Greater Noida West: यहां पर करीब 200 की संख्या में सोसायटी है, जिसमें करीब चार लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अगर आज सबसे बड़ी समस्या है तो वो है जाम। जिसका लोगों को रोजना सामना करना पड़ता है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट से अगर किसी को नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली या फिर ग्रेटर नोएडा जाना है, तो उसे निजी वाहन का ही इस्तेमाल करना होता है। जिसके कारण जाम लगना इस क्षेत्र में आम है। लंबे समय से ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासी मेट्रो की मांग कर रहे हैं। जिसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी भी दे दी थी। लेकिन केंद्र सरकार ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों के सपने को मिट्टी में मिला दिया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए जो रूट तैयार था, उस पर सहमति नहीं दी है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों में नाराजगी
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले दिनकर पांडेय कहते हैं कि यहां लोग रोजना जाम से जूझ रहे हैं। आलम ये है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी नहीं है। इसके बावजूद प्राधिकरण और सरकार इस ओर कोई भी नहीं सोच रहा है। सीएम की तरफ से मेट्रो को हरी झंडी मिलने के बाद एक बार आस जगी थी, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से फिर से ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों को निराशा हाथ लगी है। जबकि नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तरफ रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं। सुबह और शाम इसी रूट पर ही जाम लगा रहता है।
"मेट्रो आने तक वेस्ट का होगा बुरा हाल''
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले राजकमल मिश्रा का कहना है कि अभी वेस्ट में करीब 4 लाख लोग रहते हैं। मैं यहां पिछले चार सालों से सुन रहा हूं कि मेट्रो आने वाली है। हाल में मेट्रो के निर्माण शुरू होने की सुर्खियां भी बन रही थी। लेकिन अब ये ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो बनाने का प्लान ही बदल दिया है। इससे यहां रहने वाले लोगों को तगड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि उनका नोएडा रोजाना जाना पड़ता है। सफर के दौरान उन्हें एक मूर्ति से लेकर पर्थला चौक तक लंबा जाम का सामना करना पड़ता है। वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले अभिनव का कहना है कि ऐसे में जब तक ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो पहुंचेगी, तब तक तो यहां की जनसंख्या 10 लाख पार कर चुकी होगी। अब सोचने वाले बात ये कि जैसे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लोगों की संख्या बढ़ रही है लेकिन सरकार यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी कोई काम नहीं कर रही। ऐसे में आने वाले दिनों में यहां ट्रैफिक व्यवस्था भगवान भरोसे ही होने वाला है।
Greater Noida West: बढ़ती आबादी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर सिफड़ ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो के प्रस्ताव को मंजूरी ना मिलने पर अब लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में रविवार को अलग-अलग सोसायटी में रह रहे सैकड़ों लोग हाथ में बैनर लेकर सड़कों पर निकल आए और सांसद से मेट्रो की मांग करने लगे। लंबे समय से मेट्रो का इंतजार कर रहे ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों का सब्र का बांध टूट गया। दरअसल, यहां लंबे समय से मेट्रो रूट प्रस्तावित है, लेकिन हाल ही में पीएमओ की तरफ से इस रूट को निरस्त कर दिया है। इससे नाराज ग्रेनो वेस्ट निवासियों ने अलग-अलग स्थान पर मेट्रो की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों ने अब नही चलेगा कोई बहाना, कब आएगी मेट्रो, बहुत हुआ चुनावी वादा, कब आएगी मेट्रो का करो पक्का वादा जैसे नारे लगाए।
सांसद से सवाल- कब तक आएगी मेट्रो?
नेफोमा अध्यक्ष अन्नु खान ने कहा कि हम पिछले 12 साल से मेट्रो का इंतजार कर रहे थे। बिल्डर भी लोगों को ये बताकर फ्लैट बेचा कि यहां पर जल्द मेट्रो की सुविधा लोगों को मिलने जा रही है। लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद अब ये पता चल रहा है कि केंद्र सरकार ने मेट्रो रूट को ही खारिज कर दिया। निवासियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो वो वोट भी नहीं देंगे।
जनता के साथ छलावा
मेट्रो की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक निवासी का आरोप है कि पिछले 12 साल से ग्रेटर नोएडा वेस्ट को स्मार्ट सिटी बताकर यहां पर प्रोजेक्ट को बेचे जा रहे हैं। यहां लोगों को कई तरह के सपने दिखाए गये लेकिन अब लग रहा है कि हमारे साथ केवल छलावा हुआ है। उन्होंने कहा कि आलम ये है कि यहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा तक नहीं दी गई।
Greater Noida West में मेट्रो बनाने के मुद्दे को जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने विधानसभा में उठाया। उन्होंने लगभग 15 किलोमीटर लंबी एक्वा मेट्रो लाइन नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक एक्वा लाइन के विस्तार की मांग की। विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि इससे नोएडा के साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों को काफी राहत मिलेगी। आपको बता दें ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनने जा रहे रूट को केंद्र ने खारिज कर दिया है। जिसके बाद से मेट्रो की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासी प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
विधानसभा में बोले विधायक धीरेंद्र सिंह
विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में वर्तमान में मेट्रो की जरूरत है। नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो बन जाने से लाखों लोगों को इसका फायदा मिलेगा। उन्होंने विधानसभा में नियम 51 के तहत नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो रूट बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यहां मेट्रो बन जाने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट वासियों को दिल्ली तक का सफर काफी आसान हो जाएगा। यही नहीं इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद नोएडा सेक्टर 51 और नॉलेज पार्क-5 भी कनेक्ट हो जाएंगे।
"एक्सटेंशन में तेजी से बढ़ी है आबादी''
विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि नोएडा एक्सटेंशन में तेजी से आबादी बढ़ रही है। यहां पर लाखों की संख्या में खरीददारों ने फ्लैट खरीदा है। लाखों की संख्या लोग यहां पर रहते भी हैं। यहां के लोगों के आवागमन के लिए बेहतरीन साधन उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो लाने के लिए गौतमबुद्धनगर सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के नेतृत्व में नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के मंत्री हरदीप सिंह पुरी से उनके संसद ऑफिस में मुलाकात की। इस दौरान ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो लाने के लिए ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से नेफोमा ने मांग करते हुए कहा है पिछले 12 वर्षों से हम सभी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी मेट्रो का इंतजार कर रहे हैं। सभी बिल्डरों ने मेट्रो का सपना दिखा कर फ्लेट बेचे। हर चुनाव में यह वादा किया गया कि मेट्रो जल्द आएगी। यहां की आबादी लगभग 5 लाख के आसपास है। तीन लाख से ज्यादा फ्लैट बने हैं। इसके साथ-साथ गांव और कॉलोनियां भी हैं। इस वजह से मेट्रो की बहुत कमी महसूस होती है।
मेट्रो आने से जाम से मिलेगी निजात
अन्नू खान ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अभी 100 से ज्यादा सोसाइटी हैं। जिसमे लाखों लोग रहते हैं। मेट्रो न होने की वजह से ट्रैफिक का इतना दबाव होता है की हर रोज लंबा-लंबा जाम लगता है। मेट्रो आने से एक तो जाम से निजात मिलेगी और यहां की महिलाओं और बच्चों को शेयरिंग ऑटो में धक्के नहीं खाने पड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने जल्द मेट्रो का रास्ता साफ करने का दिया आश्वासन
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि सांसद डॉ. महेश शर्मा ने लाखों ग्रेनो वेस्ट निवासियों की मेट्रो न आने से हो रही समस्या को समझते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मीटिंग कराई। मंत्री जी के समक्ष मेट्रो की बात को मजबूती के साथ रखा। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आश्वासन दिया है कि मेट्रो के उच्च अधिकारियों, नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ जल्दी मीटिंग करके मेट्रो का रास्ता जल्द से जल्द साफ किया जाएगा.
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एकमूर्ति पर लगातार 53 हफ़्ते आंदोलन की अगुवाई करने वाली टीम ने अहम बैठक की। बैठक में अलग-अलग सोसायटियों के कई घर ख़रीदार शामिल हुए। घर ख़रीदारों ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट के फ़ैसले की समीक्षा कर रहे हैं। अथॉरिटी के प्रस्ताव का इंतज़ार कर रहे हैं। ख़रीदारों ने कहा कि मेट्रो की मांग को लेकर आंदोलन जारी रहेगा।
अथॉरिटी अपने बकाये की वसूली में तेज़ी लाए
नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि बिल्डरों को बड़ी छूट दी गई लेकिन घर ख़रीदारों को बिल्डरों के बताये से घरों की रजिस्ट्री को अलग करने का इंतज़ार था। इस फ़ैसले में ऐसा कुछ भी नहीं आया है, इससे हम थोड़े निराश हैं। उम्मीद करते हैं कि इतनी ज़्यादा छूट के बाद अथॉरिटी अपने बकाये की वसूली में तेज़ी लाए और लोगों को घर मिलना शुरु हो, रजिस्ट्रियां शुरु हो सके। उन्होंने कहा कि मेट्रो को लेकर जंतर-मंतर से शुरु हुआ आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक मेट्रो के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिलती है। आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे मिहिर गौतम ने कहा कि सरकार बड़ा दिल दिखाए और रजिस्ट्री को बिल्डरों से बकाये की वसूली से अलग कर दे, जिससे लाखों रजिस्ट्रियां तुरंत शुर हो सके।
मेट्रो पर अब वादा नहीं चलेगा
आंदोलन में लगातार शामिल हो रहे दीपांकर कुमार, महेश यादव, राजकुमार, चंदन सिन्हा, रोहित मिश्रा, अनिल रात्रा, ज्योति जायसवाल, अनुपमा मिश्रा, अनुराग खरे, डॉ सुशील कटियार, दीपक गुप्ता, गंगेश कुमार, विपिन कुमार, रवि जी, सुभाष, अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट का निर्णय आया है। इस निर्णय के पीछे घर ख़रीदारों के संघर्ष की अहम भूमिका है। हम तमाम रिपोर्ट को देख रहे हैं और अथॉरिटी से उम्मीद करते हैं कि वो कम से कम अब घर ख़रीदारों को उनका घर देने के रास्ते में अड़चन पैदा नहीं करेगी। सभी लोगों ने एक स्वर में कहा, मेट्रो पर अब वादा नहीं चलेगा, प्रस्ताव को मंजूरी जल्द से जल्द मिलनी चाहिए।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा के घर खरीदार लगभग शून्य दृश्यता और कड़कड़ाती ठंड में भी वर्ष के अंतिम दिन परिवार के साथ छुट्टी मानने के बदले एक मूर्ति पर विरोध प्रदर्शन किया। घर खरीदारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीए योगी आदित्यनाथ से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में जल्द मेट्रो रूट पर काम शुरू करवाने की मांग की।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट को मिलते हैं सिर्फ वादे
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट को सिर्फ़ वादे मिलते हैं। मेट्रो और अन्य सौगात दूसरी जगहों को मिलता है। प्रदर्शन के साथ-साथ घर ख़रीदारों की रजिस्ट्री की समस्या पर भी बैठक हुई। बता दें कि फ्लैट खरीदार हर रविवार को रजिस्ट्री, पजेशन को लेकर एक साल से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ दिन पहले खरीदारों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी जाकर धरना प्रदर्शन किया था।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो की मांग को लेकर एक मूर्ति चौक लोगों ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि सरकार एक तरफ़ क्लीन/ग्रीन एनर्जी पर जोर दे रही है। दूसरी तरफ मेट्रो जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं की देरी पर ख़ामोश है। ग्रेटर नॉएडा वेस्ट में मेट्रो के सिविल स्ट्रक्चर के लिए 2020 के बाद चार बार निविदा निकल चुकी है। बावज़ूद इसके अभी तक संशोधित डीपीआर में ही एनएमआरसी के अधिकारी अटके हैं। एक दशक में भी एक प्लान न बनाने वाली संस्था के सहारे विकास का खांचा खींचने का प्रयास कितना सफल होगा, ये वर्तमान सरकार के ज़िम्मेदार नेताओं के लिए विचारणीय विषय है।
मेट्रो से बचेगा समय और पर्यावरण
रोहित मिश्रा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई हफ़्तों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। ऐसा लग रहा है जैसे लाखों लोगों के लिए रोज-रोज आने वाली समस्याओं से इनका कोई सरोकार नहीं। दीपांकर कुमार ने कहा कि मेट्रो से न केवल रोज लाखों लोगों के कार्य के घंटे बचेंगे, बल्कि धुंए में उड़ते डीजल, पेट्रोल पर जो विदेशी मुद्रा भारत सरकार का बर्बाद हो रहा है उसमें भी भरी कमी आएगी। क्लीन/ग्रीन एनर्जी वाली परियोजनाएं यथा मेट्रो देश हित में जल्दी से जल्दी बनाई जानी चाहिए।
इलेक्ट्रिक बस से सेक्टरों को जोड़ा जाए
नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार का कहना है कि एक दशक से अधिक समय हो गया, लेकिन इस क्षेत्र में सार्वजानिक परिवहन नगण्य है। ये क्षेत्र देश का सबसे जबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाला इलाका होने वाला है। सरकार को अविलम्ब, इलेक्ट्रिक बस से सेक्टरों को जोड़ना चाहिए। साथ ही मेट्रो के लिए पुरानी निविदा के आधार पर निर्माणकर्ता का चयन कर कार्य आरम्भ करना चाहिए।
उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी
महेश यादव, अशोक श्रीवास्तव , सी पी शर्मा, अनुराग खरे, रवीन्द्र सिन्हा , कुंदन श्रीवास्तव, अनुराग सिन्हा , एल डी शर्मा , योगेश श्रीवास्तव, मुकेश गोयल , पवन कुमार चौधरी , शैलेश कुमार सिंह , रंजना सिंह , अखिलेश झा, आर सी भट्ट , एम डी ध्रुववंशी, चंदन सिन्हा , अनूप दूबे, दीपक गुप्ता , राकेश रंजन इत्यादि प्रदर्शनकारियों ने यातायात के साधन मुहैया न करवाने पर नाराजगी जताते हुए सरकार से देश के भविष्य बच्चों के लिए अधिक समय निकालने हेतु अधिक गंभीर प्रयास करने की मांग करते हुए मेट्रो का कार्य शुरू न होने पर और अधिक उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी।
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October 05, 2024