Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 10 मई 2023 को अपहरण किए गए मासूम बच्चे को बरामद कर खुलासा कर दिया है। बिसरख थाना पुलिस ने इस मामले में महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बच्चे का अपहरण किसी और ने नहीं बल्कि उसकी नानी ने ही किया था। जिसे बाद में 2 लाख रुपये में बेच दिया था। 8 माह बाद बच्चे को पाकर मां के आंखों से आंसू छलक पड़े और पुलिस की जमकर तारीफ की।

टीका लगवाने के बहाने बच्चे का कर लिया था अपहरण


एडीसीपी हृदेश कठेरिया ने बताया कि शाहबेरी निवासी शिवांगी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने इस्लामुद्दीन से प्रेम विवाह किया था। गर्भवती होने के दौरान देखभाल के लिए उसकी मां बबीता अप्रैल में आई थी। एडीसीपी ने बताया कि शिवांगी ने बेटे को जन्म दिया। इसके बाद भी बबीता अपने बेटी के घर रुकी हुई थी। इसी बीच 10 मई को इस्लामुद्दीन काम पर गया था और शिवांगी दवा लेने गई थी। इस दौरान बबीता (नानी) बच्चे को टीका लगवाने के बहाने अगवा कर फरार हो गई।

पुलिस ने 30 नवंबर को नानी को कर लिया था गिरफ्तार


एडीसीपी ने बताया कि 30 नवंबर को बबीता को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। बबीता से मिली जानकारी के बाद पुलिस मासूम की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थी। बबीता ने केवल अपनी सहेली जमुना का नाम बताया था, डॉक्टर व अमरवीर का नाम वह नहीं जानती थी। जमुना भी किराये का घर छोड़कर चली गई थी। सर्विलांस आदि की मदद से बिसरख कोतवाली प्रभारी अरविंद कुमार की टीम ने मंगलवार को हापुड़ की लज्जा कालोनी से मुरादपुर गांव के जमुना उर्फ शिवानी को गिरफ्तार किया है। इसके बाद दीपक त्यागी और फिर अमरवीर को गिरफ्तार किया गया। अमरवीर के घर पर मासूम पुलिस को मिला।

7 बेटियों के पिता ने खरीदा था बच्चा


आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अमरवीर खेतीबाड़ी करता है और उसकी सात बेटियां हैं। अमरवीर डॉ. दीपक के पास इलाज के लिए आता था। उसने बेटा गोद लेने की इच्छा जाहिर की थी। जमुना, हापुड़ में एक अस्पताल में नर्स थी। जमुना भी दीपक के संपर्क में थी। जमुना और बबीता की काफी दिन से पहचान है। बबीता ने ही जमुना के साथ मिलकर बेटी के मासूम बच्चे को अगवा कर बेचने की साजिश रची। बबीता व जमुना ने डॉ. दीपक त्यागी से एक लाख रुपये लेकर बच्चा दे दिया। इसके बाद दीपक ने अमरवीर से दो लाख रुपये लेकर बच्चा बेच दिया।