ग्रेटर नोएडा: रोजगार से बेदखल करने के विरोध में सीटू के बैनर तले पथ विक्रेताओं ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के समक्ष जोरदार तरीके से धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद सीटू के नेतृत्व में वेंडर्स ने अधिकारियों के सामने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
दिलाया जाएगा वेंडर्स को उनका हक:
सीटू जिलाध्यक्ष व पथ विक्रेता कर्मकार यूनियन गौतमबुद्धनगर के महामंत्री गंगेश्वर दत्त शर्मा ने ने कहा कि वेंडर्स का सत्यापन कर उन्हें व्यवस्थित करने के बजाय प्राधिकरण द्वारा वेंडर्स को रोजगार करने से रोकना पथ विक्रेता अधिनियम 2014 और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई नियमावली का खुला उल्लंघन है जिसे हमारी यूनियन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और इस मसले पर वेंडर्स को उनका हक और अधिकार दिलाने के लिए जोरदार तरीके से आवाज उठाई जाएगी।
अखिल भारतीय किसानसभा का समर्थन:
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि सीटू के नेतृत्व में वेंडर्स के आंदोलन को अखिल भारतीय किसान सभा पूरा समर्थन करती है और उनके आंदोलन में हम लोग भी हिस्सेदारी करेंगे।
सीटू जिला सचिव रामस्वारथ ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक वेंडर्स की समस्या का समाधान नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा। दोपहर 3:00 बजे फिर दोबारा धरना स्थल पर आकर प्राधिकरण के अधिकारियों ने वार्ता किया और और शीघ्र समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिए जाने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।
Noida: नियम कानूनों की अनदेखी कर थाना सेक्टर- 142 पुलिस द्वारा रोजगार करने से रोकने के विरोध में गांव शाहदरा के साप्ताहिक बाजार के दुकानदारों ने सेक्टर- 45 पार्क में बैठक की। बैठक को पथ विक्रेता कर्मकार यूनियन की अध्यक्ष पूनम देवी, कोषाध्यक्ष रामस्वारथ ने संबोधित किया।
उन्होंने बताया कि उक्त बाजार वर्षों वर्षों से लगता आ रहा है, लेकिन पुलिस पिछले कई सप्ताह से उक्त बाजार को नहीं लगने दे रही है। जिससे वेंडर्स को आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रही है। पुलिस द्वारा बाजार को मौजूदा स्थान से दूर सुनसान जगह पर लगाने के लिए बोला जा रहा है, जहां वेंडर्स का रोजगार चलेगा ही नहीं।
पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर धरने की चेतावनी
बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि 19 फरवरी 2024 को प्रातः 11:30 बजे यूनियन का प्रतिनिधिमंडल थानाध्यक्ष थाना सेक्टर- 142 से मुलाकात कर उन्हें समस्या से अवगत कराते हुए ज्ञापन दिया जाएगा। उनसे बाजार को पूर्व की भांति लगने देने का अनुरोध करेंगे। इसके बाद भी पुलिस द्वारा बाजार को लगने से रोका गया तो पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन कर शासन प्रशासन को फिर ज्ञापन दिया जाएगा।
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