ग्रेटर नोएडा: बिसरख ब्लॉक में शक्ति वंदन अभियान को लेकर एक कार्यक्रम चाय पर चर्चा की गयी, जिसमें मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी रहे। कार्यक्रम के जिला महामंत्री जिला शक्ति वंदन अभियान संयोजक योगेश चौधरी और जिला महामंत्री मनोज गर्ग ने संचालन किया। शक्ति वंदन अभियान चाय पर चर्चा में नोएडा ग्रेटर नोएडा के स्वयं सहायता समूह की मातायें, बहनें बैंक सखी, विद्युत सखी, ऋण सखी और नारी एनजीओ ने कार्यक्रम में भाग लिया.
मोदी-योगी सरकार का गुणगान
आपको बता दें कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि अमित चौधरी ने कहा "कि आज देश-प्रदेश की सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहीं है। मोदी जी की सरकार ने ऐतिहासिक महिलाओं के लिये संसद में 33 प्रतिशत सीट देने के काम और महिलाओं के लिए उज्जवला गैस योजना महिला उद्यमी ऋण योजनाओं के साथ दर्जनों योजनाएं नारी शक्ति को मज़बूत करने को लेकर चल रही है । जिनसे आज माता बहनें आगे बढ़ कर देश को आगे ले जाने का कार्य कर रहीं हैं।
कार्यक्रम में मौजूद रहे अतिथि
इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला महामंत्री योगेश चौधरी, मनोज गर्ग धर्मेन्द्र कोरी बिसरख शक्ति वंदन संयोजक इन्द्र नागर ज़िला मंत्री ज़िला सह संयोजक सत्यपाल शर्मा अमित पंडित मीडिया प्रभारी कर्मवीर आर्य महिला मोर्चा अध्यक्ष रजनी तोमर संगीता रावल अर्पणा सिंह शाशि कौशिक रेखा सिंह अंजना त्यागी संगीता तिवारी प्रीति सिंह बघेल आदि सैकड़ों नारी शक्ति कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने नोएडा सेक्टर-33 में स्थित शिल्प हॉट में आयोजित सरस आजीविका मेला-2024 में पांचवें दिन शिरकत की। मेले में 450 स्टाल लगाए गए, शिल्प हॉट में 29 राज्यों और केंद्रशासित राज्यों से स्वपोषित महिलाओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जिसमें जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, अरुणाचल प्रदेश से लेकर राजस्थान तक के राज्यों की महिलाएं शामिल हुईं।
'देश की सभी महिलाएं आत्मनिर्भर बनें'
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा है ’कि केंद्र एवं राज्य सरकार का प्रयास है कि देश की सभी महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। इसके लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार महिलाओं को स्वरोजगार के प्रति प्रोत्साहित कर रही हैं।’ इसके साथ ही राज्यपाल ने सभी महिलाओं में अपना स्वरोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने का जोश भरा.
लखपति दीदियों से आनंदीबेन ने किया संवाद
मेले में विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों पर पहुंचकर राज्यपाल ने दीदियों की हस्तशिल्प कला को परखा और उनकी सराहना की। राज्यपाल ने विभिन्न समूह की दीदियों के साथ वार्ता कर उनके कारोबार की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने इस आयोजन के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) के प्रयासों की सराहना की। दीदियों को दिए सन्देश में राज्यपाल ने कहा ’कि केंद्र एवं राज्य सरकार का प्रयास है कि देश की सभी महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। इसी कड़ी में सरस आजीविका मेलों का आयोजन देशभर के सभी राज्यों में किया जाता है। आज वह समय है कि हमारी कोई भी बहन और कोई भी बेटी खाली न बैठे। सभी के पास अपना खुद का रोजगार हो।’
ये दिग्गज नेता रहे मौजूद
इस अवसर पर गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र से सांसद डॉ. महेश शर्मा, एमएलसी श्रीचंद शर्मा, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम, एडीएम प्रशासन नितिन मदान तथा एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजी लाल कटारिया के सहित जनपद के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
नोएडा से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है जहां सेंट्रल नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. पिछले कई दिनों से फरार चल रहे लुटेरों की पुलिस से मुठभेड़ में हो गई. जिसमें 87 मुकदमों में वांछित चल रहा हरप्रीत और 60 मुकदमों में वांछित चल रहा हरप्रीत हन्नी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया है. जानकारी के मुताबिक लुटेरों के पास से 2 तमंचे, एक कार और 2 बाइक बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई बिसरख थाना इलाके में हुई है.
दो दिन पहले भी हुई थी मुठभेड़
बता दें योगी सरकार की पुलिस का पूरे राज्य में ऑपरेशन क्लीन जारी है. इसी क्रम में नोएडा में पुलिस ने दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है जो पिछले काफी समय से फरार चल रहे थे. बता दें दो दिन पहले भी नोएडा में पुलिस ने मुठभेड़ में दो बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था
योगी सरकार विरासत वृक्ष अंगीकरण योजना के तहत सूबे के 948 विरासत वृक्षों को संवारेगी। 100 साल से ज्यादा उम्र वाली 28 प्रजाति के वृक्षों को विरासत वृक्ष घोषित किया गया है। ये वृक्ष प्रदेश के सभी 75 जनपदों में हैं। योगी सरकार पेड़-पौधों के जरिए भी विरासत का सम्मान करने को प्रतिबद्ध है। काशी में सबसे ज्यादा 99, प्रयागराज में 53, हरदोई में 37, गाजीपुर में 35 व उन्नाव में विभिन्न प्रजातियों के 34 विरासत वृक्ष हैं। योगी सरकार विलुप्त हो रही वृक्ष प्रजातियों के संरक्षण व पौराणिक और ऐतिहासिक अवसरों, महत्वपूर्ण घटनाओं, अति विशिष्ट व्यक्तियों के स्मारकों, धार्मिक परम्पराओं व मान्यताओं से जुड़े हुए वृक्षों को संरक्षित कर जन सामान्य में इसके प्रति जागरूकता पैदा कर रही है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन द्वारा विरासत/ हेरिटेज वृक्षों के चयन व अभिलेखीकरण हेतु दिशा-निर्देश दिया गया है। इस बार इन वृक्षों की नई पौध तैयार करने के लिए विरासत वृक्ष वाटिका भी तैयार की जाएगी।
100 साल से ज्यादा की 28 प्रजातियों को घोषित किया गया विरासत वृक्ष
उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड ने गैर वन क्षेत्र (सामुदायिक भूमि) पर अवस्थित सौ वर्ष से अधिक आयु के 28 प्रजातियों को विरासत वृक्ष घोषित किया है। इनमें अरु, अर्जुन, आम, इमली, कैम, करील. कुसुम, खिरनी, शमी, गम्हार, गूलर, छितवन, चिलबिल, जामुन, नीम, एडनसोनिया, पाकड़, पीपल, पीलू, बरगद, महुआ, महोगनी, मैसूर बरगद, शीशम, साल, सेमल, हल्दू व तुमाल शामिल हैं। इसमें बरगद प्रजाति के 363 व पीपल प्रजाति के 422 वृक्ष हैं।
आध्यात्मिक व स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े वृक्ष भी शामिल
विरासत वृक्ष में आध्यात्मिक व स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े वृक्ष शामिल किए गए हैं। योगी सरकार यूपी के सभी 75 जिलों में विरासत वृक्षों को खोजकर इन्हें संरक्षित करने को प्रतिबद्ध है। सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर परिसर में हनुमान मंदिर, काली मंदिर के समीप व गौशाला के अंदर बरगद व पाकड़ वृक्षों सहित पूरे जनपद में 19 वृक्ष विरासत वृक्ष घोषित किए गए हैं। वहीं लखनऊ व वाराणसी के क्रमश: दशहरी आम व लंगड़ा आम के मातृ वृक्ष, फतेहपुर का बाचन इमली, मथुरा के इमलीतला मन्दिर परिसर का इमली वृक्ष, प्रतापगढ़ का करील वृक्ष, बाराबंकी में स्थित एडनसोनिया वृक्ष, हापुड़ व संत कबीर नगर में अवस्थित पाकड़ वृक्ष, सारनाथ का बोधि वृक्ष, बाबा झारखंड के नाम से प्रसिद्ध अम्बेडकर नगर का पीपल वृक्ष एवं आर्डिनेंस क्लॉथ फैक्ट्री शाहजहांपुर में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा पीपल वृक्ष शामिल है।
11 जनपदों में बनाई जाएगी विरासत वृक्ष वाटिका
वृक्षारोपण जन अभियान-2024 के तहत प्रदेशवासियों को चिह्नित विरासत वृक्षों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से 11 जनपदों में विरासत वृक्ष वाटिका तैयार की जाएगी। यह वाटिका गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली, मथुरा, सीतापुर, चित्रकूट व मीरजापुर में तैयार होगी। प्रत्येक वाटिका में विरासत वृक्ष से तैयार पौधा/टहनी/डाल को अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा। शेष पौधे स्थानीय महत्व की प्रजातियों के होंगे। इसके लिए लगभग आठ हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। प्रभागों द्वारा चिह्नित 11 जनपदों में पर्याप्त संख्या में विरासत वृक्ष से पौधे तैयार करने के लिए प्रत्येक प्रभाग में कम से कम 10 वृक्ष उपलब्ध कराए जाएंगे।
विशिष्ट विरासत वृक्षों की भी की गई पहचान
योगी सरकार में विशिष्ट विरासत वृक्षों में चीनी यात्री हवेनसांग द्वारा उल्लिखित झूंसी (प्रयागराज ) का एडनसोनिया वृक्ष, मथुरा के टेर कदंब मंदिर परिसर व निधि वन में अवस्थित पीलू वृक्ष, प्रयागराज के किले में अक्षयवट, उन्नाव जनपद में वाल्मीकि आश्रम, लव कुश जन्म स्थली व जानकी कुण्ड नाम से प्रसिद्ध स्थल पर अवस्थित बरगद वृक्ष एवं प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े हुए एन.बी.आर.आई लखनऊ व महामाया देवी मन्दिर परिसर गाजियाबाद में अवस्थित बरगद वृक्ष शमिल हैं।
अविनाशी काशी में हैं सर्वाधिक विरासत वाले वृक्ष
उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में कुल 948 विरासत वृक्ष हैं। इनमें सर्वाधिक विरासत वृक्ष वाराणसी में हैं। यहां कुल 99 विरासत वृक्ष हैं। वहीं प्रयागराज में कुल 53 विरासत वृक्ष हैं। हरदोई में यह संख्या 37, गाजीपुर में 35, उन्नाव में 34, रायबरेली में 32 और झांसी में 30 है। फिरोजाबाद में 29,लखीमपुर खीरी में 27, बरेली व बहराइच में 26-26, लखनऊ में 25 व जौनपुर में 24 विरासत वृक्ष हैं। इनमें पीपल प्रजाति के 422, बरगद के 363 व पाकड़ के 57 विरासत वृक्ष शामिल हैं।
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