Noida: लगातार धरना दे रहे किसानों की आखिरकार जीत हुई प्राधिकरण ने किसानों की मांगी मान ली है किसान परिषद का सातवां आंदोलन प्राधिकरण पर 16 जून 2023 से चल रहा था। जिसके मद्देनजर किसानों ने 21 सितंबर को प्राधिकरण की संपूर्ण लॉकडाउन का आह्वान किया था। इसको देखकर प्राधिकरण अधिकारियों के हाथ पैर फूले हुए थे। प्राधिकरण अधिकारियों ने किसान परिषद को वार्ता का निमंत्रण दिया था। जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया था।
बैठक में किसानों के मुद्दे पर बनी सहमति
इसी के तहत मंगलवार को किसान परिषद की मीटिंग अधिकारियों से बोर्ड रूम में 1:00 बजे शुरू हुई। इसमें काफी गमहा गमही के बाद सीईओ लोकेश एम ने कहा कि आपकी मांगे जायज है और हम 10% व 64% 1997 से देने की सहमति जताते हैं। अग्रिम बोर्ड बैठक में इसका निर्णय ले कर के शासन स्तर पर भेजा जाएगा । इसके साथ-साथ आबादी निस्तारण मूल 5 परसेंट के प्लाट, व 5% के प्लाट में कमर्शियल गतिविधि के संबंध में भी सकारात्मक वार्ता रही।
सीईओ ने धरने को किया संबोधित, दिया आश्वासन
इसके बाद किसान नेता सुखबीर खलीफा के अग्रह पर नोएडा सीईओ ने किसानों के धरने को सम्बोधित करते हुए मांगें मानने की बात कही। इसके बाद सर्वसम्मति से किसानों ने धरने को अक्टूबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया। किसानों ने अधिकारियों से कहा कि आपको अक्टूबर तक का समय दिया जाता है।
3 महीने से प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे थे किसान
यदि काम नहीं होते तो किसान परिषद मिनी सचिवालय नोएडा को बंद करने की क्षमता 24 घंटे रखता है। बता देें, सेक्टर 6 नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर पिछले 3 महीने से किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा था, जो अब स्थगित कर दिया गया है।
Noida: नोएडा के किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। जिस आश्वन के बाद किसानों ने धरना प्रदर्शन खत्म किया था, वह पूरा होता नहीं दिख रहा है। सेक्टर 6 स्थित नोएडा प्राधिकरण के सामने हुई पंचायत में सहमति नहीं बनने पर किसान परिषद ने एक बार फिर अनिश्चितकालीन धरने का एलान किया है।
नोएडा-किसान नेता सुखबीर खलीफा ने प्राधिकरण पर लगाया धोखा ओर वादा खिलाफी करने का आरोप। @CeoNoida @pahalvansukhbir pic.twitter.com/6pw4HSoY0c
— Now Noida (@NowNoida) October 10, 2023
बैठक में नहीं बनी सहमति
दरअसल, नोएडा प्राधिकरण के सामने किसान परिषद के नेतृत्व में सोमवार को किसानों की पंचायत हुई। जिसमे किसान नेता सुखबीर खलीफा ने कहा कि प्राधिकरण ने धोखा किया है। 5 अक्टूबर को हुई बैठक में अधिकरियों ने 10 प्रतिशत भूखंड की मांग को बोर्ड के समक्ष रखने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन 7 शनिवार की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव नहीं रखा।
3 महीने बाद धरना हुआ था खत्म
वहीं किसानों की पंचायत के बाद शाम को अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में किसानों की मांग पर सहमति नहीं बनी। जिसके कारण किसानों ने अश्चितकालीन धरने का एलान किया है। गौरतलब है 16 जून से 19 सितम्बर तक किसान प्राधिकरण के सामने धरने पर बैठे थे। प्राधिकरण के सीईओ के ठोस आश्वशन के बाद धरना खत्म हुआ था। लेकिन अब फिर से किसान धरना देने को मजबूर हुए है।
Noida: भारतीय किसान परिषद के तत्वाधान में किसानों का धरना छठे दिन भी नोएडा प्राधिकरण पर जारी रहा। शुक्रवार को किसानों ने धरने की शुरुआत हवन-पूजन से किया। करीब 12:30 बजे प्राधिकरण अधिकारियों की तरफ से सीईओ वार्ता का प्रस्ताव आया। जिसको स्वीकार करते हुए वार्ता के लिए किसानों का प्रतिनिधिमंडल गया। काफी देर वार्ता हुई, लेकिन वही ढाक के तीन पात साबित हुई । बैठक में किसी भी बात पर सहमति नहीं बन पाई।
समस्या का समाधान होने तक जारी रहेगा धरना
प्राधिकरण के अधिकारी व पुलिस प्रशासन लगातार समिति के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा पर दबाव बनाता रहा कि कुछ समय दीजिए और हम आपके कार्य करेंगे। लेकिन खलीफा ने स्पष्ट शब्दों में फिर कहा कि हम पिछले 5 सालों से लगातार आपको समय ही तो देते आ रहे हैं। लेकिन अब तक आपने क्या किया है, हम धरने पर बैठे हैं आप किसानों का काम कीजिए। जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाएगा किसान यहां से हटने वाले नहीं है। दिन रात का धारना जारी रहेगा।।
Noida: भारतीय किसान परिषद के तत्वाधान में नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का धरना 27वें दिन भी जारी रहा। जैसे कि पहले ही पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही किसानों की वार्ता 10 परसेंट के मुद्दे व 5% मूल आबादी और अतिक्रमण के मुद्दों पर प्राधिकरण चेयरमेन से होगी। इसी के तहत रविवार को समिति के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में प्राधिकरण चेयरमेन से वार्ता हुई।
मुआवजे की फाइल विधि विभाग को भेजी गई
बैठक में चेयरमैन ने किसानों की मुख्य मांग 10% के मुद्दे को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि आपकी फाइल को विधि विभाग में कानूनी अमली जामा पहनाने के लिए व वित्तीय विभाग में गणना के लिए भेजा हुआ है। चेयरमैन ने कहा कि जो कार्य उनके हाथ में है, पर तत्काल प्रभाव से चर्चा करके धरातल पर उतरने के लिए तैयार हैं।
किसान नेता ने दी सचिवालय की तालाबंदी की चेतावनी
जैसे की मूल 5 परसेंट के प्लाट में कमर्शियल गतिविधि, 450 से हजार विनियमितीकरण व अतिक्रमण जैसे मुद्दे को गंभीरता से लिया। सीईओ से चर्चा करने के बाद उसे पर कार्य किया जाएगा। वहीं, सुखबीर खलीफा ने स्पष्ट शब्दों में चेयरमैन से कहा कि जब तक किसानों का समाधान नहीं हो जाएगा, धरना दिन प्रतिदिन संवैधानिक रूप से उग्र होता रहेगा। वह दिन भी दूर नहीं जब मिनी सचिवालय पर तालाबंदी भी की जा सकती है।
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