नोएडा: लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते सेक्टर-168 स्थित डूब क्षेत्र छपरौली और मंगरौली गांव में बाढ़ आ गई। बाढ़ में दो गौशाला में करीब 350 गाय और उनकी देखभाल कर रहे 4 लोग वहीं पर फंस गये।
हथिनी बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते यमुना नदी में जलस्तर बढ़ा, आसपास के गांव पानी में डूबे pic.twitter.com/ffKGSyAdz6
— Now Noida (@NowNoida) July 13, 2023
बाढ़ से निपटने की तैयारियों की खुली पोल
बाढ़ में फंसे मवेशी और चार लोगों की सूचना जिला प्रशासन को दी गई। जिसके बाद आनन-फानन में मौके पर दमकल विभाग की टीम को भेजा गया। दमकल विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से पानी में घुसकर चार लोगों समेत मवेशियों को वहां से निकाला गया।
सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद
यमुना का जलस्तर बढ़ने से डूब क्षेत्र पूरी तरह से पानी पानी हो गया। यहां पर किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई।
खुल गई तैयारियों की पोल
बारिश के समय डूब क्षेत्र में पानी भरना कोई नई बात नहीं है। अच्छी बारिश होने पर यमुना का जलस्तर बढ़ता है। जिसका असर सीधे यमुना नदी से सटे डूब क्षेत्रों पर दिखाई देता है। हालांकि हर बार की तरह इस बार भी प्रशासन सभी तैयारियों के पूरी होने का दावा कर रहा था, लेकिन डूबे क्षेत्र में बढ़े पानी ने सभी तैयारियों की पोल खोल दी है।
दिल्ली के नॉर्थ वेस्ट जिले के मुकुंदपुर इलाके में जलभराव से से तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक बच्चे बारिश के बाद जमा हुए पानी में नहाने गए हुए थे उसी दौरान डूबने की वजह से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। तीनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि, तीनों बच्चो की उम्र 12 से 15 साल के बीच थी। यह घटना दोपहर करीब तीन बजे की है. मुकुंदपुर में एक मैदान में पानी भरा हुआ था। पिछले दिनों हुए बारिश के बाद यह लबालब भरा हुआ था। इसी में तीनों बच्चे नहाने के लिए गए थे। पानी में खेलते हुए तीनों बच्चे डूब गए. सूचना मिलने पर पुलिस का एक कांस्टेबल मौके पर पहुंचा और पानी में छलांग लगाई, लेकिन तब तक बच्चों ने दम तोड़ दिया था।
दिल्ली में बाढ़ से हालात खराब
दिल्ली में यमुना जल स्तर पर लगातार जल स्तर में जारी बढ़ोतरी की वजह से विकट स्थिति उठ खड़ी हुई है। दक्षिण पूर्व, मध्य दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्व दिल्ली कई इलाकों में चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। कुल मिलाकर दिल्ली में बाढ़ के हालात हैं। बाढ़ की वजह से यमुना नदी के डूब वाले इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इन इलाकों की सड़कों पर पानी आ गया है. जलभराव और यातायात संबंधी समस्याएं उठ खड़ी हुई हैं।
आवाजाही में हो रही परेशानी
वहीं ITO समेत फिरोज शाह कोटला किला, लोधी गार्डन, राज घाट, जंतर मंतर, पुराना किला, लाल किला, जामा मस्जिद और राष्ट्रीय प्राणी उद्यान जैसे लोकप्रिय इलाकों में भी जाम का नजारा है। ITO की मुख्य सड़क पर जल भराव होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
गौतमबुद्ध नगर में जेवर तहसील के झुप्पा ग्राम के पास जेवर-टप्पल तटबंध में कटाव हो गया है। इस सीपेज को रोकने के लिए पिछले चौबीस घंटों से फ्लड फाइटिंग का काम चल रहा है। डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अफसर जुटे हुए हैं। शुक्रवार को डीएम, जेवर के विधायक और उपजिलाधिकारी ने फ्लड फाइटिंग के कार्यों का किया निरीक्षण किया।
बाढ़ से निपटने युद्ध स्तर पर जुटे प्रशासनिक अधिकारी
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अत्यधिक वर्षा के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी समस्याओं से निपटने के लिए डीएम मनीष कुमार वर्मा को निर्देश दिए हैं। डीएम के नेतृत्व में जिला प्रशासन के अधिकारी युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटा जा सके। इसी सिलसिसले में सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया कि सिंचाई विभाग ने जेवर तहसील के झुप्पा ग्राम के पास जेवर-टप्पल तटबंध में 12.100 किलोमीटर पर सीपेज हो रही थी। इसे रोकने के लिए फ्लड फाइटिंग के कार्य चल रहा है। गौतमबुद्ध नगर के सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए सीमेंट बैग का रिजर्व स्टॉक भरकर तैयार किया गया है।
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