 30 अगस्त 2023 को अपने पहले सीज़न के लिए तैयार है, जिसकी फाइनल एवं क्लोज़िंग सेरेमनी 16 सितम्बर 2023 को होगी। यह लीग यूपी के प्रतिभाशाली युवाओं को लीग में हिस्सा लेकर क्रिकेट के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका प्रदान करेगी।
मनोज ने रवि किशन का जताया आभार
चेयरमैन एवं एमडी मनोज गौड़ ने इसके लिए सांसद रवि किशन के प्रति आभार व्यक्त किया. मनोज गौड़ ने कहा ‘‘यूपी टी20 लीग में गोरखपुर लायन्स का अधिग्रहण गौर्स ग्रुप के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से हमें क्रिकेट प्रेमियों के साथ जुड़ने और समुदाय के लिए कुछ करने का मौका मिलेगा। हम एक ऐसी टीम का निर्माण करना चाहते हैं जो रुदहाड़ेगा गोरखपुर और टीम के एंथम ‘जीत के जाएंगे’ के जोश के साथ गोरखपुर की भावना को दर्शाती है। हम निर्भीकता और बहादुरी के साथ खेलने और हर जीत का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं।
टीम की जर्सी और एंथम गीत जारी
गोरखपुर लायन्स टीम की जर्सी, लोगो और एंथम ‘जीत के जाएंगे’ तथा 20 सदस्य के स्क्वैड का अनावरण गुरूवार 24 अगस्त 2023 को ग्रेटर नोएडा के गौड़ सिटी स्थित होटल में हुआ। टीम अपने बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ यूपी टी20 लीग में शानदार प्रदर्शन के लिए तैयार है। रोस्टर में जाने माने खिलाड़ी ध्रुव चंद जुरेल और मोहसीन खान शामिल हैं जो पहले से आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा परफोमेन्स दे चुके हैं।
गोरखपुर लायन्स के 20 खिलाड़ियों के में ये शामिल
धु्रव चंद जुरेल, मोहसीन खान, समीर चौधरी, शिवम शर्मा, अभिषेक गोस्वामी, सिद्धार्ध यादव, यशोवर्धन सिंह, विजय कुमार, करण चौधरी, अंकित चौधरी, सुनीत कुमार, ऋषभ बंसल, देवांश चतुर्वेदी, कार्तिकेय सिंह, अब्दुल रहमान, अंशुमन पाण्डेय, अंकित राठी, ऋषभ राय, विवेक कुमार, पुनीत गुप्ता।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोर्ट में 21 सितंबर से 25 सितंबर तक उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो आयोजित होगा । इसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू करेंगी. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी पटेल सहित अन्य लोगों उपस्थित होंगे। इंडिया एक्सपोर्ट के सभागार में जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर इस ट्रेड शो के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का पहला उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 21 से 25 सितंबर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इस ट्रेड शो में आपको एक ही छत के नीचे पूरे उत्तर प्रदेश की झलक दिखाई देगी।
प्रदेश के 75 जिलों के प्रोडक्ट रहेंगे उपलब्ध
जिलाधिकारी ने बताया कि UPITS 2023 एक बी2बी और बी2सी शो है, जो उत्तर प्रदेश की विकास गाथा में सामूहिक रूप से योगदान देने वाले कई क्षेत्रों को एक मंच प्रदान करेगा. इसके साथ ही सभी को वैश्विक मानता और सहयोग दिलाने के लिए एक साथ लाएगा। इस ट्रेंड शो में उत्तर प्रदेश के हर जिले से व्यापारी भी पहुंचेंगे। एक ही जगह बनारस की साड़ी, फिरोजाबाद की चूड़ियां, मिर्जापुर का कालीन और मेरठ के खेल के समान दिखेंगे। यानी जिस भी जिले में जो फेमस प्रोडक्ट है, वह आपको एक ही स्थान पर मिलेगा। यानी उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के प्रोडक्ट आपको देखने को मिलेंगे।
70000 बिजनेसमैन ने कराया रजिस्ट्रेशन
जिलाधिकारी ने बताया कि इसमें केवल उत्तर प्रदेश के उद्यमी ही शामिल होंगे। इसके अलावा इस इवेंट में 60 देशों के करीब 400 बायर्स पहुंच रहे हैं । करीब 2000 से ज्यादा एक्जीबिटर्स इसमें शामिल होंगे। राकेश कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के इस इंटरनेशनल इवेंट के लिए 70000 बिजनेसमैन अब तक अपना रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य करीब 2 लाख बिजनेसमैन को यहां पर बुलाना है। काफी लोग इसमें इंटरेस्ट दिखा रहे हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
3 से 8 बजे तक एंट्री रहेगी फ्री
जिलाधिकारी ने बताया कि इस इंटरनेशनल ट्रेड शो में एक ही छत के नीचे उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध व्यंजनों का भी आनंद ले सकेंगे। अलग-अलग जनपद में प्रसिद्ध व्यंजन आपको एक ही जगह पर मिलेंगे। जिला प्रशासन इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। ट्रैफिक व्यवस्था, लोगों के आने-जाने के संसाधन व अन्य चीजों को लेकर के लगातार मीटिंग की जा रही है। 21 से 25 सितंबर तक सुबह 11:00 बजे से लेकर 3:00 तक बिजनेस आवर होंगे. 3:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक आम जनता के लिए फ्री में एंट्री होगी। जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने सभी लोगों से आग्रह किया है कि उत्तर प्रदेश के इस इंटरनेशनल ट्रेड शो में ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचे। अपने प्रदेश के प्रोडक्ट को देखें और यहां से खरीदारी करें।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024