Greater Noida: यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने 22 से 24 सितंबर तक प्राधिकरण के सेक्टर 25 में स्थित बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में आयोजित मोटो जीपी इंटरनेशनल रेस की तैयारियों का जायजा लिया। इसके साथ प्राधिकरण क्षेत्र में किए जा रहे साफ सफाई, मरम्मत व विकास कार्यों की समीक्षा अधिकारियों के साथ साइट पर जाकर की।
बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के सभी संपर्क मार्गों का निरीक्षण
सर्वप्रथम प्राधिकरण के एंट्री प्वाइंट व नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से पहले सेंटर वर्ज पर हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट द्वारा किए जा रहे कार्यों का परीक्षण किया गया। इसके बड़ गलगोटिया यूनिवर्सिटी के समीप अंडर पास, सेक्टर 22डी अंडर पास, सेक्टर 22 ई कट, सेक्टर 18 और 20 का मुख्य मार्ग सेक्टर 17ए का मार्ग, बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के सभी संपर्क मार्गों का निरीक्षण किया ।
इस दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने हॉर्टिकल्चर विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। प्राधिकरण के ज़ीरो पॉइंट से सेक्टर 20 तक के सभी सेंटर वर्ज की मरम्मत, रंगाई पुताई, तार फेंसिंग, फूलों के संबंध में डिप्टी डायरेक्टर आनंद मोहन सिंह को निर्देशित किया। साथ ही सेक्टर 20 तक आने वाले सभी अंडर पास में पेन्टिंग, रंगाई पुताई व ब्यूटिफिकेशन का कार्य 2 दिन में पूरा करने का निर्देश दिए।
सड़क किनारे लगाए जाएं पौधे
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह को इस क्षेत्र में पड़ने वाले सभी 20 मीटर, 30 मीटर, 45 मीटर व 100 मीटर के सभी मार्गों में साफ सफाई, सभी मार्गों का दुरस्तीकरण, पानी की निकासी व वाटर ब्लॉकिंग को दूर करने का निर्देश दिया।
सभी सड़कों पर स्ट्रीट लाइट दुरुस्त करने के लिए निर्देश
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्राधिकरण क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था देख रहे विशेष कार्याधिकारी शमहराम सिंह, वरीष्ठ प्रबंधक बीपी सिंह, अर्शद व राजवीर सिंह को निर्देशित किया गया कि सभी संपर्क मार्गो व मुख्य मार्गों पर बिजली की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। यदि कहीं पर एलईडी या अन्य लाइट लगवाई जानें आवश्यक हो तो, उस काम को पूर्ण प्राथमिकता पर किया जाए। पूरे आयोजन के दौरान सभी मार्गों व संपर्क मार्गो, सर्विस रोड आदि पर बिजली की कोई भी समस्या उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजन है तथा इस आयोजन में प्राधिकरण के अधिकारियों किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता ना बरतें।
Yamuna city: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एक के बाद एक कई परियोजनाएं लगने जा रही हैं। इसी में से एक है एजुकेशनल हब का विकास। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद कई हाईटेक सुविधाएं जेवर में मिलने लगेंगी। आने वाले कुछ सालों में यहां पर लोगों की बसावट तेज होने वाली है। जिसको देखते हुए इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का भी तेजी से विकास हो रहा है। यमुना सिटी में 6 विश्वविद्यालय भी बनेंगे। इसमें से दो विश्वविद्यालय का काम चल रहा है, जबकि चार नए विश्वविद्यालय के लिए मंगलवार को योजना लॉन्च की जाएगी। इसके अलावा यमुना विकास प्राधिकरण के सेक्टर-17 में विश्वविद्यालय के लिए भूखंड की योजना आएगी।
उद्योग की तर्ज पर शिक्षा योजना
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि क्लस्टर बनाकर विकास कार्य किया जा रहा है। उद्योग के बाद अब शिक्षा को लेकर भी क्लस्टर विकसित करने की योजना है। सेक्टर-22 E में पहले से दो विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें नरसी मोंजी और जीबीएम शामिल है। अब इसके बाद चार नए विश्वविद्यालय के लिए योजना निकाली जाएगी। इसके बाद इस सेक्टर में 6 नए विश्वविद्यालय हो जाएंगे।
Greater Noida: बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर मोटोजीपी रेस 22 से 24 सितंबर तक होगा। रेस के मद्देनज़र इस बीच रोजाना दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे सात घंटे के लिए यमुना एक्सप्रेसवे का आगरा से नोएडा मार्ग बंद रहेगा। इस दौरान आगरा, मथुरा, अलीगढ़ से नोएडा की ओर आने वाले वाहनों को जेवर से डायवर्ट कर दिया जाएगा।
1000 पुलिस कर्मी संभालेंगे यातायात व्यवस्था
इसके चलते ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली आने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मार्गोंका प्रयोग करना होगा। जेवर में डायवर्जन की गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने व्यवस्था की है। इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रखने के लिए 1000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथी 500 मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। मोटोजीपी रस के दौरान निजी कार्यालय और स्कूल भी बंद रहेंगे।
41 देशों के लोग मोटोजीपी रेस देखने पहुंचेंगे
बता दें कि मोटोजीपी रेस में देश-विदेश के लोग पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन यहां एक लाख लोगों की आने की उम्मीद है। करीब 41 देश के लोग मोटोजीपी रेस देखने आएंगे। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रतिबंधित किया है। शुक्रवार को आगरा से नोएडा आने वाले मार्ग पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जबकि छोटे वाहन मालिकों से इस रास्ते से नहीं आने की अपील की है। जेवर से दोपहर दो बजे से लेकर रात नौ बजे तक वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।
वैकल्पिक रास्तों प्रयोग करने की अपील
आगरा, मथुरा और अलीगढ़ में इससे पहले भी वाहनों को डायवर्ट करने के लिए वहां के पुलिस अधिकारियों से अनुरोध किया गया है। जिससे कि वाहन जेवर तक भी नहीं आएं और अन्य रास्तों का प्रयोग कर अपने गंतव्य को रवाना हो जाएं। जेवर से खुर्जा रोड, एनएच-24 आदि मार्गों पर वाहन भेजे जाएंगे।
आगरा से नोएडा आने वाली लाइन पर डायवर्जन
नोएडा ट्रैफिक डीसीपी अनिल यादव ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से नोएडा आने वाली लाइन पर डायवर्जन किया है। आगरा, मथुरा व अलीगढ़ पुलिस को भी व्यवस्था बनाने के लिए सूचना दे दी गई है। गौतमबुद्ध नगर में जेवर से वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। यह प्लान तीन दिन तक जारी रहेगा।
Yamuna City: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEDA) आगरा के पास एक नया शहर बसाने की तैयारी कर रहा है। जिसके लिए मास्टर प्लान-2031 भी तैयार कर लिया गया है। 28 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में इसे रखा जाएगा। जिसके बाद इस परिकल्पना को वास्तविक रूप देने की ओर काम किया जाएगा। नए शहर में औद्योगिक इकाइयों के साथ ट्रांसपोर्ट हब पर विशेष जोर दिया जाएगा। बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 15 फीसदी जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित की जाएगी। औद्योगिक विकास से आगरा और आसपास के निवासियों को रोजगार के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा।
टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजनाः CEO
NOW NOIDA से बात करते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि 10 हजार 500 हेक्टेयर में आगरा के पास शहर बसाने की परिकल्पना की जा रही है। जो आस्था, विरासत और पर्यटन की जरूरत को पूरा करेगा। इसके अलावा आगरा, वृंदावन एक ही लाइन पर पड़ता है, इसलिए इसे टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
इस तरीके से शहर बसाने की है योजना
आगरा के पास यमुना प्राधिकरण जिस नए शहर को बसाने की परिकल्पना कर रहा है, वहां पर उद्योग के लिए 25 फीसदी, आवास के लिए 20 फीसदी, वाणिज्य के लिए 4 फीसदी, परिवहन के लिए 13, ग्रीन बेल्ट के लिए 15 फीसदी जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा पर्यटन के लिए 7 फीसदी और मिश्रित उद्योग के लिए 7 फीसदी जमीन दी जाएगी।
Greater Noida: यमुना प्राधिकरण के 79वीं बोर्ड बैठक सोमवार को हुई। इस बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान 2041 प्रस्तुत की गई। मास्टर प्लान में प्राधिकरण के अधिसूचित कुल 1149 गांव शामिल किए गए हैं। फेज एक में शामिल गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में नए सेक्टर नियोजित किए गए हैं। बोर्ड ने नए सेक्टरों के लिए जमीन अधिगृहीत करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण ने मथुरा में 753 एकड़ में 1220 करोड़ रुपये की लागत से हेरिटेज सिटी बनाएगा। इसकी संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को प्राधिकरण बोर्ड ने सोमवार को अपनी स्वीकृति दे दी। पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाली परियोजना के विकासकर्ता चयन के लिए प्रस्ताव निविदा मूल्यांकन समिति को भेजा गया है।
क्या-क्या होंगे हेरीटेज सेंटर में
एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर थीम आधारित हेरिटेज सेंटर बनेंगे। इसके अलावा योग वेलनेस सेंटर, कन्वेंशन सेंटर, होटल, स्थानीय कला और कलाकारों के लिए हाट बनाए जाएंगे। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि हेरिटेज सिटी परियोजना का क्षेत्रफल बढ़ने से फेज दो का मास्टर प्लान संशोधित किया जा रहा है। हेरिटेज सिटी राया अर्बन सेंटर का हिस्सा होगी। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, यमुना एक्सप्रेस-वे को यमुना नदी से जोड़ेगा। यमुना नदी पर बृज विकास तीर्थ परिषद पुल का निर्माण करा रहा है। एक्सप्रेस-वे इससे जुड़ जाएगा। अन्य प्रस्तावित मार्गों से भी इसे जोड़ा जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर डेढ़-डेढ़ किमी के दायरे में कुल 10,500 हेक्टेयर में शहर विकसित किया जाएगा। इसमें चार विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) विकसित होंगे। इन चारों एसईजेड में इलेक्ट्रानिक्स आधारित उद्योग समेत आवासीय, संस्थागत, कामर्शियल के अलावा अन्य गतिविधियां होंगी। यमुना प्राधिकरण में गौतमबुद्ध नगर के अलावा बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा जिले के 1149 गांव अधिसूचित हैं।
फिनटेक हब के लिए डीपीआर रिपोर्ट तैयार
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने फिनटेक हब के लिए डीपीआर रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके लिए पांच आवेदन आए हैं, जिन्हें अप्रुवल मिल गया है।
Yamuna City: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जल्द ही कई कंपनियां अपनी यूनिट शुरू करने जा रही हैं। जिसमें मोबाइल बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी वीवो का नाम भी शामिल है। मोबाइल बनाने वाली कंपनी बनकर तैयार है। सेक्टर-29 में लगभग 700 एकड़ में बनकर तैयार वीवो में डायरेक्ट और इन डायरेक्ट लाखों की संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। वीवो कंपनी ने यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण क्षेत्र में 35 सौ करोड़ रूपये का निवेश किया है।
लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार
इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने जा रहे यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में रोजगार के भी बंपर अवसर मिलने जा रहे हैं। अगर अकेले वीवो कंपनी की बात करें तो यहां 50 हजार युवाओं को डायरेक्ट रोजगार मिलेगा। जबकि इससे लगभग तीन गुना लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। कंपनी बनकर तैयार है, जल्द ही मैनेजमेंट कंपनी का संचालन करने जा रहा है।
तीन लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार: CEO
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि पहले चरण में 10 हजार करोड़ के निवेश का लक्ष्य था, जिसे हासिल कर लिया गया है। जिसमें 40 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला। जबकि अप्रत्यक्ष डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिला। सीईओ ने बताया जो नई जीवीसी है, इसमें 45 हजार करोड़ के निवेश करवाने की योजना है। इसमें प्रत्यक्ष तौर पर 80 हजार लोगों को रोजगार मिलेंगे। जबकि ढ़ाई लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर मिलेंगे।
इन कंपनियों में भी खुलेंगे रोजगार के अवसर
एक तरफ प्राधिकरण इलेक्ट्रॉनिक हब बना रही है। तो दूसरी ओर की और कंपनियां हैं, जिनके दूसरे फेस का संचालन शुरू होने वाला है। जिसमें पतांजिल और बीकानो का नाम भी शामिल है। इन दोनों कंपनियों में भी हजार रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
Greater Noida: नीति में बदलाव के बाद यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की योजना निकाली है। इस योजना में ई नीलामी के माध्यम से छह प्लॉटों का आवंटन किया जाएगा। सभी प्लॉट सेक्टर 22 डी में हैं। इसमें पांच प्लॉट बीस हजार वर्गमीटर, एक प्लॉट चालीस हजार वर्गमीटर का है।
नीति में किया बदलाव
बता दें कि यमुना प्राधिकरण ने कई वर्षों के लंबे इंतजार के बाद ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की योजना निकाली थी, लेकिन योजना में पर्याप्त आवेदन न आने के कारण योजना रद हो गई। योजना को सफल बनाने के लिए प्राधिकरण ने नीति में बदलाव का रोफर का नियम लागू किया। इसके अनुसार तीन से कम निविदा आने पर आवेदन की अवधि को एक-एक सप्ताह कर दो बार बढ़ाया जाएगा। इसके बावजूद अगर तीन से कम निविदा आती हैं तो भी प्लॉट का आवंटन कर दिया जाएगा।
26 अप्रैल को होगा आवंटन
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि योजना 18 मार्च को समाप्त होगी। इसके बाद 26 अप्रैल को ई नीलामी की प्लॉट का आवंटन होगा। ग्रुप हाउसिंग से पहले यमुना प्राधिकरण कामर्शियल फुटप्रिंट, दुकान, फ्यूल स्टेशन, होटल आदि की की प्लॉट योजना निकाल चुका है।
नीलामी से होगा आवंटन
फ्यूल स्टेशन एवं होटल योजना में तीन-तीन प्लॉट का आवंटन नीलामी से किया जाएगा। नीति में बदलाव के बाद यमुना प्राधिकरण को इस बार ग्रुप हाउसिंग योजना सफल होने की उम्मीद है। इससे प्राधिकरण को अच्छा राजस्व मिलेगा।
भूमि क्रय के लिए बजट बढ़ाया जाएगा
यमुना प्राधिकरण (यीडा) आगामी वित्त वर्ष के लिए भूमि क्रय के लिए बजट बढ़ाएगा। प्राधिकरण में परियोजनाओं के लिए जमीन की जरूरत को देखते हुए इस मद में राशि बढ़ाने की तैयारी है। इसके साथ ही ग्राम्य विकास व सेक्टरों में विकास कार्य के लिए भी खर्च को बढ़ाया जाएगा। प्राधिकरण की आगामी बोर्ड बैठक 26 फरवरी को होनी है। इसमें मुख्य रूप से आगामी वित्त वर्ष के लिए बजट आवंटन किया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण मास्टर प्लान 2041 में शामिल सेक्टर पांच, छह, सात, आठ व नौ के लिए जमीन अधिग्रहण करेगा। आवासीय से लेकर अन्य योजनाओं के लिए प्राधिकरण के पास पर्याप्त जमीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए नए नियोजित सेक्टर की जमीन अधिगृहीत की जाएगी। इस जमीन को आवासीय, मिश्रित भूमि उपयोग, कामर्शियल उपयोग के लिए आवंटित किया जाएगा।
मास्टर प्लान में जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को मिली थी अनुमति
प्राधिकरण की 79वीं बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान 2041 को स्वीकृति मिलने के साथ ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कराने के निर्देश दिए गए थे। इसलिए आगामी बोर्ड बैठक में जमीन अधिग्रहण के लिए आवंटन राशि को बढ़ाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने यमुना प्राधिकरण को जमीन अधिग्रहण के लिए 3000 करोड़ रुपये ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया है। तकरीबन इतनी ही धनराशि प्राधिकरण भी आगामी बजट में जमीन अधिग्रहण की मद में आरक्षित करेगा।
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