Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में सेक्टर 29 में बन रहे अपैरल पार्क में सोमवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा फैक्टरी भूखंडों का शिलान्यास किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह, नोएडा अपैरल कलस्टर के अध्यक्ष ललित ठकराल सहित बड़ी संख्या में औद्योगिक भूखंडों के आवंटी उपस्थित रहे।
अब तक 81 भूखण्ड आवंटित हो चुके
उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 29 में अपैरल पार्क कलस्टर की स्थापना की गयी है, जिसका कुल क्षेत्रफल 175 एकड़ है। इसमें कुल 89 भूखंड है जिनमें से 81 भूखण्ड आवंटित किए जा चुके हैं तथा 64 भूखंडों का लीज प्लान तथा चैक लिस्ट इश्यू की जा चुकी है। इनमें से 39 भूखण्डों पर आज भौतिक कब्जा पत्र आवंटियों को वितरित किए गए।
टेक्स्टाइल क्लस्टर के भूखंडों की मांग
कार्यक्रम में एनएईसी के अध्यक्ष ललित ठकराल ने बताया कि अभी भी 70 से अधिक औद्योगिक इकाइयों द्वारा यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण में टेक्स्टाइल क्लस्टर के भूखंडों की मांग की जा रही है। यमुना प्राधिकरण में स्थापित इस अप्रैल पार्क क्लस्टर के कारण ही गौतम बुद्ध नगर को सिटी ऑफ अपैरल के नाम से भी जाना जाता है। ये यमुना प्राधिकरण द्वारा स्थापित पहला औद्योगिक कलस्टर है। यमुना प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में कलस्टर के रूप में औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करने की शुरुआत की गई है।
जेवर में बननेवाला कार्गों दिल्ली से भी सस्ता पड़ेगा
इस अवसर पर प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह द्वारा द्वारा बताया गया कि प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्र के अंदर कन्वेन्शन सेंटर, एग्जिबिशन सेंटर वा डेडिकेटेड कार्गों की स्थापना की जाएगी। जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एअरपोर्ट मैं डेडिकेटेड कार्गों विकसित किया जाएगा। वर्तमान में कार्गों के अंदर सबसे अधिक हिस्सेदारी करीब 37% वस्त्र उद्योग की है। जेवर में बननेवाला कार्गों दिल्ली से भी सस्ता पड़ेगा क्योंकि यहाँ पर फ्यूल पर केवल 1% का वैट सरकार द्वारा लगाया जा रहा है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है की प्राधिकरण के इस अपैरल पार्क को बल्लभगढ़ के पास से दिल्ली नोएडा एक्सप्रेस वे से जोड़े जाने पर एनएचएआई द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है। प्राधिकरण क्षेत्र में रैपिड रेल एनसीआरटीसी की स्टडी भी प्रारंभ करा दी गई है। इस क्षेत्र में देश का पहला और विश्व का छठा पॉड टैक्सी सिस्टम बनाया जाएगा, जिसके लिए प्राधिकरण द्वारा अंतरराष्ट्रीय निविदा भी जारी की जा चुकी है। पीआरटी सिस्टम की प्री बिड बैठक में विश्व की सभी सर्वश्रेष्ठ कंपनियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्राधिकरण द्वारा जल्द ही फ़िल्म सिटी परियोजना की अंतर्राष्ट्रीय बिड भी जारी की जाएगी।
औद्योगिक भूखंडों में ग्राउंड कवरेज को बढ़ाकर 60% करने का निर्णय
वीर सिंह ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक भूखण्डों पर दी जा रही 1.5 एफएआर को बढ़ाकर 2.0 करने का फैसला लिया गया है जिसपर शासन स्तर से शीघ्र ही आदेश जारी हो जाएगा साथ ही औद्योगिक भूखंडों में ग्राउंड कवरेज को बढ़ाकर 60% करने का भी निर्णय लिया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा सभा में उपस्थित सभी उद्योगपतियों से निवेदन किया गया अपने उद्योगों में स्थानीय युवाओं को रोजगार प्रदान करें। रोजगार प्रदान करने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना करें, यदि इसके लिए भूमि की आवश्यकता पड़ती है तो प्राधिकरण निशुल्क जमीन उपलब्ध कराने को तैयार है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी उद्योगपतियों द्वारा प्राधिकरण द्वारा दिए जा रहे हैं सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया गया। इस कार्यक्रम में बिमटेक के हरिवंश चतुर्वेदी विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में प्राधिकरण के सभी वरीष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में जेपी इंफ्राटेक से घर खरीदने वालों लोगों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। यमुना प्राधिकरण बोर्ड ने जेपी इंफ्राटेक को ओवरटेक करने वाली कंपनी सुरक्षा के प्लान को मंजूर कर लिया है। प्राधिकरण ने एफएआर बढ़ाने पर भी मुहर लगा दी है। इसके साथ अब यमुना एक्सप्रेसवे पर 15 साल अधिक टोल वसूला जाएगा।
सुरक्षा कंपनी किसानों का अतिरिक्त मुआवजा देगी
प्राधिकरण के बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया है कि सुरक्षा कंपनी को किसानों के अतिरिक्त मुआवजा का 1698 करोड रुपए एक मुश्त देना होगा। यमुना प्राधिकरण के इस फैसले से जेपी इंफ्राटेक के 32000 फ्लैट खरीदारों को राहत मिलेगी।
बता दे कि जेपी इंफ्राटेक ने यमुना एक्सप्रेस में बनाया है, इसके बदले 5-5 सौ हेक्टेयर की पांच एलएफडी (लैंड फॉर डेवलपमेंट) मिली है। नोएडा की एलएफडी में करीब 32000 फ्लैट खरीदार है। जेपी इंफ्राटेक को टेकओवर करने वाली सुरक्षा कंपनी ने एनसीएलटी में अपना प्लान सौंपा था। एनसीएलटी ने सुरक्षा और यमुना प्राधिकरण से प्लान पर बातचीत कर सहमति बनाने के लिए कहा था। इसके बाद सुरक्षा कंपनी के प्लान को यमुना प्राधिकरण के बोर्ड के समक्ष रखा गया।
यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल टैक्स वसूलने की अवधि 15 साल के लिए बढ़ाया
सुरक्षा कंपनी ने परियोजना चलाने के लिए टोल टैक्स वसूलने का समय बढ़ाने के लिए प्रस्ताव दिया था। हालांकि जेपी इंफ्राटेक के साथ 36 साल तक टोल वसूली का अनुबंध है और 2012 से पूर्व वसूली हो रही है। अब इसमें 15 साल और टोल वसूली बढ़ जाएंगे। इसके साथ सुरक्षा कंपनी ने हाउसिंग परियोजना को पूरा करने के लिए नोएडा की एलएफडी में एफआर बढ़ाने की मांग की थी। जिसे स्वीकृत करते हुए अब 2.6 फर कर दिया गया है। इससे हाउसिंग प्रोजेक्ट परियोजनाएं पूरी होने की उम्मीद है।
Greater Noida/Lucknow: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई दिशा दे रही योगी सरकार की मंशा के अनरूप सभी औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपने संबंधित क्षेत्रों के समेकित विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर्स के निर्माण के साथ ही क्षेत्र में कमर्शियल गतिविधियों को बढ़ावा देने पर भी प्राधिकरणों का विशेष फोकस है। इसी कड़ी में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा अक्टूबर में मेगा ई ऑक्शन का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कमर्शियल प्रॉपर्टीज के आवंटन के लिए करोड़ों की बोली लगेगी।
सीएम योगी की मंशा अनुरूप, यीडा अपनी वेबसाइट के जरिए 4 फ्यूल फिलिंग स्टेशंस, 3 कमर्शियल कियोस्क, 25 कमर्शियल शॉप्स व 6 कमर्शियल फुटप्रिंट प्लॉट्स के आवंटन को ई ऑक्शन प्रक्रिया के जरिए अंजाम देगी। वहीं, दूसरी ओर, शुक्रवार को यीडा की 462 बहुमंजिला भवनों की ओपेन एंडेड योजना के 287 सफल आवेदकों का ड्रॉ संपन्न हुआ। इनके नामों की सूची जारी कर दी गई है और प्रक्रिया पहले आओ पहले पाओ के आधार पर संपन्न की गई है। 20 सितंबर को सफल आवेदकों को आवंटन पत्र दे दिया जाएगा।
अलग-अलग कमर्शियल प्रॉपर्टीज के आवंटन का रास्ता होगा साफ
यीडा द्वारा अक्टूबर में किए जा रहे मेगा ऑक्शन के जरिए अलग-अलग कॉमर्शियल प्रॉपर्टीज के आवंटन का रास्ता साफ होगा। यीडा द्वारा इस ई ऑक्शन को अपनी वेबसाइट के जरिए शाम 5 बजे तक कंडक्ट किया जाएगा। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया की शुरुआत शुक्रवार से हो गई है और बिड्स सबमिट करने का आखिरी दिन 16 अक्टूबर निर्धारित किया गया है। वहीं, ईएमडी सबमिशन के लिए 12 अक्टूबर को आखिरी दिन निर्धारित किया गया है। इस ऑक्शन के जरिए फ्यूल फिलिंग स्टेशंस, कमर्शियल कियोस्क, कमर्शियल शॉप्स व कमर्शियल फुटप्रिंट प्लॉट्स के रूप में कुल 38 कमर्शियल प्रॉपर्टीज के आवंटन प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा जिसके लिए 11,800 रुपए बतौर डॉक्यूमेंट फीस निर्धारित की गई है।
कुल 308 मिले आवेदन, 21 ने मांगा पंजीयन राशि रिफंड
यीडा की 462 बहुमंजिला भवनों की ओपेन एंडेड योजना के अंतर्गत शुक्रवार को हुए ड्रॉ के जरिए 287 सफल आवेदकों के भवनों व ब्लॉक निर्धारण की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है। इस प्रक्रिया में कुल मिलाकर 308 आवेदन आए थे, मगर इनमें से 21 ने अपनी पंजीयन राशि रिफंड किए जाने के लिए आवेदन प्रस्तुत कर दिया था। यह योजना 2 अगस्त 2023 को प्रकाशित की गई थी। योजना के अंतर्गत सेक्टर डी में 99.86 वर्ग मीटर के बहुमंजिला भवनों के आवंटन के लिए आवेदन मांगे गए थे। उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत ड्रॉ द्वारा चतयनित पात्र आवेदकों की सूची को प्राधिकरण की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है। सभी पात्र लोगों की सूची और रिक्त भवनों की सूची को भी ड्रॉ स्थल पर चस्पा कर दिया गया है।.
Greater Noida: बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर मोटोजीपी रेस 22 से 24 सितंबर तक होगा। रेस के मद्देनज़र इस बीच रोजाना दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे सात घंटे के लिए यमुना एक्सप्रेसवे का आगरा से नोएडा मार्ग बंद रहेगा। इस दौरान आगरा, मथुरा, अलीगढ़ से नोएडा की ओर आने वाले वाहनों को जेवर से डायवर्ट कर दिया जाएगा।
1000 पुलिस कर्मी संभालेंगे यातायात व्यवस्था
इसके चलते ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली आने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मार्गोंका प्रयोग करना होगा। जेवर में डायवर्जन की गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने व्यवस्था की है। इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रखने के लिए 1000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथी 500 मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। मोटोजीपी रस के दौरान निजी कार्यालय और स्कूल भी बंद रहेंगे।
41 देशों के लोग मोटोजीपी रेस देखने पहुंचेंगे
बता दें कि मोटोजीपी रेस में देश-विदेश के लोग पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन यहां एक लाख लोगों की आने की उम्मीद है। करीब 41 देश के लोग मोटोजीपी रेस देखने आएंगे। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रतिबंधित किया है। शुक्रवार को आगरा से नोएडा आने वाले मार्ग पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जबकि छोटे वाहन मालिकों से इस रास्ते से नहीं आने की अपील की है। जेवर से दोपहर दो बजे से लेकर रात नौ बजे तक वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।
वैकल्पिक रास्तों प्रयोग करने की अपील
आगरा, मथुरा और अलीगढ़ में इससे पहले भी वाहनों को डायवर्ट करने के लिए वहां के पुलिस अधिकारियों से अनुरोध किया गया है। जिससे कि वाहन जेवर तक भी नहीं आएं और अन्य रास्तों का प्रयोग कर अपने गंतव्य को रवाना हो जाएं। जेवर से खुर्जा रोड, एनएच-24 आदि मार्गों पर वाहन भेजे जाएंगे।
आगरा से नोएडा आने वाली लाइन पर डायवर्जन
नोएडा ट्रैफिक डीसीपी अनिल यादव ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से नोएडा आने वाली लाइन पर डायवर्जन किया है। आगरा, मथुरा व अलीगढ़ पुलिस को भी व्यवस्था बनाने के लिए सूचना दे दी गई है। गौतमबुद्ध नगर में जेवर से वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। यह प्लान तीन दिन तक जारी रहेगा।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में देर रात भीषण सड़क हादसा हो गया।इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हुए हैं।
एक कार को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर रात करीब 1:00 बजे रघुपुरा थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर इको कार और अज्ञात वाहन में टक्कर हो गई। जिससे इको कार में सवार आठ लोगों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन बच्चे घायल हुए हैं।
हादसे के शिकार लोग दिल्ली से झारखंड जा रहे थे
सूचना पर पहुंची रघुपुरा पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घायलों को कैलाश अस्पताल पहुंचाया। जहां तीनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। रघुपुरा पुलिस के अनुसार हादसे में शिकार सभी लोग दिल्ली से झारखंड जा रहे थे।
इन लोगों की हुई मौत और घायल
हादसे में मरने वालों की पहचान जेजे कॉलोनी फेस 3 साउथ दिल्ली निवासी उपेंद्र बैठा (38), विजेंद्र बैठा (36, )कांति देवी पत्नी उपेंद्र (30), ज्योति पुत्री बिजेंद्र (12), सुरेश (45) के रूप में हुई है। वहीं सूरज (16), आयुष (8), आर्यन (10) घायल हुए हैं। यह सभी मूल रूप से झारखंड के पलामू जिला के रहने वाले हैं। रघुपुर पुलिस इस मामले की फिलहाल जांच पड़ताल कर रही है और हादसे का कारण पता नहीं लगाने में जुटी हुई है।
Greater Noida: यमुना एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा हो गया है। दो गाड़ियों की टक्कर में तीन लोग घायल हो गये। जिसमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाना क्षेत्र में हुआ। बताया जा रहा है एक कार रॉग साइड से आ रही थी। जिसके चलते हादसा हुआ है। फिलहाल घायलों के नजदीक के अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है।
Greater Noida: थाना रघुपुरा क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर 20 अक्टूबर की देर रात हुए सड़क हादसे में घायल 3 में से 2 बच्चों की इलाज के दौरान अस्पातल में मौत हो गई। जबकि तीसरे बच्चे की भी हालत गंभीर है। हादसे के समय ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई थी।
दिल्ली से झारखंड जाते समय हुआ था हादसा
बता दें कि 20 अक्टूबर की देर रात करीब 1:00 बजे रघुपुरा थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर इको कार और अज्ञात वाहन में टक्कर हो गई। जिससे इको कार में सवार आठ लोगों में से पांच की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन बच्चे घायल हो गए थे। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हादसे में शिकार सभी लोग दिल्ली से झारखंड जा रहे थे।
इन लोगों की हुई मौत और घायल
हादसे में मौके पर जेजे कॉलोनी फेस 3 साउथ दिल्ली निवासी उपेंद्र बैठा (38), विजेंद्र बैठा (36, )कांति देवी पत्नी उपेंद्र (30), ज्योति पुत्री बिजेंद्र (12), सुरेश (45) की मौत हो गई थी। वहीं सूरज (16), आयुष (8), आर्यन (10) घायल हुए थे। इनमें से 2 बच्चों की अब मौत हो गई।
Greater Noida: धुंध और कोहरे के कारण हो रहे हादसों पर अंकुश लगानेके लिए यमुना प्राधिकरण ने एक नई पहल की है। इसके तहत अगले दो महीने तक यमुना एक्स्प्रेस पर वाहनों की रफ्तार कम की गई है। अगर तय स्पीड से तेज वाहन चलाया तो कार्रवाई की जाएगी।
कार की 75 किमी प्रति घंटा स्पीड तय
प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे पर 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की रफ्तार कम की गई है। दो महीने तक कार की रफ्तार 75 किमी. प्रति घंटा तय की गई है। जबकि भारी वाहन ट्रक आदि की रफ्तार 60 किमी. प्रति घंटा रखनी होगी। यमुना अथॉरिटी का कहना है कि 15 दिसंबर से यह नियम सख्ती से लागू किया जाएगा। इसके जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं। प्राधिकरण की ओर से चेतावनी दी गई है कि स्पीड लिमिट पार करने वाले वालों का ऑटोमेटिकल चालान कट जाएगा।
15 दिसंबर से लागू होगा नियम
यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि 15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेसवे वाहनों की रफ्तार का यह नियम लागू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों में यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को धुंध के दौरान एफएम के माध्यम से ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा पेट्रोलिंग वाहनों की संख्या 6 से बढ़ाकर 12 की जाएगी। एक्सप्रेसवे पर अब ऐम्बुलेंस 12 तैनात रहेंगी। इसके साथ ही टोल प्लाजा पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगेंगे। एक्सप्रेसवे पर 64 सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं, सर्विस रोड की भी निगरानी की जाएगी।
Greater Noida: नोएडा समेत दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए और अच्छी खबर है। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज का इंतजार अब खत्म हो गया है। मुख्य सचिव डीएस मिश्र इंटरचेंज का शिलान्यास 15 दिसंबर को करेंगे। इंटरचेंज का निर्माण कार्य 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। इंटरचेंज के बनने से एक्सप्रेसवे के साथ यीडा सिटी के सेक्टर भी जुड़ जाएंगे।
परी चौक और कासना के पास जाम से मिली मुक्ति
बता दें कि ग्रेटर नोएडा से होकर गुजर रहे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का यमुना एक्सप्रेसवे से अभी तक कोई लिंक नहीं है। जिसकी वजह से वजह से ईस्टर्न पेरिफेरल पर आगरा से जाने वाले वाहन चालकों को 15 से 20 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है। वहीं, परी चौक व कासना के पास जाम से जूझना पड़ता है।
जगनपुर गांव के पास बनेगा इंटरचेंज
वाहन चालकों की परेशानी को देखते हुए दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए दनकौर क्षेत्र के जगनपुर गांव के पास इंटरचेंज बनाने का निर्णय लिया गया है। लेकिन प्रभावित किसानों के कोर्ट चले जाने से यह परियोजना पिछले कई सालों से अटकी पड़ी थी। अब प्रभावित किसानों को 64. 7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा दिए जाने के बाद अब इंटरचेंज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसके निर्माण में 122 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले इसकी लागत 75 करोड़ रुपये थी। बढ़ी हुई 47 करोड़ रुपये की रकम को एनएचआई ने मंजूरी प्रदान कर दी है। इंटरचेंज के निर्माण के लिए 2018 में ही कंपनी का चयन कर लिया गया था।
कई राज्यों के वाहन चालकों को मिलेगा फायदा
अब इंटरचेंज की डिजाइन में परिवर्तन किया गया है। इंटरजेंच के उतार और चढ़ाव 30 और 60 मीटर चौड़ी सर्विस रोड से जुड़ेंगे। इस पर 59 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च होंगे। इस खर्च को प्राधिकरण उठाएगा। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे हरियाणा के सोनीपत से पलवल तक बना है। यह बागपत, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और हरियाणा में फरीदाबाद से होकर गुजरता है। इंटरचेंज के बन जाने से आगरा की तरफ से आने वाले लोग बागपत, गाजियाबाद, सोनीपत व फरीदाबाद आसानी से पहुंच जाएंगे।
15 दिसंबर को मुख्य सचिव करेंगे शिलान्यास
यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि ईस्टर्न पेरिफेरल व यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए जगनपुर के पास बनने वाले इंटरचेंज का शिलान्यास 15 दिसंबर को मुख्य सचिव करेंगे। इसके निर्माण का लक्ष्य 18 माह रखा गया है। लेकिन प्रयास होगा कि एक साल में बनकर तैयार हो जाए।
Greater Noida: कहा जाता है भारत में बीमारी से अधिक लोगों की सड़क हादसे में मौत होती है। यह बात इस साल यमुना एक्सप्रेसवे पर इस साल हुए सड़क हादसे से साबित होती दिख रही है। यमुना एक्सप्रेस वे पर जहां वर्ष 2022 में 303 सड़क हादसे हुए थे। वहीं 2023 में नवंबर तक 378 सड़क हादसे हो चुके हैं।
160 किमी लंबा है एक्सप्रेस वे
बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा के परी चौक से लेकर आगरा तक 165 किलोमीटर लंबा है। यह एक्सप्रेसवे नोएडा और दिल्ली को पश्चिम उत्तर प्रदेश से जोड़ता है। अलीगढ़, मथुरा, आगरा, एटा और मैनपुरी जाने के लिए इस एक्सप्रेसवे का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। वहीं लखनऊ की तरफ जाने वाले लोग भी इसी एक्सप्रेसवे से सफर करते हैं। जिसकी वजह से एक्सप्रेस वे पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है और हादसे लगातार बढ़ रहे हैं।
5 सालों में 648 लोगों की हुई मौत
जारी आंकड़ों के अनुसार, यमुना एक्सप्रेसवे पर पिछले 5 वर्षों में 2174 सड़क हादसे हुए हैं। इन सड़क हादसों 648 लोगों ने अपनी जान का गवाई है. वहीं, 4612 लोग सड़क हादसों में घायल हुए। सड़क हादसों को लेकर 2019 में आईआईटी दिल्ली द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे का ऑडिट कराया गया। इसके बाद उनकी तरफ से रंबल स्ट्रिप, गति पर नियंत्रण करने के लिए चालान सिस्टम दुरुस्त करने, साइन बोर्ड की संख्या बढ़ाने फल्स मीडियम आदि जैसे प्रस्ताव दिए गए थे। इसे अमल करने के बाद 2020 से यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों में कमी आनी शुरू हो गई ।
2022 से 2023 में कम हुए सड़क हादसे
यमुना एक्सप्रेसवे पर 2020 में 509 सड़क हादसे में 122 लोगों ने अपनी जान का गवाई और 1015 लोग घायल हुए । 2021 में सड़क हादसे घटे और इनकी संख्या 424 हो गई। जान गवाने वालों की संख्या 136 हुई और घायलों की संख्या 958 हो गई। 2022 में सड़क हादसों में काफी कमी देखी गई और इस वर्ष केवल 303 सड़क हादसे हुए, जिनमें 106 लोगों की जान गई और 668 लोग घायल हुए। लेकिन 2023 में एक बार फिर सड़क हादसे बढ़ गए। 2023 में 378 सड़क हादसे हुए और 89 लोगों की मौत हुई और 669 लोग घायल हुए।
हादसे रोकने के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि आईआईटी दिल्ली और इंडियन रोड कांग्रेस के द्वारा दिए गए सुझाव पर लगातार कार्य किये गए है। यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों को रोकने के लिए काफी कार्य किया गया है। इस दौरान एक्सप्रेसवे के प्रवेश व विकास द्वारा और जन सुविधाओं के पास रंबल स्ट्रिप लगाई गई है ताकि वहां पर वाहनों की गति कम हो सके। निकास द्वारा पर क्रश एन्टीन्यूटर्स लगाए गए हैं ।
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December 17, 2022