Lucknow: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में आग लगने की घटनाओं के रोकथाम के लिए योगी सरकार सजग है। परिवहन निगम के कार्यक्रम समेत अन्य अवसरों पर सीएम योगी ने सड़क दुर्घटनाओं और आग लगने की घटनाओं पर चिंता जताते हुए अफसरों को इस पर अंकुश लगाने के निर्देश दे चुके हैं। इसके दृष्टिगत प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तत्वावधान में भारत सरकार की संस्था 'हाइड्रोकार्बन सेक्टर स्किल काउंसिल' की ओर से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह परिवहन निगम के 115 डिपो और 20 क्षेत्रीय कार्यशालाओं में चलेगा।
डिपो और क्षेत्रीय कार्यशालाओं में चलेगा प्रशिक्षण
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के मुताबिक यूपी में अग्नि सुरक्षा संबंधित जोखिमों की पहचान और उनके नियंत्रण के लिए कर्मचारियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के 115 डिपो एवं 20 क्षेत्रीय कार्यशालाओं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण तिथि जल्द ही तय होगी। यह प्रशिक्षण न्यूनतम 300 घंटे एवं अधिकतम 500 घंटे का होगा। निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को श्रेणीवार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों को 1 लाख का बीमा
योगी सरकार का उद्देश्य है कि प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों के जरिए जहां उप्र परिवहन निगम को इसका लाभ मिले। आग लगने की घटनाओं में बेतहाशा कमी हो, वहीं कर्मचारियों की सुरक्षा पर भी योगी सरकार संजीदा है। इस प्रशिक्षण के अंत में अफसरों व कर्मचारियों को संस्था द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। साथ ही प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों को एक वर्ष के लिए 1 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया जाएगा।
Greater Noida: अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होने जा रहा है। समारोह से पहले अयोध्या रूट पर डिपो की ओर से बसों को चलाने की तैयारी चल रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार पूरे प्रदेश को राम मय बनाने में जुटी है। इसी के तहत बसों में स्पीकर के जरिए राम भजन चलाने के निर्देश दिये गये हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा से चलने वाली 153 में से केवल 24 बसों में ही पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगे हैं। बाकी बसों में लगे स्पीकर खराब हो गये हैं।
अधिकारियों के बना चुनौती
ग्रेटर नोएडा डिपो से सहारनपुर बुलंदशहरआगरा इटावा अलीगढ़बंदायू चंदौसी के साथ करीब 23 रूट पर बसों का संचालन होता है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या रूट पर बसों को चलाने की योजना डिपो की ओर से बनाई जा रही है। जिसमें राम भजन भी बजेगा। लेकिन स्पीकर खराब होने के चलते रामलला के भजन बजाना अधिकारियों के लिए चुनौती बन गया है। डिपो को मिली 24 बसों में ही स्पीकर ठीक है, बाकि बसों में या तो स्पीकर खराब पड़े हैं या फिर अब उनमें स्पीकर लगे ही नहीं है।
"सड़क दुर्घटना के चलते हटाए गये थे स्पीकर''
बिना सिस्टम के बसों में रामलला के भजन चलना संभव नहीं है। श्रीराम के भजन का लाभ यात्री सफर में नहीं उठा पाएंगे। बस अड्डों के एनाउंसमेंट सिस्टम पर भी रामलला के लोकप्रिय भजन चलाने के आदेश हैं, लेकिन अभी तक बस डिपो कार्य शुरू नहीं किया गया है। ग्रेटर नोएडा से दूसरे रूट पर चलने वाले बस के चालक ने बताया कि पहले ये स्पीकर बसों में लगे थे। लेकिन सड़क दुर्घटना की संभावना के चलते तत्कालीन एआरएम ने उसे हटवा दिया था। अब परिवहन निगम ने फिर से स्पीकर लगाने के आदेश दिए हैं,लेकिन अभी तक डिपो की ओर से लगवाएं नहीं गए है।
इन रूटों पर चलती हैं बसें
ग्रेटर नोएडा डिपो से सहारनपुर, बुलंदशहर, आगरा, इटावा, अलीगढ़, बंदायू, चंदौसी के साथ करीब 23 रूट पर बसों का संचालन होता है। होली, दीपावली पर्व के मौके पर कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, गोरखपुर सहित कई रूट पर विशेष बस चलाई जाती हैं। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या रूट पर बसों को चलाने की योजना डिपो की ओर से बनाई जा रही है। यदि यात्रियों की संख्या अधिक हुई तो परी चौक से भक्तों को बस सेवा का लाभ मिल सकेगा।
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December 17, 2022