कहते हैं कि इंसान अपने प्यार को पाने के लिए दुनिया से लड़ जाता है। ऐसा ही कुछ किया है बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली शमा परवीन ने। प्यार के लिए बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली शम्मा परवीन, पूनम देवी बन गई है। युवती ने बलिया के रहने वाले अपने प्रेमी शिवम वर्मा से शादी की। शादी से पहले शमा परवीन ने इस्लाम त्यागा और हिंदू धर्म को अपनाया। इसके बाद उसने अपना नाम शमा से बदलकर पूनम देवी रखा। इसके बाद अपने प्रेमी शिवम वर्मा से शादी कर ली। जिसके बाद ये शादी अब बरेली में चर्चा का विषय बनी हुई है।

एक साल पहले बक्सरे में दोस्त की शादी में हुई थी दोनों की मुलाकात
बिहार के जगदीशपुर औरंगाबाद के काजीचक गांव निवासी शमा परवीन हाईस्कूल पास हैं। बलिया शहर स्थित राजेंद्रनगर निवासी शिवम वर्मा आठवीं पास हैं। वह सर्राफ के यहां कारीगरी का काम करते हैं। शिवम के अनुसार, एक साल पहले बक्सर में एक दोस्त की शादी थी। उसी विवाह समारोह में शमा परवीन से मुलाकात हुई। दोनों में बातचीत शुरू हो गई और प्रेम-प्रसंग परवान चढ़ा। एक-दूजे का होने का फैसला कर लिया लेकिन शमा के परिवार को ये मंजूर नहीं था। युवती के मुताबिक, उसका परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था। शिवम का परिवार भी हामी नहीं भर रहा था। इसलिए शमा ने अपना घर छोड़ दिा। फिर उत्तर प्रदेश के बरेली में अगस्त मुनि आश्रम में पहुंचकर मुस्लिम युवती ने प्यार की खातिर सनातन धर्म अपनाया और उसके बाद शादी कर ली।


तीन तलाक और हलाला से बचने के लिए उठाया कदम
युवती का कहना है कि इस्लाम धर्म में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है। तीन तलाक व हलाला जैसी कुप्रथाएं प्रचलित हैं। साथ ही इस्लाम में कजिन मैरिज पसंद नहीं है। ऐसे में उसने अपना धर्म त्याग दिया और हिंदू धर्म अपनाकर अपने प्रेमी शिवम से विवाह कर लिया। पूनम देवी का कहना है कि उसे जानवरों से बहुत प्यार है। गाय को वो सबसे ज्यादा पसंद करती है। लेकिन वहां गाय के मांस का इस्तेमाल होता था। जो उसे पसंद नहीं था। जबकि, हिंदुओं में गाय को पूजा जाता है।