Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बुधवार को खोदना खुर्द में अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाया। करीब 3 हजार वर्ग मीटर जमीन को खाली कराया। कुछ लोग अवैध निर्माण कर इसे कब्जाने की कोशिश कर रहे थे। खाली कराई गई जमीन कीमत करीब 6 करोड़ रुपये आंकी गई है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्किल -2 के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि खोदना खुर्द के खसरा संख्या 371 व 372 की 3 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था। कालोनाइजर यहां अवैध निर्माण कर रहे थे।
6 करोड़ों की जमीन से अतिक्रमण हटाया गया
प्राधिकरण के प्रबंधक रामकुमार व सहायक प्रबंधक राजेश निम के साथ सुरक्षाकर्मियों मदद से बुधवार को इन खसरा नंबरों की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को हटा दिया गया। करीब 3 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली कराई गई, जिसकी कीमत करीब 6 करोड़ रुपये है। इस कारवाई में 3 जेसीबी व 1 डंफर का इस्तेमाल किया गया। करीब दो घंटे तक कार्रवाई चली। प्राधिकरण अधिकारियों ने अधिसूचित अथवा अधिग्रहित एरिया में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
Noida: जिले में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में डीएम मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर तहसीलदार सदर ने ग्राम नलगढ़ा में ग्राम समाज की भूमि को कब्जा मुक्त कराया ।
प्रशासन ने लगाया बोर्ड, दी चेतावनी
जानकारी के मुताबिक ग्राम नलगढ़ा की गाटा संख्या 122 जोकि वर्तमान में राजस्व अभिलेखों में ग्राम समाज की भूमि दर्ज है। उप जिलाधिकारी सदर अंकित कुमार के नेतृत्व में तहसीलदार सदर द्वारा ग्राम समाज की भूमि पर लगभग 500 वर्ग मीटर भूमि पर निर्मित अवैध अतिक्रमण को जेसीबी के माध्यम से कब्जा मुक्त कराया गया। इसके साथ ही ग्राम समाज की समस्त भूमि को चिन्हित करते हुए उस पर बोर्ड लगा दिया गया कि यह संपत्ति ग्राम समाज की है। इस पर अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उप जिलाधिकारी सदर अंकित कुमार ने बताया कि आगे भी जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में इसी प्रकार भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
हापुड़ में गैंगेस्टर की संपत्ति कुर्क
वहीं, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में गैंगस्टर एक्ट के आरोपी सुदेश उर्फ टिल्लू पुत्र विसम्भर मूल निवासी ग्राम चाँदनेर थाना बाबूगढ़ जनपद हापुड़ के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। सुदेश उर्फ टिल्लू पुत्र विसम्भर का ग्राम बहादुरगढ़ थाना जिला हापुड़ करीब 85 लाख आम का बाग कुर्क किया गया है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बृहस्पतिवार को सुनपुरा में हो रहे अवैध निर्माण को ढहा कर 20 हजार वर्ग मीटर जमीन को मुक्त करा लिया। जमीन की कीमत करीब 40 करोड़ रुपये है।
अधिसूचित एरिया में विकसित की जा रही थी कॉलोनी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि गांव सुनपुरा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में है। कुछ कालोनाइजर गांव के खसरा नंबर 398, 399, 409, 419, 421, 430, 431 व 433 की जमीन पर निर्माण करने के लिए प्लॉटिंग कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलने पर प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम के नेतृत्व में प्रबंधक एसपी सिंह और रामकुमार और सहायक प्रबंधक राजेश कुमार निम की टीम थाना इकोटेक-3 की पुलिस के साथ मौके पर पहुंची और अवैध निर्माण को बुलडोजर की मदद से ढहा दिया।
अवैध अतिक्रमण करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा
टीम ने करीब 20 हजार वर्ग मीटर जमीन मुक्त करा लिया है। 6 जेसीबी और 4 डंफर का इस्तेमाल कर यह कार्रवाई की गई। इस जमीन की कीमत करीब 40 करोड़ रुपये आंकी गई है। ओएसडी हिमांशु वर्मा ने कहा कि प्राधिकरण की अधिसूचित एरिया में जमीन कब्जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने हर वर्क सर्किल को अपने एरिया में जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए कड़ी नजर रखने और अतिक्रमण की सूचना मिलते ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा तक फैला था गैंगस्टर अतीक अहमद के गुनाहों का माया जाल, योगी की पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए माफिया के आशियाने को मिट्टी में मिला दिया.
प्रयागराज पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में की कार्रवाई
BSP MLA राजू पाल के हत्याकांड के चश्मदीद गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को उनके घर के बाहर मारने की साजिश में आरोपी अतीक अहमद के ऊपर दर्जनों केस थे. गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए प्रयागराज जिले में ही करीब 16 अवैध संपत्तियों की कुर्की अभी तक प्रयागराज पुलिस कर चुकी है. इन अवैध संपत्तियों की कीमत 10 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है.
यूपी के इन शहरों में अतीक की अवैध संपत्तियां
माना जाता है कि 15 अप्रैल 2023 को हुए अतीक हत्याकांड के बाद उसके गुर्गों के बीच फूट पड़ चुकी है और पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई करते हुए अतीक और अशरफ के करीबियों के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद 80 से ज्यादा अवैध संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए. इन्ही संपत्तियों में से एक संपत्ति ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-36 के ब्लॉक-ए की है.
अतीक अहमद की पसंदीदा प्रॉपर्टी "मन्नत"
अतीक अहमद ने अपने गैरकानूनी कामों को अंजाम देने के लिए इस घर को कौड़ियों के भाव खरीदा था. कहा ये भी जाता है कि अतीक ने अपने इस बंगले का नाम अपने फेवरेट बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के मुंबई स्थित घर "मन्नत" के नाम पर रखा था. इस संपत्ति की कीमत 3.5 से 5 करोड़ तक की आंकी जा रही है.
अब माफिया की बेनामी संपत्तियों पर बुलडोजर
प्रयागराज की पुलिस, अन्य शहरों और जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर अब अतीक अहमद के प्रयागराज से बाहर स्थित अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई को आगे बढ़ाने में जुटी है। इसी में से एक है ग्रेटर नोएडा स्थित माफिया का मन्नत। जहां पर कुर्की की प्रक्रिया को जारी रखा है. इसी कड़ी में गौतमबुद्ध नगर के पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर प्रयागराज पुलिस ने ग्रेटर नोएडा सेक्टर-36 के ब्लॉक-ए 107 पर बने मकान को कुर्क किया.
नोएडा में अवैध निर्माण पर एक बार फिर से बुलडोजर कार्यवाही हुई है। जिसमें प्राधिकरण ने करोड़ों की जमीन पर हुए अवैध निर्माण को तोड़कर भूमि को मुक्त कराया है। लेकिन इस एक्शन में काफी देर हुई है, क्योंकि अवैध निर्माण पूरी तरह से होने के बाद प्राधिकरण एक्शन में नजर आया है। अतिक्रमण तोड़ने के दौरान प्राधिकरण के अफसरों, कर्मचारियों के साथ ही पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था।
नोएडा प्राधिकरण ने करोड़ों की जमीन को कराया मुक्त
नोएडा सेक्टर 107 में अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण की ओर से कार्यवाही हुई है। नोएडा प्राधिकरण ने अतिक्ररण को जेसीबी से ध्वस्त करा दिया है। इस कार्यवाही के लिए मौके पर एक नहीं बल्कि कई जेसीबी पहुंचीं, जिससे पूर्ण हो चुके निर्माण को तोड़कर जमीन को मुक्त कराया गया है। इस अतिक्रमण को तोड़ने के दौरान प्राधिकरण के अफसरों, कर्मचारियों के साथ ही पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा।
अवैध निर्माण पूरा होने के बाद प्राधिकरण का एक्शन
नोएडा प्राधिकरण ने करोड़ो की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया है, लेकिन प्राधिकरण का ये एक्शन बिल्डिंग का निर्माण पूरा होने के बाद हुआ है। जानकारी के मुताबिक, निर्माण पूरा होने के बाद प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने ली अवैध अतिक्रमण की सुध ली। जिसके बाद उन्होंने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर इसे खाली कराने के निर्देश दिए हैं। भले ही करोड़ो की जमीन वापस प्राधिकरण के पास हो, लेकिन समय पर एक्शन न लेने प्राधिकरण पर सवाल खड़ा करता है!
देश की राजधानी दिल्ली से इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को 1 अक्टूबर तक बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है। बुलडोजर कार्यवाही के लिए अब राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट से इजाजत लेनी होगी। आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में ‘सीएम योगी का बुलडोजर एक्शन’ काफी चर्चा में रहा था। वहीं, बीते दिनों देश के अन्य राज्यों जैसे कि राजस्थान, मध्य-प्रदेश, गुजरात और अन्य जगहों से भी बुलडोजर एक्शन की खबरें लगातार सामने आ रही थीं।
सीएम योगी के बुलडोजर मॉडल पर SC की रोक!
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह बुलडोजर एक्शन लेने वाले राज्यों पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है और सभी राज्यों को साफ निर्देश दिया है कि बिना इजाजत के बुलडोजर एक्शन नहीं लिया जाएगा। बुलडोजर एक्शन के खिलाफ दायर हुई याचिकाओं के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने ये रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा है कि अगली सुनवाई तक किसी भी राज्य में कोई बुलडोजर एक्शन नहीं होगा।
इन मामलों में होगा बुलडोजर एक्शन!
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बुलडोजर एक्शन पर रोक तो लगाई गई है, लेकिन कुछ मामलों में छूट भी दी गई है। बुलडोजर एक्शन वाले अंतरिम आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को अवैध अतिक्रमण में बुलडोजर चलाने की छूट दी है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि उसका ये आदेश सड़क, फुटपाथ, रेलवे लाइनों, जलाशयों पर अतिक्रमण पर लागू नहीं होगा यानी कि अगर सड़क, फुटपाथ या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कोई अतिक्रमण करता है तो राज्य सरकार बुलडोजर एक्शन ले सकती है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दायर की थी याचिका
बुलडोजर एक्शन के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद में याचिका दायर की थी। जिसमें बुलडोजर एक्शन को लेकर सरकारों द्वारा मनमानी की बात कही गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान 1 अक्टूबर तक रोक लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कहा गया कि अगर कार्रवाई दो हफ्ते रोक दी तो आसमान नहीं फट पड़ेगा। आप इसे रोक दीजिए, 15 दिन में क्या होगा?
उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। बीती मंगलवार रात को भी प्रदेश के कई जिलों में जबरदस्त बारिश हुई। जिससे कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिती हो गई है। वैसे बीते मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक अक्टूबर तक ‘बुलडोजर एक्शन पर रोक’ की बात भी हुई थी। तो अब समाजावादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बारिश और बुलडोजर को लेकर यूपी सरकार पर तंज कसा है।
कई जिलों में बाढ़, चल रहीं है नाव
उत्तर प्रदेश के के रिहायशी इलाकों में पानी इतना भर गया है कि नावें चलानी पड़ रही है। जिसकी खबर भी मीडिया में प्रकाशित की जा रही हैं। अब इसी को लेकर बुधवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर यूपी सरकार को ट्रोल कर दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा- बुलडोज़र बंद, नाव चालू …अगर उप्र की भाजपा सरकार ने बुलडोज़र का सकारात्मक सदुपयोग किया होता तो बाढ़ से बचाव हो सकता था। नहीं चाहिए भाजपा, नहीं चाहिए बाढ़!
'नहीं चाहिए भाजपा, नहीं चाहिए बाढ़'
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के क्षेत्र गोरखपुर में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने की खबर को साझा किया है और लिखा कि नहीं चाहिए भाजपा, नहीं चाहिए बाढ़! आपको बता दें, उत्तर भारत में इस बार मानसून काफी दिनों से सक्रिय बना हुआ है। जिसकी वजह से गंगा, यमुना, सरयू समेत तमाम नदियों को जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में इन नदियों के आसपास स्थित इलाकों में बाढ़ के हालात है। रिहाइशी इलाकों में भी पानी भर गया. जिसकी वजह से चाहे प्रयागराज हो या वाराणसी और गोरखपुर लोगों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाने के लिए नावों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
बुलडोजर एक्शन पर कसां तंज
वैसे अखिलेश यादव ने बाढ़ पर भले ही यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया हो। लेकिन बुलडोजर एक्शन को लेकर भी तंज कसा है। अखिलेश यादव के ट्वीट को देखकर कहा जा सकता है कि बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वो भी उत्साहित है। सपा अध्यक्ष ने बुलडोज़र एक्शन पर रोक लगाने के आदेश का स्वागत किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने बुलडोजर को ही नहीं बल्कि बुलडोजर का दुरुपयोग करनेवालों की विध्वंसक राजनीति को भी किनारे लगा दिया है।
ग्रेटर नोएडा में भू-माफियाओं के खिलाफ एक बार फिर से जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर एक्शन लिया गया है। बुधवार को शाहबेरी में कस्टोडियन जमीन पर अवैध तरीके से दुकानें बनाने के खिलाफ ये कार्यवाही हुई है। केंद्र सरकार की ओर से इस जगह को खाली कराने का निर्देश मिला था। निर्देश को नियम के मुताबिक पालन करते हुए बुधवार बुलडोजर चला है। मौके पर एसडीएम समेत प्रशासन के कई अधिकारी और पुलिस बल मौजूद रहा।
48 दुकानों पर चला बुलडोजर
ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र के शाहबेरी में बुधवार को 48 दुकानों पर प्रशासन का बुलडोजर चला और करोड़ों की जमीन को खाली कराया गया। शत्रु संपत्ति पर कब्जा करके यहां 148 दुकानें बनाई गईं थीं। जिसमें 48 दुकानें पूरी और 100 दुकानें आधी बनीं हुईं थी। प्रशासन द्वारा 48 दुकानों पर बुलडोजर बुधवार को चला है और बाकी की 100 दुकानों पर भी जल्द ही कार्यवाही होगी। आपको बता दें, यहां पर शत्रु संपत्ति से मतलब है जिन लोगों ने चीन या पाकिस्तान की नागरिकता हासिल कर ली। वो अपने पीछे संपत्तियां छोड़ गए जिन्हें शत्रु संपत्ति के रूप में जाना जाने लगा।
मार्च में किया गया था दुकानों को सीज
दादरी एसडीएम अनुज नेहरा ने कार्यवाही के दौरान बताया कि प्रदीप शर्मा और मुस्तजब अली ने शत्रु संपत्ति पर कब्जा करके अवैध निर्माण कर दिया था। जिसे केंद्र सरकार की तरफ से खाली करने का आर्डर मिला था, जिसके बाद मार्च में इन दुकानों को खाली कराके सील कर दिया गया था। साथ ही इसके ध्वस्तीकरण के लिए 28 अगस्त तारीख को निर्धारित किया गया था।
26 करोड़ की जमीन पर कर रखा था कब्जा
तय तारीख 28 अगस्त ( बुधवार) को प्रशासन द्वारा दोस्तीकरण की कार्रवाई की गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ये दोस्तीकरण की कार्रवाई एक-दो दिन होगी। जिससे पूरी जमीन को कब्जे में ले लिया जाएगा। इस जमीन की कीमत करीब 26 करोड़ बताई जा रही है। बुलडोजर एक्शन के समय एसडीएम, अधिकारियों समेत पुलिस बल भी मौजूद रहा।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में बुलडोजर एक्शन देखने को मिला है। अवैध निर्माण पर एक फिर से योगी प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन चला है। लेकिन इस बार बुलडोजर एक्शन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं। साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार को जमकर घेरा और यूपी पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाया है।
25 ग़रीब परिवारों को बरसात में किया बेघर: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में बुलडोजर एक्शन पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट लिखा। अखिलेश यादव ने लिखा ये है प्रतिशोध से भरी भाजपाई राजनीति का वीभत्स चेहरा। भाजपा बसे-बसाये घरों को गिराकर सुख पाती है। जिन्होंने अपने घर नहीं बसाये, पता नहीं वो दूसरों के घर गिराकर किस बात का बदला लेते हैं। हर गिरते घर के साथ भाजपा भी और भी नीचे गिर जाती है।
अखिलेश ने आगे लिखा, अमृतकाल के सूचनार्थ- आज लोकसभा फर्रुखाबाद के विधानसभा अमृतपुर के ग्राम उखरा में सालों से बसे 25 ग़रीब परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर, न जाने कितने बड़े-बूढ़ों, बीमारों, बच्चों, माताओं, बहनों, बेटियों को भरी बरसात में बेघर किया गया। ये राजनीतिक क्रूरता की हद है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिया अखिलेश को जवाब!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस पोस्ट पर यूपी पुलिस ने भी जवाब दिया। पुलिस ने अखिलेश द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया। पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा, गांव ऊखरा और करनपुर मजरा बांसमई में लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा था। इस जगह पर ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर-2 योजना के तहत 400, 200, 132 केवी उपकेंद्र का निर्माण होना। इसकी जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था, जिसे एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सदर और राजस्व विभाग की टीम के साथ स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में मुक्त कराया गया है।
क्या है ये पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के फर्रखाबाद जिले के फतेहगढ़ क्षेत्र में ग्राम समाज की जमीन पर बुलडोजर एक्शन हुआ है। बताया गया है कि ग्राम समाज की जमीन पर लोगों ने सालों से कब्जा जमा रखा था। लोगों ने यहां अपने अवैध तरीके से मकानों का निर्माण भी कर रखा था। ऐसे करीब 18 से ज्यादा परिवार हैं, जिनके घरों को बुलडोजर से तोड़ दिया गया है। चर्चा है कि ये सभी यादव परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इसकी जानकारी होते ही सपा मुखिया ने मुद्दा बना लिया और यूपी सरकार को घेर लिया। अब इस मामले को लेकर राजनीति शुरु हो गई है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र के चर्चित रोहित हत्याकांड मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। जिसमें आरोपी डॉ. फराहीम की क्लिनिक पर बुलडोजर चला है। जानकारी के मुताबिक, डॉ. फराहीम ने रोहित को चाकू मारकर हत्या करने वाले मुस्लिम युवकों को अपनी क्लिनिक में छुपाया था और उन्हें पीछे के दरवाजे से भगा दिया था। आरोपी युवक डॉ. फराहीम के भांजे हैं।
डॉ. फराहीम के क्लिनिक पर बुलडोजर एक्शन
मेरठ के स्थानीय प्रशासन ने डॉ. फराहीम की क्लिनिक के सामने अवैध तरीके से बने रैम्प और नाले पर किए गए अतिक्रमण पर बुलडोजर एक्शन लिया है। उसे तोड़ दिया है। आपको बता दें, घटना के आरोपी जेल में हैं।
क्या हुई थी घटना?
रोहित की हत्या 4 अगस्त को मवाना थाने के किला स्टैंड पर हुई थी। रोहित अपनी चाय की दुकान पर बैठा था। 4 लड़के उससे पन्नी मांगने आए। जब उसने पन्नी नहीं है कहकर मना कर दिया तो युवकों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। अस्पताल में इलाज के दौरान रोहित की मौत हो गई थी।
राज्यमंत्री ने दी थी चेतावनी
स्थानीय भाजपा विधायक और राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने रोहित की दिनदहाड़े हत्या के मामले में काफी विरोध प्रदर्शन किया था। खुद रोहित के परिजनों से मिले। पुलिस के सामने हंगामा किया था। जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने बुलडोजर चलवाने की चेतावनी दी थी।
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