Noida: तीन अगस्त साल 2023 को नोएडा के सेक्टर-137 स्थित पारस टिएरा सोसायटी में एक लिफ्ट हादसा हुआ था। इस लिफ्ट हादसे में बुजुर्ग की जान चली गई थी। हादसे के बाद लगातार इसे एक नया एंगल देने की कोशिश की जा रही है। लिफ्ट हादसे के एक गवाह हैं निशित तिवारी। निशित लखनऊ के रहने वाले हैं, पारस टियेरा में वो अपने परिवार के साथ रेंट पर रहते हैं और निशित लिफ्ट हादसे के गवाह भी हैं। जो उनके लिए सबसे बड़ी परेशानी की वजह भी बन रही है। निशित और उनकी पत्नी प्राची ओजा का आरोप है कि एओए की तरफ से लगातार उन्हें टॉर्चर किया जा रहा है। साथ ही एओए प्रेसिडेंट उन्हें फ्लैट खाली करने के लिए अलग-अलग तरीके से दबाव डाल रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

लिफ्ट हादसे के गवाह निशित की पत्नी प्राची ने बताया कि 17 दिसंबर को एओए की तरफ से उनके घर एक नोटिस आया कि 18 दिसंबर को फ्लैट खाली कर दें। जबकि फ्लैट ओनर की तरफ से निशित और उनके परिवार को ऐसा कोई अल्टीमेटम नहीं मिला है। जब प्राची ने फ्लैट खाली करने के लिए एओए से समय की मांग की तो एओए के तरफ से उन्हें और उनके परिवार को धमकियां मिलनी शुरू हो गई। पहले तो निशित के फ्लैट की बिजली काट दी गई। जब इसकी शिकायत निशित ने थाने में की तो वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। एओए की तरफ से निशित के फ्लैट के मेंटिनेंस बैलेंस को रोजाना के हिसाब से 10 हजार रुपये माइनस किया जाने लगा। अब तक निशित के मेटिनेंस अकाउंट में एक लाख 20 हजार रुपये माइनस हो चुका है। निशित और उनका पूरा परिवार इसलिए परेशानियों से जूझ रहा है क्योंकि उन्होंने लिफ्ट हादसे में गवाही दी है।

जाने लिफ्ट हादसे के बारे में

नोएडा सेक्टर 137 के पारस टिएरा सोसायटी पिछले साल 3 अगस्त को लिफ्ट के तार अचानक टूट जाने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। दरअसल इस सोसायटी के टॉवर 24 की लिफ्ट में एक बुजुर्ग महिला किसी काम से लिफ्ट से नीचे उतर रही थी। तभी अचानक लिफ्ट खराब हो गई थी। अचानक से लिफ्ट रुकी और वो 8वें मंजिल से सीधे माइनस 2 में जा गिरी थी। इस हादसे के बाद सोसायटी निवासियों का विरोध भी जमकर देखने को मिला था। निवासियों ने एओए अध्यक्ष रमेश गौतम को घेरकर इस्तीफे की मांग की थी।

एओए अध्यक्ष पर ये भी हैं आरोप

  • नोएडा की सोसाइटी में लिफ्ट टूटने से बुजुर्ग की मौत
  • सोसाइटी के लोगों का आरोप, मेंटेनेंस ठीक नहीं
  • पैसे देने पर भी मेंटेनेंस ठीक से क्यों नहीं करता AOA
  • हादसे से दो महीने पहले बिल्डर से AOA यानी अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने हैंडओवर लिया था।