Noida: किसान आंदोलन का मुद्दा देश भर में गर्म है। एक तरफ पंजाब के किसान दिल्ली कूच करने के लिए सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। तो दूसरी ओर गौतमबुद्ध नगर में भी किसान अब दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं। 23 फरवरी को गौतमबुद्ध नगर के किसान भी दिल्ली कूच करने का ऐलान कर चुके है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन 'भानु' ने भी बीजेपी को चेतावनी दी है। भाकियू भानु ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अपना समर्थन दिया था। लेकिन अब भाकियू भानु के राष्ट्रीय महासचिव धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो वो बीजेपी के खिलाफ अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारेंगे।

"बीजेपी ने किया वादा खिलाफी"

भाकियू भानु के राष्ट्रीय महासचिव धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी ने किसानों के साथ वादा खिलाफी का काम किया है। धर्मेंद्र चौधरी के मुताबिक 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही थी। इसके अलावा किसान संगठन की मांग को भी मानने की बात बीजेपी ने कही थी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। इसलिए अब किसान संगठन भानु ने अपने प्रत्याशियों को लोकसभा में उतारने की तैयारी की है। उन्होंने कहा कि अभी भी अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 4 से 5 राज्यों में संगठन अपने प्रत्याशियों को बीजेपी के खिलाफ उतारेगा। इसके लिए भानु ने तैयारी भी शुरू कर दी है।

"मीटिंग के बाद भी नहीं बन पाई बात''

धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप कई बार अपनी मांगों को लेकर केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगें मानने तो तैयार नहीं है। भानु के राष्ट्रीय महासचिव के मुताबिक जब बीजेपी उनकी मांग नहीं मानेगी तो सरकार में उनके लोग बैठेंगे और किसानों की सभी समस्याओं को तत्काल हल निकलेगा।

"200 पर बीजेपी को रोकेंगे''

राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि ये बीजेपी सरकार को किसानों की आखिरी चेतावनी है। अगर उनकी मांगें सरकार नहीं मानती तो 5 राज्यों में बीजेपी को बड़ा नुकसान पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा बीजेपी दावा करती है कि वो 400 सीटें लोकसभा चुनाव में जीतेंगे लेकिन किसानों की मांग अगर पूरी नहीं हुई तो वो बीजेपी को 200 के अंदर रोक देंगे।

इस नाम से चुनाव लड़ने की है तैयारी

भानु के राष्ट्रीय महासचिव ने बताया कि उनकी पार्टी का नाम 'किसान क्रांति दल' उनके संगठन का नाम है। उन्होंने बताया कि ये किसानों के लिए ही पार्टी बनाई गई है। हालांकि चुनाव चिन्ह पर अभी भानु संगठन को आपत्ति है। दरअसल, भानु को कढ़ाई चुनाव चिन्ह के रूप में दिया गया है। जबकि भानु की मांग है कि उन्हें कलम चुनव चिन्ह के रूप में दिया जाए। उन्होंने कहा कि वो अब पेन के जरिए किसानों की ताकत दिखाना चाहते हैं।

इन राज्यों में चुनाव लड़ने की है तैयारी

किसान संगठन भानु के राष्ट्रीय महासचिव ने बताया कि वो 5 राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इसे लेकर कुछ दिन पहले ही भारतीय किसान यूनियन भानु संगठन ने मीटिंग की थी, उसके बाद कोर कमेटी ने राजनीतिक दल बनाने का फैसला लिया था। चुनाव की तैयारी में भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप भी मैदान में उतर चुके हैं। आखिरी चेतावनी देते हुए भानु के राष्ट्रीय महासचिव देते हुए कहा कि अगर किसानों की मांग पूरी होती है तो मोदी ही देश के पीएम बनेंगे, नहीं तो भानु पूरे दम खम के साथ मैदान में उतरेगी।