Greater Noida: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को डिजिटल यात्रा का अनुभव मिलने जा रहा है। यात्रा शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक ह्यूमन इंटरफेस कम से कम होगा। इसके लिए एयरपोर्ट पर डाटा सेंटर मॉड्यूल स्थापित करने का काम शुरू हो गया है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमेटेड का दावा है कि इस एयरपोर्ट को यात्रियों को पूरी तरह से डिटिजल अनुभव मिलने वाला है। एयरपोर्ट पर चेक-इन, बैग ड्राप और ईगेट्स पूरी तरह से डिजिटल आधारित होंगे।
अक्टूबर माह से शुरू होगा एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट इसी साल अक्टूबर महीने से शुरू होने जा रहा है। फरवरी में एयरपोर्ट का ट्रायल शुरू हो जाएगा। इसके पहले एयरपोर्ट पर उपकरण लगाने का काम शुरू किया जा चुका है। उपकरणों को लगाने के लिए ड्रिलिंग का कार्य शुरू हो चुका है। इस एयरपोर्ट पर यात्रियों को पूरी तरह से डिजिटल यात्रा का अनुभव मिलने जा रहा है। यहां पर चेक-इन, स्वचलित बैग ड्राप सहित स्व-सेवा पीपीएस टच प्वाइंट पूरी तरह से एकीकृत होंगे।
डाटा सेंटर बनाने का काम जारी
डिजिटल एयरपोर्ट बनाने के लिए डाटा सेंटर बनाने का काम भी शुरू होने वाला है। निर्माणाधीन साइट पर इसके उपकरण पहुंच चुके हैं। नोडल अफसर के मुताबिक डाटा सेंटर माड्यूल एयरपोर्ट के मस्तिष्क की तरह काम करेगा। इसमें सभी तरह की सूचनाएं सुरक्षित रहेंगी। इसके आधार पर ही एयरपोर्ट का संचालन होगा और यात्रियों को डिजिटल यात्रा का अनुभव होगा। एटीसी टावर के केबिन में 26 शीशे लगाए जाएंगे। ये शीशे एयरपोर्ट की साइट पर पहुंच चुके हैं। इन शीशों को केबिन में लगाने के लिए ड्रिलिंग आदि का काम शुरू हो चुका है। इसके बाद भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण उपकरण लगाने का काम शुरू करेगा। आठ मंजिल टावर को 38 मीटर ऊंचा बनाया गया है।
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