इस बार गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में 7.17 फीसदी कम हुई वोटिंग, जानिए ऐसा क्यों हुआ?


Noida: इस बार लोकसभा चुनाव में गौतमबुद्ध नगर के वोटरों ने उदासीनता दिखाई है। इस लोकसभा सीट पर शुक्रवार को दूसरे चरण में हुए मतदान में पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा कम वोटिंग हुई है। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर इस बार 53.3 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि 2019 लोकसभा चुनाव 60.47 फीसदी हुआ था। पिछले चुनाव के तुलना में 7.17 फीसदी कम वोटिंग हुई है। सबसे अधिक सिकंदराबाद विधानसभा क्षेत्र में 60 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं नोएडा विधानसभा इस बार भी फिसड्डी साबित हुआ है। यहां सिर्फ 46.48 प्रतिशत मतदान हुआ है।

11 बजे के बाद मतदान प्रतिशत कम होता चला गया

बता दें कि सुबह 7 बजे से गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र के 2717 बूथों पर मतदान शुरू हुआ। नोएडा, दादरी और जेवर विधानसभा क्षेत्रों में कई बूथों पर देरी से मतदान शुरू हुआ। सुबह सात से नौ बजे तक बूथों पर मतदाताओं की कतार दिखी। सुबह नौ बजे तक 12.08% और 11 बजे तक 24.48% तक पहुंच गया। इसके बाद मतदान प्रतिशत कम होता चला गया। शाम छह बजे तक गौतमबुद्ध नगर सीट पर कुल 53.30% मतदान ही हुआ।

सबसे अधिक सिकंदराबाद में हुई वोटिंग

बता दें कि मतदान खत्म होने तक नोएडा विधानसभा में 46.48%, दादरी में 52.83%, जेवर में 55.24%, खुर्जा में 59.12% और सिकंदराबाद क्षेत्र में 60% मतदान हुआ। ग्रेटर नोएडा के बूथ नंबर 542 की ईवीएम की बैट्री खत्म होने के कारण कुछ देर मतदान बंद था। वहीं, अल्फा वन के एक बूथ पर ईवीएम खराब होने से करीब 15 मिनट तक मतदान बाधित रहा।

क्यों कम हुआ मतदान?

बता दें कि इस बार गौतमबुद्ध नगर जिले और आसपास का क्षत्रिय समाज नाराज भाजपा से नाराज चल रहा है। क्षत्रिय समाज को कम टिकट देने को लेकर क्षत्रिय समाज ने भारतीय जनता पार्टी का खुला विरोध किया है। वहीं, मूलभूत सुविधाओं की कमी और मांगें पूरी नहीं होने से कई गांव के किसान और ग्रामीण नाराज थे। यह नाराजगी मतदान के समय दिखी। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वोट प्रतिशत कम होना मौजूदा सांसद के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।

By Super Admin | April 27, 2024 | 0 Comments

यूपी की 8 सीटों पर सुबह 11 बजे तक 24.23 फीसद हुआ मतदान, गौतमबुद्ध नगर में 24.26 प्रतिशत वोटिंग


Noida: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान देेश केे 13 राज्यों की 88 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है. अलीगढ़ से 14, अमरोहा से 12, बागपत से 7, बुलंदशहर (सु) से 6, गौतमबुद्ध नगर से 15, गाजियाबाद से 14, मथुरा से 15 और मेरठ से 8 उम्मीदवार मैदान मे हैं. इस तरह भाजपा, सपा-कांग्रेस, बसपा और निर्दलीय समेत निर्दलीय 91 उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं. जिनमें 10 महिला उम्मीदवार भी हैं. सभी लोकसभा क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन पर सुबह 7:00 बजे से मतदान हो रहा है। मतदान केंद्र के आसपास सुरक्षा की पुख्ता का इंतजाम किए गए हैं।

यूपी की 8 लोकसभा सीटों पर सुबह 11 बजे तक 24.31 प्रतिशत मतदान हुआ। अलीगढ़ में 24.42%, अमरोहा में 28.45% , बागपत में 22.74 %, बुलंदशहर में 23.43 %, गौतम बुद्ध नगर में 24.26 %, गाजियाबाद में 23.19 %, मथुरा में 23.07 % और मेरठ में 25.67 फीसद मतदान हुआ।


सुबह 9 बजे तक 11.67 फीसद मतदान हुआ


यूपी की 8 सीटों पर सुबह सुबह 9 बजे तक आठ सीटों पर 11.67 फीसद मतदान हुआ था। जिसमें अमरोहा -14.32, मेरठ- 12.28, बागपत-11.00, गाजियाबाद- 10.67, गौतमबुद्धनगर- 11.57, बुलंदशहर- 11.99, अलीगढ- 12.20, मथुरा-10.09 फीसद मतदान हुआ।


गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीटः इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार डॉ. महेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. महेश शर्मा 2014 और 2019 में यहां सांसद चुने गए थे. वहीं, समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर दो बार प्रत्याशी बदला. सपा ने पहले डॉक्टर महेंद्र नागर को टिकट दिया. फिर उनका टिकट काटकर राहुल अवाना को प्रत्याशी बनाया. इसके कुछ दिन बाद फिर महेंद्र नागर को टिकट दिया, जो वर्तमान में चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, बसपा ने पूर्व विधायक राजेंद्र सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा नेशनल पार्टी से किशोर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय जनसत्ता से नरेश नौटियाल, सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभांस पार्टी) से नारावेदश्वर, वीर के वीर इंजियन पार्टी से भीम प्रकाश जिज्ञासु, अखिल भारतीय परिवार पार्टी से मनीष कुमार द्विवेदी, सुपर पॉवर इण्डिया पार्टी से रण सिंह डुडी, जय हिन्द नेशनल पार्टी से राजीव मिश्रा, लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी से कु. शालू, निर्दलीय प्रत्याशियों में पराग कौशिक, महकार सिंह, मौ0 मुमताज आलम, शिवम आशुतोष हैं. इस सीट में कुल 26,75,148 मतदाता है, जिसमें 14,50,795 पुरुष मतदाता, 12,24,234 महिला मतदाता व 119 थर्ड जेण्डर हैं.


गाजियाबाद लोकसभाः इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने डॉली शर्मा पर दांव खेला है. वहीं, बसपा ने नंद किशोर पुंडरी को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से जनरल वीके सिंह 2014 और 2019 में दो बार जीत हासिल की थी. लेकिन चुनाव से एन वक्त पहले उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. इस सीट से राष्ट्र निर्माण पार्टी से आनन्द कुमार, राष्ट्रीय जन कर्मठ पार्टी से अंशुल गुप्ता, सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभांस पार्टी) से धीरेन्द्र सिंह भदौरिया, समाज विकास क्रांति पार्टी से नमह, राइट टू रिकॉल पार्टी से पूजा सक्सेना, निर्दलीय प्रत्याशियों में अभिषेक पुंडीर, अवधेश कुमार, औरंगजेब, कविता, नत्थूसिंह चौधरी, रवि कुमार पांचाल हैं. गाजियाबाद लोकसभा सीट में कुल 29,45,487 मतदाता है, जिसमें 16,23,506 पुरुष , 13,21,804 महिला व 177 थर्ड जेण्डर वोटर हैं।

अमरोहा लोकसभा सीटः इस सीट पर 2019 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीत नहीं सके थे. इस बार भाजपा ने यहां से कुवंर सिंह तेवर को मैदान में उतारा है, जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन से दानिस अली उम्मीदवार हैं. वहीं, बसपा ने मुजाहिद हुसैन पर दांव खेला है. इस सीट पर कुल 12 उम्मीदवारों में से चार निर्दलीय हैं.

मेरठ लोकसभा सीटः भाजपा ने राम मंदिर का मुद्दा भुनाने के लिए रावण की ससुराल यानि मेरठ से रामायण के राम अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाया है. समामज वादी पार्टी ने इस सीट पर दो बार उम्मीदवार बदला. सपा ने सबसे पहले भानु प्रताप को टिकट दिया. इसके बाद सरधना से विधायक अतुल प्रधान को टिकट दे दिया. जबकि नामांकन के आखिरी दिन अतुल प्रधान का टिकट काटकर सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. बसपा ने देवव्रत त्यागी को उम्मीदवार बनाया है. मेरठ सीट पर 2009 से लगातार भाजपा का कब्जा है. राजेंद्र अग्रवाल तीन बार लगातार यहां सांसद बने हैं.

बागपत लोकसभा सीटः यह सीट जाटलैंड की बहुचर्चित सीट मानी जाती है. इस बार यहां से रालोद-भाजपा गठबंधन ने राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है. पहली बार यहां से चौधरी परिवार का कोई सदस्य खुद चुनावी रण में नहीं है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने मनोज चौधरी तो बसपा ने प्रवीण बैंसला पर दांव लगाया है. इस सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सत्यपाल सिंह ने रालोद मुखिया जयंत चौधरी को 23 हजार से अधिक वोटों से हराया था.

बुलन्दशहर (अजा) लोकसभा सीटः इस सीट से भाजपा ने डॉ. भोला सिंह को उम्मीदवा बनाया है. जबकि कांग्रेस ने शिवराम वाल्मीकि और बसपा ने गिरीश चंद्र जाटव को रण में उतारा है. इस सीट पर भी लगातार दो बार कमल खिला है. भोला सिंह ने दोनों बार जीत दर्ज की थी. भोला सिंह इस जीत का हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं.

अलीगढ़ लोकसभा सीटः इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने सतीश गौतम को जीत का हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं समाजवादी पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह पर दांव खेला हैं. बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए हितेंद्र उपाध्य उर्फ बंटी को उम्मीदवार बनाया है.

मथुरा लोकसभा सीटः इस सीट से भाजपा ने तीसरी बार हेमा मालिनी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने मुकेश धनगर को तो बसपा ने सुरेश सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. 2019 लोकसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार कुंवर नरेंद्र सिंह को हेमा मालिनी ने करीब तीन लाख वोटों से हराया था. वहीं, 2014 लोकसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी को करीब चार लाख वोटों से हराया था.


10 महिला प्रत्याशी और 1 करोड़ 67 लाख हैं मतदाता
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की 8 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 91 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है, जिसमें 10 महिला प्रत्याशी हैं. दूसरे चरण की 8 लोकसभा सीटों पर कुल 1,67,77,198 मतदाता है, जिसमें 90,26,051 पुरुष, 77,50,356 महिला और 791 थर्ड जेण्डर हैं। दूसरे चरण के चुनाव में 40 विधानसभा हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि द्वितीय चरण के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान केन्द्रों एवं मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) पर मतदाताओं एवं मतदान कर्मियों के लिए जरूरी सुविधाएं मुहैय्या कराने के निर्देश दिये गये हैं। पोलिंग पार्टियों के रवाना होने से पहले सभी मतदान कर्मियों को हीट स्ट्रोक से बचने और स्वास्थ्य के दृष्टिगत मेडिकल किट उपलब्ध करायी जायेगी.

By Super Admin | April 26, 2024 | 0 Comments

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